देश में इन दिनों रंगीन शिमला मिर्च की मांग में बढ़ गई है। खाने के शौकिनों ने इसकी मांग में इजाफा किया है। वहीं कोरोना में लोग अपनी सेहत के प्रति काफी जागरूक हो गए है। शिमला मिर्च को सेहत के लिए फायदेमंद मानते हुए भी इसकी बाजार में मांग बढ़ रही है। इसे देखते हुए इसकी खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। वहीं रंगीन शिमला मिर्च मांग ज्यादा होने से इसके बाजार में हरी शिमला मिर्च के मुकाबले कई गुना अधिक दाम मिलते हैं। इसकी व्यवसायिक खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। Show
अनुमान के तौर पर यदि आप आपके पास एक एकड़ भूमि है तो आप इसकी खेती करके एक साल में करीब 3 से 3.50 लाख तक की इनकम प्राप्त कर सकते हैं। यदि इसकी खेती पॉली हाउस में करेंगे तो 5 से 6 लाख तक की आमदनी हो सकती है। पाली हाउस में किसान छह रंगों जैसे लाल, पीली, ओरेंज, चॉकलेट, वायलेट और ग्रीन शिमला मिर्च पैदा कर सकता है। जिनसे अच्छा उत्पादन और लाभ किसान को मिलता है। बाजार में इसके अच्छे दाम मिलते हैं। रंगीन शिमला मिर्चों की बाजार में कीमत 100 से 250 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाती है। जबकि हरी शिमला मिर्च का दाम 40 रुपए प्रति किलो से ज्यादा होते हैं। अगर पोली हाउस में किसान 600 क्विंटल भी पैदावार लेता है तो किसान की आमदनी करीब छह लाख तक हो सकती है। सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1शिमला मिर्च के पाए जाने वाले विटामिनशिमला मिर्च, मिर्च की एक प्रजाति है जिसका प्रयोग भोजन में सब्जी की तरह किया जाता है। अंग्रेजी मे इसे कैप्सिकम (जो इसका वंश भी है) या पैपर भी कहा जाता है। शिमला मिर्च एक ऐसी सब्जी है जिसे सलाद या सब्जी के रूप में खाया जा सकता है। बाजार में शिमला मिर्च लाल, हरी या पीले रंग की मिलती है। चाहे शिमला मिर्च किसी भी रंग की हो लेकिन उसमें विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटीन भरा होता है। इसके अंदर बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती इसलिए यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाती। साथ ही यह वजन को स्थिर बनाए रखने में भी मददगार है।
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