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Meta © 2022 दुनिया की सबसे महंगी लकड़ी, महज एक किलो की कीमत है सात लाख रुपये से भी ज्यादाफीचर डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सोनू शर्मा Updated Wed, 04 Nov 2020 04:54 PM IST कुछ लकड़ियां अविश्वसनीय रूप से काफी महंगी होती हैं तो कुछ बेहद ही दुर्लभ। वैसे आमतौर पर चंदन की लकड़कियों को ही महंगा माना जाता है, जिसकी कीमत पांच से छह हजार रुपये प्रति किलो तक होती है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में एक ऐसी लकड़ी भी है, जो चंदन की लकड़ी की कीमत से कई गुना ज्यादा महंगी है। इसे खरीदने से पहले बड़े से बड़े अमीर भी दो-चार बार जरूर सोचेंगे। इस लकड़ी का नाम है अफ्रीकी ब्लैकवुड। यह धरती पर मौजूद सबसे मूल्यवान सामग्रियों में से एक है। इस लकड़ी की महज एक किलोग्राम की कीमत आठ हजार पाउंड यानी सात लाख रुपये से भी ज्यादा है। इतने में तो एक अच्छी खासी लग्जरी कार खरीद सकते हैं। अफ्रीकी ब्लैकवुड पेड़ अन्य पेड़ों की तुलना में धरती पर बेहद कम हैं यानी यह दुर्लभ हैं। इनकी ऊंचाई लगभग 25-40 फीट होती है। अफ्रीकी ब्लैकवुड मध्य और दक्षिणी अफ्रीका के 26 देशों में पाए जाते हैं। ये सूखे स्थानों पर ही ज्यादातर मिलते हैं। वैसे तो इस पेड़ को पूरी तरह तैयार होने में लगभग 60 साल का समय लगता है, लेकिन केन्या और तंजानिया जैसे देशों में इसके लकड़ी की अवैध तस्करी की वजह से समय से पहले इन पेड़ों को काट लिया जाता है। इससे ब्लैकवुड की संख्या में भारी कमी आई है, जिसकी वजह से ये दुर्लभ हो गए हैं। अफ्रीकी ब्लैकवुड की लकड़ी का ज्यादातर इस्तेमाल शहनाई, बांसुरी और गिटार जैसे संगीत वाद्ययंत्र बनाने के काम में होता है। इसके अलावा इस लकड़ी से मजबूत और टिकाऊ फर्नीचर भी बनाए जाते हैं, लेकिन वो काफी महंगे होते हैं। इतने महंगे कि उन्हें खरीदना आम लोगों के बस की बात नहीं है। क्या आपको लगता है किसी पेड़ की कीमत 9.66 करोड़ रुपये हो सकती है? दुनिया का सबसे महंगा पेड़ एक जापानी पुराना पाइन बोन्साई पेड़ (Pine bonsai tree) है जिसे जापान के ताकामात्सु में अंतर्राष्ट्रीय बोनसाई सम्मेलन में 9.66 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदा गया था। बोनसाई के पेड़ बहुत मूल्यवान होते हैं, विशेष रूप से क्योंकि वे जितने बड़े होते हैं उन्हें जीवित रखना कठिन होता है। यही कारण है कि उनकी कीमत वाइन की तरह होती है, जितनी पुरानी वाइन उतनी ज्यादा कीमत और ऐसा ही बोन्साई पेड़ों के साथ होता है। और इसलिए उनकी कीमत जितनी अधिक उम्र में बढ़ती जाती है, ठीक शराब की तरह। इन पेड़ों की कोई भी प्रजाति नहीं होती है लेकिन यह एक कटोरी को पेड़ों को उगाने और तराशने की पुरानी प्राचीन एशियाई कला है। इनमें सबसे महंगे पेड़ वही है जिनकी दशकों तक देखभाल की जाती है। ये मैच्योरिटी इन पेड़ों की छाल पर साफ नजर आती है। इन पेड़ों में से सबसे महंगे वास्तव में वे हैं जिनकी दशकों तक सबसे अधिक देखभाल की जाती है, यह परिपक्वता पेड़ों की छाल पर किसी को भी आसानी से दिखाई देगी और जिस तरह से यह वर्षों की निरंतर