जीवन नहीं मरा करता है, गीत ऋषि श्री गोपालदास नीरज
मेरे शब्दों के दुनिया के दोस्त, आपका पुनः स्वागत है मेरे ब्लॉग के एक नए लेख में, जो की आधारित है नीरज जी की कविता जीवन नहीं मरा करता हैं| Show
आज मेरे अतीत ने मुझे झझकोर कर रख दिया.
Sulabhbharti Solution for Class 7 Hindi Chapter 8 - Jivan Nahi Mara Karta HaiSulabhbharti Solution for Class 7 Hindi Chapter 8 - Jivan Nahi Mara Karta Hai प्रश्न-अभ्यासSolution 1
Solution 2 पतझड़ हर वर्ष आता है और उपवन के सारे पेड-पौधों के पत्तों को झाड़ देता है परंतु कुछ ही समय के बाद जब वसंत ऋतु का आगमन होता है तो पुन: पेड़-पौधे नए पत्तों से लद जाते हैं। यहाँ पर कवि के कहने का तात्पर्य यह है कि जीवन एक बार असफल होने से थमता नहीं है। मनुष्य को दुखी या निराश होकर बैठने के बजाय पुन: प्रयास करना चाहिए। Solution 3 पनघट पर पानी भरते समय अकसर स्त्रियों, पुरुषों और बच्चों के हाथों से गगरियाँ फूट जाती है पर पनघट कभी इस बात का शोक नहीं मनाता बल्कि वह लोगों की आने-जाने की चहल-पहल पर खुश होता रहता है। यहाँ पर कवि के कहने का तात्पर्य यह है कि मनुष्य ने जीवन में क्या खोया इस पर विचार न करते हुए उसके पास जो कुछ है उस आंनद का उपभोग करना चाहिए। मनुष्य को सदैव जीवन में आशावादी दृष्टिकोण रखना चाहिए। Solution 4 'जीवन मरा नहीं करता' इस कविता का आशय यह है कि मनुष्य को जीवन से हार नहीं माननी चाहिए। मनुष्य को सदैव आशावादी दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रयास करते रहना चाहिए। Solution 5 खोता कुछ भी नहीं यहाँ पर केवल जिल्द बदलती पोथी, जैसे रात उतार चाँदनी पहने सुबह धूप की धोती। Sulabhbharti Solution for Class 7 Hindi Chapter 8 - Jivan Nahi Mara Karta Hai भाषा की ओरSolution 1
Sulabhbharti Solution for Class 7 Hindi Chapter 8 - Jivan Nahi Mara Karta Hai सोचो और बताओSolution 1 वनस्पति - यदि सूर्य-प्रकाश न होता तो हम वनस्पति जगत के बारे में जान ही न पाते। सूर्यप्रकाश न हो तो वनस्पतियों का जन्म ही न हो पाता। वनस्पतियों को अपना भोजन बनाने के लिए सूर्य-किरणों की आवश्यकता होती है। अत: वनस्पतियों के लिए सूर्य प्रकाश अति आवश्यक है। पशु-पक्षी - यदि सूर्य-प्रकाश न होता तो इस धरती पर पशु-पक्षियों की प्रजातियाँ का आगमन भी संभव न होता क्योंकि कहीं न कहीं पशु-पक्षी इन्हीं पेड़-पौधों पर अपने भोजन के लिए आश्रित होते हैं। मानव - यदि सूर्य प्रकाश न होता तो धरती पर मानव जीवन भी असंभव होता क्योंकि मनुष्य भी अपने आहार के लिए वनस्पति-जगत पर ही निर्भर रहता है। रोज खाए जाने वाले आहार उसे इसी प्रकृति से ही प्राप्त होते हैं। अत: सूर्य प्रकाश वस्पति, पशु-पक्षी और मानव तीनों के लिए ही जीवन का अहम् घटक है। Sulabhbharti Solution for Class 7 Hindi Chapter 8 - Jivan Nahi Mara Karta Hai मेरी कलम सेSolution 1 दीप - दीपशिखा, दीपावली, दीपदान, दीपमाला, दीपोत्सव, दीपक। Sulabhbharti - VII Class 7 Chapter Solutions
We're sorry, but this browser is not supported by TopperLearning. जीवन नहीं मरा करता कविता का भाव क्या है *?८ 15 ३४ कविता का सरल अर्थ यदि हमारा कोई सपना पूरा न हो पाए, समय से पहले ही टूट जाए, तो हमें निराश नहीं होना चाहिए। छिप छिपकर रोना नहीं चाहिए। आँसू रूपी मोतियों को व्यर्थ नहीं बहाना चाहिए। कुछ सपने यदि पूरे नहीं - हो सके, तो जीवन समाप्त नहीं हो जाता।
जीवन नहीं मरा करता है कविता के माध्यम से कवि ने क्या कहना चाहा है?'जीवन मरा नहीं करता' इस कविता का आशय यह है कि मनुष्य को जीवन से हार नहीं माननी चाहिए। मनुष्य को सदैव आशावादी दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रयास करते रहना चाहिए। जैसे रात उतार चाँदनी पहने सुबह धूप की धोती।
जीवन नहीं मरा करता कविता में कौन सी पंक्ति है जो हमारे जीवन में आशा का संचार करती है?नीरज की कविता जीवन नहीं मरा करता है निराशा के इन्हीं क्षणों से हमें मुक्त कर आशा का संचार करती है। बच्चों का हृदय बड़ा निश्छल होता है। उनमें किसी प्रकार के भेद-भाव नहीं होते। जैसे-जैसे वे बड़े होने लगते हैं, उनके भीतर भेदमूलक व्यवहार उनके व्यक्तित्व में झलकने लगते हैं।
जीवन के सपने समाप्त होने से क्या समाप्त नहीं होता?जीवन के सपने समाप्त होने से जीवन समाप्त नहीं होता। दीपक के बुझ जाने से क्या नहीं मरता? Answer: दीपक के बुझ जाने से आँगन नहीं मरता।
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