इसे सुनेंरोकेंयदि लंबे समय तक पत्तागोभी का इस्तेमाल किया जाए तो इससे ब्रेस्ट में दूध आने को रोका जा सकता है। पत्तागोभी का दो पत्ते लें और उन्हें धोकर एक कंटेनर में रख दें। अब इस कंटेनर को फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें। पत्तों को दोनों स्तनों पर रखें और हर दो घंटे में पत्ता बदलें। Show
ब्रेस्ट मिल्क कब तक आता है?इसे सुनेंरोकेंविश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 6 महीने तक ही शिशु को मां का दूध पिलाना चाहिए और इसके बाद दो साल की उम्र तक उसे धीरे-धीरे ठोस आहार देना शुरू करना चाहिए। यदि आप दो साल की उम्र के बाद भी अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं तो इससे मां और बच्चे को कई फायदे मिलते हैं। पढ़ना: इंद्र भगवान की पत्नी का नाम क्या है? दूध का साइज कैसे बड़ा करें? ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए कुछ और टिप्स – Other Tips for Breast Size in Hindi
दूध बढ़ाने की दवा क्या है? इसे सुनेंरोकेंसरसों का तेल और आटे से बनाएं दूध बढ़ाने की दवा सबसे पहले 200 से 300 ग्राम सरसों का तेल, 250 ग्राम गेहूं का आटा लें। अब दोनों को आपस में मिलाकर शाम के समय पशु को चारा व पानी खिलाने के बाद खिलाएं। ध्यान रहे दवा खिलाने के बाद पशु को पानी नहीं पिलाना है। इतना ही नहीं यह दवाई भी पानी के साथ नहीं देनी है। ब्रेस्ट में दूध कैसे बढ़ाएं?ये देसी फूड्स बढ़ा सकते हैं ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई
पढ़ना: सविनय अवज्ञा आंदोलन को विफल करने सरकार ने क्या कदम उठाए? मां का दूध कैसे बंद करें?इसे सुनेंरोकेंअगर आप अपने बच्चे को अपने दूध की आदत छुड़ाना चाहती हैं, तो हर रोज आप जितनी बार उन्हें दूध पिलाती हैं उसका एक बार कम कर दें। अर्थात् अगर आपने कल 4 बार दूध पिलाया था, तो आज 3 बार ही पिलाएं और ऐसा ही हर हफ्ते या हर दिन करती रहें। धीरे-धीरे आपके बच्चे को भी इस चीज की आदत पड़ जाएगी। भैंस का दूध बढ़ाने के लिए क्या खिलाए? इसे सुनेंरोकेंरोग – दुधारू गाय व भैंस का दूध बढ़ाने के उपाय । औषधि – 200 से ३०० ग्राम सरसों का तेल , 250 ग्राम गेहूँ का आटा लेकर दोनों को आपस में मिलाकर सायं के समय पशु को चारा व पानी खाने के बाद खिलायें इसके बाद पानी नहीं देना है ओर यह दवाई भी पानी के साथ नहीं देनी है। अन्यथा पशु को खाँसी हो सकती है । दूध बढ़ाने के लिए जीरा कैसे खाएं? पढ़ना: 2022 के आईपीएल में कौन कितने में बिका? इसे सुनेंरोकेंकैसे पिएं जीरा दूध एक गिलास गर्म दूध लें और उसमें दो चम्मच जीरा पाउडर डालकर मिक्स कर लें। इसमें केसर और चीनी भी डालें। इसे आधे घंटे के लिए छोड़ दें ताकि जीरे के सभी गुण दूध में मिल जाएं। इसके बाद आप इस जीरे दूध का सेवन कर सकती हैं। बच्चे को दूध कैसे छुड़ाना चाहिए?इसे सुनेंरोकेंबच्चों का दूध छुड़ाने के लिए उनके मुंह में पैसिफायर देना भी एक अच्छा उपाय है। पैसिफायर देने के कई फायदे भी होते हैं और इससे स्तनपान छुड़वाने में भी मदद मिलती है। बच्चों के लिए दूध बहुत जरूरी है इसलिए स्तनपान बंद करने पर आप उन्हें फॉर्मूला मिल्क देना शुरू कर दें। दूध दे रही गाभिन गाय/भैंस का ब्याने से 3 महीने पहले दूध निकालना बंद कर देना चाहिए ताकि उसे आराम मिल सके और पिछले ब्याने में जो थनों में दूध कोशिकाएं टूटती रही हैं, वे ठीक हो सकें और