Show
Ear Cancer: | तस्वीर साभार: Getty Ear Cancer : दरअसल माइग्रेन में सिर दर्द और उल्टी आना सामान्य लक्षण है लेकिन कई बार ये कान में कैंसर का कारण भी हो सकता है। कान के कैंसर दो प्रकार के होते हैं। क्लोस्टीटोमा और स्कावमस सेल सार्किनोमा। यहां होने वाला कैंसर तेजी से शरीर में फैलता है।कान में भारीपन, कानों में सीटी बजना या कभी कभार ऐसा फील होना कि कान से कुछ पानी निकल रहा है, लोग सामान्य मान लेते हैं लेकिन ये बार-बार हो रहा हो तो इसे खतरे का संकेत समझना चाहिए। कान में कई बार हवा घुसने से भी दिक्कत होती है लेकिन ये दिक्कत को समझने की जरूरत होती है। अगर आपको लगता है कि लगातार कान से कम सुनाई देने या पानी बहने की दिक्कत बढ रही है तो आप उसे सामान्य तरीके से न लें। कैंसर होने से पहले कुछ संकेत जरूर देता है, जिसे कई बार अनदेखा कर दिया जाता है या सामान्य बीमारी समझा जाता है। कान के कैंसर के कुछ शुरूआती लक्षण जानते हैं। World Cancer Day 2019: इस तरह शरीर में फैलता है जानलेवा कैंसर, जानिए क्या होती है इसकी चार स्टेज कान के ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान
इसके अलावा कान दर्द के साथ सिर दर्द और उल्टी आए तो इसे माइग्रेन का ही लक्षण न मानें। इसकी पूरी जांच कराएं। Health News in Hindi के लिए देखें Times Now Hindi का हेल्थ सेक्शन। देश और दुनिया की सभी खबरों की ताजा अपडेट के लिए जुड़िए हमारे FACEBOOK पेज से।
कैंसर एक घातक बीमारी है, जो लगातार लोगों में बढ़ती जा रही है। गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण आजकल बड़ी सख्या में लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। वैसे तो कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन आज हम कान में कैंसर के बारे में बात करेंगे। शरीर के अन्य हिस्सों में होने वाले कैंसर की तुलना में कान के कैंसर के मामले कम सुनने में आते हैं। लेकिन, कान में कैंसर के लक्षणों को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है। अक्सर लोग कान में कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं, जिससे यह बीमारी पूरे शरीर में फैल जाती है। कान में कैंसर होने पर शरीर में कुछ शुरूआती लक्षण दिखाई देते हैं। लेकिन, अक्सर लोग इन्हें सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं। इससे यह कैंसर धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैलने लगता है। अगर सही समय पर कान में कैंसर के लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो इलाज में मदद मिल सकती है। आज हम आपको कान में कैंसर के कुछ शुरूआती लक्षणों के बारे में बताएंगे ( Kaan me cancer ke lakshan) - कान में कैंसर अक्सर त्वचा से होते हुए कान तक पहुंचता है और धीरे-धीरे ईयर कैनल को प्रभावित करता है। कान में ट्यूमर के कारण कान में बहुत ज्यादा दर्द होना शुरू हो जाता है। इससे सुनने की क्षमता भी प्रभावित होने लगती है। कई बार कान के अंदरूनी हिस्से में कैंसर होने से कान के पीछे एक बोनी गांठ महसूस होती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर 60 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों में कान के कैंसर की समस्या होती है। लेकिन, यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। अगर आपको कान में दर्द, कान से पानी निकलना या कम सुनाई देने जैसी समस्याएं हैं, तो इन्हें बिल्कुल हल्के में ना लें। कान में कैंसर के शुरूआती लक्षण (Ear Cancer Early Symptoms In Hindi)कान में दर्द या इंफेक्शनअगर कान में दर्द या इंफेक्शन हो, तो इसे सामान्य