मानव के लिए पानी का क्या अर्थ है? - maanav ke lie paanee ka kya arth hai?

हमारा शरीर 70% जल से बना हुआ है, केवल हमारा शरीर ही नहीं परंतु हमारा पृथ्वी दो-तीहाई जल से अच्छादित से भरपूर है। हमारे शरीर और जीवन की पूंजी जल, वायु और भोजन है। हमारे जीवन में अगर इनमें से अगर एक भी चीज ना रही तो हमारा जीवन संकट में पड़ सकता है। आपने यह तो सुना ही होगा “जल ही जीवन है।” इस ब्लॉग में हम जल का महत्व (Importance of Water in Hindi) पर विभिन्न निबंध लिखना सीखेंगे।

मानव के लिए पानी का क्या अर्थ है? - maanav ke lie paanee ka kya arth hai?

मानव के लिए पानी का क्या अर्थ है? - maanav ke lie paanee ka kya arth hai?

This Blog Includes:
  1. जल का महत्व पर निबंध 100 शब्द
  2. जल के महत्व पर निबंध 300 शब्द
  3. जल के महत्व पर निबंध पोस्टर
  4. जल का महत्व निबंध 400 शब्द
  5. जल का महत्व निबंध 500 शब्द
  6. जल का महत्व इन हिंदी 10 लाइन
  7. जल का महत्व इन हिंदी 5 लाइन
  8. जल का महत्व पर 10 अनमोल विचार
  9. FAQs

जल का महत्व पर निबंध 100 शब्द

Importance of water in Hindi पर 100 शब्दों पर निबंध इस प्रकार है:

Importance of Water in Hindi (जल का महत्व)

“जल ही जीवन है”, इसका यह अर्थ है कि जहां पानी होता है वहां जीवन होता है। पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी पर ही जल पाया गया है। जल हमें यह प्रकृति के द्वारा दिया गया है तो हमें इसका सम्मान करना चाहिए ना कि इसका व्यर्थ करना चाहिए। मनुष्य, जानवरों, पेड़ पौधों सभी के जीवन में जल का उपयोग होता है, जल के बिना जीवन असंभव है। दो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के अणुओं को मिलाकर जल बनता है। जल का रासायनिक सूत्र h2o है। सभी को हमेशा साफ और शुद्ध जल ही पीना चाहिए। पानी का एक एक बूंद भी बहुत कीमती होता है।

जल के महत्व पर निबंध 300 शब्द

Importance of Water in Hindi

पानी सबसे महत्वपूर्ण पदार्थों में से एक है, जो पौधों ,जानवरों ,मनुष्य के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। पानी के बिना हम जीवन के बारे में सोच भी नहीं सकते। हमारे शरीर का आधा वजन पानी से बनता है, पानी के बिना दुनिया में कोई भी जीव जिंदा नहीं रह सकते। जीवन में पानी केवल पीने के लिए ही नहीं परंतु दैनिक जीवन में भी बहुत उपयोगी है जैसे कि स्नान करना ,खाना पकाना ,कपड़े धोने के लिए ,सफाई करने के लिए आदि ऐसी बहुत सारी चीजों के लिए आवश्यक है। जल की तीन अवस्थाएं होती है:

  • ठोस (solid)
  • द्रव्य (liquid)
  • गैस (gas)

पृथ्वी के 70% भाग पर जल विद्यमान है। यह जल महासागरों ,सागरों में  वितरित है। जल एक रासायनिक पदार्थ के रूप में भी काम आता है, यह रंगहीन और गंधहीन होता है। जल का क्वथनांक (boiling point)  1000 डिग्री सेल्सियस होता है। जल का सतही तनाव (surface tension) उच्च होता है, क्योंकि जल के अणु के बीच होने वाली अंत क्रिया कमजोर होती है। जल बहुत अच्छा विलायक साल्वेंट (solvent) होता है। इसका यह मतलब है कि जो पदार्थ अच्छी तरीके से पानी में घुल जाता है। जल की इस घुलनशील प्रवृत्ति को  हाइड्रोफिलिक (hydrophilic) का नाम दिया जाता है, जैसे कि नमक चीनी ,आदि। ऐसे भी कुछ पदार्थ होते हैं जो पानी में घुलनशील नहीं होते जैसे कि तेल और वसा। जल के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है, भविष्य के लिए हमें जल का संरक्षण करना बहुत ही महत्वपूर्ण है।

जल के महत्व पर निबंध पोस्टर

जल का महत्व निबंध के लिए पोस्टर नीचे दिया गया है-

मानव के लिए पानी का क्या अर्थ है? - maanav ke lie paanee ka kya arth hai?

