Show कमर दर्द से हैं पीड़ित तो ये खबर आपकी मदद कर सकती है, दर्द से मिलेगा छुटकाराआज भी तमाम लोग स्पाइन सर्जरी को लेकर भयभीत हो जाते हैं और इसे लेकर मिथ से भी ग्रस्त हैं। इसका एक प्रमुख कारण है कि लोगों को स्पाइन सर्जरी के संदर्भ में जागरूक नहीं किया गया है। नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। समय के साथ स्पाइन सर्जरी में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। हाल के वर्षों में यह सर्जरी काफी सुरक्षित हो गई है और इसके परिणाम भी बेहतर हैं। इसके बावजूद आज भी तमाम लोग स्पाइन सर्जरी को लेकर भयभीत हो जाते हैं और वहीं वे इसे लेकर गलतफहमियों से भी ग्रस्त हैं। इसका एक प्रमुख कारण है कि लोगों को स्पाइन सर्जरी के संदर्भ में जागरुक नहीं किया गया है। दूसरा कारण, देश में स्पेशलाइज्ड स्पाइनल सर्जरी सेंटर्स की कमी है। मिथ 1: सर्जरी के बाद भी कमर दर्द
ठीक नहीं होता। मिथ 2: स्पाइन सर्जरी के परिणाम अच्छे नहीं मिलते हैं या सर्जरी से पीड़ित व्यक्ति की समस्या और बढ़ जाती है। मिथ 3: स्पाइन सर्जरी के बाद स्वास्थ्य लाभ होने में काफी समय लगता है। मिथ 4: अगर मैं एक सर्जरी करा लूं तो दूसरी सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। मिथ 5: लंबे समय तक बेड रेस्ट करना कमर दर्द का बेहतरीन इलाज है। मिथ6: स्पाइन फ्रैक्चर से संबंधित ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज है। रीढ़ की हड्डी और गर्दन को स्वस्थ रखने के टिप्स गर्म पट्टी प्रयोग करें पानी में सेंधा नमक मिलाकर नहाएं सही मुद्रा में
उठे-बैठें काम के बीच में ब्रेक लें Edited By: Sanjay Pokhriyal पुरुषों की कमर में दर्द क्यों होता है?पुरुषों में कमर दर्द का कारण
- ज्यादा वजन उठाने के कारण भी कमर दर्द में शिकायत हो सकती है. - यदि आपको आर्थराइटिस या गठिया रोग है तो कमर में दर्द या सूजन की शिकायत होने की संभावना है. - इसके अलावा अगर नींद से जुड़ी कोई परेशानी है तो भी आपकी कमर में दर्द की शिकायत हो सकती है.
कमर की नस दबने से क्या होता है?ज्यादातर यह तकलीफ कमर के नीचे वाले हिस्से में होती है और दर्द टांग में निकलता है जिसको हम सिकाटिका का दर्द कहते हैं। जो कि नस के दबने और उसका दौरा रूकने की वजह से होती है और मरीज के पैर और टांग सुन्न भी रहने लगती है और यह तकलीफ धीरेधीरे बढऩे लगती है और मरीज का चलना, फिरना और खड़े होना भी मुश्किल हो जाता है।
कमर की हड्डी का ऑपरेशन कैसे होता है?गौरतलब है कि डॉ. जैन ने न्यूरोसर्जरी से संबंधित ऑपरेशन दूरबीन द्वारा किए जाने का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। तीन घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद रोगी को कमर पैरों के दर्द तथा झनझनाहट से राहत मिल गई।
कमर दर्द में कौन सा इंजेक्शन लगवाए?उन्होंने बताया कि दबी नस के इलाज में एपिड्यूरोग्राफी एंड एपि ड्यूरल एडिजियोलाइसिस तकनीक कारगर है। इसमें उस दबी नस तक पहुंचकर इंजेक्शन लगाते हैं और दवा डालते हैं। इसमें दो दिन आराम करने के बाद आदमी काम पर जा सकता है।
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