Bihar Board Class 10 History Objective Notes In Hindi
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विश्व में सर्वप्रथम मुद्रण की शुरुआत कब हुई?छपाई का सफर
मुद्रण कला का प्रयोग पहली बार चीन में शुरू हुआ, जब 650 ई में भगवान बुद्ध की मूर्ति छापी गई। इतना ही नहीं, चीन की सहस्र् बुद्ध गुफाओं से हीरक सूत्र नामक मिली पुस्तक को ही संसार की पहली मुद्रित पुस्तक माना जाता है। सबसे पहली टाइप मशीन 1041 ई़ में चीन के केपी शैंग ने बनाई थी।
विश्व में मुद्रण की शुरूआत कहाँ से हुई?चीन में ही दुनिया का पहला मुद्रण स्थापित हुआ, जिसमें लकड़ी के टाइपों का प्रयोग किया गया था। टाइपों के ऊपर स्याही जैसे पदार्थ को पोतकर कागज के ऊपर दबाकर छपाई का काम किया जाता था। इस प्रकार, मुद्रण के आविष्कार और विकास का श्रेय चीन को जाता है।
भारत में मुद्रण की शुरुआत कब हुई?भारत में प्रिंटिंग प्रेस का आगमन
परिणामस्वरूप, 1589 में गोवा में जोआओ डे बुस्टामांटे के माध्यम से मुद्रण कार्य शुरू हुआ। एक पेशेवर प्रिंटर को भारतीय सहायक के साथ प्रिंटिंग प्रेस का प्रयोग करने के लिए भेजा गया था, इसे स्थापित किया और इसे चलाना शुरू किया।
मुद्रण की सबसे पहली तकनीक कहां और कैसे विकसित हुई?उत्तर :- मुद्रण की सबसे पहली तकनीक चीन, जापान और कोरिया में विकसित हुई। यह छपाई हाथ से होती थी। लगभग 594 ई॰ से चीन में स्याही लकड़ी के ब्लॉक या तख्ती पर कागज को रगड़कर किताबें छापे जाने लगी थी।
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