लघु उत्तरीय प्रश्न Show प्रश्न 2: नेहरूजी ने सिन्धु घाटी-सभ्यता को आश्चर्यजनक क्यों कहा है? प्रश्न 3: सिन्धु नदी की विशेषता लिखिए। प्रश्न 4: प्राचीन सभ्यता में विदेशों में भारतीय संस्कृति के प्रभाव के दो कारण बताइए। प्रश्न 5: सार्वजनिक काम राजा की मर्जी के मोहताज नहीं होते उसे खुद हमेशा इनके लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसे कौन-कौन से सार्वजनिक कार्य हैं जिन्हें आप बिना किसी हिचकिचाहट के करने को तैयार हो जाते हैं? प्रश्न 6: नेहरू जी की भारत के लिए क्या दृष्टि थी और क्यों? प्रश्न 7: विशाल पर्व कुंभ-स्नान के विषय में नेहरू जी क्या सोचते थे? प्रश्न 8: लेखक कहाँ खड़ा था? प्रश्न 9: नेहरू जी नदियों के बारे में क्या कहते हैं? प्रश्न 10: भारत के अतीत के बारे में जानने के लिए नेहरू जी ने किन-किन माध्यमों का सहारा लिया? प्रश्न 11: नेहरू जी का भारत के इतिहास का एक आलोचक की दृष्टि से निरीक्षण करना कितना उचित था? प्रश्न 12: कौन-सी अवधारणा और अधिक विकसित होती चली गई? प्रश्न 13: भारतीय सभ्यता के संपर्क में कौन-कौन से देशों के लोग आए? इसका क्या प्रभाव पड़ा? प्रश्न 14: भारत की विविधता अद्भुत है, लेकिन
कैसे? प्रश्न 15: भारत के सीमांत क्षेत्रों के बारे में नेहरू जी ने क्या
कहा? दीर्घ उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2: नेहरूजी के व्यक्तित्व से क्या शिक्षा मिलती है? प्रश्न 3: नेहरूजी भारत की किस प्रकार की तस्वीर को सहेजकर रखना चाहते थे? प्रश्न 4: ‘भारत माता की जय’ इस नारे में किसकी जय की बात कही जाती है? अपने उत्तर का कारण भी बताइए। प्रश्न 5: आपके अनुसार भारत यूरोप की तुलना में तकनीकी विकास की दौड़ में क्यों पिछड़ गया था? प्रश्न 6: भारतीयों की दशा कैसी थी? उस दशा में भी उनकी क्या विशेषता थी? पाठ के आधार पर लिखिए। प्रश्न 7:
भारतीय संस्कृति की विशेषताएँ लिखिए तथा नेहरू जी के व्यक्तित्व से आपको क्या प्रेरणा मिलती है? पाठ के आधार पर अपने शब्दों में लिखिए। प्रश्न 8: अनपढ़ और ग्रामीण लोगों को देख नेहरू जी हैरान क्यों रह गए और नेहरू जी को उन लोगों में क्या संभावनाएँ नजर आईं? लिखिए। प्रश्न 9: नेहरू जी को कैसे पता चला कि सभा में आए किसानों को भारत व अपने धर्म का
ज्ञान था तथा उन्होंने ‘भारत माता की जय’ का क्या अर्थ बताया? प्रश्न 10: नेहरू जी ने एकता का संदेश किस माध्यम से दिया? तथा भारत की एकरूपता के बारे में किसानों को किस प्रकार समझाया? मूल्यपरक प्रश्न नेहरू जी ने मोहनजोदड़ो के बारे में क्या बताया?उस समय नेहरू जी भारत के उत्तर पश्चिम में स्थित सिंधु घाटी में मोहनजोदड़ो के एक टीले पर खड़े थे। इस नगर को 5000 वर्ष पहले का बताया गया है। यह एक पूर्ण विकसित सभ्यता थी। इसका ठेठ भारतीयपन हमारी आधुनिक सभ्यता का आधार है।
लेखक ने सिंधु घाटी की सभ्यता मोहनजोदड़ो के विषय में क्या बताया था class 8?सिंधु घाटी सभ्यता ने फ़ारस, मेसोपोटामिया और मिस्र की सभ्यताओं से संबंध स्थापित किया और व्यापार किया। कुछ दृष्टियों से यह सभ्यता उनकी तुलना में बेहतर थी । यह एक ऐसी नागर सभ्यता थी जिसमें व्यापारी वर्ग धनाढ्य था और उसकी भूमिका महत्त्वपूर्ण थी। सड़कों पर दुकानों की कतारें थीं और दुकानें संभवतः छोटी थीं।
नेहरू जी के मन में क्या क्या प्रश्न उठते थे?Answer: नेहरू जी ने यह कथन सिंधु घाटी की सभ्यता के बारे में कहा है क्योंकि सिंधु घाटी जितनी विकसित सभ्यता का उल्लेख कम ही देखने को मिलता है। उनके अनुसार ये विकसित सभ्यता थी।
मोहनजोदड़ो को कब का बताया जाता है class 8?उत्तर: सिंधु घाटी के अवशेष मोहनजोदड़ो और पश्चिमी पंजाब जिले के हड़प्पा से मिले हैं। मोहनजोदड़ो में की गई खुदाई से प्राप्त वस्तुओं से प्राचीन इतिहास को जानने में काफी मदद मिली।
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