Show CBSE, NCERT, JEE Main, NEET-UG, NDA, Exam Papers, Question Bank, NCERT Solutions, Exemplars, Revision Notes, Free Videos, MCQ Tests & more. Install NowCBSE Question Paper 2011 Class 10 Hindi A conducted by Central Board of Secondary Education, New Delhi in the month of March 2011. CBSE previous year question papers with the solution are available in myCBSEguide mobile app and website. The Best CBSE App for students and teachers is myCBSEguide which provides complete study material and practice papers to CBSE schools in India and abroad. Question Paper 2011 Class 10 Hindi A Download as PDF CBSE Question Paper 2011 Class 10 Hindi Aनिर्धारित समय: 3 घंटे निर्देशः
खंड – ‘क’1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर वाला विकल्प चुनकर लिखिए : 1×5=5 कई लोग असाधारण अवसर की बाट जोहा करते है। साधारण अवसर उनकी दृष्टि में उपयोगी नहीं रहते। परन्तु वास्तव में कोई अवसर छोटा-बड़ा नहीं है। छोटे-से-छोटे अवसर का उपयोग करने से, अपनी बुद्धि को उसी में भिड़ा देने से, वही छोटा अवसर बड़ा हो जाता है। सर्वोत्तम मनुष्य वे नहीं है, जो अवसरों की बाट देखते रहते हैं, जो अवसर को अपना दास बना लेते है। हमारे सामने हमेशा ही अवसर उपस्थित होते रहते हैं। यदि हम में इच्छा-शक्ति है, काम करने की ताकत है, तब तो हम स्वयं ही उनसे लाभ उठा सकते हैं। अवसर न मिलने की शिकायत कमज़ोर मनुष्य ही करते हैं। जीवन अवसरों की एक धारा है। स्कूल, कॉलेज का प्रत्येक पाठ, परीक्षा का समय, कठिनाई का प्रत्येक पल, सदुपदेश का प्रत्येक क्षण एक अवसर है। इन अवसरों से हम नम्र हो सकते हैं, ईमानदार हो सकते प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे अनेक लोग हैं जो अवसर को पकड़कर करोड़पति हो गए। परन्तु अवसरों का क्षेत्र यहाँ समाप्त नहीं हो जाता। अवसर का उपयोग करके हम इंजिनियर, डॉक्टर, कला-विशारद, कवि और विद्वान् भी बन सकते है। यद्यपि अवसरों के उपयोग से धन कमाना अच्छा काम है, परन्तु धन से भी कहीं श्रेष्ठ कार्य सामने है। धन ही जीवन के प्रयत्नों का अंत नहीं है, जीवन के लक्ष्य की चरम सीमा नहीं है। अवसरों के सदुपयोग से हम सर्वदृष्टि से महत्वपूर्ण इंसान बन सकते हैं। (i) छोटा अवसर भी कब बड़ा और असाधारण हो जाता है? जब हम में उससे लाभ उठाने की क्षमता हो जब हम बड़े अवसर की प्रतीक्षा में उसकी उपेक्षा नहीं करते जब आलस्य के कारण उसके उपयोग से वंचित नहीं होते जब हम पूरी लगन से उसका भरपूर उपयोग करते हैं (ii) अवसर का लाभ कैसे उठाया जा सकता है?
(iii) जीवन को अवसरों की एक धारा क्यों कहा है?
(iv) कौन सा श्रेष्ठ कार्य है जो धन से भी बढ़कर है?
