शरीर में विटामिन की कमी का पता कैसे लगाएं? - shareer mein vitaamin kee kamee ka pata kaise lagaen?

Vitamin D Deficiency: आजकल की खराब लाइफस्टाइल के कारण कम उम्र में लोगों को गंभीर बीमारियां हो रही है. लोग अपनी लाइफ में इतना बिजी हो गए हैं कि ना अच्छा खाना खा पाते हैं और ना ही एक्सरसाइज करते हैं. अच्छी डाइट ना होने के कारण शरीर में कई विटामिन की कमी हो जाती है, जिसमें से एक है विटामिन डी. इसकी कमी से शरीर की हड्डियां और इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है. आइए जानते हैं कि शरीर में विटामिन की कमी को कैसे पता लगाया जा सकता है.

पीठ दर्द
ज्यादा काम करने से अक्सर लोगों की पीठ में दर्द उठ जाता है. लेकिन पीठ के निचले हिस्से और हड्डियों में दर्द, विटामिन डी की कमी की ओर संकेत देता है. विटामिन डी हड्डियों को बनाने और मजबूत करने के लिए बेहद जरूरी होता है. 

बाल झड़ना
वैसे तो बाल झड़ने की समस्या पोषण की कमी और स्ट्रेस की वजह से हो सकता है. विटामिन डी की कमी का लिंक बाल झड़ने की समस्या से है. 

खांसी-जुकाम
अगर बार-बार आप सर्दी, खांसी या जुकाम की समस्या से परेशान होता हैं, ये विटामिन डी की कमी के कारण हो सकता है. अगर आपको सर्दी, खांसी या जुकाम की शिकायत लंबे समय तक है तो डॉक्टर को दिखाएं.

डिप्रेशन
विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है.

विटामिन-डी रिच फूड
- अंडे का पीला वाला इस्सा, फैटी फिश, दही, फोर्टिफाइड दूध, फोर्टिफाइड संतरे के जूस
- संतरे के जूस विटामिन डी और विटामिन सी से भरपूर होता है. इसे आप अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करें.
- दलिया भी विटामिन डी का अच्छा सोर्स है. इसके अलावा, दलिया में आवश्यक खनिजों और विटामिन भी पाए जाते हैं, जो अच्छी सेहत के लिए जरूरी.
- मशरूम भी विटामिन डी से भरपूर होता है. वहीं, ये विटामिन बी1, बी2, बी5 का भी अच्छा सोर्स है.

Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.

Vitamin D Deficiency: हमारे शरीर को कई तरह के विटामिन्स और पोषक तत्वों की जरूरत होती है. विटामिन कई तरह के होते हैं जिनमें से एक है विटामिन डी. बाकी सभी विटामिन के अलावा हमारे शरीर को विटामिन डी की भी बहुत जरूरत होती है. विटामिन डी हमारी हेल्थ के लिए काफी जरूरी माना जाता है. सूरज की धूप से हमारे शरीर में विटामिन डी बनता है. लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है. शरीर में विटामिन डी की कमी से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आइए जानते हैं विटामिन डी से जुड़ी सभी चीजों के बारे में और यह भी कि किन लोगों में इसकी सबसे ज्यादा कमी पाई जाती है. 

शरीर में विटामिन डी की कमी होना क्या है?

विटामिन डी की कमी का मतलब है कि आपके शरीर में इस खास विटामिन की मात्रा बेहद कम है. हमारा शरीर सूरज की रोशनी के संपर्क में आकर विटामिन डी बनाता है. लेकिन आजकल के समय में लोगों की स्किन बेहद कम धूप के संपर्क में आती है जिससे शरीर विटामिन डी नहीं बना पाता और इससे बॉडी में इसकी कमी होने लगती है. 

क्यों जरूरी होता है विटामिन डी?

विटामिन डी हमारी हड्डियों और दांतों के लिए काफी जरूरी होता है. बच्चों में विटामिन डी की कमी को रिकेट्स के नाम से जाना जाता है जिसमें हड्डियां काफी सॉफ्ट हो जाती हैं और आसानी से टूटने लगती हैं. वहीं, वयस्कों में विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस, या हड्डियों के पतले होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे आसानी से हड्डियां टूटने लगती है. 

