dental Care tips : आजकल के बिजी लाइफस्टाइल और अनियमित समय पर खानपान की वजह से दांतों में कैविटी की समस्या होना आम बात है. हम देखते हैं कि लोग अपनी ओरल हेल्थ पर तब तक ध्यान नहीं देते हैं, जब तक समस्या बड़ी न हो जाएं. जब यह समस्या बढ़ जाती है तो लोग सीधा डॉक्टरों के पास जाते हैं. लेकिन अगर आप नियमित तौर पर आपनी ओरल हेल्थ का ध्यान रखेंगे तो कैविटी की समस्या नहीं हो सकती है. Show
कैविटी का मुख्य कारण खाना खाने के बाद कुल्ला नहीं करना और रात के समय में ब्रश नहीं करना हो सकता है. अगर आप भी कैविटी की समस्या से परेशान हैं तो हम आपको कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं जिसका इस्तेमाल कर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. कैसे होती है कैविटी (cause of cavity) दांतों की कैविटी कैसे दूर करने के उपाय (How to remove tooth cavity) 1. नीम से दूर करें कैविटी 2. नारियल तेल से दूर करें कैविटी 3. मुलेठी की जड़ का इस तरह करें उपयोग 4. लौंग के तेल का इस तरह करें इस्तेमाल ये भी पढ़ें: Overnight Pimple Removal: रात में लगाएं ये चीज, सुबह तक बिल्कुल गायब हो जाएगा पिंपल, दाग भी नहीं रहेगा यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है. दिन-ब-दिन बढ़ती बीमारियों के चलते लोग सेहत के प्रति सजग तो हो रहे हैं, लेकिन ओरल हेल्थ पर ध्यान नहीं देते। जी हां, आज भी कई लोग खाना खाने के बाद कुल्ला करना और रात में सोने से पहले मुंह की अच्छे से सफाई करना भूल जाते हैं। साथ ही ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है, जिनकी दिनचर्या में ये आदतें शामिल ही नहीं हैं। नतीजन आगे चलकर मुंह से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें दांतों में कैविटी यानी दांतों में कीड़े लगना भी शामिल है। स्टाइलक्रेज के इस लेख के जरिए हम कैविटी के लक्षण और कैविटी का घरेलू उपचार कैसे किया जाए, इस संबंध में जानकारी दे रहे हैं। स्क्रॉल करें कैविटी के लक्षण और कारण जानने से पहले हम कैविटी क्या है, यह बता रहे हैं। विषय सूची
कैविटी क्या है – What is Tooth Cavity in Hindiमुंह में कई सारे बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। इनमें से कुछ बैक्टीरिया मौखिक स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं, जिनके कारण मुंह से संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। ये बुरे बैक्टीरिया मुंह में एसिड बनाते हैं और दांतों की कठोर परत (एनामेल) को नष्ट करने लगते हैं। इस कारण दांतों का क्षय (Tooth decay) होता है (1)। दांतों का क्षय होने से उनमें छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं, जिन्हें हम कैविटी कहते हैं। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन बच्चे इस समस्या की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। यदि दांतों की सड़न का इलाज नहीं किया जाता है, तो इसके कारण दर्द, संक्रमण और कई सारी बीमारियां हो सकती हैं (2)। पढ़ना जारी रखें कैविटी क्या है, यह बताने के बाद लेख के अगले भाग में हम इसके लक्षण बता रहे हैं। कैविटी के लक्षण – Cavity Symptoms in Hindiशुरुआती दौर में कैविटी के कोई भी लक्षण नजर आते, लेकिन समस्या बढ़ने पर कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आइए, कुछ बिंदुओं के माध्यम से उनके बारे में जानते हैं (1):
पढ़ते रहें लेख कैविटी के लक्षण के बाद आगे हम दांतों में कैविटी के कारण पर प्रकाश डालेंगे। कैविटी (दांतों में कीड़े) के कारण – Causes of Cavity in Hindiजब भी हम कुछ खाते हैं या पीते हैं, तो उसके कुछ अंश हमारे दांतों के बीच अटके रह जाते हैं। दांतों की सफाई न करने से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया खाने में मौजूद शुगर से एसिड बनाते हैं (3)। यह एसिड एक पीले रंग की परत के रूप में दांतों पर जमा होने लगता है, जिसके कारण कैविटी हो जाती है (1)। यह तो हो गया दांतों में कैविटी का मुख्य कारण। अब हम कुछ बिंदुओं के माध्यम से इसके अन्य कारणों के बारे में भी जान लेते हैं।