पशु ब्याने के बाद दूध, पूरी मात्रा में पैदा कर सके, पर कई बार कुछ पशुओं का दूध लेना बंद करना मुश्किल हो जाता है इसलिए दूध लेना बंद करने के कुछ तरीके आपसे शेयर कर रहे हैं। खुराक कम करना- गाय भैंसों को दूध लेना बंद करने के लिए कुछ दिन पशु का दाना बंद करे दें और हरी घास भी कम ही डालें। जब वह दूध देना बंद कर दे तो फिर उसे दाना देना शुरू कर दें। पूरा दूध ना निकालना- इस तरीके से पशु का पूरा दूध नहीं निकाला जाता, बल्कि कुछ दूध थनों में ही छोड़ दिया जाता है। कुछ दिन पूरा दूध ना निकालने के कारण पशु का दूध कम हो जाता है और दूध निकालना बंद कर दिया जाता है। नई ब्याई हुई जिसे दूध का बुखार होने का डर हो उसके लिए यह तरीका अपनाया जाता है। दूध निकालना तुरंत बंद कर देना- यह तरीका तब अपनाया जाता है जब पशु दूध बहुत कम दे, लेकिन उसके थन बिल्कुल सही हों, कोई सोजिश या जख्म ना हुआ हो। गाय भैंस का आखिरी बार दूध निकालने के समय थन बिल्कुल खाली कर दें और लाल दवाई के घोल से थन को अच्छी तरह धो लें। थनों को अच्छी तरह सुखा लेने के बाद थनों में किरम नाशक दवाई दें पर ये डॉक्टर की सलाह से करें। जन्म के पहले 6 महीने तक शिशु के लिए मां का दूध संपूर्ण आहार होता है। इसी से उसे पूरा पोषण मिलता है। मगर 6 महीने के बाद बच्चा ठोस चीजें खाने लगता है। ऐसे में इस दौरान कई महिलाएं शिशु का दूध छुड़वाने लगती है। मगर अचानक से दूध छुड़वाने की यह प्रक्रिया मां और शिशु दोनों के लिए तनावपूर्ण स्थिति होती है। इसके साथ ही स्तनों पर दूध बनने पर अगर स्तनपान ना करवाया तो इससे मां को ब्रेस्ट में दर्द, सूजन, दूध का लीक होना आदि परेशानियां हो सकती है। असल में, दूध छुड़वाना की प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है। ऐसे मे आज हम आपको इस आर्टिकल में स्तनों का दूध सुखाने के कुछ घरेलू उपाय बताते हैं... - जल्दबाजी ना करेंअचानक से दूध छुड़वाने पर आपकी और शिशु की सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे अपनाएं। इसके लिए हर हफ्ते शिशु को दूध पिलाने की मात्रा कम करें। - गर्भ निरोधक गोलियांएक्सपर्ट्स के अनुसार, एस्ट्रोजन हार्मोन युक्त गर्भ निरोधक गोलियां दूध की मात्रा कम करने में मदद कर सकती है। मगर इससे साइड इफेक्ट होने का खतरा रहता है। इसलिए इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना ना भूलें। - ब्रेस्ट बाइंडिंगकई महिलाएं स्तनों से दूध का प्रवाह रोकने के लिए टाइट ब्रा पहनना सही समझती है। मगर इससे ब्रेस्ट में सूजन व दर्द की शिकायत हो सकती है। इसके साथ ही दूध नलिकाएं बंद होने से मास्टिटिस (बैक्टीरिया का स्तनों में प्रवेश करना) संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसलिए ऐसा करने से बचें। - तरल चीजों का सेवन करेंआमतौर पर महिलाएं सोचती है कि तरल पदार्थों का कम सेवन करने से दूध सूख जाएगा। मगर यह जरूरी नहीं है। असल में, कम मात्रा में पानी व तरह पदार्थों का सेवन करने से आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इसके कारण आपके शरीर को नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसलिए दूध छुड़वाने के दौरान भी सही मात्रा में पानी से भरपूर चीजों का सेवन करें। - सेज के पत्तेइस दौरान आप सेज के पत्तों का सेवन कर सकती है। सेज एक जड़ी बूटी है जिसमें एस्ट्रोजन अधिक मात्रा में होता है। ऐसे