यात्रा करने से क्या क्या लाभ है? - yaatra karane se kya kya laabh hai?

यात्रा मनुष्य का एक मूल स्वभाव है| हर मनुष्य अपने जीवन में छोटी बड़ी यात्रा करते रहता है | प्राचीन काल से ही मनुष्य किसी न किसी कारण से यात्रा करता था| अब प्रश्न यह है कि यात्रा करनी क्यों चाहिए/यात्रा के फायदे क्या है?

यात्रा करने के सैकड़ों कारण हो सकते हैं | चाहे अपने सगे संबंधियों के घर किसी समारोह में शामिल होने के लिए जाना हो या फिर किसी तीर्थ यात्रा के लिए| बच्चों को अपने ननिहाल जाना हो या फिर दादा दादी से मिलने गांव जाना हो| किसी को गर्मियों की छुट्टी पर पहाड़ों पर मस्ती करनी हो या फिर किसी को समुद्र किनारे धूप की आनंद लेनी हो| किसी को जंगलों की सैर करना हो या किसी को तीर्थ स्थलों के दर्शन करने हो| इन सब कारणों से हम यात्रा करते हैं| यात्रा हमारे जीवन में एक नया उमंग भर देता है कारण चाहे कोई भी हो | यात्रा के फायदे अनगिनत हैं परंतु इनमें से कुछ की चर्चा हम आगे करेंगे|

इंसान अपनी प्रथम यात्रा तथा अंतिम यात्रा के बीच अर्थात अपने जीवन में तरह-तरह के यात्रा करता है| हर यात्रा में उसे एक नया अनुभव तथा रोमांच का अनुभूति होता है| यह रोमांच की अनुभूतियां उसके जीवन में खुशियों से भर देता है|

Table of Contents

  • 1 प्राचीन काल में यात्रा
  • 2 यात्रा क्यों करनी चाहिए/यात्रा के फायदे क्या है
    • 2.1 स्वयं का एक पहचान बनाने के लिए
    • 2.2 आपके व्यक्तित्व को निखारता है
    • 2.3 आपके अंदर के नीरसता को दूर करता है
    • 2.4 नई चीजों को महसूस करने के लिए
    • 2.5 मानसिक तनाव तथा चिंता को दूर करने के लिए
    • 2.6 अपना सामाजिक दायरा बढ़ाने के लिए
    • 2.7 अपनी को आत्मविश्वासी बनाने के लिए
    • 2.8 नई संस्कृति को समझने के लिए
  • 3 यात्रा से फायदे क्या है
    • 3.1 यात्रा करने से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
    • 3.2 हमारे अंदर सकारात्मक भाव बढ़ता है
    • 3.3 वजन कम होता है तथा ब्लड प्रेशर मेंटेन रहता है
    • 3.4 यात्रा से हमारी उम्र बढ़ती है
    • 3.5 यात्रा से काम की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है
    • 3.6 दिमाग अधिक सक्रिय हो जाता है
  • 4 यात्रा से नुकसान
    • 4.1 यह बजट बिगाड़ता है
    • 4.2 यात्रा करने में कष्ट का सामना करना पड़ता है
    • 4.3 सामान चोरी होने का डर
    • 4.4 दुर्घटना होने का डर
    • 4.5 काफी समय प्रतीक्षा में बर्बाद होता है
    • 4.6 भाषा की समस्या
    • 4.7 घर की सुरक्षा
    • 4.8 पालतू जानवरों की समस्या
    • 4.9 छुट्टियों का समस्या

प्राचीन काल में यात्रा

प्राचीन काल में यात्रा करना एक बहुत ही कष्ट कर कार्य था| यातायात के साधन कम थे| मुख्यत: लोग पैदल या फिर कोई जानवर के ऊपर बैठकर यात्रा करते थे| सड़के नहीं थी| कुछ दूर दराज के स्थानों के बारे में लोगों को पता नहीं था| परंतु फिर भी लोग यात्रा करते थे| यहां तक की एक देश से दूसरे देश तक की यात्रा पैदल या घोड़ों के करते थे| महीनों लगता था एक जगह से दूसरी जगह जाने में| एक छोटी सी नाव में सवार होकर महीनों समुद्र में यात्रा करते रहते थे|

यात्रा क्यों करनी चाहिए/यात्रा के फायदे क्या है

झरनों और नदियों को कल कल बहती हुई जल की धारा खूबसूरत बनाती है| परंतु अगर यही जल की धारा ठहर जाती है, तो नदियां मृतप्राय हो जाती है| जल अगर रुक जाता है, तो धीरे-धीरे मलिन होने लगता है| यात्रा भी हमारे जीवन को एक नया आयाम प्रदान करता है| यात्रा से हमारे हमारे जीवन में एक नई ऊर्जा का संचरण होता है|