लेख में बने रहें दांतों में कैविटी के कारण के बाद आगे हम कैविटी का घरेलू उपचार बता रहे हैं। कैविटी के लिए कुछ घरेलू उपाय – Home Remedies for Cavity in Teeth in Hindiकैविटी को हटाने के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए चिकित्सकीय इलाज के अलावा घर में कुछ घरेलू उपचार भी किए जा सकते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे ही कैविटी हटाने के घरेलू उपचार के बारे में बता रहे हैं। 1. नारियल तेल से कुल्लासामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : नारियल तेल का उपयोग दांतों की कैविटी को दूर कर सकता है। शोध के अनुसार, नारियल के तेल में लोरिक एसिड होता है। यह लार में मौजूद एसिड, जैसे – सोडियम हाइड्रोक्साइड और बाइकार्बोनेट के साथ मिलकर प्लाक को कम करता है और दांतों की सफाई में मदद कर सकता है। शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि लोरिक एसिड में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कैविटी को रोककर मौखिक स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं (4)। 2. मुलेठी की जड़सामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : कैविटी की समस्या से राहत पाने के लिए मुलेठी की जड़ का उपयोग भी फायदेमंद हो सकता है। एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि मुलेठी की जड़ में एंटी-कैविटी गुण होता है, जो कैविटी से बचाव कर सकता है। साथ ही इसका एंटी बैक्टीरियल गुण संक्रमण के कारण दांतों में होने वाली सड़न और प्लाक से बचाव कर सकता है (5)। 3. नीमसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : सदियों से ही नीम का उपयोग दांतों की सफाई के लिए दातुन के रूप में किया जाता रहा है। नीम पर हुए शोध के अनुसार, इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होता है, जो ओरल कैविटी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर सकता है (6)। इसके अलावा, नीम की छाल और पत्ती का अर्क भी प्रभावी रूप से कैविटी और मसूड़ों की बीमारी को रोकने के लिए किया जा सकता है। नीम के पत्तियों को पानी में उबालकर माउथ वॉश की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं (6)। 4. लौंगसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
Subscribe कैसे है उपयोगी : कैविटी की वजह से होने वाले दर्द को कम करने के लिए लौंग के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल, लौंग में यूजेनॉल नामक कंपाउंड होता है, जो दांत के दर्द को दूर कर सकता है। साथ ही यूजेनॉल कंपाउंड का इस्तेमाल डेंटिस्ट जिंक ऑक्साइड के साथ कैविटी को अस्थायी रूप से भरने के लिए भी करते हैं। इसी वजह से कैविटी और उसके कारण होने वाले दर्द को दूर करने में लौंग के तेल को सहायक माना जाता है (7)। 5. लहसुनसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : लहसुन का उपयोग करके भी प्लाक और कैविटी की समस्या को दूर किया जा सकता है। एक शोध में पाया गया है कि लहसुन में मौजूद एंटी बैक्टीरियल और फंगीसाइडल गुण दांतों को कीड़ों से बचा सकते हैं। ये दोनों गुण कैविटी का कारण बनने वाले फंगस कैंडीडा एल्बीकैंस (Candida Albicans) को खत्म करके कैविटी से बचाव कर सकते हैं (8)। 6. नमक पानी का मिश्रणसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : नमक पानी के घोल से भी कैविटी का उपचार किया जा सकता है। नमक पानी का नियमित रूप से उपयोग करने पर यह एंटीप्लाक एजेंट की तरह कार्य करता है। मतलब यह प्लाक को खत्म करके कैविटी से बचाव कर सकता है। इसके लिए 100 ml पानी में 4.7 ग्राम सोडियम क्लोराइड यानी टेबल साल्ट मिलाकर मुंह कुल्ला कर सकते हैं, जिससे प्लाक और हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है (9)। 