प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में तरह-तरह के बदलाव होते हैं, इनमें से एक है वैजाइनल डिस्चार्ज। इस दौरान कई महिलाओं में अलग-अलग रंगों के डिस्चार्ज होते है, वैसे आमतौर पर वैजाइनल डिस्चार्ज नॉर्मल होता है लेकिन इसका रंग बदलना इन्फेक्शन की निशानी हो सकता है। Show
वैजाइनल डिस्चार्ज महिलाओं में बेहद कॉमन होता है। ये वैजाइना को इन्फेक्शन से बचाते हैं और ड्रायनेस नहीं आने देते। लेकिन प्रेगनेंसी में ये बहुत बढ़ सकता है और इसके रंग में भी बदलाव आ सकता है। जहां रंग में कुछ बदलाव नॉर्मल हैं, वहीं कुछ इन्फेक्शन का इशारा हो सकते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान इन रंगों का हो सकता है वैजाइनल डिस्चार्ज:
चलिए आपको बताते हैं प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले वैजाइनल डिस्चार्ज, उसके बदले रंग और टेक्सचर के बारे में और ये भी कि कब आपको इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। Table of Contents
प्रेगनेंसी और नॉर्मल वैजाइनल डिस्चार्जshutterstockप्यूबर्टी के साथ ही लड़कियों में वैजाइनल डिस्चार्ज एक बेहद कॉमन बात है। पीरियड्स से ठीक पहले और प्रेगनेंसी में इसकी मात्रा बढ़ जाती है। हेल्दी वैजाइनल डिस्चार्ज को ल्यूकोरिया कहा जाता है और ये हल्का सफ़ेद या ट्रांसपेरेंट होता है। इससे कोई दुर्गन्ध बल्कि एक बहुत हल्की स्मेल होती है। इसकी मात्रा प्रेगनेंसी में इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि शरीर वैजाइना और यूटेरस को किसी भी इन्फेक्शन से बचाने की कोशिश कर रहा होता है। प्रेगनेंसी के आखिरी हफ्तों में डिस्चार्ज चिपचिपा सा हो जाता है और उसमें गुलाबी सा म्यूकस भी निकलता है। इसका मतलब होता है कि महिला का शरीर लेबर के लिए तैयार है। डिस्चार्ज के रंग और उनका मतलबfreepikडिस्चार्ज के अलग-अलग रंग स्वास्थ्य से जुड़े कई राज बयान कर सकते हैं। पारदर्शी या सफेद डिस्चार्ज - Transparent Dischargeजैसा कि हमने आपको पहले बताया, ये नॉर्मल डिस्चार्ज होता है और इनकी स्मेल बहुत हल्की होती है। लेकिन अगर इसकी मात्रा बहुत बढ़ जाए और ये गाढ़ा नजर आने लगे तो ये प्री-टर्म लेबर यानि समय से पहले बच्चे के जन्म का इशारा हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। सफेद थक्का जैसा डिस्चार्ज - White Dischargeअगर डिस्चार्ज सफ़ेद और बहुत गाढ़ा यानि थक्के जैसा नजर आने लगे तो ये फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। प्रेगनेंसी के दौरान फंगल इन्फेक्शन बहुत सी महिलाओं में पाया जाता है। इस थक्केदार डिस्चार्ज के साथ खुजली, जलन और पेशाब में तकलीफ होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। हरा या पीला डिस्चार्ज - Green or Yellow Dischargeइस रंग का डिस्चार्ज कॉमन नहीं होता और ये STD यानि सेक्स से होने वाली बीमारी का अंदेशा हो सकता है। वैजाइना या यूटेरस में हुए बैक्टीरियल इन्फेक्शन से महिला के साथ ही बच्चे की सेहत पर भी खतरनाक प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए इसे नजरअंदाज किये बिना तुरंत डॉक्टर से मिलें। shutterstockब्राउन डिस्चार्ज - Brown Dischargeवैजाइनल डिस्चार्ज में ब्राउन यानि भूरे रंग का नजर आना खतरनाक नहीं है। ये वैजाइना या आसपास के सूखे खून की वजह से होता है। ये प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों में से एक है। लेकिन