क्या दौड़ने से स्टेमिना बढ़ता है? - kya daudane se stemina badhata hai?

क्या दौड़ने से स्टेमिना बढ़ता है? - kya daudane se stemina badhata hai?

क्या दौड़ने से स्टेमिना बढ़ता है? - kya daudane se stemina badhata hai?

कोरोना काल में लंबे समय तक घरों में रहने के बाद अब लोगों ने फिर घर से बाहर निकलना शुरू कर दिया है। ऐसे में उन लोगों की संख्या ज्यादा है जो कि घर के बाहर एक्सरसाइज, वॉक और योगा करना पसंद करते हैं। लेकिन एक लंबे अंतराल के बाद घर के बाहर खुले वातावरण में एक्सरसाइज करने के लिए शरीर के साथ तालमेल बिठाना आसान नहीं है। खासकर कि रनिंग यानी कि दौड़ने जैसी गतिविधियों के लिए। दरअसल, दौड़ने के लिए एक अच्छे बॉडी स्टैमिना की जरूरत होती है। स्टैमिना हमारे शरीर का सहनशक्ति और ऊर्जा है जो आपको लंबे समय तक शारीरिक या मानसिक प्रयास को बनाए रखने की अनुमति देती है। जब आप कोई गतिविधि कर रहे हों तो अच्छी स्टैमिना आपको असुविधा या तनाव सहने में मदद करती है। यह थकान और थकावट को कम करती है साथ ही आपकी गतिविधियों को सफल और फलदायक बनाने में मदद करती है। 

क्या दौड़ने से स्टेमिना बढ़ता है? - kya daudane se stemina badhata hai?

लेकिन इसके लिए आपकी बॉडी का स्टैमिना सही होना बेहद जरूरी है। तो, आइए हम आपको रनिंग स्टैमिना बढ़ाने (running ke liye stamina kaise badhaye) के बारे में बताते हैं, जिसकी मदद से आप आसानी से दौड़ सकते हैं और शरीर के लिए रनिंग के फायदे को पा सकते हैं। 

रनिंग स्टैमिना कैसे बढ़ाएं-Tips to improve running stamina

1. रोज पहले थोड़ा-थोड़ा दौड़े और वार्म अप करें

अगर आपने बहुत दिनों बाद दौड़ना शुरू किया है तो सबसे पहले आपको अपने बॉडी को इसके लिए तैयार करना होगा। इसके लिए आपको पहले हर रोज थोड़ा-थोड़ो दौड़ना चाहिए। इसके अलावा रनिंग से पहले कुछ वार्म अप एक्सरसाइजकरनी चाहिए। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप वार्मअप पूरा करें और कुछ स्ट्रेच एक्सरसाइज करें। वार्म अप आपके शरीर को दौड़ने की गतिविधि के लिए तैयार करने में मदद करता है। यह आपके शरीर के तापमान को बढ़ाता है, जो विशेष रूप से आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में सहायक होता है। साथ ही वार्म अप करने से मांसपेशियों की लोच में सुधार होता है जिससे मांसपेशियों में दर्द कम होता है और चोट लगने का खतरा भी कम रहता है। इसलिए रनिंग से पहले स्पॉट जॉगिंग, जंपिंग जैक, साइड बेंड, एंकल रोटेशन, नेक रोटेशन, आर्म सर्कल, शोल्डर रोटेशन, कमर रोटेशन और स्ट्रेचिंग जैसे एक्सरसाइज करें।

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2. रनिंग का सही तरीका जानें

रनिंग सही से करने के लिए आपकी रनिंग पोस्चर का सही होना बेहद जरूरी है। दरअसल, दौड़ने के लिए पूरे शरीर में विश्राम और तनाव के सही संतुलन की आवश्यकता होती है। संतुलित रनिंग की मुद्रा आपको बेहतर और लंबी अवधि तक दौड़ने में मदद करती है और चोट से बचाती है। इसके लिए पहले

  • - जूते पहने और फिर दौड़ना शुरू करें।
  • -दौड़ते समय अपने सांसों पर ध्यान दें।
  • -अपने मुट्ठी हल्की बंद रखें और धीमे-धीमे पर एक ही स्पीड में दौड़ना शुरू करें।
  • -ये स्पीड और डिस्टेंस अपने बॉडी के अनुसार बढ़ाते जाएं।  

