हरित क्रांति से क्या समझते हैं? - harit kraanti se kya samajhate hain?

प्रश्न 250 : हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर :
हरित क्रांति: भारत की नई कृषि नीति सन् 1967-68 में लागू की गई, जिसमें अधिक उपज देने वाले बीजों को बोया गया तथा कृषि की नई तकनीकों का प्रयोग किया गया, जिससे फसल उत्पादन में तीव्र वृद्धि हुई, इसे ही हरित क्रांति कहा जाता है। इसकी विशेषताएँ निम्न हैं-

1. कृषकों को नवीन, परिष्कृत एवं विकसित बीज उपलब्ध कराकर उन्हें इनका अधिकाधिक प्रयोग करने के लिए प्रयास किया।
2. रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग किसानों को करने के लिए दिया गया, जिससे फसल उत्पादन में तीव्रता से वृद्धि हुई।
3. सिंचाई की सुविधाएँ सुलभ कराई गई।
4. फसलों एवं फसलों से संबंधित अन्य जानकारियाँ कृषकों को देने का प्रयास किया गया।
5. उन्हें आधुनिक ढंग से खाद बनाने और उनका अधिकाधिक प्रयोग करने के लिए कहा गया।


हरित क्रांति से क्या समझते हैं? - harit kraanti se kya samajhate hain?

Notes For Error Please Whatsapp @9300930012 MP BOARD 2020 harit kranti kya hai हरित क्रांति से क्या अभिप्राय है harit kranti se aap kya samajhte ho

हरित क्रांति से आप क्या समझते है?

हरित क्रांति: भारत की नई कृषि नीति सन् 1967-68 में लागू की गई, जिसमें अधिक उपज देने वाले बीजों को बोया गया तथा कृषि की नई तकनीकों का प्रयोग किया गया, जिससे फसल उत्पादन में तीव्र वृद्धि हुई, इसे ही हरित क्रांति कहा जाता है।

हरित क्रांति क्या है इसके 4 लाभों को समझाइए?

कृषि में तकनीकी ज्ञान का आविष्कार, उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग, सिंचाई सुविधाओं का विकास, कृषि क्षेत्र में उन्नत औजारों एवं मशीनों का अधिकाधिक उपयोग, कृषि में विद्युतीकरण, कृषि क्षेत्र में ऋण का विस्तार, कृषि शिक्षा में विस्तार कार्यक्रमों के सम्मिलित प्रयासों के फलस्रुपय वर्ष 1966-67 के उपरान्त कृषि उत्पादन में ...

भारत में हरित क्रांति की शुरुआत कहाँ से हुई?

पंजाब में 1960 के दशक में शुरू हुई हरित क्रांति ने राज्य में तेजी से कृषि क्षेत्र का विकास किया, लेकिन अब इसे मंदी का सामना करना पड़ रहा है.

हरित क्रांति के प्रमुख उद्देश्य कौन से थे?

भारत में पहली हरित क्रांति (green revolution in hindi) 1960 के दशक में प्रारंभ हुई जिसका उद्देश्य भारत के कृषि उत्पादन में वृद्धि करके भारत को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना था ।