विषयसूची वितरण शब्द क्या है?इसे सुनेंरोकेंवितरण शब्द का अर्थ है वितरित करना या बांटना। वितरण रिपोर्ट का क्या मतलब है?इसे सुनेंरोकेंवितरण का मतलब है किसी वस्तु या सेवाओं को बांटना। वितरण मतलब बाँटना। वितरण मतलब बाँटना। भारत में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधीन तथा भारत सरकार द्वारा स्थापित और राज्य सरकारों के साथ संयुक्त रूप भारत के गरीबों के लिए सब्सिडी वाले खाद्य और गैर खाद्य वस्तुओं वितरित करता है। इसे सुनेंरोकेंबाँटने की क्रिया या भाव को वितरण कहा जाता है। वितरण शब्द का अर्थ है वितरित करना या बांटना। भारत में राशन व्यवस्था कब प्रारंभ हुई? इसे सुनेंरोकेंइतिहास यह योजना पहली बार 14 जनवरी 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शुरू की गई थी, और जून 1947 में वर्तमान स्वरूप में शुरू की गई थी। भारत में राशन की शुरुआत 1940 के बंगाल के अकाल से हुई थी। हरित क्रांति से पहले, 1960 के दशक की शुरुआत में तीव्र भोजन की कमी के मद्देनजर इस राशन प्रणाली को पुनर्जीवित किया गया था । वितरण प्रणाली से आप क्या समझते हैं?इसे सुनेंरोकेंभारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में वितरित की जाने वाली वस्तुओं में सबसे महत्त्वपूर्ण चावल, गेंहू, चीनी और मिट्टी का तेल हैं। इस प्रणाली के खाद्यान्न उपलब्ध कराने वाली प्रमुख एजेंसी भारतीय खाद्य निगम है। निगम का कार्य अनाज व अन्य पदार्थों की खरीद, बिक्री व भंडारण करना है। जनसंख्या का वितरण क्या है?इसे सुनेंरोकेंजनसंख्या वितरण-विश्व के भूपृष्ठ पर जिस प्रकार लोग फैले हैं उसे जनसंख्या का वितरण कहते हैं। विश्व के विभिन्न भू-भागों पर जनसंख्या का वितरण काफी असमान है। जनसंख्या वितरण का क्या अर्थ है? इसे सुनेंरोकेंजनसंख्या के वितरण का भौगोलिक अथवा स्थानिक प्रारूप और भी स्पष्ट होता है जब जनसंख्या के आंकड़ों को जिलास्तर पर अंकित कर विश्लेषित करते हैं। जनसंख्या के वितरण की विषमताएँ मुख्यतः विविध भौतिक कारकों की मौजूदगी, स्थान विशेष के आर्थिक विकास प्राकृतिक संसाधन के वितरण में विषमताओं एवं दशाओं द्वारा प्रभावित होती है। E PDS का विस्तृत नाम क्या है?इसे सुनेंरोकेंPDS (पीडीएस) ka full form: Public Distribution System (पब्लिक डिसटीब्यूशन सिस्टम) लाल राशन कार्ड को क्या कहते हैं?इसे सुनेंरोकेंराशन कार्ड का प्रयोग कर एक व्यक्ति अपने परिवार के लिए एक माह में 15 किलो तक का आनाज सस्ते दाम पर खरीद सकता है। BPL कार्ड उन लोगों को दिया जाता है जिनका जीवन स्तर गरीबी रेखा नीचे से नीचे आता है। इस कार्ड का रंग लाल होता है। इस कार्ड की मदद से एक व्यक्ति 25 किलो तक का अनाज खरीद सकता है। 16 सार्वजनिक वितरण प्रणाली से क्या अभिप्राय है?