भाषा तत्सम, तद्भव, देशज एवं विदेशी शब्द संज्ञा सर्वनाम क्रिया विशेषण अव्यय(अविकारी शब्द) कारक वाक्यांश के लिए एक शब्द लिंग वचन समास संधि(स्वर संधि ) व्यंजन संधि विसर्ग संधि उपसर्ग प्रत्यय वाक्य पदबन्ध मुहावरे पर्यायवाची शब्द हिंदी पारिभाषिक शब्दावली अनेकार्थी शब्द युग्म-शब्द विराम चिन्ह Show
हिन्दीभाषा तत्सम, तद्भव, देशज एवं विदेशी शब्द संज्ञा सर्वनाम क्रिया विशेषण अव्यय(अविकारी शब्द) कारक वाक्यांश के लिए एक शब्द लिंग वचन समास संधि(स्वर संधि ) व्यंजन संधि विसर्ग संधि उपसर्ग प्रत्यय वाक्य पदबन्ध मुहावरे पर्यायवाची शब्द हिंदी पारिभाषिक शब्दावली अनेकार्थी शब्द युग्म-शब्द विराम चिन्हPlease enable JavaScript क्रियावे शब्द, जिनके द्वारा किसी कार्य का करना या होना पाया जाता है, उन्हें क्रिया पद कहते हैं। जैसे - खाना, पिना, हँसना, बोलना। प्रकारकर्म के आधार परकर्म के आधार पर क्रिया के मुख्यतः दो भेद हैंअकर्मक क्रियासकर्मक क्रियाअकर्मक क्रियावे क्रिया जिनको करने के लिए कर्म की आवश्यकता नहीं होती अकर्मक क्रिया कहलाती है। जैसे - पक्षी उड़ता है।, बच्चा रोता है।, राधा नाचती है।, हवा चलती है। सकर्मक क्रियावे क्रिया जिनको करने के लिए कर्म की आवश्यकता होती है सकर्मक क्रिया कहलाती है। जैसे - लड़का पढ़ता है।, मोहन खाना बना रहा है।, बच्चे टि.वी. देख रहे हैं। तथ्यजिन वाक्यों में क्रिया करने के लिए कर्म की आवश्यकता होती है। जैसे खाना बनाने के लिए खाने की आवश्यकता है। पढ़ने के लिए किताब की आवयकता है। जिन वाक्यों में क्या,किसको आदि से प्रश्न करने पर संतोष जनक उत्तर मिल जाये वे क्रियाऐं सकर्मक होती है, तथा उत्तर उस क्रिया का कर्म होता है। एक कर्मक क्रियाजब वाक्य में क्रिया के साथ एक कर्म प्रयुक्त हो तो उसे एक कर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे - महेश ने फल खरीदे। द्विकर्मक क्रियाकभी कभी वाक्य में दो कर्म होते हैं एक गौण कर्म व दुसरा मुख्य कर्म। गौण कर्म - यह क्रिया से दुर होता है प्राणि वाचक होता है। तथा विभक्ति सहित होता है। मुख्य कर्म - यह क्रिया के पास होता है, अप्राणी वाचक होता है, विभक्ति रहित होता है। जैसे - शीना ने रिना को पुस्तक दी। यहां रिना गौण कर्म है तथा पुस्तक मुख्य कर्म है। प्रयोग तथा संरचना के आधार परइसके आधार पर भी क्रिया के निम्न भेद होते हैं- सामान्य क्रियाजब किसी वाक्य में एक ही क्रिया का प्रयोग हुआ हो, उसे सामान्य क्रिया कहते हैं। जैसे - लड़का पढ़ता है। पूर्वकालिक क्रियाजब किसी वाक्य में दो क्रियाएँ प्रयुक्त हुई हों तथा उनमें से एक क्रिया दूसरी क्रिया से पहले सम्पन्न हुई हो तो पहले सम्पन्न होने वाली क्रिया पूर्व कालिक क्रिया कहलाती है। जैसे - मैं खाना पका कर पढ़ने लगा। यहाँ पढ़ने से पूर्व खाना पकाने का कार्य हो गया अतः पकाना क्रिया पूर्वकालिक क्रिया कहलाएगी। प्रेरणार्थक क्रियावे