लघु कथा लेखन लघु कथा लेखन लघु अर्थात 'संक्षिप्त लघु कथा साहित्य की प्रचलित और लोकप्रिय विधा है। देखा जाए तो यह उपन्यास का ही लघु संस्करण है। हालांकि 'लघु' का मतलब संक्षिप्त होता है किंतु संक्षिप्त' होने के बावजूद भी पाठक पर इसका प्रभाव दीर्घकालीन होना आवश्यक है अर्थात लघु कथा गागर में सागर भरने वाली अनुपम विधा है। किसी उपन्यास के समान इसमें भी पात्र कथानक, द्वंद समायोजन तथा समाधान जैसे तत्व विद्यमान होते हैं। लघुकथा कल्पना प्रधान कृति है परंतु इसके प्रेरणा जीवन की वास्तविकता तथा आसपास की घटनाओं से ही मिल जाती है। अर्थात हम कह सकते हैं कि लघु कथाएं सीमित शब्दों में बहुत कुछ कह देने की योग्यता रखती हैं तथा पाठकों के अंतर्मन पर पहुंचकर अपना संदेश उन तक पहुंचाती है और यही लघुकथा का मुख्य उद्देश्य है। अतः लघुकथा का वास्तविक उद्देश्य तभी सार्थक है जबइसे पढ़कर पाठक प्रभावी तथा संतुष्ट हो जाए। ***लघु कथा लेखन के दौरान ध्यान रखने योग्य जरूरी बातें ----- ** अच्छी लघुकथा लिखने के लिए लेखक को एक अच्छा पाठक होना भी जरूरी |