से सभी लोग परिचित हैं। अमरुद को बहुत सारे नामों से जाना जाता है। अमरुद को भी अमृतफल, जाम, गुआवा, पेरू, और भी बहुत सारे नामों से जाना जाता है। अमरुद को एक फल की तरह खाया जाता है। अमरूद का फल मीठा होता है। अमरूद का पेड़ भारत में बहुत सारे लोगों के घर में पाया जाता है। अमरुद घर में उगाया जाता है और देसी अमरुद का स्वाद बहुत ही मस्त रहता है। अमरुद ठंड में मिलने वाला फल है। मगर आजकल अमरूद की बहुत सारी प्रजातियां आने लगी है, जो ठंड के अलावा भी और भी मौसम में मिलती हैं। अमरूद के आधे पके या गद्दर फल को नमक मिलाकर खाया जाता है, जो बहुत ही स्वादिष्ट लगता है। Show
अमरूद के फल को खाने के अलावा और भी बहुत सारे उपयोग किए जाते हैं। अमरूद की चटनी बनाई जाती है। सब्जी बनाई जाती है। मुरब्बा बनाया जाता है। जैम बनाया जाता है। यह सभी चीजें बनाकर, खाने के रूप में इस्तेमाल की जाती है। अमरूद में बहुत सारे पोषक तत्व रहते हैं। अमरूद का फल दो प्रकार का रहता है - अमरूद का फल के अंदर का गूदा लाल कलर का रहता है और सफेद कलर का रहता है। लाल कलर के गूदे वाला फल कम मीठा रहता है। मगर सफेद कलर के गूदे वाला फल बहुत मीठा रहता है। यह खाने में बहुत टेस्टी लगता है और हल्का सा आधा पक्का फल खाया जाए, तो मजा ही आ जाता है। अमरूद का पेड़ के सभी भाग बहुत उपयोगी रहते हैं। अमरूद का फल में बहुत सारे पोषक तत्व रहते हैं, जो हमारे शरीर को बहुत सारे रोगों से बचाते हैं। आंवले के फल के बाद, सबसे ज्यादा विटामिन सी अमरूद के फल में ही पाया जाता है। अमरूद में और भी बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, फास्फोरस, जैसे तत्व पाए जाते हैं। अमरूद की पत्तियों भी बहुत उपयोगी रहती हैं, जो मानव शरीर के बहुत सारे विकारों को दूर करती हैं। अमरूद के पौधे के फल हरे कलर के लगते हैं। अमरुद में सफेद कलर के छोटे-छोटे फूल उगते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। इन फूलों में पंखुड़ियां रहती हैं और फूलों के बीच में परागण देखने के लिए मिलता है। अमरुद के जब फूल लगते हैं, तो इसमें बहुत सारी मधुमक्खियां आ कर बैठती हैं। अमरूद का जब फल बनता है, तो फल प्रारंभिक अवस्था में हरे कलर का रहता है और छोटे-छोटे फल पूरे अमरूद के पेड़ में लगते हैं। अमरूद के पेड़ में फल पकने के बाद, पीले कलर के हो जाते हैं। अमरूद के पेड़ की ऊंचाई 5 फीट से 20 फीट तक हो सकती है। अमरूद के पेड़ में एक मुख्य तना देखने के लिए मिलता है। इस तने से बहुत सारी उप शाखाएं निकलते हैं। अमरूद की छोटी-छोटी टहनियों में पत्तियां लगी रहती हैं। अमरूद की पत्तियां हरे रंग की रहती हैं। पत्तियों लंबी रहती हैं। पत्तियों में शिराएँ साफ देखने के लिए मिलती है। अमरूद की पत्तियों का ऊपरी हिस्सा चिकना होता है और निचला हिस्सा खुरदुरा होता है। अमरूद की फल आकार में बहुत बड़े होते हैं। अमरूद की फल आधा किलो से 1 किलो के भार के भी होते हैं। मगर अमरूद के जो देशी फल रहते हैं। वह छोटे आकार के ही रहते हैं और यह फल खाने में बहुत ही स्वादिष्ट रहते हैं। अमरूद का फल - Guava fruitअमरूद का फल बहुत स्वादिष्ट रहता है। अमरूद का फल जब पेड़ पर लगता है। तब यह हरे रंग का होता है और यह फल पकने के बाद पीले कलर का हो जाता है। अमरूद के फल के अंदर बीज भी पाए जाते हैं। यह बीज छोटे-छोटे रहते हैं और जब हम अमरूद खाते हैं। तब यह बीज हमारे दांतों में लगते हैं। अमरुद के बीज का आकार बहुत छोटा रहता है। मगर यह बहुत कठोर रहते हैं। यह दांतो के बीच आ जाते हैं, तो इन्हें बहुत जोर से दबाना पड़ता है। तब यह टूटते हैं। आजकल अमरूद की बहुत सारी ऐसी प्रजातियां भी पाए जाने लगी है। जिनमें अमरूद के बीज नहीं पाए जाते हैं। अमरूद के बीजों से नया पौधा तैयार किया जा सकता है। अमरूद के फल का