सांप के काटने से कौन सी दवा तैयार की जाती है? - saamp ke kaatane se kaun see dava taiyaar kee jaatee hai?

By उस्मान | Published: October 9, 2020 11:21 AM2020-10-09T11:21:50+5:302020-10-09T11:21:50+5:30

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Highlightsसांप के काटने पर पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु होना भी संभव हैज्यादातर लोग सही इलाज न मिलने के कारण मर जाते हैजहर को पूरे शरीर में फैलने में कम से तीन घंटे लग सकते हैं

सांप धरती पर सबसे विषैले जंतुओं में से एक है, जिसे काटने पर पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु होना भी संभव है। सांप के काटने की स्थिति में कई बार यह पता नहीं होता कि क्या किया जाए और क्या नहीं।

सांप के काटने पर ज्यादातर लोग सही इलाज न मिलने के कारण मर जाते है। एक्सपर्ट यह भी मानते हैं कि कई बार लोग सांप के काटने से इतना डर जाते हैं कि वो हार्ट अटैक से ही मर जाते हैं। 

दरअसल जब सांप काटता है, तो उसके जहरीले दांतों का जहर मांस के अंदर घुस जाता है और जहर धीरे-धीरे ऊपर कि तरफ बढ़ता है और पूरे शरीर में फैलने लगता है। जहर को पूरे शरीर में फैलने में कम से तीन घंटे लग सकते हैं। यही वो समय है जब आप पीड़ित की जान बचा सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनियाभर में सांप के काटने से हर साल 81,000 से 138,000 लोगों मौत हो जाती है। संगठन का कहना है कि यह समस्या ज्यादातर ग्रामीण और कमजोर क्षेत्रों की है।

सांप के काटने से कौन सी दवा तैयार की जाती है? - saamp ke kaatane se kaun see dava taiyaar kee jaatee hai?

सांप के काटने पर लें होमियोपैथी दवा 'नाजा-200'

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, होमियोपैथी दवा 'नाजा-200' (Naja-200) सांप के काटने के लिए प्रभावी है। यह दवा आपको होमियोपैथी की दुकान पर मिल सकती है जोकि सस्ती भी है। इसकी 5 मिलीलीटर शीशी का दाम 50 रुपये होता है। 

क्या है 'नाजा-200' दवा और कैसे काम करती है

ऐसा माना जाता है कि यह नाजा दवा दुनिया के सबसे खतरनाक सांप का जहर है। जिस सांप के जहर से यह दवा बनती है वो बहुत खतरनाक होता है। एक कहावत है कि 'लोहा को लोहा ही काटता है'। आयुर्वेद सिंद्धांत यह है कि जब एक सांप का जहर शरीर के अंदर चला जाता है, तो दूसरे सांप जहर ही काम आता है।

दवा लेने का तरीका

इस दवा की एक बूंद हर दस मिनट बाद रोगी की जीभ पर डालें। आपको हर दस मिनट बाद तीन बार ऐसा करना है। अगर सांप काटने के मौके पर आपके पास नाजा-200 न हो तो आप एक अन्य उपाय भी आजमा सकते हैं। 

सांप काटने के अन्य घरेलू उपाय

पहला उपाय
आपको बता दें कि जब सांप काटता है, तो प्रभावित हिस्से पर उसके दो दांतों के निशान दिखाई पड़ते हैं। सबसे पहले आपको जहर निकालने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल करना है।ध्यान रहे कि इंजेक्शन में सुईं न लगी हो। इसके लिए आप इंजेक्शन के जरिये दोनों  दांतों के निशान वाली जगह से खून निकालें। संभव है इससे काफी हद तक जहर बाहर निकल सकता है। 

दूसरा उपाय 
सांप के काटने पर पीड़ित को तुरंत थोड़ा ज्यादा घी खिलाकर उल्टी करवा दें। इसके बाद उसे 10-15 बार गुनगुना पानी पिलाकर उल्टी कराएं। इससे सांप के जहर का असर कम हो जाएगा। 

तीसरा उपाय
कंटोला की सब्जी को पीसकर तुरंत उस जगहें पर लगा दें जहां सांप ने काटा हो। इससे जहर का असर कम होने के साथ इंफेक्शन का खतरा भी टल जाएगा। आप लहसुन को पीसकर उसमें शहद मिलाकर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं।

