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ये ऐसा चार्ज है, जो अलग-अलग बैंक अलग-अलग लगाते हैं। बहुत से ऐसे भी बैंक हैं जो ये चार्ज नहीं लेते तो कुछ ऐसे हैं जो ये चार्ज तो लेते हैं, लेकिन अगर आप एक तय सीमा से अधिक के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो वह ये फीस वापस कर देते हैं। तो अगर आप कोई क्रेडिट कार्ड लें तो पहले देख लें कि बैंक उस पर सालाना चार्ज तो नहीं लगा रहा और अगर लगा रहा है तो उसकी पॉलिसी होनी चाहिए कि एक तय सीमा तक खर्च के बाद वह पैसे वापस करे। वहीं अगर बैंक हर हाल में सालाना चार्ज ले रहा है तो वह क्रेडिट कार्ड उसी सूरत में लें जबकि आपको उसकी बहुत अधिक जरूरत है। 2- क्रेडिट कार्ड बकाया पर ब्याजवैसे तो ये चार्ज हर बैंक लगाता है, लेकिन उन्हीं पर लगाता है जो समय से क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं देते हैं। यानी अगर आप अपनी ड्यू डेट तक भुगतान कर देते हैं तो ठीक, वरना क्रेडिट कार्ड कंपनी की तरफ से आप पर भारी भरकम ब्याज लगाया जाता है। ध्यान रहे कि मिनिमम ड्यू का भुगतान भी आपको भारी-भरकम ब्याज से नहीं बचा सकता। इसलिए हमेशा ड्यू डेट तक अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान जरूर करें, भले ही उसके लिए आपको कहीं और से पैसे लेने पड़ें, वरना आप पर 40 फीसदी तक का ब्याज लग सकता है। 3- देरी से भुगतान पर लेट फीसअगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल ड्यू डेट के बाद चुकाते हैं तो आपको बकाया पर ब्याज तो देना पड़ता ही है, साथ ही एक निश्चित लेट फीस भी आपको चुकानी पड़ती है। यह लेट फीस इस बात पर निर्भर करती है कि आपके कार्ड पर कितना बकाया है। जितना अधिक बकाया होगा, उतनी ही अधिक लेट फीस हो सकती है। हालांकि, ये बस एक बार लगती है, जबकि ब्याज हर दिन के हिसाब से लगता है। 4- कैश निकालने पर देना होगा तगड़ा चार्जक्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने से पहले ये समझ लीजिए कि क्रेडिट कार्ड से खर्च किया हर रुपया एक तरह का लोन होता है। ऐसे में अगर आप क्रेडिट कार्ड से कैश निकालते हैं तो ध्यान रहे कि उस पर कैश निकालने के दिन से ही चार्ज लगने लगेगा। यानी अगर आप कार्ड से शॉपिंग करते हैं तो आपको ड्यू डेट तक बिना किसी ब्याज के पैसे चुकाने होते हैं, लेकिन अगर कैश निकाल लेते हैं तो उस पर पैसे निकालने के दिन से ही पैसे चुकाने के दिन तक का ब्याज चुकाना होगा। ऐसे में ध्यान रहे कि जब तक सारे रास्ते बंद ना हो जाएं, तब तक क्रेडिट कार्ड से कैश ना निकालें, वरना बहुत भारी नुकसान होगा। 5- सरचार्ज का भी रखें ध्यानलगभग सभी बैंकों के क्रेडिट कार्ड पर तेल भरवाने पर सरचार्ज लगता है। वैसे तो अधिकतर बैंक क्रेडिट कार्ड देते समय ही ये साफ कर देते हैं कि सरचार्ज रिफंड होगा, लेकिन अगर बैंक ऐसी जानकारी ना दे तो उससे स्पष्ट जरूर कर लें। अधिकतर बैंक एक निश्चित सीमा तक ही सरचार्ज रिफंड देते हैं। जैसे हो सकता है कि आपको कम से कम 500 और अधिक से अधिक 5000 रुपये की ट्रांजेक्शन पर सरचार्ज रिफंड मिले। साथ ही हो सकता है कि आपको एक महीने में 100 या 200 या बैंक की तरफ से कोई और तय रकम ही सरचार्ज के तौर पर रिफंड हो। ऐसे में क्रेडिट कार्ड लेने से पहले इस चार्ज के बारे में पूरी जानकारी ले लें। 