लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरिके बताइएl Show
लोहे को जंग से बचाने के तरिके: (a) पेंट करके- लोहे की किसी भी वस्तु को जंग से बचाने के लिए उसके ऊपर पेंट करना चाहिएl क्योंकि पेंट के अवरोध से लोहा वायु के साथ क्रिया नहीं कर पाता और जंग लगने से बच जाता हैl (b) तेल या ग्रीस की तह जमाकर- लोहे को जंग से बचाने के लिए लोहे पर तेल या ग्रीस की तह जमा देनी चाहिए जिससे नम वायु लोहे के संपर्क में नहीं आ पाती जिससे जंग नहीं लगताl मशीनों के पुर्जों पर ऐसा ही किया जाता हैl (c) ज़िंक की परत चढ़ाकर- लोहे की धातु पर ज़िंक की परत चढ़ा दी जाती हैl जिससे वायु और जल का संपर्क लोहे से नहीं हो पाता और लोहे से बानी वस्तुओं को जंग लगने से बचाया जा सकता हैl 3169 Views A, B, C एवं D चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक-एक करके निम्न विलयन में डाला गया इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध
किया गया है:
(i) धातु (B) सर्वाधिक अभिक्रियाशील है, क्योंकि कोई अन्य धातु FeSO4 ( आयरन सल्फ़ेट ) में से धातु को विस्थापित नहीं कर सकतीl (ii) धातु (B) सर्वाधिक अभिक्रियाशील हैl इसलिए यदि धातु को कॉपर (II) सल्फ़ेट के विलयन में डाला जाए तो यह कॉपर को उसके विलयन से विस्थापित कर देगा और विलयन का नीला रंग फीका पड़ जाएगाl (iii) B > A > C > D 1051 Views सोडियम को केरोसिन तेल में डुबोकर क्यों रखा जाता है? सोडियम सक्रिय धातु है जो वायु में उपस्थित ऑक्सीजन से क्रिया करके सोडियम ऑक्साइड बनाती हैl यह पानी के साथ क्रिया करके सोडियम हाइड्रोक्साइड तथा हाइड्रोजन उतपन्न करती हैl वायु में खुला छोड़ देने पर यह आग पकड़ लेती हैl इसलिए बहुत सक्रिय धातु होने के कारण इसे मिट्टी के तेल में डुबो कर सुरक्षित रखते हैंl 4010 Views इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए (i) 3Fe (s) + 4H2O (g) (ii)
Ca (s) + 2H2O (l) → Ca (OH)2 +H2 971 Views ऐसी धातु का उदाहरण दीजिए जो- (i) पारा (ii) सोडियम (iii) चाँदी (iv) सीसा ( लेड ) 2922 Views आघातवर्ध्य तथा तन्य का अर्थ बताइएl आघातवर्ध्य- धातुओं का वह गुण जिसके द्वारा उन्हें पीट कर पतली चादरों में परिवर्तित किया जा सकता हैl सोना और चाँदी सबसे ज्यादा आघातवर्ध्य धातुएँ हैंl तन्य- धातुओं का वह गुण जिसके द्वारा उनके लंबे और पतले तार बनाए जाते हैंl 1219 Views विषयसूची लोहे को जंग लगने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?इसे सुनेंरोकेंआयरन के साथ ऑक्सीजन और जलवाष्प लौह ऑक्साइड देता है। जिन क्षेत्रों में उच्च आर्द्रता होती है, वहाँ जंग लगने की प्रक्रिया तेजी से होती है क्योंकि हवा में नमी की मात्रा अधिक होती है। ऑक्सीजन और पानी या जलवाष्प की उपस्थिति में जंग लगने की इस प्रक्रिया को रस्टिंग (जंग लगना) कहा जाता है। लोहा में जंग लगना कौन सा परिवर्तन है? इसे सुनेंरोकेंरासायनिक परिवर्तन कहलाता है। जैसे -लोहे पर जंग लगना, दुध का दही जमना आदि। लोहे पर जिंक की परत चढ़ाना क्या कहलाता है? इसे सुनेंरोकेंयशदीकरण (अंग्रेजी:Galvanization) या गैल्वानीकरण या यशदलेपन एक धातुकार्मिक प्रक्रम है जिसमें इस्पात या लोहे के उपर जस्ते की परत चढ़ा दी जाती है। जंग किसका मिश्रण है?इसे सुनेंरोकेंअतः, जंग के घटक आयरन हाइड्रोक्साइड और आयरन ऑक्साइड हैं। अतः जंग Fe2O3 and Fe(OH)3 का मिश्रण है। लोहे में जंग लगने का क्या कारण है? इसे सुनेंरोकेंलोहे पर जंग लगने का मुख्य कारण ऑक्सीजन और नमी यानी जब लोहा ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आता है तो लोहा इनके साथ क्रिया करके कुछ अनचाहा कम्पाउंड बना लेता है और लोहे खराब होने लगते है और इसी कारण इसका रंग भी बदल जाता है, इसे लोहे पर जंग लगना कहते है. लोहे को जंग लगने से कैसे बचा सकते हैं? इसे सुनेंरोकेंलोहे पर जंग लगने को प्लास्टिक, पेस्ट वैक्स, पेंट, ग्रीस या तेल की परत चढ़ा कर कुछ हद तक रोका जा सकता है। इस पतली परत के कारण लोहे के परमाणु पानी के संपर्क में नहीं आ पाते इसलिए ऑक्सीजन लोहे से संयोग नहीं कर पाती और जंग नहीं लग पाता। लोहे को जंग से बचाने के लिए कौन सा लेप लगाया जाता है?
