क्या नेवी में लड़कियां जा सकती है? - kya nevee mein ladakiyaan ja sakatee hai?

क्या आपको रोमांच और समुद्री दुनिया से प्यार है? क्या आप सपनों की लंबी उड़ान भरना चाहते हैं? तो मेरे दोस्त समझ जाइए आपको मर्चेन्ट नेवी बुला रही है। आप चाहे पुरुष हो या महिला इस क्षेत्र में आसानी से करीयर बना सकती हैं। अब वो ज़माने नहीं रहे जब लड़कियों को घर में रहने के लिए कहा जाता था और जॉब के नाम पर सिर्फ टीचिंग प्रोफेशन ओफर किया जाता था। आपको पता होना चाहिए कि मर्चेन्ट नेवी गैर सरकारी कमर्शियल शिप होती है। मर्चेन्ट नेवी कोई डिफेंस फील्ड नहीं है तो आपको इससे कनफ्यूज़ नहीं होना है। इसमें महिलाओं के लिए अवसर पुरुषों के ही समान हैं। हालांकि भारत में महिलाओं का अनुपात अभी भी पुरुषों के मुक़ाबले इस क्षेत्र में कम ही है। तो आगार आप भी इसका हिस्सा बनना चाहती हैं और इसके बारे में अहिक जानकारी चाहती हैं तो हमारे इस लेख को आखिर तक पढ़ें।

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मर्चेन्ट नेवी में 12वीं के बाद महिलाओं के लिए अवसर। Merchant Navy Jobs for Females after 12th

12वीं पास करने के बाद भी महिलाएँ मर्चेन्ट नेवी के सपने को पूरा कर सकती हैं। 12th पास केंडीडेट्स ऑफिसर या नॉन ऑफिसर दोनों वर्गों में से किसी एक वर्ग का चुनाव अपनी इच्छा और योग्यता अनुसार कर सकते हैं। ध्यान रखें अगर आप ऑफिसर वर्ग को चुनना चाहती हैं तो बरहवीं में आपके पास भौतिकी, रसायन शास्त्र और गणित जैसे विषय होने चाहिए। साथ ही आपने 12 कक्षा कम से कम 60% अंकों के साथ पास की होनी चाहिए और अङ्ग्रेज़ी विषय में 50% से ज़्यादा अंक प्राप्त होने चाहिए। इसके बाद आप B.Sc. Nautical Science, B.E Marine Engineering या B.Sc. Marine Catering जैसे उपलब्ध 9-10 कोर्सेस में से की एक चुन सकते हैं।

दसवीं पास छात्राएँ भी मर्चेन्ट नेवी का हिस्सा बन सकती हैं लेकिन आप ऑफिसर वर्ग के लिए एलीजिबल नहीं होंगी। दसवीं के बाद यदि आप 3-4 महीनों का डिप्लोमा कर लेती हैं तो आपके लिए एलेक्ट्रिशियन या सीपर जैसे पदों पर नौकरी के असर खुल सकते हैं।

मर्चेन्ट नेवी में महिलाओं के लिए योग्यता। Merchant Navy Girl Eligibility Criteria

दोस्तों, मर्चेन्ट नेवी में लड़कों और लड़कियों के लिए कोई अलग अलग एलीजीबिलिटी क्राइटेरिया नहीं दसवीं, बरहवीं, बी.टेक या बी.एस.सी करने के बाद मर्चेन्ट नेवी में लड़कियाँ भी आसानी से जा सकती हैं। ऐसा कोई भी नियम नहीं है कि इसमें केवल लड़के ही जाएंगे। बल्कि लड़कियों के जज़्बे को बढ़ाने के लिए भारत के बहुत से संस्थान महिलाओं की फीस में 50% तक की छूट भी प्रदान करते हैं। मर्चेन्ट नेवी का हिस्सा बनने के लिए आप एक पुरुष या महिला कुछ भी हों लेकिन आपका अविवाहित होना आवश्यक है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित (Physics, Chemistry and Maths) के साथ कक्षा 12वीं पास होनी चाहिए। आपको इसके लिए एक एंटरेंस, उसके बाद स्क्रीनिंग टेस्ट और फिर एक मेन रिटेन एक्जाम देना होता है। अगर आप ये टेस्ट क्लियर कर लेती हैं तो फिर आपका इंटरव्यू और मेडिकल होगा। इसके बाद आपको बेसिक सेक्युर्टी सिखाने के लिए एक शिप ट्रेनिंग कोर्स करना पड़ता है और बस फिर आप तैयार हो जाते हैं नीली दुनिया में जाने के लिए।

