इस पोस्ट में जानेंगे भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इंडिया विविधताओं और अनेक संस्कृति समूह का देश है। जहाँ आपको कई सारे रहन सहन, भाषा और विभिन्न जातियां देखने को मिल जाएँगी। इतनी सारी विविधता होने के बावजूद हिंदुस्तान में एकजुटता है और यही चीज भारत को दुनिया भर में पहचान दिलाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इंडिया दुनिया के सबसे बड़े देशों में गिना जाता है और इंडिया में विश्व की सबसे ज्यादा जनजाति निवास करती हैं। भारत के संविधान में इन जनजातियों को अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribe) की श्रेणी में रखा गया है। Show आमतौर पर देखा गया है कि जनजाति आधुनिकता से उतनी ज्यादा जुड़ी नहीं होती है। वह अपने परंपरागत तरीकों से जीवन यापन करती हैं। यही वजह है कि जनजातियों में ज्यादा विकास नहीं हो पाता है लेकिन इनके विकास के लिए भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है। और लगभग सभी सरकारी छेत्रों में जनजाति के लोगो को विशेष छूट दी जाती है। 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में जनजातीय लोगो की आबादी 10 करोड़ 45 लाख है। चूँकि पिछली जनगणना को 10 साल हो चुके हैं ऐसे में वर्तमान समय में आपको इनकी आबादी में और भी इजाफा देखने को मिलेगा। भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी हैजनसँख्या के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी जनजाति भील है। साल 2011 में हुई जनगणना के अनुसार भारत में भील जनजाति के लोगो की आबादी 1 करोड़ 69 लाख है। जिसमें 86 लाख पुरुष और 84 लाख महिलाएं शामिल थी। वर्तमान समय में इनकी जनसँख्या और भी अधिक हो गयी होगी। भील जनजाति मुख्य तौर पर उत्तर, मध्य और दक्षिण भारत में निवास करती है। इसके बाद दूसरा नाम गोंड है जो मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी जनजाति है। मध्यप्रदेश में जनजातियों की सबसे बड़ी आबादी रहती है जिसमें पहला नाम गोंड और दूसरी भील शामिल है। यदि इंडिया के सभी राज्यों की गणना करें तो भारत में 705 जनजाति निवास करती है। जो किसी एक देश में सबसे अधिक है नीचे भारत की प्रमुख जनजाति के नाम बताये गए हैं।
इन जनजातियों में आधे से अधिक आबादी मध्य भारत में रहती है। जिनमें मध्य प्रदेश (14.69%), महाराष्ट्र (10.08%), उड़ीसा (9.2%), राजस्थान (8.86%), गुजरात (8.55%), झारखंड (8.29%), छत्तीसगढ़ (7.5%), और आंध्र प्रदेश (5.7%) शामिल हैं। इस जनसंख्या का 89.97% ग्रामीण क्षेत्र में और 10.03% शहरी क्षेत्र में रहते हैं। तो अब आप जान गए होंगे कि भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है जनजातीय लोगो के अपने पहनावे भाषा और रहन सहन होता है। सभी जनजाति का अपना अलग धर्म होता है और अपने धर्म में यह ज्यादातर प्रकृति की पूजा करते हैं। लेकिन अंग्रेजी शासनकाल में बहुत से लोग जबरन अंग्रेजी धर्म में शामिल कर लिए गए थे। वहीं स्वतंत्र भारत में अधिकतर आबादी हिन्दू धर्म को मानती है। तो उम्मीद करते हैं यह पोस्ट आपके लिए ज्ञानवर्धक साबित होगा। ये भी पढ़े –
Share Telegram MakeHindi https://www.makehindi.com MakeHindi.Com is a Professional Educational Platform. Here we will provide you only interesting content, which you will like very much. We’re dedicated to providing you the best of Education. ज्यादातर लोगो को यह पता नहीं है कि भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है इसलिए आज हम आपको भारत की जनजातियों के बारे में बताएंगे। भारत विभिन्न जातियों, धर्म वाला देश है। यहां विभिन्न प्रकार के धर्म, जाति, भाषा, वेश भूषा धारण करने वाले लोग रहते है। दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक भारत अपनी विभिन्न जातियों, धर्मो के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। बता दे कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा जनजाति भारत में पाई जाती है। भारत की सभी जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में रखा गया है। जिनकी अलग अलग संस्कृति और परंपराएं है।