हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का क्या नाम है 2022? - himaachal pradesh ke raajyapaal ka kya naam hai 2022?

शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश के नवनियुक्त राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर गोवा की राजनीति का अहम चेहरा हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में राजनीतिक सफर का आरंभ करने वाले आर्लेकर न केवल गोवा में विधायक रहे हैं अपितु उन्होंने मंत्री के रूप में भी सेवाएं दी हैं। आर्लेकर गोवा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रहे हैं।

गोवा विधानसभा को बनाया था पेपरलेस

राजेंद्र आर्लेकर गोवा विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। गोवा विधानसभा को पेपरलेस बनाने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। इधर हिमाचल प्रदेश में भी ई विधान लागू है यानी हिमाचल प्रदेश विधानसभा भी पेपरलेस है। दूसरा दिलचस्प तथ्य यह है कि राजेंद्र आर्लेकर गोवा में पर्यावरण एवं वन मंत्री रहे हैं। अब यकीनन उन्हें हरियाली के जाने जाते हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बन कर अच्छा ही लगेगा।

ट्वीट के माध्यम से जताया नेताओं का आभार

राजेंद्र आर्लेकर ने एक ट्वीट के माध्यम से राष्ट्रपति और आला नेताओं का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने अपनी शुरुआत पार्टी कार्यकर्ता के रूप में की थी। फिर वह विधायक बने, गोवा में मंत्री बने और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी। अब वह एक राज्यपाल हैं। इससे भाजपा के नेताओं और नेतृत्व के महत्व का पता चलता है। पार्टी नेताओं ने मुझ पर विश्वास व्यक्त किया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने मुझ पर विश्वास किया है। भाजपा वह दल है जो विश्वास करता है।

बंडारू दत्तात्रेय का लेंगे स्थान

हिमाचल प्रदेश में नौकरशाही, सेना, पुलिस सेवाओं और राजनीति से जुड़ी हस्तियां ही राज्यपाल रही हैं। राजेंद्र आर्लेकर से पूर्व बंडारू दत्तात्रेय हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। वह अब हरियाणा के राज्यपाल होंगे। उनसे पूर्व आचार्य देवव्रत हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे जो अब गुजरात के राज्यपाल हैं। जहां आचार्य देवव्रत का आग्रह शून्य बजट प्राकृतिक खेती के लिए रहता था और वह सरकारी अधिकारियों से निरंतर संवादरत रहते थे वहीं बंडारू दत्तात्रेय लेखन को समर्पित रहते थे और समाज के हर उस व्यक्ति तक प्रशस्ति पत्र पहुंचाते थे जो सकारात्मक कार्य कर रहा हो।

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिमला के रिज मैदान में सुक्खू को सीएम पद की शपथ दिलाई. सुक्खू के साथ कांग्रेस नेता और प्रतिभा सिंह के करीबी मुकेश अग्निहोत्री ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है. सुक्खू के शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे. 

हिमाचल के नए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शपथ लेने के बाद न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि हम पहली कैबिनेट बैठक में जनता से किए गए अपने वादों को पूरा करेंगे. पुरानी पेंशन योजना बहाल होगी. पहले लोग कहते थे कि कांग्रेस किसी भी राज्य में सत्ता में नहीं आएगी, लेकिन आज हमने बीजेपी का रथ बंद कर दिया है.

कांग्रेस के ये दिग्गज रहे मौजूद 

सुखविंदर सिंह सुक्खू की शपथग्रहण समारोह में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राजीव शुक्ला, प्रतिभा सिंह समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे. 

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शपथग्रहण में शामिल हुईं सुक्खू की मां

शपथ ग्रहण समारोह से पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू की मां संसार देवी शिमला के संजोली हेलीपैड पर पहुंची. यहां सुक्खू ने उनकी अगवानी की. उनकी मां ने कहा कि उनका बेटा एक सेवादार है और वह लोगों की सेवा करता रहेगा. 

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प्रतिभा सिंह के घर पहुंचे थे सुक्खू  

इससे पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से उनके घर पहुंचकर मुलाकात की थी. प्रतिभा सिंह के मुलाकात के बाद सुक्खू ने कहा कि प्रतिभा सिंह राज्य में पार्टी की मुखिया हैं. सभी उनके मार्गदर्शन में काम करते हैं. इसलिए वह उन्हें शपथ ग्रहण में आमंत्रित करने के लिए आए थे. प्रतिभा ने भी कहा था कि मैं सुक्खू के शपथग्रहण समारोह में जरूर शामिल होऊंगी. 

