इस पोस्ट में हम मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सिलेबस की यूनिट 7 के टॉपिक स्वास्थ्य नीति एवं स्वास्थ्य कार्यक्रम से संबंधित सभी पहलुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे जिससे परीक्षा के सभी आयामों को कवर किया जा सके I Show
राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति ( National health policy )पहली स्वास्थ्य नीति 1983 ( PM – इंदिरा गांधी ) Note – पहली स्वास्थ्य नीति का मुख्य लक्ष्य वर्ष 2000 तक सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना था दूसरी स्वास्थ्य नीति 2002 ( PM – अटल बिहारी जी ) तीसरी / वर्तमान स्वास्थ्य नीति 15 मार्च 2017 ( PM – नरेंद्र मोदी ) राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 ( National Health Policy )यह देश की नवीनतम तथा तीसरी स्वास्थ्य नीति है जिसे 15 मार्च 2017 को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था. वर्तमान स्वास्थ मंत्री – मनसुख मंडाविया ( जुलाई 2021 ) उद्देश्य/लक्ष्य इसका उद्देश्य प्रति हजार व्यक्तियों पर 2 बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करना है वर्ष 2017 तक कालाजार , हाथी पाद और लिंफेटिक फाइलेरियासिस का उन्मूलन करना वर्ष 2018 तक कुष्ठ रोग का उन्मूलन करना 2019 तक शिशु मृत्यु दर ( IMR – INFANT MORTALITY RATE ) कम करके 28 तक लाना। NOTE – वर्ष 2016 में शिशु मृत्यु दर 34 प्रति 1000 जीवित जन्म थी एचआईवी/एड्स के लिए 2020 के वैश्विक लक्ष्य हासिल करना, जिन्हें 90: 90: 90 भी कहा जाता है अर्थात् एचआईवी के साथ रह रहे 90 प्रतिशत लोगों को उनके एचआईवी स्तर की जानकारी हो, एचआईवी संक्रमण निदान किए गए 90 प्रतिशत लोग निरंतर एंटी रिट्रोवायरल उपचार प्राप्त करें और एंटी रिट्रोवायरल उपचार प्राप्त करने वाले 90 प्रतिशत व्यक्ति वायरल मुक्त रहें। 2020 तक
मातृ मृत्यु दर ( MMR – Maternal Mortality Ratio ) को मौजूदा स्तर 167 से घटाकर 100 पर लाना। वर्ष 2020 तक व्यवसायिक चोट की घटनाओं में 50% कमी लाना वर्तमान में यह दर कृषि क्षेत्र में 334 प्रति लाख श्रमिक है स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकारी खर्च को 2025 तक GDP के मौजूदा 1.15 प्रतिशत से बढ़ाकर 2.5 प्रतिशत करने का लक्ष्य 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 2025 तक कम करके 23 पर लाना नवजात मृत्यु दर में कमी लाते हुए 2025 तक उसे 16 पर लाना और जन्म दर को ‘‘एकल अंक’’ पर लाना। NOTE – वर्ष 2013 में नवजात मृत्यु दर 28 प्रति 1000 जीवित जन्म थी क्षय रोग के मामलों में 85% तक कमी लाना और वर्ष 2025 तक क्षय रोग को समाप्त करने का लक्ष्य हासिल करना। 2025 तक हृदय रोग , कैंसर, मधुमेह या सांस की पुरानी बीमारियों के कारण असामयिक मौतों में 25 प्रतिशत की कमी लाना। 2025 तक 90 प्रतिशत से अधिक नवजात शिशुओं को एक वर्ष की आयु तक पूर्ण टीकाकरण कराना 2025 तक 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में बौनेपन की स्थिति में 40 प्रतिशत कमी लाना। वर्ष 2025 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में 50% वृद्धि करना वर्ष 2025 तक जीवन प्रत्याशा ( Life expectancy ) को 67.5 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष करने का लक्ष्य प्राप्त करना NOTE – वित्त वर्ष 2016 में भारत में प्रति महिला टोटल फर्टिलिटी रेट 2.3 थी तंबाकू के इस्तेमाल के वर्तमान प्रसार को 2020 तक 15% तक 2025 तक 30% तक कम करना वर्ष 2025 तक परिवारों के स्वास्थ्य खर्च में वर्तमान स्तर से 25% की कमी लाना वर्ष 2025 तक दृष्टि हीनता के प्रसार को घटाकर 0.25 प्रति 1000 करना तथा रोगियों की संख्या को वर्तमान स्तर से घटाकर 1/3 करना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-2017 में ‘स्वस्थ
नागरिक अभियान’ चलाने का प्रस्ताव है, जिसमें ‘स्वस्थ नागरिक अभियान’ सात बुनियादी क्षेत्रों में समन्वित कार्रवाई पर आधारित होगा। ये सात क्षेत्र इस प्रकार हैं:- भारत में स्वास्थ्य योजनाएंराष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ( National health mission )प्रारंभ 12 अप्रैल 2005 उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सुलभ सस्ती और गुणवत्ता स्वस्थ सुविधाएं प्रदान करना तथा स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर मुफ्त में आवश्यक दवाई एवं वाहन की
उपलब्धता करने हेतु एनएचएम प्रारंभ किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत दो उप मिशन चलाए गए 1.NRHM (NATIONAL RURAL HEALTH MISSION) 2.NUHM (NATIONAL URBAN HEALTH MISSION) 1. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM)प्रारंभ – 12 अप्रैल 2005 से भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा। गांव में रह रहे निवासी को सुलभ, कम खर्च, प्रभावशाली चिकित्सा देना। आरंभ में यह मिशन 7 सालों के( 2005-2012 ) लिए प्रारंभ किया गया था भारत में ग्रामीण स्वास्थ्य की दिशा में चलाया जा रहा अब तक का सबसे बड़ा मिशन NHRM है जिसके अंतर्गत ASHA कार्यकर्ता की नियुक्ति की जाती है राष्ट्रीय स्तर पर चलाई जा रही जननी सुरक्षा योजना से संबंधित आशा कार्यकर्ता को NRHM से जोड़ दिया गया। 2 राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य स्वास्थ्य मिशन (NUHM) 1 मई 2013 को मंजूरी प्रदान (NHM के अंतर्गत) 50 से 60 हजार जनसंख्या पर एक शहरी स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना। 200 से 500 परिवारों के लिए एक आशा कार्यकर्ता की नियुक्ति । इसे मार्च 2020 तक जारी रखने के लिए मार्च 2018 में आगे बढ़ाया गया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत गतिविधियों में दो नए कार्यक्रम शामिल किए गए हैं
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