छंटाई, स्टाइल आदि के बाद दिखता है। यह मूल रूप से एक पूर्ण विकसित पेड़ को छोटा करना है। एक बर्तन के अंदर इसके सार को एक जैसा करना सुनिश्चित करना है। बोन्साई की जड़ों की निरंतर सफाई, शाखाओं की छंटाई, पौधों की रिपोर्टिंग आदि के कारण होता है। इस प्रक्रिया के लिए विशेष रूप से आवश्यक बहुत बड़ी मात्रा में कौशल भी बोन्साई पेड़ की कीमत में एक बड़ी भूमिका निभाता है। इतिहास और जितने हाथों से यह गुजरता है वह बोन्साई पेड़ की कीमत भी बढ़ा देता है। उदाहरण के लिए एक बोन्साई पेड़ मौजूद है जो 400 साल पुराना है और जापान के यामाकी परिवार द्वारा लगातार काट दिया गया था, यह पेड़ हिरोशिमा और नागासाकी बमबारी से बच गया है और आज भी मौजूद है अगर उस पेड़ को बेचा जाता तो यह भी 1 मिलियन डॉलर के मार्क से आगे निकल जाता क्योंकि इससे जुड़ा लम्बा इतिहास है। अमेरिकी बागवानी वैज्ञानिक जॉन नाका के अनुसार बोन्साई पेड़ का मूल तत्व इसकी कीमत 1 मिलियन डॉलर से अधिक है क्योंकि पेड़ को बोन्साई की तरह दिखाना नहीं है, बल्कि बोन्साई को पेड़ की तरह दिखाना है। अगर आपको लगता है कि पौधे ज्यादा महंगे नहीं होते तो आपने शायद सबसे महंगे पौधों के बारे में सुना ही नहीं। आइए आज आपको ऐसे महंगों पौधों से रूबरू करवाएं। पेड़ पौधे हमारे पर्यावरण को सुंदर और सुरक्षित रखते हैं। प्रकृति ने हमें जो सबसे खूबसूरत उपहार दिया है वह पौधे ही हैं। हममें से अधिकतर घरों में ट्रेंडी और खूबसूरत प्लांट्स की भरमार होती है। ये पौधे हमारे स्पेस को एक सकारात्मक वाइव से फिल करते हैं। प्रकृति के बीच समय बिताना हर किसी को पसंद होता है और जब आप प्रकृति के बीच नहीं जा पाते, तो आप इन पौधों के जरिए उसे घर में ले आते हैं। अब बात करें उनकी कीमतों की तो आप इन्हें अपनी पसंद के हिसाब से खरीद सकते हैं। कुछ पौधे बहुत सस्ते होते हैं, तो कुछ महंगे होते हैं, लेकिन क्या आपने दुनिया के कुछ बहुत महंगे पौधों के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो आज इस आर्टिकल में हम आपको उन्हीं महंगे पौधों के बारे में बताएंगे। 1800 साल पुराना पाइन बोनसाई पेड़एक सदी पुराना पाइन बोनसाई पेड़ अपनी तरह का सबसे महंगा पौधा है। जापान के ता कोमात्सु में अंतरराष्ट्रीय बोनसाई सम्मेलन में बेचा गया था, इसकी नीलामी कीमत 1.3 मिलियन डॉलर यानी 9 करोड़ 70 लाख के करीब तक पहुंच गई थी। ऐसा बताया गया था कि यह 800 वर्ष से अधिक पुराना है। इस तरह के बोन्साई पेड़ अपनी उम्र, इतिहास और कुछ अन्य गुणों जैसे आकार और ट्रंक के साइज के कारण बेशकीमती होते हैं। 2गोल्ड ऑफ किनाबालु ऑर्किडलगभग 6,000 डॉलर प्रति पीस यानी 447 रुपये का एक पीस का यह फूल अपनी उल्लेखनीय सुंदरता के लिए जाना जाता है। आपको बता दें कि यह केवल मलेशिया देश में उनके राष्ट्रीय किनाबालु पार्क में ही दिखाई देता है। यह एक दुर्लभ प्रकार का ऑर्किड है जो विशेष रूप से अप्रैल से मई के महीनों में उगता है। इसमें रेड स्ट्राइप्स के साथ हरी पत्तियां होती हैं। ग्रह पर ऑर्किड की सभी किस्मों में से, किनाबालु को सबसे दुर्लभ माना जाता है। 