मानव के लिए पानी का क्या अर्थ है? - maanav ke lie paanee ka kya arth hai?

FAQs

जल का जीवन में क्या उपयोग है?

मनुष्य जल को विभिन्न कार्यों में प्रयोग करता है। जैसे इमारतों, नहरों, घाटी, पुलों, जलघरों, जलकुंडों, नालियों एवं शक्ति घरों आदि के निर्माण में। जल का अन्य उपयोग खाना पकाने, सफाई करने, गर्म पदार्थ को ठंडा करने, वाष्प शक्ति, परिवहन, सिंचाई व मत्स्य पालन आदि कार्यों के लिये किया जाता है।

जल कितने प्रकार के होते हैं?

पानी तीन रूपों में होता है: 1. ठोस, बर्फ के रूप में, 2. तरल, पानी के रूप में, और गैस, जलवाष्प के रूप में।

पीने के लिए सुरक्षित पानी कौन सा है?

शहरों में रहने वाले लोगों के लिए तो नल का पानी ही सबसे सुरक्षित और स्वस्थ विकल्प है।

पीने का पानी शुद्ध कैसे करें?

पानी को साफ करने के लिए इसे पीतल, तांबे या मिट्टी के बर्तन में 100 डिग्री सेल्सियस पर उबालें और पीने लायक होने पर ही प्रयोग में लें। ध्यान रहे कि एक बार उबाले गए पानी को आप आठ घंटे के भीतर प्रयोग कर लें वर्ना इसमें वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से फिर से अशुद्धियां आ जाती हैं।

आशा करते हैं कि आप इस ब्लॉग के माध्यम से जल का महत्व (Importance of Water in Hindi) समझ गए हैं। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 57 2000 पर कॉल कर बुक करें।

“जल है तो कल है”, बावजूद इसके जल बेवजह बर्बाद किया जाता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जल-संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही है। हम हमेशा से सुनते आये हैं “जल ही जीवन है”। जल के बिना सुनहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती, जीवन के सभी कार्यों का निष्पादन करने के लिये जल की आवश्यकता होती है। पृथ्वी पर उपलब्ध एक बहुमुल्य संसाधन है जल, या यूं कहें कि यही सभी सजीवो के जीने का आधार है जल। धरती का लगभग तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है, किन्तु इसमें से 97% पानी खारा है जो पीने योग्य नहीं है, पीने योग्य पानी की मात्रा सिर्फ 3% है। इसमें भी 2% पानी ग्लेशियर एवं बर्फ के रूप में है। इस प्रकार सही मायने में मात्र 1% पानी ही मानव के उपयोग हेतु उपलब्ध है।

नगरीकरण और औद्योगिकीरण की तीव्र गति व बढ़ता प्रदूषण तथा जनसंख्या में लगातार वृद्धि के साथ प्रत्येक व्यक्ति के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है। जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है देश के कई हिस्सों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। प्रतिवर्ष यह समस्या पहले के मुकाबले और बढ़ती जाती है, लेकिन हम हमेशा यही सोचते हैं बस जैसे तैसे गर्मी का सीजन निकाल जाये बारिश आते ही पानी की समस्या दूर हो जायेगी और यह सोचकर जल सरंक्षण के प्रति बेरुखी अपनाये रहते हैं।

मानव के लिए पानी का क्या अर्थ है? - maanav ke lie paanee ka kya arth hai?