समझकर इग्नोर न करें। कान में अचानक या लगातार दर्द या इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है। अगर आपको बार-बार कान में इंफेक्शन हो रहा हो या कान बंद होने जैसा महसूस हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। यह कैंसर जैसी गंभीर समस्या के कारण हो सकता है। ॉ कान से पाने जैसा लिक्विड निकलनाकई बार नहाते समय कान में पानी घुस जाने की वजह से कान बहने लगता है। लेकिन, कान से पाने जैसा लिक्विड निकलना कान में कैंसर का संकेत हो सकता है। कई बार कान से खून निकलने की समस्या भी हो सकती है। अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो नजरअंदाज न करें। ईयरड्रम में परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ईयरड्रम डैमेज होनाअगर आपके कान से पीला या सफेद पदार्थ निकलता हो, तो यह ईयरड्रम डैमेज होने के कारण हो सकता है। यह भी कान में कैंसर का एक लक्षण हो सकता है। ऐसा अक्सर तेज ध्वनि, कान में बाह्य वस्तु का प्रयोग या इअर ट्रॉमा आदि के कारण होता है। इसे भी पढ़ें: क्या ब्रेस्ट कैंसर का इलाज ऑपरेशन के बिना संभव है? जानें डॉक्टर से कान में खुजली होनाकान में खुजली होना सामान्य है। कई बार कान में जमी मैल की वजह से कान में खुजली होने लगती है। लेकिन, अगर ज्यादा समय से कान में खुजली हो रही है तो डॉक्टर को जरूर दिलाएं। अगर मुंह खोलते समय कान में तेज दर्द हो तो यह भी कान में कैंसर का संकेत हो सकता है। अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दे, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। सुनाई देना बंद होनाअगर सुनाई देना बंद हो जाए तो यह कान के कैंसर का लक्षण हो सकता है। कई बार मरीज को सुनाई ना देने के अलावा सिरदर्द व चक्कर आने की शिकायत भी हो सकती है। इसे भी पढ़ें: ओरल कैंसर के 7 लक्षण जिन्हें सामान्य समझकर आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए अगर आपको अपने शरीर में ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी नजर आए, तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कान में कैंसर के लक्षणों को पहचानकर, सही समय पर इलाज करने से खतरे को टाला जा सकता है। कान के कैंसर का लक्षण क्या है?हेल्थ डेस्क: कैंसर शरीर में कहीं भी हो सकता है लेकिन कान में होने वाले कैंसर के शुरुआती लक्षण काफी मामूली है जिसे देखकर अक्सर लोग इग्नोर ही कर देते हैं। ... . कान के कैंसर के लक्षण. कान से पानी निकलना ... . डैमेज ईअरड्रम ... . कान की इंफैक्शन ... . कान बंद होना ... . कान में खुजली ... . कान में तेज दर्द होना. कान में कैंसर होने पर क्या होता है?जब इस कैंसर का विस्तार होता है और जब यह कान के हिस्सों तक पहुंचने लगता है तो कान में बहुत ज्यादा दर्द होना शुरू हो जाता है। कान में ट्यूमर के विकास से सुनने की क्षमता पर भी काफी काफी ज्यादा असर पड़ने लगता है जिसकी वजह से रोगी धीरे-धीरे कम सुनने लगता है। कान के कैंसर की समस्या ज्यादातर वृद्धावस्था में शुरू होती है।
कैंसर के 7 चेतावनी संकेत क्या हैं?कैंसर के आम लक्षण हैं वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मूंह से खून आना. अगर किसी भी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
कान की जांच कैसे की जाती है?मनुष्य दो तरह से सुनता है। यह मशीन उन दोनों प्रकार के माध्यम की जांच करती है। पहला कान के पर्दे की जांच करने के लिए एक हेडफोन लगाकर मरीज के सुनने की क्षमता देखी जाती है। दूसरा इस मशीन में ऑडियो जैक लगा होता है, जो कान के पीछे की हड्डी पर लगाकर मरीज के बहरेपन की जांच करता है।
|