Show हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती - असंख्य कीर्ति-रश्मियाँ विकीर्ण दिव्य दाह-सी। - जयशंकर प्रसाद Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती --- हिमाद्रि तुंग श्रृंग से अमर्त्य वीरपुत्र हो, दृढ प्रतिज्ञ सोच लो, असंख्य कीर्ति-रश्मियाँ , अराति सैन्य सिंधु में,सुवाड़वाग्नि-से जलो, गायिका - माधुरी मिश्रा himaadri tung shrring se amarty veeraputr ho, dridh pratijn soch lo, asankhy keerti-rashmiyaan , araati sainy sindhu men,suvaada़vaagni-se jalo, gaayika - maadhuree mishraa हिमाद्रि तुंग श्रृंग से -जयशंकर प्रसादभारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रयाणगीत[1] हिमाद्रि तुंग श्रृंग से, टीका टिप्पणी और संदर्भ
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हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती में कौन सा गुण है?Detailed Solution. उपर्युक्त पंक्तियों में ओज गुण है। अत: सही उत्तर विकल्प 3 'ओज गुण' है।
स्वतंत्रता पुकारती कविता का उद्देश्य क्या है?स्वतंत्रता पुकारती जयशंकर प्रसाद जी द्वारा लिखी गई है इस कविता में देश की स्वतंत्रता की रक्षा हेतु भारत माता पिता के वीर सपूतों का आह्वान किया है प्रसाद जी स्वतंत्रता संघर्ष के बीच सिपाही के रूप में देश प्रेम की उत्कट तीव्र भावना से ओतप्रोत होकर भारत मां के वीर सपूतों का आह्वान करते हुए लिखते हैं कि भारत माता के वीर ...
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