क्रियाएँ, जिन्हें कत्र्ता स्वयं न करके दूसरों को क्रिया करने के लिए प्रेरित करता है, उन क्रियाओं को प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं। जैसे - दुष्यन्त हेमन्त से पत्र लिखवाता है। कविता सविता से पत्र पढ़वाती है। सजातीय क्रियावे क्रियाएँ, जहाँ कर्म तथा क्रिया दोनों एक ही धातु से बनकर साथ प्रयुक्त होती हैं। जैसे- हमने खाना खाया। काल(काल के अनुसार)क्रिया के होने का समय काल कहलाता है। काल के मुख्यतः तिन भेद होते हैं।
1. भूत कालबीते समय का बोध कराने वाली क्रियाऐं भूतकालिक क्रियाऐं कहलाती है। भूतकाल के मूख्यतः छः भेद है। (क) सामान्य भूत काल (ख) आसन्न भूत काल (ग) पूर्ण भूत काल (घ) संदिग्ध भूतकाल (ड़) अपूर्ण भूतकाल (च) हेतु-हेतुमद् भूतकाल (क) सामान्य भूत कालजब बीते समय का बोध कराने वाली क्रिया का केवल एक शब्द आये तो वहां सामान्य भूत काल होता है। जैसे - गया, पढ़़ा,लिखी,देखे। उदाहरणमैनें राजस्थानज्ञान वेब साइट देखी। (ख) आसन्न भूतकालसामान्य भूतकाल की क्रिया के अन्त में है, हैं, हो, हूँ आये तो आसन्न भूतकाल होगा। जैसे - गया है, लिखी है, देखे हैं, गया हूँ। उदाहरणमैनें राजस्थान पर कहानी लिखी है। (ग) पूर्ण भूतकालसामान्य भूतकाल की क्रिया के अन्त में था, थे, थी, आ जाये तो पूर्ण भूतकाल होगा। जैसे - गया था, पढ़ी थी, लिखे थे। उदाहरणहमने बचपन में खेल खेले थे। (घ) संदिग्ध भूतकालसामान्य भूतकाल के क्रिया के अन्त में होगा, होंगे, होगी आये तो संदिग्ध भूतकाल होता है। जैसे - गया होगा, पढ़ी होगी, लिखे होंगे। उदाहरणतुमने किताब पढ़ी होगी। (ड़) अपूर्ण भूतकालक्रिया के अन्त में रहा था, रही थी, रहे थे आये तो अपूर्ण भूतकाल होता है। जैसे - जा रहा था, खा रही थी, हंस रहे थे। उदाहरणजब मैं वहां से गुजरा तो बच्चे खेल रहे थे। (च) हेतु-हेतुमद् भूतकालबीते समय कि एक क्रिया का होना जब बीते समय की दुसरी क्रिया पर आश्रित हो तो वहां हेतु-हेतुमद् भूतकाल होता है। उदाहरणबरसात होती तो फसलें पक जाती। वाक्य में फसलें पकना बरसात होने पर आश्रित थी अतः न बरसात हुई और न ही फसलें पकी। एक महीना और पढ़ता तो चयन हो जाता। 2. वर्तमान कालपांच भेद (क) सामान्य वर्तमान कालक्रिया के अन्त में ता है, ती है, ते हैं आये तो सामान्य वर्तमान काल होगा। जैसे - पढ़ता है, लिखती है, जाते हैं। उदाहरणमोहन पांचवी कक्षा में पढ़ता है। (ख) अपूर्ण वर्तमान कालक्रिया के अन्त में रहा है, रही है, रहे हैं आये। जैसे - पढ़ रहा है, लिख रही है, जा रहे हैं। उदाहरणवह गाना लिख रहा है। (ग) संदिग्ध वर्तमान कालवर्तमान काल की क्रिया के अन्त में होगा, होंगे, होगी आए तो संदिग्ध वर्तमान काल होता है। जैसे - पढ़ रहा होगा, लिख रही होगी, देख रहे होंगे। उदाहरणराम किताब लिख रहा होगा। (घ) संभावय वर्तमान कालवर्तमान काल की क्रिया से पहले शायद, संभवत,लगता है, हो सकता है आदि संभावनावाची शब्द आ जाये तो संभावय वर्तमान काल होता है। उदाहरणलगता है कोई हमारी बातें सुन रहा है।