राशि की अंगूठी कौन सी उंगली में पहनी जाती है? - raashi kee angoothee kaun see ungalee mein pahanee jaatee hai?

Gemstone: मनुष्य के जीवन में आ रहे उतार-चढ़ाव का कारण ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उसकी कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति को माना जाता है. यदि किसी ग्रह की स्थिति उच्च या अच्छी होती है तो व्यक्ति के जीवन में सफलता आती है और शुभ काम होते हैं. वहीं यदि ग्रहों की स्थिति नीच की या अशुभ हो तो अनेक तरह की अड़चन आती हैं.

इन ग्रहों की स्थिति को बैलेंस करने के लिए रत्नों को धारण करने की सलाह दी जाती है. परंतु कौन सी उंगली में कौन सा रत्न धारण करना चाहिए इसके विषय में हमें बता रहे हैं ज्योतिष और पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

किस उंगली में कौन सा रत्न पहनें?

सूर्य का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार माणिक को सूर्य का रत्न माना जाता है. रविवार के दिन सूर्योदय होने के साथ-साथ रिंग फिंगर में पहनना शुभ होता है. यह रत्न सोने की धातु में धारण किया जाता है.

यह भी पढ़ें – कुंडली में दूषित राहु-केतु के प्रभाव को कम करने के लिए करें ये सरल उपाय

चंद्र का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार मोती को चंद्र का रत्न माना जाता है. इसे पहनने के लिए चंद्रोदय का समय सबसे शुभ होता है. मोती को चांदी की धातु में सबसे छोटी उंगली में पहना जाता है.

मंगल का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार मूंगा मंगल का रत्न माना जाता है. इसे तांबे या चांदी की धातु में शाम के समय रिंग फिंगर में धारण करना शुभ होता है.

बुध का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार हरे रंग का पन्ना बुद्ध का रत्न माना जाता है. इसे बुधवार के दिन दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच कभी भी धारण करना शुभ होता है. पन्ना को सबसे छोटी उंगली में पहना जाता है.

बृहस्पति का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार पुखराज को बृहस्पति का रत्न माना जाता है. इसे सोने की धातु में तर्जनी उंगली में गुरुवार के दिन सुबह 10:00 से 12:00 के बीच धारण करना शुभ होता है.

शुक्र का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार हीरा शुक्र का रत्न माना जाता है. हीरे को हमेशा सोने की धातु में पहनना चाहिए. इसे शुक्रवार के दिन सुबह 10:00 से 12:00 के बीच धारण करना लाभदायक होता है.

शनि का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार नीलम को शनि का रत्न माना जाता है. इसे शनिवार के दिन मध्यमा उंगली में धारण करना शुभ होता है.

यह भी पढ़ें – Shukra Upay: कुंडली में शुक्र की अशुभ स्थिति से हैं परेशान, करें ये आसान उपाय

राहु-केतु का रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार राहु-केतु के लिए शनिवार के दिन मध्यमा उंगली में गोमेद धारण करना चाहिए. इसके अलावा सुलेमानी हकीक, हकीक, अकीक और अगेट के नाम से भी प्रचलित है. हकीक कई ग्रहों का उपरत्न है. यह राहु-केतु और शनि के दोषों को कम करने में मददगार साबित होता है.

आपको अपनी राशि के अनुसार तय करना चाहिए कि आपको किस धातु का छल्ला धारण करना चाहिए. गलत धातु का छल्ला धारण करने से आपको सही फल नहीं मिलता है, कई बार विपरीत फल भी मिलने की आशंका रहती है. आइए जानते हैं, किस राशि वालों को कौन सी धातु का छल्ला पहनना चाहिए.

मेष राशि- मेष राशि के जातकों को ताम्बे का छल्ला, बाएं हाथ की अनामिका अंगुली में, रविवार दोपहर को धारण करना चाहिए. इससे स्वास्थ्य उत्तम होगा तथा शीघ्र क्रोध आने की समस्या कम होगी.

वृष राशि- आपके लिए उत्तम होगा कि आप चांदी का छल्ला दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में शुक्रवार को धारण करें. इससे आपका वैवाहिक जीवन उत्तम होगा साथ ही धन सम्बन्धी समस्याओं से राहत मिलेगी.

मिथुन राशि- मन की दुविधाओं से निकलने के लिए और करियर में तेजी से उन्नति करने के लिए आपको कांसे का छल्ला दाहिने हाथ की कनिष्ठा अंगुली में , बुधवार शाम को धारण करें. आपको सोने का छल्ला धारण करने से बचना चाहिए.