3. म्यूजिन सुनें

रनिंग स्टैमिना को बढ़ाने का एक शानदार तरीका ये भी है कि आप रनिंग के दौरान म्यूजिन सुनें। म्यूजिक सुनने से आपकी हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है। इससे आपका मन लगा रहता है शरीर एक रेगुलर स्पीड से, थकावट पर बिना ध्यान दिए दौड़ता रहता है।

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4. डाइट सही करें

रनिंग स्टैमिना बढ़ाने के लिए डाइटका सही होना भी बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए कि जब आपके शरीर में अंदर से ताकत रहेगी तो आप तेजी से अपने काम को पूरा कर पाएंगे। जैसे कि रनिंग के लिए अगर आपके शरीर में अंदर से स्टैमिना होगी तो, आप इसे बेहतर तरीके से कर पाएंगे। इसके लिए सबसे पहले अपनी डाइट को सही करें। जैसे कि केला खाएं, पीनट बटर और ब्रोकली का सेवन करें। साथ ही, शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस भी बनाए रखें।

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5. अश्वगंधा की मदद लें

अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग समग्र स्वास्थ्य और स्टैमिना बढ़ाने के लिए किया जाता है। ये संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ावा देने और तनाव को कम करने में मददगार है। अश्वगंधा को ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देता है कार्डियोरेस्पिरेटरी स्टैमिना तो बैलेंस करने में मदद करता है। इससे रनर्स लंबे समय तक बिना थके हुए दौड़ सकते हैं।

इस तरह ये 5 टिप्स आपकी रनिंग स्टैमिना को आसानी से बढ़ा सकते हैं। साथ ही ये आपके बॉडी में एक बैलेंस भी पैदा करते हैं जिससे आपकी मांसपेशियों में दर्द नहीं होता और आप आगे भी अपने आपको रेनिंग के लिए रेगुलेट रख सकते हैं।

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क्या आप लम्बी दौड़ लगाने वाले धावक हैं जो मैराथनों में दौड़ने के लिए अपनी हृदय की सहनशीलता (cardio endurance) बढ़ाना चाहते हैं? या आप नए धावक हैं और अपनी पहली एक या दो मील के लक्ष्य को पाना चाहते हैं। आपका कौशल स्तर जो भी हो—चाहे आप नए हों या अनुभवी—हम आपको दिखाएंगे कि कैसे अपनी दौड़ने की क्षमता को अगले स्तर तक ले जाएँ।

  1. क्या दौड़ने से स्टेमिना बढ़ता है? - kya daudane se stemina badhata hai?

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    अंतराल प्रशिक्षण का उपयोग करें: अंतराल प्रशिक्षण (interval training) के कई फायदे हैं जो आपको अपनी दौड़ों से सबसे अधिक लाभ लेने में सहायता करेंगे, और आपकी स्टैमिना बढ़ाएंगे।[१]

    • ह्रदवाहिनी क्षमता (cardiovascular capacity) में सुधार करें। लगातार दौड़ना आपको बहुत थका सकता है। अंतराल प्रशिक्षण ((Interval Training) का उपयोग करके, आप अपनी अवायवीय (anaerobic) या कम ऑक्सीजन के साथ रहने की क्षमता को बढ़ाएंगे। और जब आप इसे एरोबिक (aerobic) (आसान और लम्बी दौड़ों से ऑक्सीजन का निर्माण करना) क्षमता के साथ मिलाते हैं, तो ये अंत में आपको ज्यादा तेज बना देती हैं।
    • कैलोरीज को जलाना: ऊर्जा का तेज निष्कासन (Bursts of energy) (अंतराल प्रशिक्षण का उच्च तीव्रता वाला हिस्सा) आपके द्वारा जलाई जाने वाली कैलोरीज की मात्रा को बढ़ाएगा। यह अपेक्षाकृत छोटे ऊर्जा निष्कासनों (short bursts) पर भी लागू होता है।
    • इससे आपकी दौड़ने की दिनचर्या रुचिकर बनेगी। यह छोटी बात लग सकती है, लेकिन दौड़ने की सामान्य दिनचर्या में शामिल नीरसता आपका प्रेरित रहना ज्यादा मुश्किल बना सकता है।