इसके अल्वा कुछ ध्यान रखने वाले बिन्दु हैं –

  1. अभ्यर्थी का अविवाहित होना ज़रूरी है।
  2. अभ्यर्थी की उम्र न्यूनतम 17 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष होनी चाहिए। (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को सरकारी नियम अनुसार आधुइकतम उम्र में 5 वर्ष की छूट दी जाति है।)
  3. विकलांग और कलर ब्लाइंडनेस होने पर आप उम्मीदवार नहीं बन सकते हैं।
  4. किसी रजिस्टर्ड चिकित्सक द्वारा घोषित किया गया स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी अपने पास रखें।

क्या होती हैं मर्चेन्ट नेवी की टॉप 5 जॉब प्रोफाइल्स। What are the Top 5 Job Profiles of Merchant Navy

वैसे तो मर्चेन्ट नेवी के क्षेत्र में अपार अवसर हैं लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि टॉप 5 फील्ड्स क्या हो सकते हैं। ये हैं –

  1. नेविगेशन अधिकारी या डेक अधिकारी
  2. इलेक्ट्रो – तकनीकी अधिकारी या ईटीओ
  3. इंजीनीयर
  4. रेटिंग – सभी अधिकारियों की दैनिक कार्यों में मदद के लिए रेटिंग यानि कुशल नाविकों को हाइर किया जाता है।
  5. केटरिंग और होस्पीटैलिटी क्रू

क्या होते हैं मर्चेन्ट नेवी के सैलरी पकेज?। Salary Packages in Merchant Navy

आपको पूरी फाइनाइन्शियल इंडेपेंडेंस देने के साथ ये जॉब एक रिसपेकटेड लाइफ भी देती है। इसमें आपकी मासिक तनख्वाह 12 हज़ार से लेकर 8 लाख तक हो सकती है। ये सब आपकी पोस्ट और जॉब प्रोफ़ाइल पर निर्भर करता है। हालांकि इसके साथ ही ये शहर के साथ भी बदल सकती है। अगर कोई जूनियर इंजीनियर है तो उसकी सैलरी 30 हज़ार रूपए तक हो सकती है और इसके साथ ही उसे फ्री बोर्डिंग और स्टे भी मिलता है। वहीं बात करें चीफ इंजीनीयर की तो उसकी मंथली सैलरी 1.5 लाख या उससे भी अधिक हो सकती है। एक थर्ड ऑफिसर का वेतन 50 हज़ार रूपए महीने होता है और इसके साथ ही उसे फ्री बोर्डिंग आर केबिन भी मिलता है। मेर्चेंट नेवी में कैप्टन हर महीने 2 लाख के करीब सैलरी प्राप्त करता है।

जैसे – जैसे प्रमोशन मिलते जाएँगे वैसे – वैसे आपके वेतन में भी वृद्धि होती जाएगी। तो अब सैलरी के साथ प्रमोशन को लेकर भी आपके मन में प्रश्न उठ रहे होंगे। इसका जवाब भी हम आपको देते हैं। लगभग 6 से 7 सालों में एक जूनियर इंजीनियर ऑफिसर प्रोमोट होकर चीफ इंजीनियर के पद पर आ जाता है। लगभग 8 सालों में कोई थर्ड ऑफिसर कैप्टन के पद पर प्रमोशन लेकर आ सकता है।

इसको बेहतर तरीके समझने के लिए आप यह तालिका देखें –

पदवेतन (प्रतिमाह ₹ में)जूनियर इंजीनियर14252 – 21378फोर्थ इंजीनियर/ थर्ड ऑफिसर142520 – 213780थर्ड इंजीनियर/ सेकंड ऑफिसर213780 – 285040सेकंड इंजीनियर/ चीफ ऑफिसर285040 – 356300चीफ इंजीनियर/ कैप्टन356300 – 712600इलैक्ट्रिकल ऑफिसर142520 – 285040ओर्डिनरी सीमैन14252 – 21378एबल सीमैन42756 – 57008पंपमैन42756 – 57008फिटर21378 – 28504ओइलर14252 – 21378चीफ कुक71260 – 142520इंजिन रेटिंग/ डेक रेटिंग/ वाइपर14252 – 21378

 

भारत में मर्चेन्ट नेवी की पढ़ाई के लिए कुछ प्रमुख संस्थान कौन से हैं? | What are some major institutes in India for the studies of Merchant Navy?