हड्डियों को मजबूत करने के अलावा विटामिन डी और भी महत्वपूर्ण काम करता है जैसे- 

- मसल्स हेल्थ को करता है मजबूत

- इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाकर , इंफेक्शन से लड़ने में करता है मदद

- कई तरह के कैंसर से करता है बचाव

- डिप्रेशन और खराब मूड को करता है ठीक

- एनर्जी लेवल को करता है मेंटेन


विटामिन डी के सोर्स

- ऑयली फिश
- अंडे का पीला भाग, रेड मीट और लिवर
- कॉड लिवर ऑयल

शरीर में विटामिन डी की कमी के लक्षण

- शिशुओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण- शिशुओं में विटामिन डी की भारी कमी होने पर ऐंठन, दौरे पड़ना, और सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

- बच्चों में विटामिन डी की कमी के लक्षण- विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स रोग हो सकता है. जिस कारण हड्डियां काफी सॉफ्ट और कमजोर हो जाती हैं. इससे बच्चों के पैरों में टेढ़ापन और चलने में दिक्कत भी आती है. साथ ही बच्चों के दांत काफी आसानी से टूटने लगते हैं इसका असर दूध के दांतों पर भी पड़ता है. 

- वयस्कों में विटामिन डी की कमी के लक्षण- विटामिन डी की कमी के चलते कुछ लोग थकान, दर्द की शिकायत करते हैं. विटामिन डी की भारी कमी होने पर लोगों को सीढ़ियां चढ़ने में दिक्कत और मसल्स पेन की समस्या का सामना भी करना पड़ता है. विटामिन डी की कमी से हड्डियों में दर्द अक्सर पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों, पेल्विस, हिप्स और पैरों में भी होता है.

इन लोगों में सबसे ज्यादा पाई जाती है विटामिन डी की कमी

1. ऑफिस जाने वाले लोग सबसे ज्यादा विटामिन डी की कमी के शिकार होते हैं. ऑफिस जाने वाले लोगों को धूप में बैठने का समय नहीं मिल पाता. जिस कारण इन लोगों में विटामिन डी की कमी काफी ज्यादा पाई जाती है.

2. 50 साल से ज्यादा उम्र होने पर शरीर में कई तरह की विटामिन्स की कमी होने लगती है जिसमें से विटामिन डी भी एक है. इस उम्र में शरीर सूरज की धूप से विटामिन डी नहीं बना पाता.  जिस कारण इस उम्र के लोगों को बाकी तरीकों से शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने की जरूरत होती है. 

3. NIH की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों का बॉडी मास इंडेक्स 30 से ज्यादा होता है या बॉडी में फैट की मात्रा अधिक होती है उन्हें भी विटामिन डी की कमी का सामना करना पड़ सकता है. 

विटामिन की कमी कैसे पता करें?

अगर आपकी पीठ में निचली तरफ दर्द है या हड्डियों में दर्त है तो भी विटामिन डी का कम होना वजह हो सकती है। विटामिन डी कैल्शियम अवशोषित करने में मदद करता है जिससे आपकी हड्डियां मजबूत रहती हैं। कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन की समस्या हो सकती है, खासतौर पर अडल्ट्स में।

आपको कैसे पता चलेगा कि आपके पास विटामिन डी कम है?

अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आपको इसके कुछ खास लक्षण नजर आएंगे..
वजन बढ़ना.
मूड पर असर.
हड्डियों और जोड़ों में दर्द.
हेयर फॉल.
डाइट में शामिल करें ये चीजें.

कौन से विटामिन की कमी से खुजली होती है?

स्किन के लिए विटामिन डी (vitamin d) बहुत जरूरी है. बॉडी में अगर विटामिन डी (vitamin d deficiency) की कमी हो जाए तो स्किन में ड्राइनेस, खुजली, जलन जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

विटामिन की कमी से क्या परेशानी होती है?

विटामिन बी 12 की कमी शुरुआत में मामूली जरूर लगती है लेकिन लंबे समय तक इसकी कमी शरीर को भारी नुकसान पहुँचा सकती है. विटामिन बी 12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स, डीएनए बनाने के अलावा दिमाग और तंत्रिका कोशिकाओं को मजबूत करने में भी मदद करता है. इसकी कमी से एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है. विटामिन बी-12 शरीर के लिए बेहद जरूरी है.