(v) उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक हो सकता है:
2. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर वाला चुनकर लिखिएः 1×5=5 प्रत्येक सुन्दर प्रभात सुन्दर चीजें लेकर उपस्थित होता है, पर यदि हमने कल तथा परसों के प्रभात की किरणों से लाभ नहीं उठाया तो आज के प्रभात से लाभ उठाने की हमारी शक्ति क्षीण होती जाएगी और यही रफ्तार रही तो फिर हम इस शक्ति को बिल्कुल ही गंवा बैठेगे। किसी विद्वान ने ठीक ही रहा है; खोई हुई संपत्ति प्राप्त की जा सकती है, भूला हुआ ज्ञान अध्ययन से प्राप्त हो सकता है, गँवाया हुआ स्वास्थ्य लौटाया जा सकता है, परंतु नष्ट किया हुआ समय सदा के लिए चला जाता है। वह बस स्मृति की चीज हो जाता है और अतीत की एक छाया-मात्र रह जाता है। संसार के महान् विचारकों को चिंता रहती थी कि उनका एक क्षण भी व्यर्थ न चला जाए। हमको भी अमूल्य समय को नष्ट होने से बचाने के लिए कुछ भी उठा न रखना चाहिए। एक-एक क्षण का सदुपयोग करने वाले इन विचारकों का जीवन हजारों नवयुवकों के जीवन का कितना उपहास कर रहा है। ये विचारक समय के छोटे-छोटे टुकड़ों को बचाकर जिस तरह महान् हुए, हमको भी उनकी भांति ही समय का मूल्य जानना चाहिए। (i) ‘प्रत्येक सुंदर प्रभात’ का तात्पर्य है:
(ii) कौन-सा कथन असत्य है :
(iii) अमूल्य समय को नष्ट होने से कैसे बचाया जा सकता है:
(iv) हजारों नवयुवक उपहास के पात्र हैं, क्योंकि वे :
(v) ‘ये विचारक समय के छोटे-छोटे टुकड़ों को बचाकर जिस तरह महान् हुए, हमको भी उनकी भांति समय का मूल्य जानना चाहिए।’ उपर्युक्त वाक्य का प्रकार है:
3. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिएः 1×5=5 आदमी हो, स्नेहबाती बन नया दीपक जलाना। दर्द की परछाइयों के दानवी बंधन हटाना। छटपटाती जिंदगी की चेतना संगीत देना। विश्व को नवपंथ देना; हारते को जीत देना। आदमी हो, बुझ रहे ईमान को विश्वास देना। मुसकराकर वाटिका में मधुभरा मधुमास देना। शूल के बदले जगत को फूल की सौगात देना। जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना। आदमी हो, डूबते मँझधार में पतवार देना। थक चला विश्वास साथी, आस्था आधार देना। क्रांति का संदेश देकर राह युग की मोड़ देना। फिर नया मानव बनाना, रूढ़ियों को तोड़ देना। आदमी हो, द्वेष के तूफान को हँसकर मिटाना। कठ-भर विषमान करना, किंतु सबको प्यार देना। मेटना मजबूरियों को; दीन को आधार देना। खाइयों को पाटना; बिछुड़े दिलों को जोड़ देना। (i) काव्यांश में बार-बार ‘आदमी ही’ क्यों कहा गया है?
(ii) ‘शूल के बदले फूल देना’ का तात्पर्य है :
(iii) ‘मँझधार’ और ‘नाव’ प्रतीक हैं :
(iv) कविता में ‘खाइयों को पाटना’ का अभिप्राय है :
(v) ‘स्नेहबाती’ में अलंकार है:
4. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर वाला विकल्प चुनकर लिखिए :1×5=5 ओ निराशा, तू बता क्या चाहती है? मैं कठिन तूफान कितने झेल आया, में रुदन के पास हँस-हँस खेल आया। मृत्यु-सागर-तीर पर पद-चिह्न रखकर- मैं अमरता का नया संदेश लाया। आज तू किसको डराना चाहती है? ओ निराशा, तू बता क्या चाहती है? शूल क्या देखूँ चरण जब उठ चुके हैं हार कैसी, हौंसले जब बढ़ चुके हैं। तेज मेरी चाल आँधी क्या करेगी? आग में मेरे मनोरथ तप चुके हैं। आज तू किससे लिपटना चाहती है? चाहता हूं मैं कि नभ-थल को हिला दूँ, और रस की धार सब जग को पिता दूँ, चाहता हूँ पग प्रलब-गति से मिलाकर- आह की आवाज में मैं आग रख दूँ। आज तू किसको जलाना चाहती है? ओ निराशा, तू बता क्या चहती है? (i) कवि निराशा को ललकारते हुए अपने बारे में बता रहा है कि :
(ii) निराशा किसे डराना चाहती है?