यात्रा हमारे जीवन में एक नई ऊर्जा तथा उमंग से भर देती है| रोज-रोज एक ही तरह के काम करते रहने के बाद जीवन में नीरसता आने लगती है| यात्रा हमारे शरीर और मस्तिष्क दोनों को तरोताजा बनाता है| यात्रा करने से नए नए लोगों से मिलने का, नई जगह देखने का, नई तरह के खानपान, नई तरह की पोशाक, नई संस्कृति, नए रीति रिवाज, इत्यादि को नजदीक से देखने को मौका मिलता है| जिससे हम बहुत कुछ सीखते हैं, अनुभव करते हैं| यह सब हमारी जीवन में एक नई अनुभूति प्रदान करती है| फिर हम यात्रा से वापस आकर नई ऊर्जा के साथ अपने कामों में लग जाते है| आइए हमें यात्रा क्यों करनी चाहिए| यात्रा के फायदे क्या है? के विभिन्न बिंदुओं पर बात करते हैं|

स्वयं का एक पहचान बनाने के लिए

जब आप एक समाज या परिवार के साथ रहते हैं| तो आपकी पहचान आपके परिवार तथा आपके समाज के साथ जुड़ा होता है| परंतु जब आप किसी यात्रा होते हैं| तो आपकी पहचान सिर्फ आपसे होती है| उस समय आप सिर्फ अपने आप के बारे में सोचते हैं| अपने आप से लगाव बढ़ जाता है| आप अपने आप को ढूंढते हैं, प्यार करते हैं| यह आपके अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाता है|

यात्रा हमें रोजमर्रा की जिंदगी से कुछ अलग करने की अवसर प्रदान करती है| यह हमें हम से ही पहचान कराती है| हमें खुद को समझने का मौका मिलता है| रोज की भागदौड़ से छुटकारा पाकर खुद के लिए हम समय देते हैं| इससे हमें अपने आप में एक नई पहचान मिलती है| इस प्रकार हम वापस लौटकर, अपने मन मस्तिष्क में नई ऊर्जा का संचार कर फिर से अपने काम में जुट जाते है|

आपके व्यक्तित्व को निखारता है

जब आप किसी यात्रा पर निकलते हैं| तो उस यात्रा को पूरा करने में कई तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ता है| इन सारी समस्याओं का समाधान आपको खुद निकालना पड़ता है| आप अपने अंदर से संकोच को हटाकर नए लोगों से मिलते हैं| उनसे बातें करते हैं| अकेले नई जगहों पर जाते हैं| इन सभी बातों से आप मिलनसार और साहसिक बनते हैं|

आपके अंदर के नीरसता को दूर करता है

जब आप किसी यात्रा पर होते हैं तो हर क्षण नई नई चीजों को देखते हैं| जब हम कोई नई चीजों को देखते हैं, तो हमारे अंदर एक ख़ुशी का एहसास होता है| हम रोमांच से भर उठते हैं| हर क्षण हमें एक नई खुशी मिलती है| यह हमारे मन मस्तिष्क के थकान को दूर कर नई ऊर्जा से भर देती है| अगर हमारे अंदर किसी तरह का नीरसता या अवसाद होता है, उसे दूर भगाता है|

नई चीजों को महसूस करने के लिए

यात्रा हमें कई सारे नई चीजों से रूबरू होने का अवसर प्रदान करती है| अलग-अलग तरह के लोगों से मिलते हैं, नई रीति-रिवाजों को जानते हैं, नई भाषाएं सीखते हैं, नई तरह के वेशभूषा से परिचित होते हैं, नई तरह के खानपान का स्वाद लेते हैं| जो चीज है हमने किताबों में पढ़ा है, उसेकिसी प्रत्यक्ष रूप से महसूस करते हैं|

मानसिक तनाव तथा चिंता को दूर करने के लिए

हम अपने जीवन में एक ही तरह के काम करते करते मानसिक रूप से थक जाते हैं| कभी-कभी यह मानसिक थकान अवसाद का रूप भी ले लेता है| आप इस एक छोटी उदाहरण से भी समझ सकते हैं| जब हम अपने ऑफिस में या अपने कार्यस्थल पर काम करते-करते मानसिक थकान महसूस करते हैं, तब थोड़ी देर हम इधर उधर टहल कर या चाय कॉफी वगैरा पीकर अपने मस्तिष्क को रिफ्रेश करते हैं| अगर काफी दिनों तक एक ही तरह के काम करते-करते नीरसता घर करने लगे, तो हमें कहीं का एक यात्रा करनी चाहिए| यह हमारे मानसिक तनाव और चिंता को दूर करती है|