कर्क राशि- आपको दाहिने हाथ की , कनिष्ठा अंगुली में सोमवार रात्रि को चांदी का छल्ला धारण करना चाहिए , इससे आपका मन नियंत्रित होगा, स्वास्थ्य अच्छा होगा साथ ही रिश्तों की समस्या परेशान नहीं करेगी. लोहे का छल्ला नहीं धारण करना चाहिए.

सिंह राशि- सोने का छल्ला, दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में , रविवार दोपहर को धारण करें , इससे आपका प्रभाव बढेगा , हड्डियों की समस्या से निजात मिलेगी साथ ही जीवन में संघर्ष थोडा कम होगा.

कन्या राशि- चांदी और सोना बराबर मात्रा में मिलाकर दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में, बुधवार शाम को धारण करें. इससे स्वास्थ्य उत्तम होगा, बार बार आने वाली नौकरी की समस्याओं से बचेंगे साथ ही थोडा सा जिम्मेदार भी होंगे.

तुला राशि- चांदी का एक छल्ला दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली या अंगूठे में,शुक्रवार शाम को धारण करें, इससे आपका नाम यश बढेगा , धन के खर्चे नियंत्रित होंगे और वैवाहिक जीवन सुखद होगा. स्वर्ण धारण करने से आपको बचना चाहिए.

वृश्चिक राशि- एक ताम्बे का छल्ला बाएँ हाथ की अनामिका में मंगलवार को और एक चांदी का छल्ला दाहिने हाथ की छोटी अंगुली में सोमवार को धारण करें. इससे आप पारिवारिक जीवन और करियर में तालमेल बैठा पायेंगे साथ ही संतानोत्पत्ति की समस्या से निजात मिलेगी.

धनु राशि- स्वर्ण या पीतल का एक छल्ला दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली में बृहस्पतिवार को प्रातःकाल धारण करें. इससे आपका स्वभाव बेहतर होगा , कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी , साथ ही पाचन तंत्र की समस्याओं से निजात मिलेगी. जहाँ तक हो सके चांदी धारण करने से बचें.

मकर राशि- आपको खूब सारा धन कमाना है साथ ही अपने रूखे स्वभाव को भी ठीक करना है. नयी नयी योजनाएँ तो बनती हैं पर सब कल्पना में ही रह जाती हैं, इन तमाम समस्याओं से राहत पाने के लिए आप स्टील या जस्ते का एक छल्ला,शनिवार को शाम को,बाएँ हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लें.आपको स्वर्ण धारण करने से बचना चाहिए.

कुम्भ राशि- मन और भावनाओं का उतार चढ़ाव और आलस्य ही आपकी सबसे बड़ी समस्या है और इसी कारण आप चीज़ों को बीच में छोड़ देते हैं . आपको लोहे का एक छल्ला बाएँ हाथ की मध्यमा अंगुली में शनिवार को शाम को धारण करना चाहिए, साथ ही ताम्बा धारण करने से परहेज करना चाहिए.

मीन राशि- आपको एक पीतल या सोने का छल्ला दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में बृहस्पतिवार को प्रातः धारण करना चाहिए , इससे आपका स्वास्थ्य और स्वभाव दोनों ही उत्तम होगा.

सोने की अंगूठी के लिए कौन सी उंगली सबसे अच्छी है?

स्वर्ण धातु के लाभ ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तर्जनी उंगली में सोने की अंगूठी पहनने से एकाग्रता बढ़ती है और राजयोग की प्राप्ति में सहायक माना जाता है। वहीं अनामिक उंगली में सोने की अंगूठी पहनने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। अगर आपको सर्दी-जुकाम या सांस की बीमारी है तो कनिष्ठा उंगली में सोने के आभूषण पहनना चाहिए।

कौन सी उंगली में कौन सी अंगूठी पहनना चाहिए?

यौगिक विज्ञान (yogic science) के अनुसार तांबे (copper) या चांदी (silver) से बनी हुई अंगूठी बाएं हाथ की अनामिका वाली उंगली में पहनना चाहिए जिसे अंग्रेजी में रिंग फिंगर (ring finger) के नाम से पहचाना जाता है।

अंगूठी कौन से हाथ में पहनना चाहिए?

शादी से पहले रिश्ते के पक्के होने की मुहर सगाई को माना जाता है। इसमें लड़का-लड़की एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं और साथ ही में दोनों परिवारों की ओर से तोहफे भी दिए जाते हैं। सगाई के दौरान उल्टे हाथ की तीसरी ऊंगली जिसे रिंग फिंगर कहा जाता है, उस पर अंगूठी पहनाई जाती है।

मध्यमा उंगली में अंगूठी पहनने से क्या होता है?

मध्‍यमा उंगली में तांबे का छल्‍ला पहनने से मानिसक और शारीरिक तनाव में कमी आती है। साथ ही गुस्‍से पर भी नियंत्रण रहता है।