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    सुस्थिर अंतराल (steady intervals) करें: अंतराल प्रशिक्षण को सम्मिलित करने का यह सबसे आसान तरीका है। आप सीधे तौर पर कम और ज्यादा तीव्रता वाली दौड़ों के अंतरालों (intervals) का बारी बारी से अभ्यास करें।

    • दस से पंद्रह मिनट के वार्म-अप से शुरुवात करें। तेज चलने से शुरुवात करें उसके बाद धीमी जॉगिंग करें, वार्म-अप के अंत में रफ़्तार पकड़ें और फिर पूरी रफ़्तार से दौड़ें। यह सुनिश्चित करेगा कि आपका शरीर कठिन परिश्रम वाले काम के पहले अच्छी तरह वार्म-अप हो जाए।
    • यदि आप अंतरालों (intervals) को शुरू कर रहे है तो आपको अपने शरीर को कठिन अंतरालों का प्रशिक्षण देकर उनका अभ्यस्त बनाना पड़ेगा। एक मिनट तेज रफ़्तार से दौड़े उसके बाद दो मिनट धीरे दौड़े या चले। छह से आठ बार इन अंतरालों को दोहराएं। जब तक आप सहज न हो जाएँ ऐसा कई हफ़्तों तक करते रहें। उसके बाद 50/50 स्थिति (जैसे एक मिनट तेज दौड़ने के बाद एक मिनट का आराम) में पहुँचने तक अपने आराम के समय को 30 सेकण्ड्स से घटाते रहें। सुनिश्चित करें कि आप और आपका शरीर तेज गति के अंतरालों (intervals) के कठिन परिश्रम के लिए तैयार हों और अपना आराम/बहाली का समय घटाने के पहले अपने आराम/बहाली के पीरियड्स को घटाएं।
    • पंद्रह से पच्चीस मिनट्स के आराम से समाप्ति करें। दौड़ को हल्की जॉगिंग से आसान बनाएं, और फिर कूल डाउन पीरियड के अंत की तरफ आते हुए क्रमशः धीमे होकर चलने लगें।

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    पिरामिड अंतराल (pyramid interval) प्रशिक्षण का उपयोग करें: पिरामिड अंतराल (pyramid interval) ज्यादा कठिनाई वाले छोटे बर्स्ट के साथ शुरू होता है और फिर बढ़ता है ताकि ज्यादा कठिनाई वाले प्रशिक्षण का सबसे लम्बा पीरियड वर्कआउट के बीच में आए। फिर, आप अपना कूल डाउन पूरा करने के पहले क्रमशः छोटे बर्स्ट की तरफ वापस आते हैं। यह स्थिर अंतरालों (steady intervals) की अपेक्षा ज्यादा जटिल होता है, आपको अपने समय के नियोजन के लिए स्टॉप वॉच का उपयोग करना पड़ सकता है।

    • दस से पंद्रह मिनट्स का वार्म-अप करें। जैसा ऊपर बताया गया है, तेज चलने से शुरु करें, हलकी जॉगिंग करते हुए वार्म-अप के अंत में रफ़्तार पकड़ें ताकि आप वार्म-अप के अंत में अधिक तीव्रता से दौड़ रहे हों।
    • तीस सेकण्ड्स के लिए तीव्रता से दौड़ें। फिर एक मिनट के लिए धीमी रफ़्तार से दौड़ें। निम्न तरीके से जारी रखें:
    • 45 सेकंड तेज और फिर एक मिनट पंद्रह सेकण्ड्स धीमा दौड़ें।
    • 60 सेकण्ड्स तीव्र, एक मिनट, तीस सेकण्ड्स धीमा।
    • 90 सेकण्ड्स तीव्र, दो मिनट्स धीमा।
    • 60 सेकण्ड्स तीव्र, एक मिनट, तीस सेकण्ड्स धीमा।
    • 45 सेकण्ड्स तीव्र, एक मिनट, पंद्रह सेकण्ड्स धीमा।
    • 50 सेकण्ड्स तीव्र, एक मिनट धीमा।
    • #*बीस मिनट से पच्चीस मिनट के कूल डाउन के साथ समाप्ति करें, जो एक सुविधाजनक वाक पर समाप्त हो।
    • नोट--> जब आप अंतराल प्रशिक्षण शुरू करते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आपका शरीर समायोजित हो और इसे शुरू करने के लिए तैयार हो। एक साथ बहुत ज्यादा प्रयास आपको चोट पहुँचा सकता हैं। यह ठीक वैसे ही है जैसे जब आप अपने माइलेज का निर्माण करते हैं तो उसे एकदम ना करके धीमे धीमे बनाते है। यदि आप किसी विशेष रेस की तैयारी कर रहे है, तो आप रेस के कई महीनों पहले से लंबे अंतरालों और लम्बे आराम का अभ्यास करते हैं। जैसे जैसे रेस नजदीक आती है आप अपनी तीव्रता बढ़ाते हैं और बहाली का समय छोटा करतें हैं।