अपना सामाजिक दायरा बढ़ाने के लिए

इस टेक्नोलॉजी के युग में आज सब लोग लगभग सिमट से गए है| आज का हमारा सामाजिक दायरा वर्चुअल सोशल मीडिया पर सिमट गया है| आज हम पहले से ज्यादा लोगों के संपर्क में हैं| परंतु यह संपर्क वर्चुअली है| कभी-कभी तो एक ही शहर में रहते हुए बरसो गुजर जाते हैं, एक दूसरे से मिले हुए| यात्रा करने से हम एक दूसरे से आमने सामने मिल पाते हैं| साथ ही साथ यात्रा के दौरान नए लोगों से हमारा संपर्क होता है| हम उनके विचारों से अवगत होते हैं| नई चीजों को सीखते हैं| इस प्रकार हमारा सामाजिक दायरा बढ़ता है| जो हमारे प्रगति में सहायक होता है|

अपनी को आत्मविश्वासी बनाने के लिए

अगर हमें अपने आप को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी तथा साहसिक बनाना है| तो हमें यात्रा करना चाहिए| यात्रा के दौरान तरह तरह की कठिनाइयों आती है, समस्याएं आती है, नई चीजों को ढूंढना पड़ता है, नई रास्ते खोजने पड़ते हैं| इन सब चीजों का सामना हमें खुद करना पड़ता है | जब हम कोई कार्य स्वयं करते हैं| तो हमारे अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है| हम आत्मनिर्भर हो जाते हैं| नए लोगों से बात करने में हमारी झिझक दूर हो जाती है| हमारा व्यक्तित्व निखर उठता है|

नई संस्कृति को समझने के लिए

कहा जाता है, अगर आपको कोई अन्य संस्कृति को समझना है, परखना है तो आपको वहां की यात्रा करनी होगी, वहां के लोगों से मिलना होगा| तक कुछ उस संस्कृति को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे| किताबें पढ़कर उसे अच्छी तरह से नहीं समझा जा सकता| जब हम कोई नई संस्कृति को समझते हैं, तो हमें एक अलग सी खुशी महसूस होती है| हमारे अंदर एक संतुष्टि का भाव उत्पन्न होता है|

यात्रा से फायदे क्या है

यात्रा कई मायने में लाभकारी होता है | उपरोक्त पैराग्राफ में हमने देखा की यात्रा क्यों करना चाहिए| उसमें जितने बिंदुओं पर हमने चर्चा की है, एक तरह से वह यात्रा के फायदे ही हैं| परंतु यहां पर हम स्वास्थ्य से संबंधित कुछ लाभ के बारे में चर्चा करेंगे, जो यात्रा करने से मिलता है|

यात्रा करने से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है

हम अपने घर का सुरक्षित वातावरण को छोड़कर यात्रा पर जाते हैं| अलग-अलग स्थानों पर जाते हैं अलग-अलग प्रकार के खाना खाते हैं| अलग-अलग लोगों के संपर्क में आते हैं, अलग वातावरण और माहौल में जाते हैं| इससे हमारे शरीर के अंदर एंटीबॉडीज का निर्माण होता है और यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है| यात्रा के दौरान हम खुश रहते हैं| जिससे हमारे अंदर किसी प्रकार की नकारात्मक भाव पैदा नहीं होता है| हम शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत होते हैं|

हमारे अंदर सकारात्मक भाव बढ़ता है

रोजमर्रा की भागदौड़ की जिंदगी से दूर यात्रा पर निकलते हैं, तो हम सारी परेशानियों, सारी नकारात्मक भाव, किसी के प्रति वैमनस्य के भाव से हम दूर हो जाते हैं| घूमने फिरने से, नए लोगों से मिलकर, नई नई चीजों को देखकर हमारे अंदर खुशियां और सकारात्मक भाव भर जाती है| यात्रा से हमारा व्यक्तिगत विकास होता है|