स्वाद मीठा रहता है। अमरूद के फल का स्वाद खट्टा भी रहता है और अमरूद के फल में मीठा और खट्टा दोनों स्वाद हीं रहते हैं। मगर कोई कोई अमरुद स्वादहीन होता है। अमरूद को खाने के नुकसान - harm of eating guavaअमरूद का खाने के नुकसान भी होते हैं। अमरुद को ज्यादा खाने से पेट दर्द होने लगता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसलिए एक या दो ताजे अमरूद खाने चाहिए। अमरूद को सर्दी में नहीं खाना चाहिए। अमरूद की तासीर कैसी होती है - How is the taste of guavaअमरूद की तासीर ठंडी होती है। अमरूद ठंडी प्रकृति का होता है। इसलिए आप अमरुद को खाते हैं, तो इसे ज्यादा ना खाएं। अमरुद को खाने का सही समय कौन सा है - Which is the right time to eat guavaअमरूद खाने का सही समय भोजन के बाद रहता है। अमरूद ठंडा रहता है, इसलिए अमरूद को दोपहर के समय, भोजन के बाद खाना चाहिए। जिससे अमरूद के, जो तत्व रहते हैं। वह शरीर को अच्छी तरह मिल जाते हैं। इसलिए आप अमरूद को भोजन के बाद खाये। भोजन करने के उपरांत 1 से 2 घंटे के बाद, 1 या 2 ताजे अमरुद खाये जा सकते है, जिससे आपको फायदा मिलेगा। अमरूद के औषधीय गुण, महत्व और फायदे - Medicinal properties, importance and benefits of guavaअमरूद का पौधा बहुत उपयोगी प्लांट है। अमरूद का पौधा के सभी भाग उपयोगी रहते हैं। अमरूद के पत्तों और फलों में औषधीय गुण रहते हैं, जो हमारे रोगों को ठीक करते हैं। अमरूद के फल में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में जाकर हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं। अमरूद में विटामिन सी, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, ग्लूकोज, पाया जाता है। अमरूद खाने से शरीर को बहुत सारे फायदे होते हैं। अमरूद खाने के फायदे - benefits of eating guavaरक्त को शुद्ध करने में अमरूद का उपयोगरक्त को शुद्ध करने में अमरूद बहुत उपयोगी है। अगर अमरूद के फल को प्रतिदिन खाया जाए, तो रक्त शुद्ध होता है और हमारे शरीर में फोड़े फुंसी और अन्य विकार भी दूर होते हैं। दांतो के दर्द में अमरूद के पत्तों का उपयोगदांतो के दर्द में अमरूद के पत्तों का उपयोग किया जा सकता है। अमरूद के पत्तों को चबाने से दांतों का दर्द दूर होता है। अमरूद के पत्तों को उबालकर इसका कुल्ला करने से दांतों का दर्द, मसूड़ों में सूजन यह सभी चीजें दूर होती हैं। मुंह के छालों में अमरूद के पत्तों का इस्तेमालमुंह के छालों में अमरूद के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। अमरूद के ताजे पत्तों को चबाने से मुंह के छालों में आराम मिलता है। आप अमरूद की कोमल पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। कब्ज की समस्या में अमरूद का इस्तेमालअमरूद के फल का इस्तेमाल कब्ज की समस्या में किया जा सकता है। अमरूद के फल को प्रतिदिन खाया जाए, तो इससे कब्ज जैसी समस्या नहीं आती है। अमरूद के फल को नमक के साथ खाया जाए, तो इससे पेट से संबंधित बहुत सारी समस्याएं ठीक होती है। इससे पेट में गैस नहीं बनती है। पेट साफ होता है। अमरुद बढ़ी हुई गर्मी को दूर करता हैअमरूद का फल बढ़ी हुई गर्मी को दूर करता है। अमृत की प्रकृति ठंडी होती है, जिससे अमरूद खाने से शरीर में बढ़ी हुई गर्मी समाप्त होती है। पाइल्स की समस्या में अमरूद का इस्तेमालपाइल्स की समस्या में अमरूद का इस्तेमाल किया जा सकता है। अमृतफल को अगर प्रतिदिन सुबह के समय खाली पेट खाया जाए, तो पाइल्स की समस्या दूर होती है। आंखों के लिए अमरूद के पत्तों का इस्तेमालआंखों के लिए अमरूद के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि आंखों में दर्द हो, आंखें लाल हो और आंखों में सूजन हो, तो इसके लिए अमरूद के पत्तों को पीसकर रात को सोते समय आंखों के ऊपर बांधने से आंखों को आराम मिलता है। कुकरी खांसी में अमरूद का इस्तेमालकुकरी खासी में अमरूद का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए अमरुद को राख में या गर्म रेत में सेंककर खाने से कुकरी खांसी में लाभ मिलता है। अमरूद के पत्तों का फायदे - benefits of guava leaves