  4. क्या दौड़ने से स्टेमिना बढ़ता है? - kya daudane se stemina badhata hai?

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    परिवर्तनशील अंतराल (variable intervals) करें: यदि आप दौड़ने के अतिरिक्त टेनिस जैसा कोई गेम खेलते हैं, तो आपको पता है कि गेम की स्थितियों के अनुसार रफ़्तार और स्टेमिना की जरूरतें बदलतीं हैं। परिवर्तनशील अंतराल (Variable intervals) आपको छोटे और बड़े ज्यादा कठिनाई वाले अंतरालों को अप्रत्याशित पैटर्न में मिलाने में सहायता करते हैं, जो उन अप्रत्याशित रफ़्तार के बर्स्ट के ज्यादा नजदीक होता है जो सामान्य गेम की परिस्थितियों का हिस्सा है।

    • दस से पंद्रह मिनट्स की आरामदायक दौड़ से वार्म-अप करें।
    • अपने अंतरालों को मिला दें। दो मिनट तेज गति से दौड़ें और फिर दो मिनट के लिए धीमी जॉगिंग करें। 30 सेकंड के लिए सबसे तेज रफ़्तार से दौड़ें और फिर 45 सेकण्ड्स के लिए जॉगिंग करें। अनिश्चित तरीके से अपने अंतरालों को मिला दें। सिर्फ इतना सुनिश्चित करें कि आप छोटे बर्स्ट की अपेक्षा लम्बे अधिक तीव्रता वाले अंतराल (interval) के बाद ज्यादा लम्बी अवधि के लिए आराम करें। जब आप शुरुवात कर रहें हों, तो अपने आराम के समय को तब तक थोड़ा ज्यादा रखें जब तक आपका शरीर छोटे और कम आराम के लिए तैयार ना हो जाए।
    • पंद्रह से पच्चीस मिनट्स का आराम करें।

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    ट्रेडमिल पर अंतराल सेटिंग का उपयोग करें: जब आप ट्रेडमिल पर अंतरालों में दौड़ते हैं तो मशीन दोनों रफ्तारों को मिला कर आपके सामने अप्रत्याशित चुनौतियां प्रस्तुत करती है। बस अगर आपके प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह अवधि शामिल ना हो तो, सुनिश्चित करें कि बाद में आप वार्म-अप और कूल डाउन कर लें।

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    अपनी दौड़ में वजन प्रशिक्षण (weight training) को शामिल करें: वजन का प्रशिक्षण आपकी दौड़ में किफ़ायत को बढ़ाता है, जिसका अर्थ है कि आप दौड़ते समय ऑक्सीजन का अधिक प्रभावी उपयोग करते हैं। फ्री वेट्स, मशीन या अन्य किसी बलवर्धक प्रशिक्षण व्यायाम (strength training exercises) को हफ्ते में तीन बार करके आजमाएं।

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    अधिक शक्ति वाले बाइक अंतराल करें: अधिक खिचाव वाली बाइक पर पैडलिंग आपके जोड़ों पर प्रभाव डाले बिना पैरों की मांसपेशियों पर पहाड़ पर चढ़ने से भी ज्यादा काम करती है।