में यह स्तनों का दूध छुड़वाने के साथ ब्रेस्ट पेन से राहत दिलाने में भी कारगर माना गया है। आप इसकी चाय बनाकर पी सकती है। इसके लिए पैन में 1 कप पानी उबालें। उसके बाद इसे आंच से उतार कर इसमें सेज के पत्ते डालकर 3-5 मिनट तक भिगोएं। बाद में इसमें स्वाद अनुसार नींबू व शहद मिलाकर पीएं। - पत्तागोभी करें इस्तेमालपत्तागोभी के इस्तेमाल से ब्रेस्ट मिल्क को सुखाया जा सकता है। इसके लिए पत्तागोभी का दो पत्तों को धोकर एक कंटेनर में रखकर फ्रिज में ठंडा होने के लिए रखें। इसके बाद इन्हें स्तनों पर रखें। साथ ही इन पत्तों को हर 2 घंटे में बदलते रहिए। इसमें सल्फर अधिक होता है। ऐसे में यह दूध की आपूर्ति को कम करने के साथ स्तनों की सूजन और दर्द से भी आराम दिलाते हैं। - आइसपैकआप बर्फ का भी इस्तेमाल कर सकती है। इसके लिए आइस पैक या बर्फ को किसी कपड़े में लिपेटकर स्तनों की 5-10 मिनट तक सिकाई करें। इससे भी आपको स्तनों का दूध सुखाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही आपके स्तनों के भरे होने पर इसमें दर्द और सूजन के लक्षणों से भी आराम मिलेगा। - दर्द से राहत पाने के लिए दवा का लें सहाराआप स्तनों की सूजन को कम करने व इससे राहत पाने के लिए दवा का सहारा ले सकती है। मगर इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना ना भूलें। - अपने आप को कुछ समय देंअचानक से शिशु का दूध छुड़वाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसके लिए आपको कई दिन लग सकते हैं। ऐसे में चिंता करने की जगह पर शांति से काम लें। इसके लिए जितना हो सके शांत रहे व आराम करें। - डॉक्टर से करें संपर्कअगर आपको दूध छुड़वाने में ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो स्तनपान विशेषज्ञ की सलाह लें। वे आपको इसके बारे में सही जानकारी देंगे। ऐसे में आपको दूध छुड़ावने में मदद मिलेगी। लड़कियों के दूध बड़े क्यों हो जाते हैं?यह एक ऐसा समय होता है जब महिलाओं के स्तन सबसे ज्यादा बढ़ते हैं। इसका कारण यह है कि इस समय महिलाएं अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए तैयार हो रही होती हैं। इस समय लड़कियों में सबसे ज्यादा हार्मोनल बदलाव आते हैं। गर्भावस्था के दौरान लड़कियों के स्तन कोमल हो जाते हैं और साथ ही इस दौरान उनके स्तनों में वृद्धि जरूर होती है।
ब्रेस्ट में दूध जमने पर क्या करे?कृपया ध्यान दें: शुरुआती दिनों में, जब दूध का उत्पादन कम होता है, या यदि पंप करते समय दूध बहना बंद हो जाता है, तो आप थोड़ी देर के लिए रुक सकती हैं, अपने स्तनों की हल्के से मालिश करें और फिर से 1 से 2 मिनट तक पंप करें। यदि दूध अभी भी नहीं आ रहा है, तो आप पंप करना बंद कर सकती हैं।
ब्रेस्ट मिल्क कब तक आता है?विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 6 महीने तक ही शिशु को मां का दूध पिलाना चाहिए और इसके बाद दो साल की उम्र तक उसे धीरे-धीरे ठोस आहार देना शुरू करना चाहिए।
दूध को कैसे छोटा करें?महिलाओं के स्तन छोटा करने की प्रक्रिया, जिसे मेमोप्लास्टी (mammoplasty) भी कहा जाता है, स्तनों के वजन औऱ आकार को कम करने का ऑपरेशन है। प्रक्रिया के दौरान, स्तनों से वसा, ग्रंथियों के टिशू और त्वचा को हटा दिया जाता है, जिसे फिर से आकार दिया जाता है और निप्पल को नई जगह दी जाती है।
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