(iii) कवि क्या चाहता है?
(iv) कविता का मुख्य संदेश है :
(v) ‘मृत्युसागर’ में अलंकार है :
खड – ख5. नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित शब्दों के पद-परिचय के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए: 1×4=4 (i) मैं पुस्तक पढ़ता हूँ।
(ii) उसने ऊँचा महल देखा।
(iii) कौन आया है?
(iv) मैं अवश्य पहुँचूँगा।
6. (i) जिस वाक्य में एक सरल वाक्य के अलावा अन्य उपवाक्य आश्रित होकर आएं, उसे कहते हैं: 1×4=4
(ii) निम्नलिखित में से सरल वाक्य पहचानकर लिखिए :
(iii) जिस वाक्य में दो या दो से अधिक वाक्य योजना द्वारा जुड़े हों, उसे कहते हैं:
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त वाक्य का चयन कीजिए :
7. निम्नलिखित प्रश्नों के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए : 1×4=4 (i) कर्मवाच्य में किसकी प्रधानता होती है:
(ii) नीचे लिखे वाक्यों में से कर्तृवाच्य वाला वाक्य छांटिए :
(iii) निम्नलिखित में से कर्मवाच्य वाला वाक्य छांटिए :
(iv) नीचे लिखे वाक्यों में से भाववाच्य वाला वाक्य छांटिए :
8. (i) निम्नलिखित वाक्यों में कर्मवाच्य वाला वाक्य छांटिए : 1×4=4
(ii) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य छॉटिए :
(iii) हम देश सेवा करेंगे। इस वाक्य में रेखांकित पद है :
(iv) किसान सिंचाई कर रहे हैं। उपर्युक्त वाक्य है:
9. (i) किस अलंकार में एक ही बार प्रयुक्त शब्द के दो या अधिक अर्थ होते हैं? 1×4=4
(ii) अनुप्रास (ii) अलंकार छॉटिए :
(iii) नीचे लिखे पंक्ति में उपमान ढूंढ़िए : ‘प्रलय मेघ-से लगे घूमने वानर वन में’।
(iv) ‘सियमुख मानो चंद्रमा’ पंक्ति में कौन सा अलंकार है?
खड – ग10. निम्नलिखित गद्यांश की ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के सही विकल्प चुनिए : 1×5=5 अजमेर से पहले पिता जी इंदौर में थे जहाँ उनकी बड़ी प्रतिज्ञा थी, सम्मान था, नाम था। कांग्रेस के साथ-साथ वे समाज-सुधार के कामों से भी जुड़े हुए थे। शिक्षा के वे केवल उपदेश ही नहीं देते थे, बल्कि उन दिनों आठ-आठ, दस-दस विद्यार्थियों को अपने पर रखकर पढ़ाया है जिनमें से कई तो बाद में ऊँचे-ऊँचे ओहदों पर पहुंचे। ये उनकी खुशहाली के दिन थे और उन दिनों उनकी दरियादिली के चर्चे भी कम नहीं थे। एक ओर वे बेहद कोमल और संवेदनशील व्यक्ति थे तो दूसरी ओर बेहद क्रोधी और अहंवादी। (i) गद्यांश में किसके पिता की ओर संकेत है?