    • व्यायाम बाइक पर पैडल करते हुए, धीमे धीमे तनाव को इतना बढ़ाएं कि आपके लिए पहिया घुमाना भी मुश्किल हो जाएँ।
    • खड़े हो जाएँ और जितनी तेज संभव हो पैडलिंग करें। आराम करें और अंतरालों के बीच तनाव कम कर लें। उदाहरण के तौर पर:
      • खड़े हो और 30 सेकण्ड्स के लिए उच्च तनाव पर पैडल करें। फिर बैठ के और एक मिनट के लिए ज्यादा धीमे पैडलिंग करें।
      • अपनी तीव्र तनाव वाली खड़े होके की जाने वाली पैडलिंग और बैठ के धीमे एक मिनट की जाने वाली पैडलिंग को अदल-बदल करते रहें।
      • आप 30, फिर 45, फिर 60, फिर 90 सेकण्ड्स के पिरामिड अंतरालों का अभ्यास भी कर सकते हैं। फिर इन्हे कम करते हुए 60, 45 और फिर 30 सेकण्ड्स के अंतरालों तक ले आएं। उच्च तनाव वाली पैडलिंग के बीच में कम तनाव वाली बैठ के की जाने वाली पैडलिंग करने का ध्यान रखें।
    • स्पिनिंग क्लास में प्रवेश लें—प्रशिक्षक क्लास को तैयार किये हुए पैडलिंग व्यायामों को सिखा देगा जो आपकी स्टेमिना को नाटकीय ढंग से बढ़ा देगा।

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    थोड़ी तैराकी करें: आप या तो कठिन व्यायाम के बाद एक ब्रेक के तौर पर तैर सकते है या बस अपनी दिनचर्या बदलने के लिए तैराकी को शामिल कर सकते हैं। तैराकी आपके ऊपरी शरीर की मांसपेशियों पर अतिरिक्त लाभ पहुँचाती है, जो सामान्यतः धावकों में कम विकसित होतीं हैं।[२]

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    अपने माइलेज को हर हफ्ते 10% से बढ़ाएं: उदाहरणार्थ, आप यदि रोज 2 किलोमीटर दौड़ते हैं तो रोज अपनी दौड़ में 200 मीटर की बढ़ोत्त्तरी करें। अपनी दौड़ने की स्टेमिना बढ़ाने के लिए 10% जोड़ते रहें। पर सुनिश्चित करें कि आप अपने प्रशिक्षण की अदला-बदली करते रहें। उदाहरण के लिए यदि आप एक हफ्ते में 20 किलोमीटर दौड़तें हैं, तो आप अगले हफ्ते 22 किलोमीटर दौड़ेंगे। पर उस हफ्ते के बाद फिर से अपना माइलेज कम करें ताकि आपका शरीर अनुकूलन कर पाये (इसलिए 18 से 20 किलोमीटर दौड़े)। फिर उसके एक हफ्ते बाद फिर बढ़ाते हुए 25 किलोमीटर दौड़े और उसके उपरांत फिर से अपनी दौड़ को थोड़ा कम करें। धीरे धीरे अपनी दौड़ने की क्षमता बढ़ाएं। सबसे ऊँचा माइलेज आपके तय रेस के लक्ष्य पर निर्भर करेगा।

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    हफ्ते के अंत में लम्बी दौड़ लगाएं: यदि आप रोज 2 किलोमीटर दौड़ने के अभ्यस्त हैं, तो हफ्ते के अंत में 4 किलोमीटर दौड़े।

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    धीमा और लम्बा दौड़ें: उदाहरण के लिए, लम्बी दौड़ में अपनी क्षमता के 60% पर दौड़ें। लम्बी दौड़ आपकी स्टेमिना बढ़ाने में सहायता करने के लिए होती है, यह रेस नहीं है। सुनिश्चित करें कि आप ऐसी लम्बी दौड़ों के पहले और बाद में आराम के लिए समय निकालें।

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    प्लायोमेट्रिक्स (plyometrics) आजमाएं: प्लायोमेट्रिक्स व्यायाम जैसे रस्सी कूदना और ड्रिल को कूदना आपके दौड़ने की यांत्रिकी (mechanics) में आपके पैर जमीन पर रखे जाने का समय कम करके सुधार करतें हैं।

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    अपनी दौड़ों के अंत में रफ़्तार बढ़ाएं: अपने व्यायाम के आखिरी चौथाई भाग में आराम के पहले, जितना तेज दौड़ सकते हों दौड़ें। यह आपको लम्बी दौड़ की थकान से लड़ने में मदद करेगा।

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    दौड़ने के लिए अलग अलग जगहों का उपयोग करें: चाहे आप बाहरी इलाके में दौड़ रहे हों या ट्रेडमिल पर, अपने हृदय सम्बन्धी व्यायाम में सुधार के लिए क्षेत्र और तरीकों में बार बार बदलाव करें।

