पानी का प्रेशर कम है या फिर नलों में गंदा पानी आर आ रहा है, तो उसकी शिकायत आप टोल फ्री नंबर 181 पर दर्ज करा सकते है। Show
दरअसल राजस्थान में ये मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का टोल फ्री नंबर है। अब नंबर पर जलदाय विभाग से जुड़ी शिकायतें भी दर्ज करवाई जा सकती है। जलदाय विभाग ने पूर्व में चल रहे 1800-180-6088 कॉल सेंटर को हैल्पलाइन के आने के बाद बंद कर दिया गया है। मुख्य अभियंता (मुख्यालय) आई.डी.खान ने बताया कि जलदाय विभाग से जुड़ी शिकायतों के लिए पूर्व में एक राज्य स्तरीय कॉल सेंटर प्रारंभ किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री हैल्पलाइन नंबर 181 (टोल फ्री नंबर) शुरू होने के बाद इस कॉल सेंटर की जरूरत नहीं रह गई थी। उन्होंने कहा कि कॉल सेंटर बंद कर दिया गया है। मतदाता हेल्पलाइन ऐप के बारे में देश में एक सक्रिय लोकतांत्रिक नागरिकता के निर्माण के अपने निरंतर प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए, भारत के चुनाव आयोग ने एवीडी चुनावी व्यस्तता की संस्कृति को विकसित करने और देश के नागरिकों के बीच सूचित और नैतिक मतदान निर्णय लेने के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन डिज़ाइन करके एक नई पहल की है। ऐप का उद्देश्य पूरे देश में मतदाताओं को सेवा और सूचना वितरण का एक बिंदु प्रदान करना है। ऐप भारतीय मतदाताओं को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करता है: चुनावी खोज (मतदाता सूची में अपना नाम सत्यापित करें) हिंदी न्यूज़ उत्तर प्रदेशसफाई, सीवर और पानी की समस्या के लिए हेल्पलाइन होगा 1533 नंबर, आज लांचिंग उत्तर प्रदेश में सफाई, सीवर और पानी की समस्या के लिए हेल्पलाइन 1533 नंबर आज लांच होगा। नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा बुधवार को इसका शुभारंभ करेंगे।Deep Pandeyहिन्दुस्तान,लखनऊWed, 06 Jul 2022 06:28 AM शहरों में साफ-सफाई, सीवर व पेयजल से संबंधित शिकायतों का समाधान अब 1533 पर झट से होगा। नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा बुधवार को इसका शुभारंभ करेंगे।स्थानीय निकाय निदेशक नेहा शर्मा ने बताया कि निदेशालय में इसका शुभारंभ होगा। इस नंबर पर आने वाली कॉल संबंधित जिलों के निकायों में ट्रांसफर कर दी जाएगी और तय समय के अंदर समस्याओं का समाधान किया जाएगा। केंद्र सरकार के संचार मंत्रालय ने इस नंबर को आवंटित किया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले नगर विकास मंत्री ने 4 अप्रैल को निकाय से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए स्थानीय निकाय निदेशालय में डेडिकेटेड कमांड एंड कंट्रोल कंट्रोल सेंटर (डीसीसीसी) का शुभारंभ किया था। इसमें 18001800101 टोल फ्री नंबर से नागरिकों की शिकायतों का समाधान हो रहा है। घर बैठे दर्ज कराएं पानी की शिकायतगर्मियों में उपभोक्ताओं को पानी के संकट से न जूझना पड़े इसके जल संस्थान ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने नई टिहरी, घनसाली और देवप्रयाग डिविजन में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं। उपभोक्ता कंट्रोल रूम...Tue, 28 Mar 2017 03:40 PM गर्मियों में उपभोक्ताओं को पानी के संकट से न जूझना पड़े इसके लिए जल संस्थान ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने नई टिहरी, घनसाली और देवप्रयाग डिविजन में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं। उपभोक्ता कंट्रोल रूम के साथ ही एई और जेई के मोबाइल नंबर पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। त्वरित शिकायत का निस्तारण न होने पर विभागीय टोल फ्री नंबर पर शिकायत की जा सकती है। जल संस्थान के नई टिहरी डिविजन में 14000, देवप्रयाग में 4200 तथा घनसाली में 5000 कनेक्शन हैं। गर्मियों में जिले के अधिकांश क्षेत्रों में पानी का संकट हो जाता है। कई बार भारी बारिश से गाड़-गदेरों के उफान से लाइनें क्षतिग्रस्त हो जाती है। गर्मियों में उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए विभाग ने तीनों डिविजन में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं। अधिशासी अभियंता नमित रमोला ने बताया कि उपभोक्ता कंट्रोल रूम में पानी की शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा एई और जेई के नंबर पर भी शिकायत की जा सकती है। शिकायत मिलते की समस्या का समाधान किया जाएगा। यदि शिकायत का निस्तारण नहीं होता है तो उपभोक्ता मोबाइल नंबर 9411145000 या विभागीय टोल फ्री नंबर 18001804100 पर शिकायत कर सकते हैं। रात आठ तक खुला रहेगा कंट्रोल रूम कंट्रोल रूम सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे तक खुला रहेगा। उपभोक्ता इस बीच किसी समय पर अपनी पेयजल संबंधी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। नई टिहरी डिविजन का कंट्रोल रूप का दूरभाष नंबर 01376-232154, देवप्रयाग का 01378-266524 तथा घनसाली का 01379-258348 है। पानी में शिकायत कैसे करें?पानी की शिकायत टोल फ्री नंबर 181 पर कर सकेंगे
राजस्थान के मुख्यमंत्री को शिकायत कैसे करें?मुख्यमंत्री ने पिछले माह 15 अगस्त पर राजस्थान संपर्क हेल्प लाइन 181 नंबर की शुरूआत की थी। इसके तहत कोई भी व्यक्ति घर, ऑफिस या किसी भी जगहों से मोबाइल से 181 नंबर पर कॉल कर अपनी शिकायत ऑन लाइन दर्ज करा सकता है। 181 नंबर पर कॉल करने पर सबसे पहले शिकायत कॉल सेंटर में दर्ज की जाएगी।
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