7. हल्दीसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : हल्दी का उपयोग भी दांत की समस्या में फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, हल्दी में करक्यूमिन कंपाउंड होता है, जो बैक्टीरिया को नष्ट करके दांतों में कैविटी होने से बचा सकते हैं। इतना ही नहीं, हल्दी से गिंगिवाइटिस (मसूड़ों में सूजन) और परियोडोंटिस (मसूड़ों का ढीलापन) से भी बचाव हो सकता है (10)। 8. आंवलासामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : आंवला का इस्तेमाल भी कैविटी से बचाव कर सकता है। दरअसल, इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण होता है, जो मुंह में पनपने वाले हानिकारक बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी असर दिखा सकता है। खासकर आंवला कैविटी पैदा करने वाले लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus ) बैक्टीरिया को दूर करता है (11)। इसी कारण से आंवले का चूर्ण और आंवला पानी से माउथवॉश करने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से दांतों को कैविटी से बचा जा सकता है। 9. फ्लोराइड युक्त टूथपेस्टसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट कैविटी को दूर करने सहायक हो सकता है। ऐसा करने से टूथपेस्ट में मौजूद फ्लोराइड दांत में आसानी से अवशोषित हो जाता है, जिससे दांत मजबूत होते हैं। शोध के मुताबिक, हर दिन फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करने पर दांतों के क्षय को रोका जा सकता है (12)। इस कारण हम यह कह सकते हैं कि फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करके दांतों में कैविटी की समस्या से कुछ हद तक बचा जा सकता है। 10. शुगर फ्री गमसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : कैविटी का उपचार करने के लिए शुगर-फ्री च्युइंग गम का भी उपयोग किया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, शुगर-फ्री च्युइंग गम को चबाने से मुंह के बैक्टीरिया और कैविटी की समस्या दोनों से राहत मिल सकती है। साथ ही यह दांतों पर प्लाक (परत) को भी जमने नहीं देता (13)। इस विषय पर स्पष्टता के लिए अधिक रिसर्च करने की भी सिफारिश की गई है। 11. एलोवेरासामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : कैविटी का घरेलू उपचार करने के लिए एलोवेरा की भी मदद ले सकते हैं। एक शोध में यह पाया गया है कि एलोवेरा में मौजूद एंटी माइक्रोबियल गुण कैविटी पैदा करने वाले बुरे बैक्टीरिया को दूर कर सकता है (14)। इस कारण दांतों में कीड़े लगने के उपाय के तौर पर एलोवेरा जेल का उपयोग किया जाता है (15)। 12. विटामिन डीसामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
कैसे है उपयोगी : विशेषज्ञों के मुताबिक, विटामिन-डी दांतों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है। शोध में पाया गया है कि विटामिन डी का उपयोग करने पर यह दांतों के क्षय को रोकने में मददगार हो सकता है (16)। इस कारण दांतों में कीड़े लगने के उपाय के तौर पर विटामिन-डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेख पढ़ना जारी रखें कैविटी का घरेलू उपचार जानने के बाद आगे कैविटी के निदान पर एक नजर डाल लेते हैं। कैविटी का निदान कैसे करें – Diagnosis of Cavity Disease in hindiनियमित तौर पर दांतों की जांच से कैविटी का निदान हो सकता है। इसके लिए डेंटिस्ट दो तरह की जांच करने की सलाह दे सकते हैं (17):
कैविटी के निदान के बाद आर्टिकल में कैविटी के इलाज के बारे में पढ़ें। कैविटी का इलाज – Cavity Treatments in Hindiकैविटी की समस्या का इलाज उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। इसका इलाज कई प्रकार से किया जा सकता है। शोध में हम आपको आगे कैविटी के इलाज के तरीकों के बारे में बता रहे हैं (1) (17):
आगे पढ़ें चलिए, आगे कैविटी के बचाव से जुड़े कुछ टिप्स जान लेते हैं। कैविटी से बचाव – Prevention Tips for Cavity in Hindiआइए, निम्न बिंदुओं के माध्यम से दांतों में कैविटी से बचाव संबंधी कुछ अहम बातों को जान लेते हैं (1) (17)।