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    अपने आहार में बदलाव करें: रिफाइंड कार्बोहायड्रेट को कम करके हलके प्रोटीन और सब्जियों का उपयोग करें। और कई बार मगर छोटे छोटे आहार लें।

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    एक शेड्यूल सेट करें: यदि आप शेड्यूल बनाते है तो यह आपको अपने नियम के पालन में मदद करेगा। यह आपको अपनी स्टेमिना को बढ़ाने के लक्ष्य को पूरा करने में सहायता करेगा, और यह आपको विभिन्न आंकड़ों को एकत्र करने का अवसर भी प्रदान करेगा: क्या आप समान गति से दौड़ पाते हैं? क्या आप ज्यादा लम्बी और तेज गति से दौड़ पाते हैं (या दोनों), या आप एक स्थिरांक (plateau) पर पहुँच गए है? यहाँ पर एक अनुसूची का नमूना दिया गया है जो आपको स्थिरता और रफ़्तार दोनों के विकास में सहायता करेगा:

    • दिन 1 - स्थिर अंतराल। 15-20 मिनट्स का वार्म-अप करें, फिर एक मिनट के लिए तेज दौड़ें, और उसके बाद एक मिनट, पंद्रह सेकण्ड्स के लिए धीमी दौड़ लगाएं या चलें। इन अंतरालों को छह से आठ बार दोहराएं। हर चरण के लिए समय स्थिर रखें (स्टॉप वाच के उपयोग से), फिर 20 से 30 मिनट्स का आराम करें, धीमे धीमे रफ़्तार कम करते हुए चलने लगें।
    • दिन 2 - आसान दौड़ का दिन (आप और आपके दौड़ने के अनुभव के अनुसार छोटी दौड़ ही लगाएं।)
    • दिन 3 - पिरामिड अंतराल। दस से पंद्रह मिनट्स का वार्म-अप करें, और फिर ऊपर बताये गए तरीके के अनुसार अंतरालों का अभ्यास करें।
      • 15 मिनट्स के लिए आराम से दौड़ें, फिर परिवर्तनशील अंतरालों का अभ्यास करें।
      • बीस से पच्चीस मिनट्स का कूल डाउन आरामदायक चलने के साथ समाप्त करें।
    • दिन 4 - आसान दौड़ (2-5 किलोमीटर, आपके और आपके दौड़ने के अनुभव के आधार पर दौड़ें)।
    • दिन 5 - आसान दौड़ (2-5 किलोमीटर, आपके और आपके दौड़ने के अनुभव के आधार पर दौड़ें)।
      • यह आराम बहुत ज्यादा लग सकता है, पर आपने तीसरे दिन बहुत कठिन दौड़ लगाई थी। और आपको 6वें दिन लम्बी दौड़ लगानी है, जब आप लम्बी दौड़ लगते हैं जो पर्याप्त आराम करना आवश्यक है।
    • दिन 6 - लम्बी दौड़। धीमी शुरुवात करें और आसान और यथार्थ रफ़्तार पर 40 से 90 मिनट्स दौड़ें। दौड़ने में साथ के लिए किसी पारिवारिक सदस्य या मित्र का होना सहायक होगा, या कम से कम कोई आपका बाइक पर अनुसरण करे।
    • दिन 7 - आराम का दिन। (2-5 किलोमीटर, आपके और आपके दौड़ने के अनुभव के आधार पर दौड़ें। हर आठवें हफ्ते एक दिन की छुट्टी लें)।

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    थोड़ा सा मिलान करें:तीन हफ़्तों या लगभग इतने ही समय में खुद को इस तकनीक से काम में लगाएं:

    • दौड़ने के लिए 400 मीटर के किसी समतल स्थान की तलाश करें। गलियों से बचें, क्योंकि उनमें मोड़ बहुत होते है; जो दौड़ने में रुकावट बनते हैं।
    • गतिशील स्ट्रेचेस करें ( स्थिर नहीं ) और हल्का वार्म-अप करें (उदाहरण के लिए 25 पुश-अप्स या जॉगिंग।
    • जॉगिंग से अनुसरण करते हुए पहले 1 या 2 किलोमीटर को तेज दौड़ लगाएं। कम से कम 2 किलोमीटर की तेज दौड़ और जॉगिंग के क्रम का पालन करें।
    • अपनी क्षमता को पार करें। एक बार अपनी समय सीमा तक पहुँचने पर समय और जगह के बारें में नोट बनायें। इस अपने समय कम समय/दूरी बना लें, और उस नंबर को पीछे छोड़ने की कोशिश करें। जैसे जैसे आपमें सुधार हो, अपने आधार को ऊँचा करें।
    • कूल डाउन करें। हर दौड़ के बाद, आप सिर्फ दौड़ना बंद नहीं करें। अपनी हृदय की गति सामान्य होने तक अपनी दौड़ को चलने में बदल दें। फिर स्ट्रेच करें।