ये जनजातियां आधुनिक काल के मुताबिक प्राचीन काल से ज्यादा जुड़ी हुई है। सभी जनजातियां अपनी सांस्कृतिक और परम्पराओं से जीवन यापन कर रहे है। जिस कारण जनजातियों का ज्यादा विकास नहीं ही पा रहा है। इनके विकास के लिए भारत सरकार कई प्रयास कर रही है। सरकार उन जनजातियों की कई तरह से छूट देती है। लगभग सभी जातियों को छूट दी जाती है। साल 2011 में हुई जनसंख्या गणना के मुताबिक भारत की कुल आबादी 10 करोड़ 45 लाख थी। लेकिन जनसंख्या गणना को अब लगभग 10 साल होने वाले है इसलिए इस जनसंख्या मे वृद्धि देखने को मिलती है। चलिए अब आपको भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है और कितनी है बताते है। भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी हैसाल 2011 की जनसंख्या गणना के मुताबिक भारत की सबसे बड़ी जनजाति भील है। भारत में भील जनजाति की कुल आबादी 16,908,907 है। जिसमे 8,620,117 पुरुष और 8,450,932 महिलाए है। यह जनजाति ज्यादातर उत्तर, दक्षिण और मध्य में पायी जाती है। इसके बाद मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी जनजाति गोंड है। यह भारत की दूसरी बड़ी जनजाति है। मध्य प्रदेश में भारत की सबसे ज्यादा जनजातियां पाई जाती हैं। इनकी कुल जनसंख्या 4,357,918 है। भारत के सभी राज्यों में कुल 705 जनजातियां रहती है। भारत की प्रमुख जनजातियां 1) भील बता दे यह इनमें से आधे से ज्यादा जनजातियां मध्य भारत में रहती है। इनमे मध्य प्रदेश में (14.69%), महाराष्ट्र में (10.08%), ओडिशा (9.02%), राजस्थान (8.86%), गुजरात (8.55%), झारखंड (8.29%), छत्तीसगढ़ (7.5%), और आंध्र प्रदेश (5.7%) में है। उम्मीद है कि अब आप जान चुके होंगे कि भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है भारत में विभिन्न प्रकार की जनजातियां है। इन सबकी अपनी अपनी भाषा और रहन सहन, तौर तरीके है। ये सभी लोग अपने धर्म के अनुयायि और अपने देवता को पूजते है। अंत में बता दे भारत में हिन्दू धर्म के सबसे ज्यादा लोग रहा करते है। यह भी पढ़े –
यह भी पढ़े:
Telegram Previous articleभारत के 10 सबसे प्रदूषित शहर न्यू रिपोर्ट 2022 में Next articleदुनिया का सबसे जहरीला सांप कौन सा है Meenakshi Bisht https://www.samacharsuchna.com/ नमस्कार, दोस्तों मैं मीनाक्षी बिष्ट Samachar Suchna (समाचार सूचना) की Founder और Author हूं। पढ़ाई की बात करे तो मैं B.com Graduate हूं। मैं इस वेबसाइट में लेटेस्ट न्यूज़ और देश-दुनिया से जुड़ी जानकारी के बारे में लिखती हूं। मुझे बचपन से ही देश दुनिया की जनरल नॉलेज के बारे में पढ़ना और लिखना पसंद है, इसलिए मैं इनसे जुड़ी विभिन्न जानकारियां आपके सामने सरल भाषा में पेश करती हूं। भारत की सबसे बड़ी अनुसूचित जनजाति कौन सी है?2011 की जनगणना के अनुसार भील भारत का सबसे बड़ा आदिवासी समूह है। वे भारत की कुल अनुसूचित जनजातीय आबादी का लगभग 38% हैं। भील जनजाति महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश के साथ-साथ त्रिपुरा में भी पाई जाती है।
सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति कौन सी है?प्रदेशों में से लक्षद्वीप में सर्वोच्च (94.8%) में पायी जाती है। उसके बाद मिजोरम का (94.4%) स्थान है।
भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है 2022?Detailed Solution. सही उत्तर गोंड है। गोंड भारत का सबसे बड़ा आदिवासी समूह है जिसकी आबादी 12 मिलियन से अधिक है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सबसे पुरानी और सबसे अधिक आबादी वाली जनजाति गोंड है।
सर्वाधिक अनुसूचित जाति वाला राज्य कौन सा है?Detailed Solution. सही उत्तर मिजोरम है। लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश है जिसमें अनुसूचित जनजाति जनसंख्या 94.8% है और यह केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे अधिक है।
|