इसे सुनेंरोकेंकीवी पक्षी जो न्यूजीलैंड में पाया जाने वाला एक पक्षी है। यह न्यूजीलैंड का राष्ट्रीय पक्षी है। यह ना उड़ सकने वाले पक्षियों में सबसे छोटा पक्षी है और यह सिर्फ न्यूजीलैंड में पाया जाता है क्योंकि यहाँ के अलावा और कहीं की जलवायु इनके अनुकूल नहीं है। Show क्या कीवी पक्षी उड़ सकता है?इसे सुनेंरोकेंदुनिया के सबसे बड़े पक्षियों में से एक ऑस्ट्रिच जमीन पर 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ता है। पंख होने के बाद भी ऑस्ट्रिच उड़ नहीं सकता है। 2- पेंग्विन अंटार्टिका द्वीप पर पाई जाने वाला पेंग्विन पक्षी भी उड़ नहीं पाती है। इसे सुनेंरोकेंछ) कीवी कहाँ रहती है और क्या-क्या खाती है? कीवी घने जंगलों में रहती है। वह केंचुए , कीड़े-मकौड़े और कंद-मूल खाती है। न्यूजीलैंड टीम को कीवी क्यों कहते हैं?इसे सुनेंरोकेंयह विवरण माना जाता था कि किसी भी प्रकार की शारीरिक विशेषता से बाहर नहीं आना, बल्कि न्यूजीलैंड के सैनिकों की कद और अच्छी तरह से प्रकृति वाली प्रकृति। किवी भी एकमात्र कारण के लिए पसंद का उपनाम था कि यह देश के लिए अद्वितीय था। पढ़ना: प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र क्या है? कीवी पक्षी क्या खाता है? इसे सुनेंरोकेंइस पक्षी का मुख्य भोजन कीड़े मकोड़े है। यह छोटे बेरी फल और बीज भी खाता है। 3. कीवी पक्षी रात्रि को विचरण करते समय “Kee Wee Kee Wee” की आवाज निकालता है। ऐसा कौनसा पक्षी है जिसके सर पर पैर होते हैं? इसे सुनेंरोकेंहरियल पक्षी जो एक तरह का कबूतर है , जमीन पर कभी पैर नहीं रखता है । आप उसे इस चित्र में देख सकते हैं। वह कौन सी चिड़िया है जिसके सिर पर पैर होते हैं? वही चिड़िया जिसके पेट का चोंच बैंगनी होता है, पूँछ से लटकती लाल आँखें होती हैं और उन आँखों से वह सबकुछ सूंघ लेती है। कीवी फल कितने रुपए किलो मिलता है?इसे सुनेंरोकेंकीवी फल का शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। बाजार में पहाड़ के साथ ही न्यूजीलैंड की कीवी आ गई है। उद्यान विभाग के सहायक अधिकारी पीसी कांडपाल कहते हैं कि नैनीताल के ज्योलीकोट इलाके में कीवी की फसल बड़ी मात्रा में होती है। वहां थोक में यह 70 से 80 रुपए किलो में मिल जाती है, मगर यहां फुटकर में इसके दाम अधिक ही रहते हैं। न्यूजीलैंड का नेशनल बर्ड क्या है?कीवी फल कौन से देश का है?इसे सुनेंरोकेंयह मूल रूप से चीन की पैदावार हैं। आज भी पूरे विश्व का ५६% किवी फल के उत्पादन का श्रेय चीन को जाता है। पढ़ना: ज्यादा मोबाइल देखने से क्या हो जाता है? कीवी मीन्स क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंअर्थ और पर्यायवाची कीवी: कीवी न्यूजीलैंड का राष्ट्रीय पक्षी है । कीवी: कई कीवी मेरे अच्छे दोस्त हैं । कीवी: कीवी के फल खाए जाते हैं । कीवी: श्यामा कीवी खा रही है । गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सप्ताह भर बाद से गोरखपुर चिड़ियाघर के दर्शकों को एक नया मेहमान देखने को मिलेगा। वहां तीन एमू लाए गए हैं। यह आस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी है। उसे अभी हिमालयन ब्लैक बीयर के बाड़े में क्वारंटाइन किया गया है। अवधि पूरी होते ही दर्शक उसे देख भी सकेंगे। दर्शकों के लिए रोमांचक होगा एमू को देखना: एमू को देखना दर्शकों के लिए रोमांचकारी होगा। वह विश्व का दूसरा सबसे बड़े आकार का पक्षी है। चिड़ियाघर प्रशासन को सूचना मिली थी कि सरहरी में एक व्यक्ति के घर में तीन एमू मौजूद हैं। Gorakhpur जनता दर्शन में अधिकारियों पर सख्त दिखे CM योगी, बोले- गंभीरता से करें पुलिस व भूमि विवाद का निस्तारण यह भी पढ़ेंचिड़ियाघर के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने सोमवार को सरहरी में जाकर उस व्यक्ति से संपर्क किया तो वह एमू को चिड़ियाघर को देने के लिए राजी हो गया। चिकित्सक स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे चिड़ियाघर ले आए और उसे भालू के बगल में स्थित हिमालयन ब्लैक बीयर के बाड़े में क्वारंटीन कर दिया। चिकित्सक ने बताया कि शुतुरमुर्ग के बाद एमू ही दुनिया का सबसे विशालकाय पक्षी है। यह फुर्तिला होता है। इसकी लंबाई दो मीटर तक होती है। इसका वजन 30 से 35 किलो तक हो सकता है। आकार बड़ा व वजन अधिक होने के कारण यह उड़ नहीं पता है। यह चिड़ियाघर के दर्शकों के लिए नया आकर्षण होगा। UP Crime: मुर्गा काटने वाले चाकू से चचेरे भाइयों समेत तीन लोगों पर किया हमला, एक की मौत- गांव में फोर्स तैनात यह भी पढ़ेंचिड़ियाघर के दर्शकों को रोमांचित करती है पटौदी की दहाड़ जंगल के राजा शेर का चिड़ियाघर में रुतबा बुलंद है। वहां वह मचान पर बैठकर पूरे चिड़ियाघर का नजारा लेते हैं। चिड़ियाघर में शेर का एक जोड़ा है। शेर का नाम पटौदी है। शेरनी का मरियम। शेरनी मरियम 18 वर्ष की हो चुकी है। बावजूद इसके वह अभी भी पूरी तरह से स्वस्थ है, जबकि पटौदी अभी सात साल का है। मचान पर कभी शेर पटौदी बैठा होता है तो कभी शेरनी मरियम। बच्चे भी लायन अंकल-लायन अंकल कहकर उत्साहित होते हैं। चिड़ियाघर में बच्चों को इनकी दहाड़ बेहद भाती है। चिड़ियाघर के 216 जानवरों में सर्वाधिक भीड़ शेर के बाड़े के पास लगती है। लोग सर्वाधिक वक्त उसके बाड़े के पास ही गुजारते हैं। कोई शेर से दोस्ती करना चाहता है तो किसी को दूर से शेर को निहारना पसंद है। कुछ दर्शकों का यहां तक कहना है कि शेर को देखने से भीतर फीलिंग भी शेर जैसी आती है। “एमु” आस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी है. शुतुरमुर्ग के बाद एमु ही विशालतम है और पंखों के होते हुए भी उड़ने में असमर्थ. दौड़ते समय यह ५० किलोमीटर की गति प्राप्त कर सकती है और ९ फीट तक का छलांग लगा सकती है. ऊँचाई लगभग ६ फीट की होती है जो उसे डेढ़ साल की अवस्था में ही प्राप्त हो जाती है. वजन ४० से ६० किलो तक हो सकती है. इसके मांस में वसा मात्र २ प्रतिशत ही पायी जाती है अतः मांसाहारियों में लोकप्रिय हो चली है. इसके शरीर से जो तेल निकलता है, औशधीय गुणों से युक्त बताया जाता है और दर्द निवारक के रूप में, प्रसाधन सामग्रियों तथा केश तेल आदि में प्रयोग किया जाता है. मानव शरीर पर इस तेल की अनुकूलता