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    एक प्रतिज्ञा करें: अपनी सोच को ना छोड़ें, खुद से ना कहें कि आप कल करेंगे, खुद को ना बतायें कि आप थके हुए हैं, और ना ही खुद से कहें कि आप बहुत व्यस्त हैं। इससे पार पाने के लिए सुबह दौड़ लगाएं।

सलाह

  • खुद को कभी हार ना मानने दें। यदि आपको लगता है कि आपमें सुधार नहीं हो रहा तो ये सच नहीं है।
  • आपने वो कहावत सुनी होगी, 'अभी नहीं तो कभी नहीं'? यह सच है! यदि आप दुबले नहीं भी हो रहे हैं, तो ज्यादा फिट हो रहें हैं।
  • गर्म मौसम में दौड़ लगाने से आपको अधिक पानी की जरूरत पड़ सकती है इसलिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
  • दूसरे धावकों से सलाह लें। किसी रनिंग क्लब में शामिल हों या किसी ऑनलाइन फोरम में ऐसे लोगों से सलाह लें जिन्होंने अपनी दौड़ने की स्टेमिना में वृद्धि की है।
  • अपने दौड़ने की दिनचर्या की जानकारी वाला एक जर्नल रखें। आप इससे ये ये देख पाएंगे कि समय के साथ आपने कैसे सुधार किया है।
  • अतिरिक्त चुनौती के लिए टखने का वजन आजमाएं।
  • जितना संभव हो उतना तेज ना दौड़ें, इससे आपको उल्टियाँ हो सकती हैं।
  • सबसे बेहतर परिणाम के लिए अपनी स्टेमिना के 60%-70% का उपयोग करें। और हर बार अपने असफल होने तक प्रयास करें (जब आप और दौड़ने लायक न रहें)।

चेतावनी

  • चोट से बचने के लिए अपने शरीर की कही मानें। सुनिश्चित करें कि, आपने वार्म-अप और कूल डाउन किया है। यह भी सुनिश्चित करें कि आपके जूते आपको फिट आते हों।

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रनिंग स्टैमिना बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?

How to improve running stamina : कोरोना काल के बाद बहुत से लोग दौड़ना शुरू कर रहे हैं। ऐसे में आप रनिंग स्टैमिना बढ़ाएं।.
रोज पहले थोड़ा-थोड़ा दौड़े और वार्म अप करें ... .
रनिंग का सही तरीका जानें ... .
म्यूजिन सुनें ... .
डाइट सही करें ... .
अश्वगंधा की मदद लें.

क्या ज्यादा दौड़ने से स्टैमिना बढ़ता है?

दौड़ना हमारी सेहत के लिए काफी अच्छा रहता है. यह ना सिर्फ हमें फिट रखता है बल्कि हमारे स्टैमिना को भी बढ़ाता है लेकिन ज्यादा स्टैमिना के लिए लंबी दौड़ की जरूरत होती है.

स्टेमिना बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

स्टैमिना बढ़ाने के लिए खाएं ये 6 फूड्स, हरदम रहेंगे एनर्जेटिक.
नट्स नट्स का सेवन स्टैमिना बढ़ाने के लिए हेल्दी माना गया है। ... .
ब्राउन राइस ब्राउन राइस में सफेद चावल की तुलना में स्टॉर्च कम और फाइबर अधिक होता है। ... .
केला ... .
फैटी मछली ... .
हरी पत्तेदार सब्जियां ... .

ज्यादा तेज दौड़ने से क्या होगा?

प्रतिदिन तेज दौड़ने से लिपिड प्रोफाइल बेहतर होता है. शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या नहीं होती है. दिल की सेहत दुरुस्त रहती है. दौड़ने से हृदय रोगों से बचाव होता है.