`? इसे सुनेंरोकेंसार्वजनिक वितरण प्रणाली का अर्थ सस्ती कीमतों पर खाद्य और खाद्यान्न वितरण के प्रबंधन की व्यवस्था करना है। गेहूं, चावल, चीनी और मिट्टी के तेल जैसे प्रमुख खाद्यान्नों को इस योजना के माध्यम से सार्वजनिक वितरण की दुकानों द्वारा पूरे देश में पहुंचाया जाता है। बहुलक क्या है बहुलक के गुण(लाभ) एवं दोषबहुलक क्या है (mode in hindi)सबसे पहले सवाल आता है कि बहुलक क्या है?बहुलक को अंग्रेजी में मोड कहते हैं Modeशब्द फ्रेंच भाषा केLa modo से उद्धृत किया गया है जिसका अर्थ है रिवाज या फैशन। सांख्यिकी में बहुलक उस मूल्य को कहते हैं जो समंक माला में सबसे अधिक बार आता है। अर्थात् जिसके सबसे अधिक आकृति हो उसे ही बहुलक कहते हैं। बहुलक की परिभाषा क्या है(mode in hindi)बहुलक की परिभाषा क्रो एवं क्रो के अनुसार : "प्राप्तांकों के समूह में जिस अंक की आवृत्ति सबसे अधिक होती है बहुलक कहलाती है।" बहुलक की परिभाषा गिलफोर्ड के अनुसार : " किसी भी तरह में वह बिंदु जिसकी आवृति सर्वाधिक हो बहुलक कहलाता है।" बहुलक की विशेषताएंकेंद्रीय प्रवृत्ति के विभिन्न मांपों में बहुलक का अपना एक विशेष महत्व है या मध्यांक की तरह अंक वितरण के आरंभ हुआ अंत के अंकों से प्रभावित नहीं होता है परंतु वुफछ स्थितियों में या मान केंद्रीय प्रवृत्ति का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व करता है। बहुलक के गुण(लाभ) (mode in hindi)
बहुलक के दोष(mode in hindi)
बहुलक के प्रकार (mode in hindi)बहुलक दो प्रकार के होते हैं १.अशुद्ध बहुलक २.शुद्ध बहुलक १.अशुद्ध बहुलक : अशुद्ध बहुलक एक अंक वितरण का वह मान होता है चौकी केवल अंक वितरण में सबसे अधिक आवृत्ति वाले अंक पर निर्भर होता है। २.शुद्ध बहुलक : शुद्ध बहुलक को ज्ञात करने की आवश्यकता प्राय: विस्तृत आंकड़ों के विषय में पड़ती है। शुद्ध बहुलक को ज्ञात करने के लिए सम्मोहन विधि अथवा अंतर्वेशन विधि का प्रयोग किया जाता है। बहुलक की गणना के लिए सूत्र `Z = L+\frac{f-f1}{(f-f1)+(f-f2)}\times i` प्र.
बहुलक निकालने का आसान तरीकाउत्तर :
Z = अंक वितरण का बहुलक f = बहुलक वर्गान्तर की आवृति = 12 f1 = बहुलक वर्गान्तर से ठीक पूर्व वाले वर्गान्तर की आवृति = 8 f2 = बहुलक वर्गान्तर से ठीक पश्चात वाले वर्गान्तर की आवृति = 6 i = वर्गान्तराल = 10 L = बहुलक = 101 दिए गए अंक वितरण का बहुलक वर्गान्तर 101-110 है । बहुलक का सूत्र`Z = L+\frac{f-f1}{(f-f1)+(f-f2)}\times i` `Z = 101+\frac{12-8}{(12-8)+(12-6)}\times 10` `Z = 101+\frac{4}{(4)+(6)}\times 10` `Z = 101+\frac{4}{10}\times 10` Z = 101 + 4 Z = 105 बहुलक की गणना (mode in hindi)बहुलक की गणना तीन श्रेणी के माध्यम से किया जाता है 1. व्यक्तिगत श्रेणी (Individual series) 2. खंडित श्रेणी (Discrete series) 3. सतत श्रेणी (Continuous