इन में से कौन जंग को रोकाने की एक विधि है? इसे सुनेंरोकेंExplanation: गर्म-डुबकी गैल्वनाइजेशन- इस जंग की रोकथाम विधि में पिघला हुआ जस्ता में स्टील को डुबोना शामिल है। स्टील में लोहा जस्ता के साथ प्रतिक्रिया करके एक कसकर बंधी हुई मिश्र धातु कोटिंग बनाता है जो सुरक्षा के रूप में कार्य करता है। संक्षारण रोकने के लिए लोहे पर किसकी परत चढ़ाई जाती है? इसे सुनेंरोकें(c ) विद्युत लेपन- धातुओं की सतह पर विद्युत लेपन द्वारा निकल या क्रोमियम की परत चढ़ा दी जाती है। (ii) बलिदानी या उत्सर्ग रक्षण- लोहे को जंग से बचने के लिए उस पर जस्ते की परत चढ़ा देते है। जिंक वायुमण्डल से क्रिया करता रहता है, लोहे सुरक्षित बना रहता है। यशद लेपन क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंयशदीकरण (अंग्रेजी:Galvanization) या गैल्वानीकरण या यशदलेपन एक धातुकार्मिक प्रक्रम है जिसमें इस्पात या लोहे के उपर जस्ते की परत चढ़ा दी जाती है। इससे इन धातुओं का क्षरण (विशेषत: जंग लगना) रूक जाता है। जंग लगने से बचाने के लिए लोहे पर जस्ते की परत चढ़ाने की क्रिया को क्या कहते है?यशदीकरण (अंग्रेजी:Galvanization) या गैल्वानीकरण या यशदलेपन एक धातुकार्मिक प्रक्रम है जिसमें इस्पात या लोहे के उपर जस्ते की परत चढ़ा दी जाती है। इससे इन धातुओं का क्षरण (विशेषत: जंग लगना) रूक जाता है।
लोहे पर जिंक की परत चढ़ाने की प्रक्रिया क्या है?Solution : लोहे पर जिंक की परत चढ़ाने के प्रक्रम को यशद्-लेपन या गैल्वेनाइजेशन कहा जाता है।
लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए आप क्या क्या उपयोग करेंगे?Solution : लोहे को जंग से बचाने के तीन उपाय निम्नलिखित हैं <br> (1) लोहे को तेल अथवा पेंट द्वारा जंग से बचाया जा सकता है क्योंकि इनके कारण लोहे की सतह वायु तथा नमी के संपर्क में नहीं आती। <br> (2) लोहे पर ग्रीस की एक परत चढ़ाकर जंग से बचाया जा सकता है। <br> (3) लोहे पर जस्त की पतली परत चढाकर जंग से बचाया जा सकता है।
लोहे पर जंग लगना कौन सी प्रक्रिया है?लोहे पर जंग लगना एक विद्युत रासायनिक क्रिया है। लोहे पर जंग लगना एक प्रकार का संक्षारण है अर्थात लोहे पर जंग लगने को संक्षारण का एक उदाहरण कहा जा सकता है। संक्षारण : कुछ धातुओं की सतह वायुमंडल और जल आदि के संपर्क में आने के कारण धीरे धीरे अवांछित यौगिकों में परिवर्तित होने लगती है इस क्रिया को संक्षारण कहते है।
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