3हाफ मून पिंक प्रिंसेसयह पौधे आपने हो सकता है कुछ लोगों के घर की सुंदरता को बढ़ाते हुए देखा होगा। यह फिलोडेनड्रोन पिंक प्रिंसेस की आजकल बहुत मांग है। 89 हजार के इस प्लांट को ब्लशिंग फिलोडेनड्रोन भी कहते हैं और यह कोलंबिया में ज्यादा देखने को मिलता है। इसकी पत्तियां हरे रंग की होती है, जिसमें पिंक, रोज और कॉपर के शेड्स पाए जाते हैं। यह प्लांट इंफ्लूएंसर और कलेक्टर्स के बीच खासे लोकप्रिय हैं। 4मैन-मेड ऑर्किडशेनझेन नोंगके आर्किड एक मानव निर्मित आर्किड है जिसकी कीमत 200,000 डॉलर है। चीनी कृषि वैज्ञानिकों को इस विशिष्ट प्रकार के आर्किड की खेती करने में 8 साल लगे। इतना ही नहीं इस पौधे को खिलने में भी 4 से 5 साल का लंबा वक्त लगता है। इसका समग्र आकर्षण, आकार, सुगंध और रंग सहित सारी विशेषताएं इसे खास बनाती हैं। यह न केवल देखने में सुंदर है बल्कि यह भूखे पेट को भी संतुष्ट कर सकता है क्योंकि इसे एडिबल बनाया गया है। 5कदुपुल फूलश्रीलंका देश में स्थित, कदुपुल फूल बहुत खास है और इसकी कीमत लगा पाना भी बहुत मुश्किल है। इसकी दुर्लभता के कारण, कदुपुल फूल को ग्रह पर सबसे महंगे फूल का ताज पहनाया जाता है। आपको बता दें कि कदुपुल का फूल साल में केवल एक बार खिलता है और आमतौर पर रात के समय उनकी सुंदर पंखुड़ियां खुलती हैं। इसकी तस्करी करने वालों को कड़ी सजा का प्रावधान भी है। इसे भी पढ़ें : हेयर स्ट्रैंड्स की तरह नजर आते हैं यह यूनिक इनडोर प्लांट्स, आप भी लगाएं अपने घर में 6वेरिएगेटेड फिलोडेनड्रोन मिनिमान्यूजीलैंड के एक स्टोर के पास इस पौधेको बेचने का रिकॉर्ड है। उस स्टोर ने इस पौधो को 8,150 डॉलर यानी 6 लाख में बेचा था। आपको बता दें विभिन्न प्रकार के फिलोडेनड्रोन मिनिमा में चमकदार पत्ते होते हैं जिनका रंग डीप-लोब लाइट ग्रीन कलर होता है। इसकी पत्तियां हरे, लाइट शेड्स और येलो रंगों की भी होती हैं। वैसे तो एक आम फिलोडेनड्रोन की कीमत 1400 से 2000 रुपये तक जाती है, लेकिन भिन्न प्रकार की एक अलग वैल्यू होती है। 7एलोकैसिया अज़्लानीएलोकैसिया अज़्लानी अपनी वैक्सी, गहरे हरे रंग की पत्तियों के साथ पर्पल वेन्स के लिए जाना जाता है। यह वास्तव में अनोखा दिखने वाला छोटा-सा हाउसप्लांट है। ये पौधे आकार के आधार पर 100 से 700 डॉलर तक जाते हैं और पिछले कुछ समय में इनकी लोकप्रियता भी काफी बढ़ी है। यह पौधा बोर्नियो में ज्यादा पाया जाता है और इसे 'रेड मैम्बो' या 'ज्वेल प्लांट' के नाम से भी जाना जाता है। इसका शिमरी टेक्सचर और रंग इसे आकर्षक दिखाता है। (अपने इंडोर प्लांट्स का ऐसे रखें ध्यान) 8ट्यूलिप बल्बआपको जानकर हैरानी होगी कि 17वीं शताब्दी के दौरान, ट्यूलिप बल्ब ने 5,700 डॉलर यानी 4 लाख 26 हजार रुपये की अपनी वैल्यू के कारण इतिहास रच दिया था। यह प्लांट हौलेंड से कल्टिवेट हुआ था। लाल, गुलाबी और पीले रंग के संयोजन के साथ, ट्यूलिप बल्ब को उस समय देश में सबसे सुंदर और कीमत वाला पौधा माना जाता था। 150 से अधिक प्रजातियों और 3000 किस्मों के साथ ट्यूलिप बल्ब अपने आप में एक अनोखे तरह का पौधा होता है। (आपके इंडोर प्लांट्स के लिए ये स्मार्ट डिवाइस हैं जबरदस्त) 9सैफ्रन क्रॉकस