6- ओवरसीज ट्रांजेक्शन चार्जक्रेडिट कार्ड देते हुए बहुत सारे बैंक अपने फीचर्स में ये बात शामिल करते हैं कि आप उनका क्रेडिट कार्ड विदेशों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, ये ध्यान देने की जरूरत है कि विदेशों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर आप पर भारी भरकम चार्ज भी लगते हैं, जिनके बारे में बैंक नहीं बताता। अगर आप भी विदेश यात्रा करने की सोच रहे हैं और वहां जाकर अपने क्रेडिट कार्ड से कुछ शॉपिंग करने की योजना है, तो पहले अपने बैंक से ये सुनिश्चित कर लीजिए कि वह आप पर कितना चार्ज लगाने वाला है। 7- बैलेंस ट्रांसफर फीसजो लोग क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं उन्हें बैलेंस ट्रांसफर के बारे में जरूर पता होगा। बैलेंस ट्रांसफर के जरिए आप एक क्रेडिट कार्ड से दूसरे क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान कर सकते हैं। वैसे हर क्रेडिट कार्ड पर ये सुविधा नहीं मिलती है, लेकिन कई कार्ड ये सुविधा देते हैं। अगर आप क्रेडिट कार्ड की बैलेंस ट्रांसफर सुविधा का इस्तेमाल करते हैं तो आपको पहले तो आपको बैलेंस ट्रांसफर के अमाउंट पर ब्याज तो चुकाना ही होगा, इसके अलावा एक बैलेंस ट्रांसफर फीस भी चुकानी होगी। ठीक वैसे ही जैसे आप लोन लेते हैं तो ब्याज देने के अलावा प्रोसेसिंग फीस भी चुकाते हैं। 8- लिमिट से ज्यादा इस्तेमाल पर चार्जबहुत से लोगों को तो ये भी नहीं पता होता कि क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करनी की जो लिमिट है आप उससे अधिक भी उसे इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको अतिरिक्त चार्ज चुकाना पड़ता है। कुछ लोग तो क्रेडिट कार्ड को गलती से लिमिट से अधिक इस्मेताल कर लेते हैं और फिर उन पर लिमिट एक्सीड करने का चार्ज लग जाता है। क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते वक्त बीच-बीच में अपनी लिमिट का ध्यान रखें। वैसे क्रेडिट कार्ड कंपनी भी 80 फीसदी तक क्रेडिट कार्ड लिमिट इस्तेमाल होने के बाद अलर्ट भेजती हैं। यह वीडियो भी देखें
Salary Hike: सैलरी बढ़ने पर करने चाहिए ये 8 काम Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें क्रेडिट कार्ड के क्या चार्ज होते हैं?सालाना चार्ज
आमतौर पर ये 500 से 3,000 रुपए तक हो सकती है. हालांकि कुछ बैंक ऐसे भी हैं जो इस चार्ज को नहीं लेते हैं या अगर आप एक तय सीमा से अधिक के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो वे इस चार्ज को वापस कर देते हैं. ऐसे में क्रेडिट कार्ड लेने से पहले आप इसके सालाना चार्ज के बारे में पता कर लें.
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर कितना चार्ज लगता है?यह शुल्क आम तौर पर निकाली गई नकद राशि के 2.5% और 3% के बीच होता है, लेकिन कार्ड और जारीकर्ता बैंक के आधार पर भिन्न हो सकता है। इसलिए, यदि आप 1 लाख रुपये नकद निकालने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो आपसे 2,000 रुपये से 3,000 रुपये के बीच का लेनदेन शुल्क लिया जाएगा।
क्रेडिट कार्ड से नुकसान क्या है?कई क्रेडिट कार्ड्स के नुकसान
इस चक्कर में कई बार आप बिना जरूरत के भी शॉपिंग करेंगे। इस तरह आप पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जाएगा। भले ही आपको उसे अगले महीना चुकाना है, लेकिन क्रेडिट कार्ड से खर्च भी एक तरह का कर्ज ही है, जिसे आपको कुछ दिनों के भीतर चुकाना है। कई कार्ड के होने से आप ईएमआई में फंस सकते हैं।
एसबीआई क्रेडिट कार्ड का वार्षिक शुल्क कितना है?इस क्रेडिट कार्ड पर 2,999 रु. की वार्षिक फीस पर कई सारे आकर्षक लाभ प्रदान किए जाते हैं।
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