वजन कम होता है तथा ब्लड प्रेशर मेंटेन रहता है

जब हम अपने रोज की भागदौड़ की जिंदगी, ऑफिस के टेंशन, रोजाना के एक ही तरह का काम से से दूर किसी नई जगह पर, पहाड़ों पर, कोई तीर्थ स्थल पर जाते हैं, तब हम सब तनाव को भूल कर कुछ दिन उस जगह का आनंद उठाते है| इससे हमारा ब्लड प्रेशर मेंटेन होता है| घूमने फिरने के दौरान हमें काफी इधर उधर चलना पड़ता है जिससे हमारा वजन भी कम होता है|

यात्रा से हमारी उम्र बढ़ती है

यात्रा करने से लोग बहिर्मुखी तथा भावनात्मक रूप से मजबूत होते हैं| जब हम प्रकृति की गोद में, पहाड़ों पर, जंगलों में, झील झरनों के किनारे, वादियों में या फिर धार्मिक स्थलों पर घूमते हैं तो हमें शुद्ध हवा, शुद्ध वातावरण मिलता है| इन जगहों के आबो हवा में एक खास प्रकार का गुण होता है, जो हमारे शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है| हमारी शारीरिक और मानसिक परेशानियां यहां आकर दूर होती है| इससे हमारी उम्र में वृद्धि होती है|

यात्रा से काम की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है

नई जगहों की यात्रा करने से, नए वातावरण में जाने से हमें जो खुशियां प्राप्त होती है| उससे हमारी मस्तिष्क में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है| जब हम यात्रा से लौट कर घर आते हैं| तो अपने आप को चिंता मुक्त, रिलैक्स्ड तथा खुशमिजाज पाते हैं| इससे हमें अपने कामों के प्रति ज्यादा रुचि पैदा होता है| फलस्वरूप हमारी प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है|

दिमाग अधिक सक्रिय हो जाता है

जब हम नए जगहों पर जाते हैं, तब नए नए लोगों से मिलते हैं, उनसे बातें करते हैं| नए वातावरण में अपने आप को एडजेस्ट करते हैं| नई संस्कृति को समझते हैं| नए खानपान का स्वाद लेते हैं| इन सब से दिमाग सक्रिय होता है|

यात्रा से नुकसान

मेरे ख्याल से यात्रा से तो कोई नुकसान नहीं है| परंतु जब तक यात्रा के फायदे के साथ नुकसान की चर्चा ना हो अब तक यह चर्चा पूर्ण नहीं हो सकता| तो आइए यात्रा से होने वाले कुछ नुकसान के बारे में बात करते हैं| जिसे हम आसानी से मैनेज भी कर सकते हैं|

यह बजट बिगाड़ता है

यात्रा करने में हमें पैसे खर्च करना पड़ता है| एक मध्यमवर्गीय परिवार के लिए यात्रा करना अपने घर के बजट को बिगाड़ने वाला काम होता है| यात्रा के लिए हमें अतिरिक्त खर्च का वहन करना पड़ता है|

यात्रा करने में कष्ट का सामना करना पड़ता है

इसके लिए हमें घर के आराम को छोड़कर बाहर निकलना पड़ता है| यह तो जगजाहिर है कि घर जैसा आराम कहीं नहीं मिलता है| परंतु अगर हमें यात्रा करना है, तो घर को छोड़ना पड़ेगा | यात्रा में कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ता है| रहने की परेशानी, खाने की परेशानी, यातायात के दौरान परेशानी और भी अन्य तरह की परेशानियों से सामना करना है|

सामान चोरी होने का डर

यात्रा के दौरान सामान चोरी होने का डर हमेशा बना रहता है| कभी बैग खोने का डर, कभी पॉकेट मारी का डर, मोबाइल या लैपटॉप चोरी होने का डर या अन्य वस्तुओं का का खोने या चोरी होने का डर हमेशा बना है| यात्रा के दौरान हमें काफी सावधान रहना पड़ता है| जिसके कारण कई बार हम अच्छी तरह से सो भी नहीं पाते है|

दुर्घटना होने का डर

यात्रा में हम यातायात के विभिन्न साधनों का उपयोग करते हैं| जैसे बस, कार, ट्रेन, हवाई जहाज इत्यादि| इन यातायात के साधनों में मानवीय भूल अथवा यांत्रिक वजहों से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है| मन में कहीं ना कहीं यह डर समाया रहता है|

काफी समय प्रतीक्षा में बर्बाद होता है

यात्रा करने के दौरान हमें ट्रेन, बस, हवाई जहाज का इंतजार करना पड़ता है| ट्रेन लेट होने की स्थिति में कई बार यह इंतजार बोझिल हो जाता है| कई बार तो यह इंतजार यात्रा का मजा को भी किरकिरा कर देता है| यात्रा में आनंद उठाने की जगह हमें इंतजार करते-करते ही समय निकल जाता है|

