सुदामा के मन की दुविधा यह थी कि खूब मान-सम्मान तथा आदर-सत्कार करने वाले श्रीकृष्ण ने उन्हें कुछ दिया क्यों नहींइसके अलावा द्वारका आकर अपने चावल खोकर भी न कुछ पाने की दुविधा सता रही थी Show प्रश्न 5. अपने गाँव लौटकर जब सुदामा अपनी झोंपड़ी नहीं खोज पाए तब उनके मन में क्या-क्या विचार आए? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए प्रश्न 6. निर्धनता के बाद मिलनेवाली संपन्नता का चित्रण कविता की अंतिम पंक्तियों में वर्णित हैउसे अपने शब्दों में लिखिए कविता से आगे प्रश्न 1. द्रुपद और द्रोणाचार्य भी सहपाठी थे, इनकी मित्रता और शत्रुता की कथा महाभारत से खोजकर सुदामा के कथानक से तुलना कीजिए सुदामा कथानक से तुलना-कृष्ण और सुदामा की मित्रता सच्चे अर्थों में आदर्श थीवहीं द्रोण तथा द्रुपद की मित्रता एकदम ही इसके विपरीत थीकृष्ण ने सुदामा की परोक्ष मदद करके अपने जैसा ही बना दिया, वहीं द्रुपद और द्रोण ने मित्रता को कलंकित किया तथा एक-दूसरे की जान के प्यासे बन प्रश्न 2. उच्च पद पर पहुँचकर या अधिक समृद्ध होकर व्यक्ति अपने निर्धन माता पिता-भाई-बंधुओं से नजर फेरने लग जाता है, ऐसे लोगों के लिए सुदामा चरित कैसी चुनौती खड़ी करता है? लिखिए? अनुमान और कल्पना प्रश्न 1. अनुमान कीजिए यदि आपका कोई अभिन्न मित्र आपसे बहुत वर्षों बाद मिलने आए तो आप को कैसा अनुभव होगा? प्रश्न 2. केहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीति इस दोहे की तुलना यदि हम ‘सुदामा चरित’ से करते हैं तो इन दोनों में काफी समानता मिलती है‘सुदामा चरित’ के अनुसार द्वारकाधीश कृष्ण अपने विपन्न मित्र को देखकर हर्षित हो जाते हैंवे उनका खूब आदर-सत्कार करते हैं तथा बिदाई के समय प्रत्यक्ष रूप में कुछ नहीं देते है किंतु परोक्ष में इतना दे देते हैं कि उन्हें भी अपने समान बना देते हैंइस प्रकार सुदामा चरित’ में भी विपत्ति के समय मित्र की सहायता करने का संदेश दिया गया हैइसमें भी निहित मूलभाव भी उक्त दोहे जैसा ही है कि मुसीबत के समय जो सच्ची भावना से सहायता करे वही हमारा सच्चा मित्र हैश्रीकृष्ण ने सुदामा की अप्रत्यक्ष सहायता कर सुदामा में हीनता की भावना या छोटे होने का भाव पैदा होने ही नहीं दिया। सुदामा की दीन दशा देखकर श्री कृष्ण ने क्या कहा?उत्तर : सुदामा की दीनदशा को देखकर श्रीकृष्ण को अत्यन्त दुख हुआ। दुख के कारण श्री कृष्ण की आँखों से अश्रुधारा बहने लगी। उन्होंने सुदामा के पैरों को धोने के लिए पानी मँगवाया। परन्तु उनकी आँखों से इतने आँसू निकले की उन्ही आँसुओं से सुदामा के पैर धुल गए।
सुदामा की दीन दशा देखकर कौन से पढ़े थे?Solution : सुदामा की दीन दशा देखकर श्रीकृष्ण रो पड़े थे।
सुदामा को श्रीकृष्ण की कौन कौन सी बातें याद आ रही थीं?सुदामा को श्री कृष्ण की कौन-कौन सी बातें याद आ रही थी? Answer: सुदामा को देखते ही कृष्ण का खुशी से भर उठना, गले लगाना, सिंहासन तक ले जाना और सिंहासन पर बिठाना, पैर धोना, आदर, सम्मान देना आदि बातें याद आ रही थीं।
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