(ii) इंदौर में पिता के मान-सम्मानका कारण था :
(iii) शिक्षा के प्रति पिता के लगाव का उदहारण है:
(iv) पिता के व्यक्तित्व के परस्पर विरोधी गुण हैं :
(v) दरियादिली का अर्थ है:
अथवाफ़ादर बुल्के संकल्प से सन्यासी थे। कभी-कभी लगता है कि वह मन से सन्यासी नहीं थे। रिश्ता बनाते थे तोड़ते नहीं थे। दसियों साल बाद मिलने के बाद भी उसकी गंध महसूस होती थी। वह जब भी दिल्ली आते जरूर मिलते-खोजकर, समय निकालकर, गर्मी, सर्दी, बरसात झेलकर मिलते, चाहे दो मिनट के लिए ही सही। यह कौन संन्यासी करता है? उनकी चिंता हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में देखने की थी। हर मंच से इसकी तकलीफ बयन करते, इसके लिए अकाट्य तर्क देते। बस इसी सवाल पर उन्हें झुझलाते देखा है और हिंदी वालों द्वारा ही हिंदी की उपेक्षा पर दुख करते उन्हें पाया है। घर-परिवार के बारे में, निजी दुख-तकलीफ के बारे में पूछना उनका स्वभाव था और बड़े से बड़े दुख में उनके मुख से सांत्वना के जादू भरे दो शब्द सुनना एक रोशनी से भर देता था जो किसी गहरी तपस्या से जनमती है। ‘हर मौत दिखाती है जीवन की नयी राह’। मुझे अपनी पत्नी और पुत्र की मृत्यु याद आ रही है और फादर के शब्दों से झरती विरल शांति। (i) फादर बुल्के मन से संन्यासी नहीं थे, क्योंकि:
(ii) हिंदी के विषय में उनकी इच्छा थी :
(iii) उनके स्वभाव की विशेषता थी :
(iv) ‘हर मौत दिखाती है जीवन को नई राह’ का आशय है कि मृत्यु :
(v) ‘एक ऐसी रोशनी से भर देता था जो किसी गहरी तपस्या से जनमती है।’
11. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षेप में उत्तर दीजिए : 2×5=10
12. निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु। विद्यमान रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु।
अथवातुम्हारी यह दंतुरित मुसकान मृतक में भी डाल देगी जान धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात…. छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात परस पाकर तुम्हारा ही प्राण, पिघलकर जल बन गया होगा पाषाण।
13. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षेप में उत्तर दीजिए :
(किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित) (ख)
(ग)
14. संक्षेप में उत्तर दीजिए : गंतोक कहां है? उसे ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर क्यों कहा गया है? ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए।(5) अथवा‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ के लेखक ने अपने आप को हिरोशिमा के विस्फोट का भोक्ता कब और किस प्रकार महसूस किया? स्पष्ट कीजिए। उत्तर- अपनी जापान यात्रा के दौरान हिरोशिमा नगर की गलियों से गुजरते हुए जले हुए पत्थर पर लंबी उजली छाया को देखकर लेखक को धक्का लगा। उसे गहरी अनुभूति हुई कि जब विस्फोट हुआ होगा तब रेडियमधर्मी किरणों के प्रभाव से झुलसा हुआ व्यक्ति भाप बन कर उड़ गया होगा। यह दश्य लेखक के अंतर्मन को इतना गहरा छू गया कि उसने स्वयं को विस्फोट का भोक्ता महसूस किया। खंड – घ15. किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :(5)
16. ग्रीष्मावकाश में पर्वतीय यात्रा के दौरान आप कुछ दिन के लिए अपने मित्र के घर ठहरे, जहाँ आप की बहुत आवभगत की गई। मित्र के प्रति आभार प्रकट करते हुए एक पत्र लिखिए। (5) अथवा आप वन महोत्सव के अवसर पर अपने नगर में वृक्षारोपण करना चाहते हैं। नगर के उद्यान विभाग के अधिकारी को पत्र लिखकर पौधों की व्यवस्था करने के लिए अनुरोध कीजिए। These are questions only. To view and download complete question paper with solution install myCBSEguide App from google play store or log in to our student dashboard. Download myCBSEguide App Last Year Question Paper Class 10 Hindi ADownload class 10 Hindi A question paper with the solution from best CBSE App the myCBSEguide. CBSE class 10 Hindi A question paper 2011 in PDF format with the solution will help you to understand the latest question paper pattern and marking scheme of the CBSE board examination. You will get to know the difficulty level of the question paper. Previous Year Question Paper for Class 10 in PDFCBSE question papers 2018, 2017, 2016, 2015, 2014, 2013, 2012, 2011, 2010, 2009, 2008, 2007, 2006, 2005 and so on for all the subjects are available under this download link. Practicing real question paper certainly helps students to get confidence and improve performance in weak areas.
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