भाषा की समस्या

जब हम नई जगहों पर जाते हैं, तो वहां नई भाषा से सामना होता है| अगर हमें नई भाषा समझ में नहीं आती है, तो काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है| स्थानीय लोगों से संवाद करने में काफी कठिनाई महसूस होती है| कभी-कभी जब परेशानी हमारी यात्रा को मुश्किल बना देता है|

घर की सुरक्षा

बहुत से लोगों की यात्रा न करने की कारण है, घर की सुरक्षा| घर को खाली छोड़ कर यात्रा पर कैसे जा सकते हैं| आजकल चोरी की समस्या से हर शहर परेशान है| खाली घर मिलते ही चोरों को हाथ साफ करके देर नहीं लगती| अपने घर को छोड़कर यात्रा पर जाने का मन नहीं करता| अगर किसी तरह चले भी गए| तो ध्यान हमेशा घर की ओर ही लगा रहता है, इस स्थिति में हम अपनी यात्रा का आनंद कैसे उठा पाएंगे|

पालतू जानवरों की समस्या

अगर आपके घर में कोई पालतू जानवर तो फिर यात्रा पर जाना तो कठिन ही हो जाता है| आखिर आपके जाने के बाद आपके प्यारे पालतू जानवर की देखभाल कौन करेगा| पालतू जानवर की देखभाल की जिम्मेदारी उठाने में, आपके पड़ोसी भी कतराने लगते हैं|

छुट्टियों का समस्या

यात्रा पर जाने के लिए सबसे जरूरी चीज है छुट्टियां अर्थात आपके पास तथा आपके बच्चों के पास यात्रा पर जाने के लिए समय चाहिए| आज हर कोई अपने अपने कामों में व्यस्त है| बच्चे अपने पढ़ाई में व्यस्त है | परिवार के सभी सदस्यों को अपनी अपनी छुट्टियों का सामंजस्य बैठाना होता है| कभी बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मिल जाती है, तो आप के दफ्तर से नहीं मिल पाता|

आशा है इस लेख के जरिए आपको यात्रा के फायदे और नुकसान के बारे में ज्ञान प्राप्त हुआ होगा| अगर आपने अभी तक कोई यात्रा नहीं की है| तो समय निकालिए अपने आप के लिए और अकेले या परिवार के साथ कोई यात्रा पर निकल जाइए| यात्रा आपके जीवन में खुशियां लाती है| परिवार के बीच सामंजस्य स्थापित करती है| तो फिर देर किस बात की यात्रा के फायदे उठाइए और अपने जीवन में खुशियां लाइए|

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यात्रा से क्या लाभ होते हैं?

घूमने-फिरने से हमारे शरीर को होते हैं ये 7 फायदे, पढ़ने के बाद आप भी कहीं ट्रिप प्लान न करने लग जाएं.
घूमने से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता - ... .
यात्रा एक स्ट्रेस बस्टर के रूप में कार्य करती है - ... .
ट्रैवल करने से डिप्रेशन का जोखिम कम होता है - ... .
यात्रा करने से दिमाग रहता है स्वस्थ - ... .
घूमने से हृदय रोग का जोखिम कम होता है -.

यात्रा करना क्यों आवश्यक है?

यात्रा करने से ही आप नए साथियों से मिलते हैं नए दोस्तों से मिलते हैं नए शहर को देखते हैं जिससे कि आप में अंदर एक नई ऊर्जा आती है। आप एक नई ऊंचाई पर खड़े होते हैं। एक नई जिंदगी का एहसास होता है अच्छे अच्छे दोस्त मिलते हैं, खट्टे मीठे अनुभव होते हैं। जो हमें और भी परिपक्व बनाते हैं।

घूमने से क्या मिलता है?

क्या घूमने-फिरने के भी हो सकते हैं फायदे?.
1) सेल्फ डेवलपमेंट.
2) शांति के लिए.
3) स्वास्थ्य में सुधार.
4) नए लोगों से मिलने का मौका.

यात्रा वर्णन के विभिन्न स्थानों के लाभ क्या है?

यात्रा करने से विभिन्न जातियों व स्थानों के रीति-रिवाजों, भाषाओं आदि से हम परिचित हो जाते है। परस्पर प्रेमभाव बढ़ता है। एक-दूसरे के सुख-दुःख को समझने का अवसर मिलता है। शरीर में स्फूर्ति, ताजगी, मन में साहस के साथ काम करने की भावना का उदय होता हैं है।