आगामी वर्षों में जल संकट की समस्या और अधिक विकराल हो जाएगी, ऐसा मानना है विश्व आर्थिक मंच का। इसी संस्था की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि दुनियाभर में 75 प्रतिशत से ज्यादा लोग पानी की कमी की संकटों से जूझ रहे हैं। 22 मार्च को मनाया जाने वाला ‘विश्व जल दिवस’ महज औपचारिकता नहीं है, बल्कि जल संरक्षण का संकल्प लेकर अन्य लोगों को इस संदर्भ में जागरुक करने का एक दिन है।

शुद्ध पेयजल की अनुपलब्धता और संबंधित ढेरों समस्याओं को जानने के बावजूद देश की बड़ी आबादी जल संरक्षण के प्रति सचेत नहीं है। जहां लोगों को मुश्किल से पानी मिलता है, वहां लोग जल की महत्ता को समझ रहे हैं, लेकिन जिसे बिना किसी परेशानी के जल मिल रहा है, वे ही बेपरवाह नजर आ रहे हैं। आज भी शहरों में फर्श चमकाने, गाड़ी धोने और गैर-जरुरी कार्यों में पानी को निर्ममतापूर्वक बहाया जाता है।

प्रदूषित जल में आर्सेनिक, लौहांस आदि की मात्रा अधिक होती है, जिसे पीने से तमाम तरह की स्वास्थ्य संबंधी व्याधियां उत्पन्न हो जाती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अध्ययन के अनुसार दुनिया भर में 86 फीसदी से अधिक बीमारियों का कारण असुरक्षित व दूषित पेयजल है। वर्तमान में करीब 1600 जलीय प्रजातियां जल प्रदूषण के कारण लुप्त होने के कगार पर हैं, जबकि विश्व में करीब 1.10 अरब लोग दूषित पेयजल पीने को मजबूर हैं और साफ पानी के बगैर अपना गुजारा कर रहे हैं।

ऐसी स्थिति सरकार और आम जनता दोनों के लिए चिंता का विषय है। इस दिशा में अगर त्वरित कदम उठाते हुए सार्थक पहल की जाए तो स्थिति बहुत हद तक नियंत्रण में रखी जा सकती है, अन्यथा अगले कुछ वर्ष हम सबके लिए चुनौतिपूर्ण साबित होंगे।

मनुष्य के लिए पानी का क्या अर्थ है?

पानी का पहला अर्थ मनुष्य के संदर्भ में 'विनम्रता' से है। मनुष्य में हमेशा विनम्रता (पानी) होना चाहिए। पानी का दूसरा अर्थ आभा, तेज या चमक से है जिसके बिना मोती का कोई मूल्य नहीं। तीसरा अर्थ जल से है जिसे आटे (चून) से जोड़कर दर्शाया गया है।

पानी का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

मनुष्य जल को विभिन्न कार्यों में प्रयोग करता है। जैसे इमारतों, नहरों, घाटी, पुलों, जलघरों, जलकुंडों, नालियों एवं शक्तिघरों आदि के निर्माण में। जल का अन्य उपयोग खाना पकाने, सफाई करने, गर्म पदार्थ को ठंडा करने, वाष्प शक्ति, परिवहन, सिंचाई व मत्स्यपालन आदि कार्यों के लिये किया जाता है।

मनुष्य के लिए पानी क्यों आवश्यक है?

जल हमारे शरीर के अंदरूनी अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। जल हमारे शरीर को सूखा होने से बचाता है। जल हमारे शरीर के अंदर के अंगों को स्वस्थ रखता है और उन्हें स्वच्छ करता है। जल हमारे शरीर से विजातीय तत्वों को बाहर निकालता है, हमारे शरीर से विजातीय तत्व बाहर ही ना निकले और हमारा शरीर रोगों का घर बन जाए।

पानी के बारे में कैसे लिखें?

जल या पानी एक आम रासायनिक पदार्थ है जिसका अणु दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु से बना है - H2O। यह सारे प्राणियों के जीवन का आधार है। आमतौर पर जल शब्द का प्रयोग द्रव अवस्था के लिए उपयोग में लाया जाता है पर यह ठोस अवस्था (बर्फ) और गैसीय अवस्था (भाप या जल वाष्प) में भी पाया जाता है।