, शायद कोई बाहर खड़ा है। (ड़)आज्ञार्थ वर्तमान कालआज्ञार्थक क्रियाओं का प्रयोग मुख्यतः आज्ञार्थ वर्तमान काल में हि होता है। जैसे - पढ़,पढ़ो, पढे, पढ़ें, पढुं। उदाहरणतू लिख।, तुम हंसो।, वह गांव जाए।, वे यहां खेले।, मैं गांव से कब आऊँ ? 3. भविष्यत कालआने वाले समय का बोध कराने वाली क्रियाऐं भविष्यत् कालिक क्रियाएंे कहलाती है। मुख्यतः तीन भेद (क) सामान्य भविष्यत् काल (ख) आज्ञार्थ भविष्यत् काल (ग) संभाव्य भविष्यत् काल (क) सामान्य भविष्यत् कालजब क्रिया के अन्त में एगा, एगी, एंगे आये तो सामान्य भविष्यत काल होता है। जैसे - वह पढ़ेगा, गीता लिखेगी, वे सुनेंगे। उदाहरणकल वह राजस्थान के बारे में पढ़ेगा। (ख) आज्ञार्थ भविष्यत् कालक्रिया के अन्त में इएगा आये तो आज्ञार्थ भविष्यत् काल होगा। जैसे - पढिएगा। उदाहरणइस बात पर विचार करियेगा। (ग) संभाव्य भविष्यत कालक्रिया के अन्त में ए, एं, ओ, ऊं आये तथा क्रिया से पुर्व संभावनावाची शब्द शायद, संभवत, लगता है, हो सकता है आ जाये तो संभाव्य भविष्यत काल होगा। उदाहरणसंभवत कल पिताजी आये। हो सकता है मोहन बाजार जाये।, शायद में गांव जाऊँ। (*) हेतु-हेतुमद् भविष्यत कालजब भविष्यत् काल की एक क्रिया का होना भविष्यत् काल की दुसरी क्रिया पर आश्रित हो तो हेतु-हेतुमद् भविष्यत् काल होता है। उदाहरणजो परिश्रम करेगा वह सफल होगा।, जैसा कार्य करेंगे वैसा फल मिलेगा। तथ्यहेतु-हेतुमद भविष्यत काल को कुछ हि जानकार मानते है लेकिन मुख्यतः भविष्यत काल के केवल तीन भेद होते हैं। उदाहरण1. राम ने पत्र पढ़ लिया होगा - संदिग्ध भूतकाल 2. राम पत्र पढ़ रहा होगा - संदिग्ध वर्तमान 3. राम गांव से शहर आया है - आसन्न भूतकाल Start Quiz! « Previous Next Chapter » ExamHere You can find previous year question paper and model test for practice. Start ExamTricksFind Tricks That helps You in Remember complicated things on finger Tips. Learn MoreCurrent AffairsHere you can find current affairs, daily updates of educational news and notification about upcoming posts. माँ खाना बना रही है कौन सी क्रिया हैं?अकर्मक क्रिया ( Akarmak Kriya )
माँ बच्चों से खाना बनवा रही है वाक्य में कौन सी क्रिया है?Solution : बना रही है।
मोहन खाना बना रहा है |' वाक्य में क्रिया का कौनसा भेद है?(1) सकर्मक क्रिया
मां खाना बना रही है कौन सा काल है?क्रिया के जिस रूप से वर्तमान काल क्रिया के होने या करने पर शक हो, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते है। जिन वाक्यों के अंत में ता होगा, ती होगी, ते होंगे आदि आते हैं, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते हैं। जैसे- माँ खाना बना रही होगी।
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