अमरूद का पेड़ कैसा होता है या अमरूद के पेड़ को कैसे पहचाना जा सकता है - What is a guava tree or how can a guava tree be recognizedअमरूद का पेड़ पहचानना बहुत आसान है। अमरूद का पेड़ 5 फीट से 15 फीट की ऊंचाई तक बड़ा हो सकता है। अमरूद का पेड़ के पत्ते लंबे रहते हैं। अमरूद की टहनियों पर, अमरूद के पत्ते लगे रहते हैं। अमरूद के पत्ते आप देखेंगे, तो अमरूद के पत्ते में सफेद लाइन देखने के लिए मिलती है। अमरूद के पत्ते के पीछे की तरफ यह लाइनें साफ देखने के लिए मिलती हैं और उभरी हुई रहती हैं। अमरूद के फूल सफेद कलर के रहते हैं। अमरूद का पेड़ बहुत सुंदर दिखता है। अमरुद के पौधे को घर पर कैसे लगाया या उगाया जा सकता है - How to Plant or Grow Guava Plant at Homeअमरुद के पौधे को घर पर बहुत आसानी से लगाया जा सकता है। अमरुद के पौधे को घर पर जरूर लगाना चाहिए। अगर आपके पास बगीचा हो, तो आप इसे जमीन पर लगा सकते हैं, नहीं तो आजकल, तो गमलों पर भी अमरुद के वृक्ष लगाते हैं और फल प्राप्त किया जा सकता है। अमरूद के देसी वृक्ष को आप जमीन में लगाते हैं, तो यह बहुत अच्छे से फलता फूलता है। अमरूद के बीज के द्वारा आप इसे आसानी से लगा सकते हैं। अमृतफल के बीज को सुखाकर इसे जमीन में लगा दीजिए। कुछ दिनों बाद पेड़ उग जाता है। इसके अलावा आजकल अमरूद को कलम के द्वारा भी लगाया जाता है। कलम के द्वारा अमरुद में बहुत जल्दी फल आ जाते हैं। कलम के द्वारा अमरूद लगाने के लिए अच्छी किसम का अमरूद का आप चुनाव कर लीजिए और उसके बाद अमरूद की कलम काटकर इसे तैयार किया जा सकता है। अमरूद का फल कितने साल में देता है - In how many years does guava give fruitअमरूद का फल 4 से 5 सालों में फल देना शुरू कर देता है। अगर अमृतफल को कलम के द्वारा लगाया जाता है, तो यह 1 या 2 साल में ही फल देना शुरू कर देता है। क्या घर के अंदर अमरूद का पेड़ लगाना चाहिए?घर में अमरूद का पेड़ लगाना बहुत शुभ माना गया है ऐसा माना जाता है कि घर के आसपास एक अमरूद का पेड़ अवश्य होना चाहिए यह हमारे घर के लिए और सभी लोगों के लिए बहुत अच्छा रहता है घर के पास में अमरूद के पेड़ होने से संतान प्राप्ति की उम्मीद ज्यादा होती है.
कौन सा पौधा घर में नहीं लगाना चाहिए?बेर का पेड़– घर पर बेर का पेड़ लगाना अशुभ होता है. ये पेड़ आर्थिक परेशानी का कारण बनते हैं, इसलिए घर के आस-पास बेर का पेड़ भूलकर भी नहीं लगाए. खजूर का पेड़– वैसे तो खजूर का पेड़ कई घरों में होता है, लेकिन यह पेड़ कभी-कभी नुकसान का कारण भी बन जाता है. घर पर खजूर का पेड़ होने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है.
अमरूद का पेड़ घर पर कैसे लगाएं?बिजाई का समय फरवरी-मार्च या अगस्त-सितंबर का महीना अमरूद के पौधे लगाने के लिए सही माना जाता है।. फासला पौधे लगाने के लिए 6x5 मीटर का फासला रखें। यदि पौधे वर्गाकार ढंग से लगाएं हैं तो पौधों का फासला 7 मीटर रखें। ... . बीज की गहराई जड़ों को 25 सैं. मी. ... . बिजाई का ढंग सीधी बिजाई करके खेत में रोपण करके. सबसे शुभ पौधा कौन सा होता है?शास्त्रों के अनुसार, केले का पौधा घर के वास्तु के लिए अच्छा है क्योंकि इसे भगवान विष्णु का प्रतीक कहा जाता है। गुरुवार को भगवान विष्णु का दिन माना जाता है; और लोग अक्सर इस दिन भगवान विष्णु के साथ केले के पौधे की पूजा करते हैं। इसलिए, यह वास्तु के अनुसार घर के लिए सबसे शुभ पौधों में से एक है।
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