इस पौधे की कीमत 1500 पाउंड यानी डेढ़ लाख से अधिक आंकी जाती है और यह न सिर्फ एक ऑर्नामेंटल प्लांट है बल्कि इसका इस्तेमाल फूड प्रिजर्वेशन और गॉरमे में तैयार स्पाइसेस में भी होता है। इसी कारण इसे दुनिया के सबसे महंगे पौधों की लिस्ट में शामिल किया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इससे चिली टेस्ट बनाने के लिए कम से कम 80 हजार सैफ्रन क्रॉकस की आवश्यकता होती है। इसे भी पढ़ें : सिर्फ 100 रुपये में घर के लिए लाएं ये इंडोर प्लांट्स 10फिलोडेनड्रोन टोर्टमछह इंच के गमले में एक मध्यम आकार का फिलोडेनड्रोन टॉर्टम आमतौर पर एक प्लांट स्टोर या ऑनलाइन में लगभग 400 डॉलर यानी 29 हजार रुपये में जाता है। ब्राजील में पाया जाने वाला यह पौधा अपने करीबी रिश्तेदारों की तुलना में बहुत अलग दिखता है और इसकी देखभाल की आवश्यकताएं भी अलग-अलग होती हैं। अपनी विशेषताओं के कारण यह पौधे दुर्लभ होते हैं। आपने इनमें से पहले किस पौधे का नाम सुना है हमें जरूर बताएं। यह लेख अगर आपको पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ। Image Credit : Plantedshack, mosttoday, ipinimg & bonsaiempire दुनिया का सबसे महंगा पेड़ कौन सा है?चंदन का पेड़
यह दुनिया के सबसे महंगे पेड़ों में से एक है. इसकी एक किलो लकड़ी की कीमत करीब 27000 रुपये है. चंदन के एक पेड़ से 15-20 किलो लकड़ी निकाली जाती है. यानी अगर आपने धैर्य धरा तो चंदन का एक पेड़ ही आपको लखपति बना सकता है.
सबसे महंगा बिकने वाला पेड़ कौन सा है?दुनिया का सबसे महंगा पेड़ एक जापानी पुराना पाइन बोन्साई पेड़ (Pine bonsai tree) है जिसे जापान के ताकामात्सु में अंतर्राष्ट्रीय बोनसाई सम्मेलन में 9.66 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदा गया था। बोनसाई के पेड़ बहुत मूल्यवान होते हैं, विशेष रूप से क्योंकि वे जितने बड़े होते हैं उन्हें जीवित रखना कठिन होता है।
भारत में सबसे महंगा पेड़ कौन सा होता है?चंदन का पौधा पूरी दुनिया का सबसे महंगा पौधा माना जाता है। भारत में चंदन की कीमत बहुत अधिक है। चंदन का इस्तेमाल बेहद खास चीजों में होता है, जिनमें पूजा और हवन आदि शामिल हैं।
चंदन की लकड़ी की क्या रेट है?इसकी प्रति किलो कीमत ७ लाख रुपए से भी अधिक होती है जबकि चंदन की लकड़ी ५-६ हजार रुपए प्रति किलो होती है । इसकी लकड़ी का उपयोग गिटार, शहनाई और बांसुरी जैसे वाद्ययंत्रों को बनाने में किया जाता है ।
सोने से भी महंगी लकड़ी कौन सी है?लाल चंदन की लकड़ी सोने से ज्यादा महंगी क्यों होती है? - Quora. लाल चंदन की लकड़ी सोने से ज्यादा महंगी क्यों होती है? लाल चंदन की लकड़ी सोने से ज्यादा महंगी नहीं होती सोना अभी 5000000 रुपए किलो है जबकि चंदन 50,000 भी नहीं है।
भारत की सबसे कीमती लकड़ी कौन सी है?भारत के जंगलों में होने वाली लकड़ियों में लाल चंदन सबसे कीमती होती है। चीन में इस लकड़ी की मांग सबसे अधिक है। वनस्पति विज्ञान में इसका नाम पेट्रो कारपस संता लिनस है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवैध रूप से सबसे अधिक लाल चंदन की लकड़ी का ही निर्यात किया जाता है।
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