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साधारण कार्यकर्ताओं को मिल रही बड़ी जिम्मेदारियां: सुक्खू 

शपथग्रहण से पहले आजतक से बात करते हुए सीएम सुक्खू ने कहा था अब राजनीति में बदलाव हो रहा है और कांग्रेस में साधारण कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिल रही हैं. हिमाचल का परिणाम देश की राजनीति में बड़ा बदलाव लेकर आएगा. उन्होंने बताया कि उनके पिता हिमाचल रोडवेज में ड्राइवर थे. उन्होंने शिमला में दूध बेचकर NSUI से अपना करियर शुरू किया. 

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कांग्रेस में कोई मनमुटाव नहीं: विक्रमादित्य

शिमला ग्रामीण से दूसरी बार चुने गए विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में किसी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है. अगर पार्टी किसी भी तरह की कोई जिम्मेदारी देती है तो उसका निर्वहन एक सच्चे सिपाही के तौर पर किया जाएगा.  सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बातचीत के दौरान बताया था कि विक्रमादित्य को कैबिनेट में स्थान मिलेगा. 

कौन हैं हिमाचल के नए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू?

सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के कांग्रेस कैंपेन कमेटी के प्रमुख हैं. वह नादौन सीट से 5वीं बार विधायक चुने गए हैं. इस बार उन्होंने बीजेपी के विजय अग्निहोत्री को 3363 मतों के अंतर से हराया है. सुक्खू ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में तब की थी जब वह सरकारी कॉलेज संजौली, शिमला में छात्र थे. वे कॉलेज छात्र संघ के महासचिव और अध्यक्ष रहे. वह 1989 से 1995 के बीच NSUI के अध्यक्ष रहे. 1999 से 2008 के बीच वे युवा कांग्रेस के प्रमुख भी रहे. सुक्खू दो बार शिमला नगर निगम पार्षद भी चुने गए थे. वह 2013 में हिमाचल कांग्रेस के प्रमुख के पद तक पहुंचे और 2019 तक राज्य इकाई के प्रमुख बने रहे. 

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कौन हैं डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री?  

मुकेश अग्निहोत्री लगातार 5 बार चुनाव जीत चुके हैं. वे 2012 से 2017 के बीच वीरभद्र सिंह की सरकार में उद्योग मंत्री रहे. इसके अलावा उन्होंने संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क के अलावा श्रम एवं रोजगार विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली है. हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने उन्हें साल 2003 में संतोखगढ़ सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा. उसके बाद वह 2007 में भी वहां से चुनाव जीते. साल 2008 में परिसीमन के बाद संतोखगढ़ को हरोली विधानसभा सीट में तब्दील कर दिया गया. मुकेश अग्निहोत्री 2012 में तीसरी बार यहां से निर्वाचित होने में सफल रहे और उन्हें वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री बनाया गया. कांग्रेस ने फायर ब्रांड नेता और अच्छे वक्ता अग्निहोत्री को साल 2018 में विपक्ष का नेता बनाया.

2022 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कौन है?

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर का राजभवन उत्तराखंड आगमन पर स्वागत किया।

हिमाचल प्रदेश की पहली महिला गवर्नर कौन थी?

Notes: हिमाचल प्रदेश की प्रथम महिला राज्यपाल शिला कौल थी| शीला कौल राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता, समाज सुधारक, शिक्षाविद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सामाजिक लोकतंत्रीय नेत्री, पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी और हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल रह चुकी हैं।

भारत में कुल कितने राज्यपाल हैं?

भारत गणराज्य में राज्यपाल 28 राज्यों में राज्य प्रमुख का संवैधानिक पद होता है।

हिमाचल प्रदेश की प्रथम राज्यपाल कौन थी?

Q. हिमाचल प्रदेश के प्रथम राज्यपाल कौन थे? Notes: हिमाचल प्रदेश के प्रथम राज्यपाल एस. चक्रवर्ती थे| इनका कार्यकाल 25 जनवरी 1971 से 16 फरवरी 1977 तक रहा। एस चक्रवर्ती हिमाचल प्रदेश की स्थापना के बाद के प्रथम गर्वनर है।