गाढ़े भूरे रंग का डिस्चार्ज होने पर डॉक्टर से मिल लेना चाहिए। पिंक डिस्चार्ज - Pink Dischargeप्रेगनेंसी के आखिरी हफ़्तों में डिस्चार्ज में गुलाबी थक्के निकलना निशानी होती है कि शरीर अब लेबर के लिए तैयार है। लेकिन शुरू के महीनों में अगर पिंक थक्के नजर आएं तो ये एक्टोपिक प्रेगनेंसी या मिसकैरेज का संकेत हो सकते हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। लाल डिस्चार्ज - Red Dischargeये किसी भी तरह से ना तो नॉर्मल है ना ही हेल्दी है। लाल रंग का डिस्चार्ज नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। लाल रंग के डिस्चार्ज के साथ अगर पेट में तेज दर्द हो रहा है तो ये मिसकैरेज के संकेत हैं। कैसे करें हेवी डिस्चार्ज से डील? How to deal with Heavy Discharge?shutterstockप्रेगनेंसी के दौरान अपनी वैजाइना की साफ-सफाई का भी भरपूर ध्यान रखें। अगर इन्फेक्शन होता है तो डॉक्टर की दवाओं के साथ अपने हाईजीन और डाइट में कुछ बदलाव लाएं। इसके लिए: 1. वैजाइना को साबुन से बार-बार ना धोएं, इससे उसका pH बैलेंस बिगड़ जाता है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। 2. बहुत अधिक डिस्चार्ज होने की स्थिति में पैंटी-लाइनर्स पहनें, जिससे गीलापन नहीं होगा। 3. यूरिनेशन के बाद उस हिस्से को सूखे टिशू से आगे से पीछे की ओर पोंछें। 4. नहाने और स्विमिंग के बाद जेनिटल एरिया को पूरी तरह सूखने दें। 5. अंडरवियर सिर्फ कॉटन का पहनें। 6. चीनी की मात्रा अपनी डाइट में कम करें। अधिक चीनी खाना फंगल इन्फेक्शन को बढ़ावा देता है। 7. ऐसे प्रोबायोटिक और फ़ूड सप्लीमेंस्ट लें जो बैक्टीरियल इन्फेक्शन के खतरे को कम करते हों। इसके साथ ही ये भी जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने डॉक्टर से मिलती रहें। उन्हें अपने लक्षण सच-सच बताएं ताकि हर तरह के इन्फेक्शन और खतरों से बचा जा सके। ऐसी ही स्टोरीज के लिए पढ़ते रहिये iDiva हिंदी। Read iDiva for the latest in Bollywood, fashion looks, beauty and lifestyle news. प्रेगनेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज कितने दिन तक होता है?ब्राउन डिस्चार्ज क्या है — Brown Discharge in Hindi
यह लगभग 20% प्रेगनेंट महिलाओं को होता है और प्रेगनेंसी के नौ महीने की पूरी प्रक्रिया के दौरान तक भी हो सकता है।
ब्राउन डिस्चार्ज कब होता है?ब्राउन डिसचार्ज की वजह
ऑक्सीजन के साथ संपर्क में आने पर ब्लड क्रिया करता है और इसका रंग बदलकर गाढ़ा यानी ब्राउन हो जाता है. पीरियड्स के आस-पास इस तरह का डिसचार्ज होना सामान्य बात है. लेकिन अगर यह डिसचार्ज 6-7 दिन या इससे अधिक समय तक होता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए.
प्रेगनेंसी में कैसे डिस्चार्ज होता है?प्रेग्नेंसी के दौरान आमतौर पर ज्यादातर महिलाओं को वजाइना से डिस्चार्ज होता है जिसे ल्यूकोरिया कहते हैं। यह सफेद रंग का, बेहद पतला और थोड़ी सी गंध वाला होता है। इस तरह का डिस्चार्ज बिलकुल नॉर्मल है और इसे लेकर किसी तरह की परेशानी वाली बात नहीं है।
अधूरे गर्भपात के लक्षण क्या हैं?अधूरा गर्भपात – इसमें महिला को भारी रक्तस्राव और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है। भ्रूण का कुछ ही भाग बाहर आ पाता है। यही कारण है कि इसे अधूरा गर्भपात कहा जाता है। निदान अल्ट्रासाउंड से होता है।
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