ये कुछ संस्थान हैं जिनसे आप अपना कोर्स पूरा कर सकते हैं –

  1. तोलानी मेरीटाइम इंस्टीट्यूट, दिल्ली
  2. हिन्द इंस्टीट्यूट ऑफ नॉटिकल साइन्स एंड इंजीन्यरिंग, उत्तर प्रदेश
  3. इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी एंड मरीन इंजीनियरिंग, कोलकाता
  4. महाराष्ट्र अकैडमी ऑफ नेवल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग, पुणे
  5. समुद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेरीटाइम, मुंबई
  6. ट्रेनिंग शिप चाणक्य, मुंबई
  7. मेरीटाइम फ़ाउंडेशन, चेन्नई
  8. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, चेन्नई
  9. मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई
  10. इंस्टीट्यूट ऑफ मरीनटाइम स्टडी, गोवा
  11. कोयंबटूर मरीन सेंटर, कोयंबटूर

साथ ही आपको बता दें कि कई बार कोर्स पूरा होने के बावजूद नौकरी मिलना आसान नहीं होता है। इसलिए अभ्यर्थी को चाहिए कि ध्यान से वो अपना कोर्स शुरू करने से पहले या उसके साथ ही एक अच्छी कंपनी से स्पोनसरशिप ले ले। स्कॉलरशिप या स्पॉन्सरशिप के लिए कोई भी अच्छी जहाज़ कंपनी आपका एक टेस्ट लेती है, कुछ कंपनियाँ इंटरव्यू भी लेती हैं। अगर आप ये पास कर लेते हैं तो कोर्स पूरा करने से पहले ही आपके पास नौकरी की गारंटी आ सकती है।

मर्चेन्ट नेवी की भारतीय महिला अधिकारी। Female Merchant Navy Officers in India

आइये अब आपके हौसलों को हिम्मत देने के लिए बात करते हैं उन जाँबाज महिलाओं के बारे में जिन्होंने इस क्षेत्र में शानदार करीयर बनाया है और अपनी शौर्यता का प्रदर्शन किया है। तो सबसे पहले हैं कैप्टन राधिका मेनन जोकि हैं फ़र्स्ट लेडी इंडियन कैप्टन। इतना ही नहीं बल्कि वो पहली महिला हैं जिन्होंने “एक्सेप्शनल ब्रेवरी एट सी अवार्ड बाइ आईएमओ” भी मिल चुका है। इसके बाद आती हैं फोर्मर सीफारर पूनम देवांगन जिन्हें वरुना अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। फिर हैं फ़र्स्ट इंडियन लेडी मरीन एंजिनीयर सोनाली बनर्जी। इसके अलावा रेशमा नीलोफर, सुनीति बाला, रूपाली जोशी, शार्वनी मिश्रा और भाग्यश्री जैसी महिलाएं इस क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं।

हम सलाम करते हैं शिपिंग इंडस्ट्री की इन बहादुर महिलाओं को और साथ ही उम्मीद भी करते हैं कि हमारी नई पीढ़ी भी इनसे प्रेरणा लेगी। अगर आप भी मर्चेन्ट नेवी के क्षेत्र में अपना करीयर बनाना चाहती हैं तो उम्मीद है कि इस लेख में लिखी जानकारी आपके काम की होगी। फिर भी यदि कोई जिज्ञासा है जो हम शांत नहीं कर पाएँ हैं तो आप बेझिझक पूछ सकते हैं। करीयर रिलेटेड ऐसी ही और भी जानकारियों के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ।

इंडियन नेवी में लड़कियों का क्या काम होता है?

इंडियन नेवी में लड़कियों की एंट्री इंजीनियर मैकेनिक, कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट, मेडिकल असिस्टेंट और नाविक जैसी कई पोस्ट होगी. नेवी में महिला अग्निवीरों के लिए 20 प्रतिशत सीटे आरक्षित की गई है. नेवी भर्ती होने के बाद महिलाओं को अलग-अलग ब्रांचेस में भेजा जाएगा.

नेवी में जाने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

Indian Navy Bharti के लिए जो उम्मीदवार दसवीं पास कर के आवेदन करना चाहते हैं वे ज्वाइन इंडियन नेवी की ऑफिसियल वेबसाइट पर जा कर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर सकते हैं। मैट्रिक पास उम्मीदवारों की आयु 17 से 21 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।

इंडियन नेवी में कौन कौन से सब्जेक्ट आते हैं?

भारतीय नौसेना नाविक परीक्षा में किन विषयों को शामिल किया जाना है? सामान्य ज्ञान, सामान्य अंग्रेजी, सामान्य विज्ञान, गणित भारतीय नौसेना नाविक परीक्षा में आने वाले विषय हैं

इंडियन नेवी में दौड़ कितनी होती है?

पुरुषों को 6.30 मिनट में 1.6 किमी की दौड़ लगानी होगी। 20 उट्ठक बैठक, 12 पुशअप मारने होंगे। महिलाओं को 8 मिनट में 1.6 किमी की दौड़ लगानी होगी।