इस बात का रखें ध्यान
यह सब घरलू उपाय हैं जिनसे काफी हद तक जहर को कम किया जा सकता है लेकिन आपको इनके भरोसे नहीं रहना चाहिए। अगर संभव हो तो मरीज को जितनी जल्दी हो सके पास के चिकित्सा केंद्र में ले जायें।

Web Title: snakebite emergency treatment : firts aid, medicine, home remedies, homeopathy and Ayurveda treatment of snakebite in Hindi

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भोपालPublished: Jan 27, 2019 12:58:49 pm

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सांप के काटने से कौन सी दवा तैयार की जाती है? - saamp ke kaatane se kaun see dava taiyaar kee jaatee hai?

भोपालः भारत में अबतक सांपों की छोटी-बड़ी प्राजातियों को मिलाकर करीब 550 प्रजातियां पाई गई हैं। इनमें से मध्य प्रदेश में ही 120 के करीब प्रजातियां मिल चुकी हैं। वहीं, सर्प विशेषज्ञों का मानना है कि, इनमें से करीब 10 सांपों की प्रजातियां ही घातक विषैली होती हैं, जिनके जहर से किसी व्यक्ति की जान जा सकती है। लेकिन, इसके अलावा सभी प्रजातियों में इतना घातक विष नहीं होता कि, उससे किसी की जान चली जाए। हालांकि, जानकार ये भी मानते हैं कि, कई लोगों की जान तो सिर्फ सांप के काटने की देहशत में ही चली जाती है, जबकि उस सांप के काटने से इतना जहर ही नहीं निकला होता, जिससे किसी की जान जा सके। यानि सांप के काटने के बाद लोगों पर इसकी देहशत बैठ जाती है, जिसके कारण उन्हें जान का खतरा होता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले पीड़ित को हिम्मत रखने की आवश्यक्ता होती है। इसके अलावा हम आपको बताएंगे कि, सांप के काटने पर प्राथमिक तौर पर क्या करना चाहिए, जिससे आपके शरीर में सांप का विष नहीं फैलेगा।

सांप काटने पर कौन सी जड़ी बूटी काम आती है?

कई बार सांप के काटने से लोगों के शरीर में जहर फैल जाता है। जिसे सही समय पर न निकाले जाने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए सर्पगंधा के पौधे का उपयोग कारगर साबित हो सकता है। ये न सिर्फ शरीर से जहर बाहर निकालने बल्कि दूसरी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में भी कारगर है।

सांप के काटने की दवा कैसे तैयार होती है?

ऐसे बनाया जाता है Antivenom जानकर हैरानी होगी की सांप की काटे की दवा एंटी वेनम बनाने के लिए सांप के ज़हर की थोड़ी मात्रा घोड़े के शरीर में डाली जाती है. ये ख़ास घोड़े होते हैं. जानकारी के अनुसार, घोड़े के शरीर में ज़हर जाते ही इम्यून सिस्टम एंटी बॉडी बनाने लगता है और ज़हर ख़त्म हो जाता है.

सांप काटने पर कौन सी दवाई दी जाती है?

सांप के काटने पर लें होमियोपैथी दवा 'नाजा-200' इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, होमियोपैथी दवा 'नाजा-200' (Naja-200) सांप के काटने के लिए प्रभावी है। यह दवा आपको होमियोपैथी की दुकान पर मिल सकती है जोकि सस्ती भी है। इसकी 5 मिलीलीटर शीशी का दाम 50 रुपये होता है।

सांप का जहर से कौन सा दवा बनता है?

'सांप के ज़हर का दवाएं बनाने में इस्तेमाल, दूसरे क़ुदरती ज़हर के इस्तेमाल का रास्ता दिखाता है. ख़ास तौर से हाई ब्लड प्रेशर से लड़ने में सांप के ज़हर से बनी दवाएं काफ़ी इस्तेमाल हो रही हैं. दिल के दौरे और हार्ट फेल होने की स्थिति में भी सांप के ज़हर से बनी दवाएं बहुत कारगर हैं. '