These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 9 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1 कबीर (काव्य-खण्ड). Show विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : 1. सतगुरु हम सँ…………………….भीजि गया सब अंग। (Imp.)
भावार्थ- प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने बहुत सुन्दर ढंग से ज्ञान और भक्ति के क्षेत्र में गुरु की महत्ता का वर्णन किया है। 2. राम नाम के पटतरे….…………………….. हौंस रही मन माँहिं।
3. ग्यान प्रकास्या गुर …………………………….. मिलिया आई।
4. माया दीपक……………………………… उबरंत। 5. जब मैं था ………………………………………. न समाहिं। 6. भगति भजन हरि………….………………………………… सुमिरण सार। देह धरे कर यहु फलु भाई। भजिय राम सब काम बिहाई॥ 7. कबीर चित्त चमंकिया………………….. बेगे लेहु बुझाई।
8. अंषड़ियाँ झाईं पड़ी ………………………………. राम पुकारि-पुकारि।
9. झूठे सुख को ……………………………..………….कछु गोद। 10. जब मैं था तब ……………………………………………………………देख्या माँहिं। 11. कबीर कहा……………………………………….………..जामै घास। 12. यहुँ ऐसा संसार………………………………………………… न भूलि।
13. इहि औसरि ………………………………………………… मुख बेह।
14. यह तन काचा ………………………………………………… आया हाथि।
15. कबीर कहा गरबियौ…………………………………………………भुवंग।
प्रश्न 2. कबीरदास का जीवन-परिचय देते हुए उनकी रचनाओं का उल्लेख कीजिए। कबीर जन्म- 1398 ई०, काशी।मृत्यु- 1495 ई०, मगहर।
काव्यगत विशेषताएँ (क) भाव-पक्ष-
(ख) कला-पक्ष-
साहित्य में स्थान- कबीर एक निर्भय, स्पष्टवादी, स्वच्छ हृदय, उपदेशक एवं समाज-सुधारक थे। हिन्दी का प्रथम रहस्यवादी कवि होने का गौरव उन्हें प्राप्त है। इनके सम्बन्ध में यह कथन बिल्कुल ही सत्य उतरता है – ”तत्त्व-तत्त्व कबिरा कही, तुलसी कही अनूठी। ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) प्रश्न 1. मोक्ष प्राप्त करने के लिए कबीर ने किन साधनों को अपनाने का उपदेश दिया है? प्रश्न 2. कबीर के समाज-सुधार पर अपने विचार संक्षेप में लिखिए। ”हिन्दू कहै मोहि राम पिआरा, तुरक कहै रहमाना। कबीर ने विभिन्न वर्ग, जाति, धर्म एवं सम्प्रदायों के बीच भेद मिटाने का प्रयास किया । पाखण्ड और ढोंगों के विरुद्ध हिन्दू और मुसलमान दोनों को फटकार लगायी। प्रश्न 3. कबीर के काव्य की मुख्य विशेषताएँ बताइए। प्रश्न 4. कबीर की भाषा का उल्लेख कीजिए। | प्रश्न 5. कबीर के अनुसार जीवन में गुरु के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 6. कबीर ने संसार को सेमल के फूल के समान क्यों कहा है? प्रश्न 7. कबीर मनुष्य को गर्व न करने का उपदेश क्यों देते हैं? प्रश्न 8. सतगुरु की सरस बातों का कबीर पर क्या प्रभाव पड़ा? प्रश्न 9. कबीर की रचना में से ऐसी दो पंक्तियाँ खोजकर लिखिए जिनमें उन्होंने अहंकार को नष्ट करने का उपदेश दिया है।
( अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ) प्रश्न 1. भक्तिकाल के किसी एक कवि तथा उसकी एक रचना का नाम लिखिए। प्रश्न 2. कबीर किस धर्म के पोषक थे? प्रश्न 3. कबीर उस घर को कैसा बताते हैं जहाँ न तो साधु की पूजा होती है और न ही हरि की सेवा। प्रश्न 4. निम्नलिखित में से सही वाक्य के सम्मुख सही (√) का चिह्न लगाइए – प्रश्न 5. कबीर किस काल के कवि हैं? प्रश्न 6. कबीर कैसी वाणी बोलने के लिए कहते हैं? प्रश्न 7. कबीर का जन्म एवं मृत्यु संवत् बताइए। प्रश्न 8. ‘साखी’ किस छन्द में लिखा गया है? प्रश्न 9. कबीर की भाषा-शैली की मुख्य विशेषताएँ बताइए। प्रश्न 10. कबीर की रचनाओं की सूची बनाइए। काव्य-सौन्दर्य एवं व्याकरण-बोध प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए प्रश्न 2. निम्नलिखित पंक्तियों में अलंकार एवं छन्द बताइए प्रश्न 3. ‘जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाहिं’ पंक्ति का काव्य-सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए।
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कबीर ने संसार को हो गया हुआ क्यों कहा है?कबीर ने ऐसा क्यों कहा है कि संसार बौरा गया है? उत्तर:- कबीरदास इस संसार को बौराया हुआ अर्थात् पागलपन की स्थिति तक पहुँचा हुआ बताते हैं। उनका ऐसा मानना इसलिए है क्योंकि संसार के लोग झूठी बातों पर तो विश्वास कर लेते हैं और सच कहने पर मारने के लिए दौड़ते है ऐसे लोगों को सत्य और असत्य का ज्ञान नहीं है।
इस संसार में सच्चा संत कौन कहलाता है class 9?जो भक्त निष्पक्ष भाव से ईश्वर की आराधना करता है, संसार में वही सच्चा संत कहलाता है।
कबीर ने संसार के लोगों को क्या कहा है?कबीर ने संसार को श्वान रूपी कहा है क्योंकि जिस तरह हाथी को जाता हुआ देखकर कुत्ते अकारण भौंकते हैं उसी तरह ज्ञान पाने की साधना में लगे लोगों को देखकर सांसारिकता में फँसे लोग तरह-तरह की बातें बनाने लगते हैं। वे ज्ञान के साधक को लक्ष्य से भटकाना चाहते हैं।
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