लेख को पढ़ने के बाद हम उम्मीद करते हैं कि कैविटी क्या है, इस सवाल का जवाब आपको मिल ही गया होगा। दांतों में कीड़े लगने के लक्षण और उपचार संबंधी इन उपायों को अपनाकर कैविटी से बचा जा सकता है। इसके अलावा, अगर आपका कोई करीबी इस समस्या से जूझ रहा है, तो लेख से हासिल जानकारी का इस्तेमाल आप उसकी सहायता के लिए भी कर सकते हैं। साथ ही इस आर्टिकल को उनके साथ साझा भी कर सकते हैं। अक्सर पूछे जाने वाले सवालक्या कैविटी फैल सकती हैं? कैविटी एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में सीधे तौर पर स्थानांतरित नहीं होती। जब तक दूसरा व्यक्ति प्रभावित व्यक्ति के मुंह के बैक्टीरिया के सीधा संपर्क में नहीं आता। मुख्य तौर पर ऐसा जूठा खाने व छींकने से हो सकता है। कैविटी की समस्या के लिए डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? जब दांतों में दर्द या ठंडा-गर्म पानी लग रहा हो, तो डॉक्टर के पास जाना चाहिए। क्या किसिंग से कैविटी फैल सकती है? किसिंग के माध्यम से कैविटी फैलाने वाले जर्मस और बैक्टीरिया फैल सकते हैं (18)। दांतों को भरने में कितना समय लगता है? डॉक्टर दांतों की फिलिंग करने के लिए आधे से एक घंटे तक का समय ले सकते हैं। कैविटी कैसे दिखती है यानी दांतों के कीड़े कैसे दिखते हैं? कैविटी होने पर दांतों में छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं, जो समय के साथ बढ़ सकते हैं। बिना फिलिंग के कैविटी को कैसे ठीक किया जा सकता है? किसी भी उपाय से खुद-ब-खुद दांत दोबारा से नहीं भरते हैं। इसके लिए फिलिंग करवानी जरूरी है। हां, भविष्य में होने वाली कैविटी से दांतों को उसका सही देखभाल करके बचाया जा सकता है। इसके लिए दांतों को ब्रश करने के लिए फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट, माउथवॉश और ऊपर दिए गए उपाय को आजमा सकते हैं। क्या कैविटी अपने आप ठीक हो सकती है? नहीं, कैविटी के कारण दांतों की क्षति होने पर यह अपने आप ठीक नहीं होती है। इसके इलाज के लिए डेंटिस्ट के पास जाना ही बेहतर उपाय है। SourcesArticles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details. दांतों से कैविटी को हमेशा के लिए कैसे हटाएं?दांतों के कीड़े दूर करने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है. नारियल तेल से ऑयल पुलिंग (Oil Pulling) करने पर दांतों का प्लाक, बैक्टीरिया, सड़न और मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है. ऑयल पुलिंग का मतलब होता है मुंह में नारियल तेल डालकर 5 से 10 मिनट तक घूमाना और थूक देना. ध्यान रहे कि आप इस नारियल तेल को निगलें ना.
दांतों में कैविटी किसकी कमी से होती है?फ्लोराइड की कमी से दांतों का एनामल अर्थात दांतों की बाहरी परत कमजोर हो जाती है और इनमें कैविटी होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं दूसरी ओर इसकी अधिकता से दांतों पर धब्बे पड़ जाते है, जिनको किसी भी तरीके से साफ नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये धब्बे एनामल के अंदर तक ही मौजूद होते हैं।
अगर समय पर कैविटी का इलाज न किया जाए तो क्या हो सकता है?कैविटीज का अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो न सिर्फ दांतों में दर्द और इंफेक्शन का खतरा रहता है बल्कि दांत हमेशा के लिए डैमेज भी हो सकते हैं। ऐसे में अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसे नए प्रोटीन का विकास किया है जो दांतों को कैविटी की समस्या से बचाने में मदद करेगा।
बार बार कैविटी होने का क्या कारण है?कैविटी आपके दांत के विभिन्न भागों में होने वाले छोटे छेद हैं, जो मुंह की उचित सफाई न होने के कारण दांतों की सड़न के कारण उत्पन्न होते हैं। यह प्रक्रिया तब होती है, जब आपके मुंह में मौजूद बैक्टीरिया स्टार्च और शक्करयुक्त खाद्य पदार्थो को खाते हैं और अम्ल बनाते हैं। इससे दांतों में सड़न पैदा होती है।
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