2022 में मोहर्रम का चालीसवां कब है? - 2022 mein moharram ka chaaleesavaan kab hai?

Muharram 2022 आज मुहर्रम है, क्‍यों मनाते हैं मातम, क्‍यों निकाले जाते हैं ताजिए

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Gitika dubey

| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Aug 9, 2022, 11:23 AM

पैगंबर हजरत मोहम्‍मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोग मुहर्रत पर मातम मनाते हैं। मुहर्रम महीने का दसवां दिन सबसे खास माना जाता है। इतिहास में ऐसा बताया गया है कि मुहर्रम के महीने की 10वीं तारीख को कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी।

2022 में मोहर्रम का चालीसवां कब है? - 2022 mein moharram ka chaaleesavaan kab hai?
मुहर्रम कब है, इस दिन क्‍यों निकाले जाते हैं ताजिए

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हाइलाइट्स

  • मुहर्रम का 10वां दिन आशुरा
  • क्‍यों निकाले जाते हैं ताजिए
  • इमाम हुसैन की शहादत
  • मुहर्रम पर निकालते हैं जुलूस
  • काले कपड़े पहनते हैं

Muharram 2022 मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्‍योहारों में से एक मुहर्रम इस बार 9 अगस्‍त को मनाया जाएगा। मुर्हरम का महीना इस बार 31 जुलाई से आरंभ हो गया था और मुहर्रम का दसवां दिन आशुरा होता है। इसी दिन मुहर्रम मनाया जाता है। इस वर्ष 9 अगस्‍त, मंगलवार को मुहर्रम का 10वां दिन आशुरा है। आइए आपको बताते हैं कि क्‍यों मनाते हैं मुहर्रम और इस दिन क्‍यों निकाले जाते हैं ताजिए।

इमाम हुसैन की शहादत

पैगंबर हजरत मोहम्‍मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोग मुहर्रत पर मातम मनाते हैं। मुहर्रम महीने का दसवां दिन सबसे खास माना जाता है। इतिहास में ऐसा बताया गया है कि मुहर्रम के महीने की 10वीं तारीख को कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। इस्‍लाम की रक्षा के लिए उन्‍होंने खुद को कुर्बान कर दिया था। इस जंग में उनके साथ उनके 72 साथी भी शहीद हुए थे। कर्बला इराक का एक शहर है, जहां पर हजरत इमाम हुसैन का मकबरा उसी स्‍थान पर बनाया गया था, जहां पर इमाम हुसैन और यजीद की सेना के बीच हुई थी। यह स्‍थान इराक की राजधानी बगदाद से करीब 120 किमी दूर स्थित है।

2022 में मोहर्रम का चालीसवां कब है? - 2022 mein moharram ka chaaleesavaan kab hai?


इसलिए निकाले जाते हैं ताजिए

मुहर्रम के दिन इस्‍लाम के शिया समुदाय के लोग ताजिए निकालकर मातम मनाते हैं। दरअसल जिस स्‍थान पर इमाम हुसैन का मकबरा बना है, प्रतीकात्‍मक रूप से उसी के आकार के ताजिए बनाकर जुलूस निकाला जाता है। इस जुलूस में मुस्लिम लोग पूरे रास्‍ते भर मातम मनाते हैं और साथ में यह भी बोलते हैं, या हुसैन, हम न हुए। यह कहते हुए लोग मातम मनाते हैं कि कर्बला की जंग में हुसैन हम आपके साथ नहीं थे, वरना हम भी इस्‍लाम की रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दे देते।

2022 में मोहर्रम का चालीसवां कब है? - 2022 mein moharram ka chaaleesavaan kab hai?


कहते हैं कि इन ताजियों को कर्बला की जंग के शहीदों का प्रतीक माना जाता है। इस जुलूस का आरंभ इमामबाड़ा से होता है और समापन कर्बला में होता है और सभी ताजिए वहां दफन कर दिए जाते हैं। मातम को दर्शान के लिए मुस्लिम इस दिन काले कपड़े पहनते हैं। जुलूस में पूर्वजों की कुर्बानी की कहानियां सुनाई जाती हैं, ताकि आज की पीढ़ी इसके महत्‍व को समझ सके और उन्‍हें जीवन के मूल्‍य पता चल सकें।

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Muharram 2022: इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार पैंगबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को कर्बला की जंग में परिवार समेत शहीद किया गया था.

