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जटायु जटायु रामायण के एक प्रसिद्ध गरुड़ पात्र है। जब रावण सीता का हरण करके लंका ले जा रहा था तो जटायु ने सीता को रावण से छुड़ाने का प्रयत्न किया था। इससे क्रोधित होकर रावण ने उनके पंख काट दिये थे जिससे वह भूमि पर जा गिरे। जब राम और लक्ष्मण सीता को खोजते-खोजते वहाँ पहुँचे तो जटायुजी से ही सीता हरण का पूरा विवरण उन्हें पता चला। सम्पाती जटायु के बड़े भाई थे | जटायु तथा सम्पाती के पिता अरुण देव और काका अर्थात् चाचा गरुड़ थे
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जटायु ने सीता जी की मदद कैसे की?जटायु रामायण का एक प्रसिद्ध पात्र है। जब रावण सीता का हरण करके लंका ले जा रहा था तो जटायु ने सीता को रावण से छुड़ाने का प्रयत्न किया था। इससे क्रोधित होकर रावण ने उसके पंख काट दिये थे जिससे वह भूमि पर जा गिरा। जब राम और लक्ष्मण सीता को खोजते-खोजते वहाँ पहुँचे तो जटायु से ही सीता हरण का पूरा विवरण उन्हें पता चला।
2 जटायु ने सीता के बारे में क्या बताया था?जटायु श्री राम के पिता दशरथ के मित्र थे। उन्होंने सीता के बारे में बताया की रावण ने सीता का अपहरण कर लिया है। उन्होंने उन्हें यह भी बताया की उन्होंने रावण के ऊपर वार् भी किया था लेकिन रावण ने उनका एक पंख कट दिया और वह रावण को सीता का अपहरण करने से नहीं रोक पाये और वह नीचे ज़मीन पर गिर गए।
जटायु ने सीता के बारे में कौन सी महत्वपूर्ण सूचना दी थी?प्रश्न-11 जटायु ने सीता के बारे में कौन सी महत्वपूर्ण सूचना दी थी? उत्तर – जटायु ने सीता के बारे में यह महत्वपूर्ण सूचना दी थी कि रावण सीता जी को दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर ले गया है।
4 जटायु कौन था?जटायु अरुण देवता के पुत्र थे। इनके भाई का नाम सम्पाती था। 'रामायण ' में सीताजी के हरण के प्रसंग में जटायु का उल्लेख प्रमुखता से हुआ है। जब लंका का रावण सीता का हरण करके आकाशमार्ग से पुष्पक विमान में जा रहा था, तब जटायु ने रावण से युद्ध किया।
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