हमें अल्कोहल के सेवन से बचना चाहिए। अल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में इन्शुलिन अथवा ड्रग का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे शरीर में ब्लडशुगर कम होने के अवसर बढ़ जाते हैं। ब्लडशुगर कम होने से लीवर में ग्लूकोस का बनना भी कम हो जाता है। अल्कोहल के अत्यधिक सेवन के कारण कोलस्टेरोल तथा ट्राइग्लिसराइट की मात्रा बढ़ सकती है। Show
स्वास्थ्य केन्द्र में Aspartame तथा Saccharine टेबलेट जैसे कृत्रिम स्वीटनर उपलब्ध हैं। ये टेबलेट सुरक्षित हैं तथा इनका कम मात्रा में सेवन किया जा सकता है। सूची सं. 8 के तहत दी गई सब्जियों में कम मात्रा में कैलोरी होती है और इन्हें इच्छानुसार खाया जा सकता है। ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें वसा एवं कोलेस्टेरोल की मात्रा अधिक होती है, उन्हें जहाँ तक हो सके नहीं खाना चाहिए। जैम, चॉकलेट, केक, मीठी क्रीम जैसे मीठे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए क्योंकि इन्हें खाने से ट्राइग्लिसराइड का लेवल बढ़ जाता है। तले हुए भोज्य पदार्थ के बदले भुने, उबले या भाप से पकाये के खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
1 पपीता में कितना प्रोटीन होता है?रासायनिक तत्व : पपीते में पानी का अंश 89.6 प्रतिशत होता है, जबकि प्रोटीन 0.5 प्रतिशत, चर्बी 0.1 प्रतिशत, कार्बोदित पदार्थ 9 प्रतिशत, क्षार तत्व 0.5 प्रतिशत, कैल्शियम 0.01 प्रतिशत और फॉस्फोरस 0.01 प्रतिशत होता है। इसमें लौह तत्व 0.4 मि. ग्रा./100 ग्राम पाया जाता है।
पपीता में कौन कौन से प्रोटीन पाए जाते हैं?इस फ़ल में प्रोटीन, बीटा- केरोटीन, थायमिन, रीबोफ़्लेविन और कई विटामिन्स पाए जाते है। प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, बी और सी के साथ ही कुछ मात्रा में विटामिन-डी भी मिलता है। पपीता पेप्सिन नामक पाचक तत्व का एकमात्र प्राकृतिक स्रोत है।
100 ग्राम पपीते में कितना प्रोटीन होता है?100 ग्राम पपीते में 0.47 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती है। अगर फाइबर की बात करें तो 100 ग्राम पपीते में 1.7 ग्राम फाइबर होता है। 100 ग्राम पपीते में 10.82 ग्राम कार्बोहाइड्रेड और 7.8 ग्राम शुगर की मात्रा होती है।
पपीता में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है?पपीते में अत्यधिक मात्रा में विटामिन ए होता है, इसके अलावा विटामिन सी भी पाया जाता है। वहीं पपीते में अधिकांश मात्रा में पानी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट पदार्थ, क्षार तत्व, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, शर्करा आदि पाया जाता है। प्राकृतिक तौर पर इसमें फाइबर, कैरोटिन और मिनरल्स पाए भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
एक दिन में कितना पपीता खाना चाहिए?मधुमेह या डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट एक कप पपीता खाना चाहिए. यह इसमें नैचुरल शुगर होती है और इसके एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह शुगर के मरीजों के लिए अच्छा विकल्प है। इसका शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।
एक बार में कितना पपीता खाना चाहिए?एक टाइम में एक कटोरी पपीता सेहत के लिए सही होता है। साथ ही कई लोग इसे शाम को खाना पसंद करते हैं।
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