2022 में मोहर्रम का चालीसवां कब है? - 2022 mein moharram ka chaaleesavaan kab hai?

Muharram 2022 Date, Signification and History: इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार इस्लामिक न्यू ईयर की शुरुआत 30 जुलाई से हो चुकी है और इसके साथ ही मुहर्रम की भी शुरुआत हो जाती है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक साल का पहला महीना मुहर्रम होता है, जिसे ‘गम का महीना’ भी कहा जाता है. इस्लामिक कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर (Islamic New Year 2022) से लगभग 11 दिन छोटा होता है और इसलिए इसमें 365 दिनों की बजाय मात्र 354 दिन होते हैं. आइए जानते हैं इस बार कब मनाया जाएगा मुहर्रम और इसका इतिहास.

कब मनाया जाएगा मुहर्रम 2022

इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) के अनुसार मुहर्रम के महीने की शुरुआत 29-30 जुलाई से हो गई है. इसके 10वें दिन अशूरा होता है और इसी दिन मुहर्रम मनाया जाता है. इस बार मुहर्रम 8 या 9 अगस्त को मनाया जाएगा.

मुहर्रम महीने का इतिहास

इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम होता है और इसे गम का महीना भी कहा जाता है. इस्लाम में इसे रमजान के बाद दूसरा सबसे पवित्र महीना माना गया है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने इमाम हुसनै जो कि पैगंबर मोहम्मद के पोते थे, उनकी शहादत हुई थी. इस शहादत को याद करते हुए मुहर्रम के दिन जुलूस और ताजिया निकाला जाता है.

मुहर्रम का इतिहास

इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार पैंगबर मोहम्मद के पोते हजरत इमाम हुसैन को मुहर्रम के महीने में कर्बला की जंग में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. कर्बला की जंग हजरत इमाम हुसैन और बादशाह यजीद की सेना के बीच हुई थी. मान्यताओं के मुताबिक मुहर्रम के महीने में दसवें दिन ही इस्लाम की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसलिए मुहर्रम महीने के 10वें दिन मुहर्रम मनाया जाता है.

डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. India.Com इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.

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मुहर्रम का 40 मा कब है 2022?

आज है मुहर्रम 2022 मुहर्रम का महीना शुरू होने के 10वें दिन आशूरा होता है और यह महीना 31 जुलाई को शुरू हुआ था। तो आज यानी 9 अगस्त को आशूरा है। जिन देशों में मुहर्रम का महीना 30 जुलाई से शुरू हुआ था वहां 8 अगस्त को मुहर्रम मनाया गया, जबकि भारत में यह 9 अगस्त को मनाया जा रहा है

40 वां मोहर्रम कब है?

वर्ष 2020 में 29 अगस्त को मोहर्रम का त्यौहार भारत में मनाया गया था. जबकि 2021 में 20 अगस्त को मोहर्रम का त्यौहार भारत में मनाया गया था. 31 जुलाई 2022 को मुहर्रम महीने की पहेली तारीख है. ... 2023 Mein, Muharram Kab Hai?.

मोहर्रम की 1 तारीख कब है 2022?

मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है जो 31 जुलाई 2022 से शुरू हो चुका है.

मुहर्रम कौन सी तारीख का है?

2022 में कब है मुहर्रम का त्योहार | Muharram 2022 Date मुहर्रम (Muharram) का त्योहार पिछले साल यानी 2021 में 20 अगस्त को मनाया गया था. इस साल मुहर्रम (Muharram 2022) का पर्व 8 या 9 अगस्त को मनाया जाएगा. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, मुहर्रम के दसवें दिन को आशुरा कहा जाता है.