Series) बहुलक ज्ञात करने के लिए समूहन विधि (grouping method)बहुलक को ज्ञात करने की उपर्युक्त जिन विधियों का वह सूत्रों का प्रयोग किया गया है वहां हमें बहुलक से आसानी से ज्ञात होता है परंतु आवृत्ति वितरणों मैं कभी-कभी ऐसी भी स्थिति आती है जबकि अधिकतम आवृत्ति वाले वर्ग अंतर एक न हो कर दो होते हैं। ऐसे आवृत्ति वितरण को द्विमुखी आवृत्ति वितरण कहते हैं। कभी-कभी अधिकतम आवृत्ति वाले वर्ग अंतर किस संख्या 3 भी हो जाती है। ऐसी स्थिति में वह त्री मुखी आवृत्ति वितरण कहलाता है। जब आवृत्ति वितरण में अधिकतम आवृत्तियों वाले वर्ग अंतर की संख्या 3 से भी अधिक हो जाती है तब ऐसी स्थिति में वह आवृत्ति वितरण बहुमुखी आवृत्ति वितरण कहलाता है। ऐसी स्थिति में बहुलक को सामूहिक विधि से ज्ञात किया जाता है। बहुलक की गणना लिए सूत्र सामूहिक विधि ज्ञात करने के लिए `Z\=3M-2\overset-X` समूहन विधि के चरण (steps of grouping method)पहले चरण में प्रथम स्तंभ में आवृत्ति वितरण के वर्गांतरों को आवृत्तियों के ऊपर से युग्म बनाएं जाते हैं तथा उनके योग को स्तंभ नंबर 2 में लिख दिया जाता है। दूसरे चरण में सबसे ऊपर वाले वर्ग अंतर की आवृत्ति को छोड़ दिया जाता है तथा फिर वर्ग मंत्रों के युग्मों की आकृतियों का योग ज्ञात कर लिया जाता है। इसे तीसरे स्तंभ में लिखा जाता है। तीसरे चरण में आवृत्ति वितरण की आवृतियों को ऊपर से 3 के समूहों में जोड़ा जाता है तथा इस प्रकार प्राप्त योगों को स्तंभ नंबर 4 में लिख दिया जाता है। चौथे चरण में, आवृत्ति वितरण की आकृतियों के तीन-तीन के समूह बनाने के लिए सबसे ऊपर वाले वर्गांतर की आवृत्ति को छोड़ दिया जाता है तथा प्राप्त लोगों को स्तंभ नंबर 5 में लिख दिया जाता है। वितरण से क्या आशय है बताइए?वितरण उपभोक्ता या व्यावसायिक उपयोगकर्ता के लिए एक उत्पाद या सेवा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया है जिसे इसकी आवश्यकता है। यह सीधे निर्माता या सेवा प्रदाता द्वारा, या वितरकों या मध्यस्थों के साथ अप्रत्यक्ष चैनलों का उपयोग करके किया जा सकता है।
वितरण से क्या आते हैं?वितरित की जाने वाली प्रमुख वस्तुओं में देश भर के कई राज्यों में स्थापित उचित मूल्य की दुकानों (जिन्हें राशन की दुकानों के रूप में भी जाना जाता है) के नेटवर्क के माध्यम से मुख्य खाद्यान्न, जैसे गेहूं , चावल , चीनी और मिट्टी के तेल जैसे आवश्यक ईंधन शामिल हैं ।
वितरण का क्या अर्थ है इसके महत्व का विवेचन कीजिए?वितरण प्रणाली द्वारा जो अन्य सुविधा एवं उपयोगिता प्राप्त होती है, वह यह कि उपभोक्ता अपनी पसंद की स्थिति में, अपनी पसंद के मूल्यों पर वस्तुओं का क्रय कर सकता है, जिनसे उसे संतुष्टि एवं स्वामित्व - गौरव प्राप्त होता है। अतः वितरण प्रणाली स्वामित्व उपयोगिता का भी सृजन करती है ।
|