अभी भी प्रश्नों के घेरे में है. प्रति एमु से लगभग ६ वर्ग फीट चमड़ा प्राप्त होता है जिसका प्रयोग वस्त्र निर्माण में किया जाता है. पैरों का चमड़ा भी मगरमच्छ के चमड़े जैसा दीखता है और विभिन्न आकर्षक वस्तुओं के निर्माण में लिया जाता है. इसके नाखून भी लोकेट की जगह हार में लगाये जाते हैं. एमु का प्रजनन काल भारत में ओक्टूबर से फरवरी के बीच होता है और इस दौरान एक मादा ३० अंडे तक देती है. एक अंडे का वजन लगभग आधा किलो होता है जो हरे रंग का होता है. अंडे सेने का काम नर एमु करता है और ५२ दिनों में चूजे निकल आते हैं. जयराज जी का फार्म उनके घर से लगा हुआ है. एक बाड़े में जो तार की जालियों से फेंसिंग किया हुआ था, कुल २४ एमु रखे गए थे. उनमें से एक की गर्दन में कुछ घाव सा था जिसके कारण उसे एक अलग बाड़े में रखा गया था. हम तो बड़े उत्साहित थे अतः इसके पहले कि कुछ बातचीत हो, हम तस्वीर लेने की जुगाड़ में थे. जाली आड़े आ रही थी. जब उसकी छेद में कैमरे की लेंस लगाकर तस्वीर लेने की कोशिश कर रहा था तब एक दूसरे मनचले एमु ने मेरे केमरे से बंधी डोर को अपनी चोंच से दबोच लिया. जोर आजमाइश के बाद ही मुझे अपना केमेरा मिल सका. इन पक्षियों में अत्यधिक कौतूहल था और बड़े मिलनसार भी लगे क्योंकि लगभग पूरे के पूरे हम लोगों से मिलने जाली से सटकर खड़े हो गए थे. इस आलेख को लिख ही रहा था जब मुझे सूचित किया गया की तामिल अखबार में एक दूसरे कम्पनी का विज्ञापन आया है और वे ६००० रुपयों की जगह ८००० रुपये प्रति माह एमु पालक (कृषक) को प्रदान कर रहे हैं. विश्व के कई अन्य देशों में तो एमु पालन हो रहा है परन्तु भारत में सर्वप्रथम १९९८ में आंध्र प्रदेश के एक उद्यमी ने इसे प्रारंभ किया था. आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त अब महारष्ट्र, तामिलनाडू तथा कुछ कुछ केरल और कर्नाटक में भी इस व्यवसाय ने अपने पैर पसार लिए हैं. Share this:Like this:पसंद करें लोड हो रहा है... RelatedThis entry was posted on दिसम्बर 28, 2011 at 10:19 पूर्वाह्न and is filed under Andhra Pradesh, Emu, Kerala, Maharashtra, Tamilnadu. You can follow any responses to this entry through the RSS 2.0 feed. You can leave a response, or trackback from your own site. ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी कौन था?एमू' (Emu) एक विशालकाय पक्षी है। यह आस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी है। यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पक्षी है।
ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय जानवर कौन है?कंगारू आस्ट्रेलिया में पाया जानेवाला एक स्तनधारी पशु है। यह आस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पशु भी है।
न्यूजीलैंड का राष्ट्रीय पक्षी का नाम क्या है?कीवी पक्षी जो न्यूजीलैंड में पाया जाने वाला एक पक्षी है। यह न्यूजीलैंड का राष्ट्रीय पक्षी है।
विश्व का प्रसिद्ध पक्षी कौन सा है?राजहंस या फ्लेमिंगो को विश्व की सबसे खूबसूरत पक्षियों में गिना जाता है.
|