बच्चों की game की आदत कैसे छुड़ाएं - bachchon kee gamai kee aadat kaise chhudaen

बच्चों की game की आदत कैसे छुड़ाएं - bachchon kee gamai kee aadat kaise chhudaen

कम उम्र में ऑनलाइन गेम्‍स की लत बच्‍चों के शारीर‍िक और मानसि‍क व‍िकास पर बुरा असर डालती है। अगर बच्‍चे ऑनलाइन गेम्‍स खेलेंगे तो उनका स्‍वास्‍थ्‍य ब‍िगड़ सकता है, घंटों ऑनलाइन गेम्‍स खेलने के कारण कम उम्र में बच्‍चों के आंखों की रौशनी कम हो सकती है वो मोटापे का श‍िकार हो सकते हैं, उनकी शारीर‍िक क्षमता घट सकती है वहीं कुछ बच्‍चे स्‍लीप‍िंग ड‍िसऑर्डर या अकेले रहने के कारण ड‍िप्रेशन का श‍िकार हो जाते हैं। इन सभी समस्‍याओं से आपके बच्‍चे भी जूझ रहे हैं तो उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत से बाहर न‍िकालें और इसके ल‍िए हम आपको कुछ आसान ट‍िप्‍स बताने जा रहे हैं। 

बच्चों की game की आदत कैसे छुड़ाएं - bachchon kee gamai kee aadat kaise chhudaen
           

1. बच्‍चे को ऑनलाइन गेम्‍स के नुकसान के बारे में बताएं 

अगर आपका बच्‍चा भी ऑनलाइन गेम्‍स की लत (onilne games addiction) का श‍िकार है तो आपको उसे इसके नुकसान के बारे में बताना चाह‍िए। ऑनलाइन गेम्‍स का असर न स‍िर्फ बच्‍चे के द‍िमाग पर पड़ता है बल्‍क‍ि उसकी आंखों पर भी ऑनलाइन गेम्‍स खेलने का बुरा असर पड़ता है। आप जब बच्‍चे को ऑनलाइन गेम्‍स के नुकसान के बारे में जानकारी देंगे तो वो थोड़े समय में इससे बाहर न‍िकल आएगा क्‍योंक‍ि जो माता-प‍िता अपने बच्‍चों को डांटकर क‍िसी चीज को रोकने की कोश‍िश करते हैं उनके बच्‍चे अक्‍सर ज‍िद्दी या गुस्‍से वाले स्‍वभाव के बन जाते हैं।      

इसे भी पढ़ें- बच्चों को खिलाने-पिलाने से जुड़े ये 5 मिथक हैं भारत में पॉपुलर, एक्सपर्ट से जानें इनकी सच्चाई

2. बच्‍चे के ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की समय-सीमा तय करें  

आपको बच्‍चे से बात करके उसके रूटीन के मुताब‍िक ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की समय सीमा तय करनी चा‍ह‍िए। समय सीमा तय करने से बच्‍चे एक सीमि‍त समय तक ही ऑनलाइन गेम्‍स खेल पाएंंगे। अगर वो लैपटॉप या फोन पर ऑनलाइन गेम्‍स (online games) खेलते हैं तो आप एक तय सीमा के बाद उनसे फोन या लैपटॉप ले लें, फ‍िर धीरे-धीरे करके आप गेम्‍स खेलने की अवध‍ि को घटाते जाएं।

3. आप बच्‍चे के साथ टाइम स्‍पेंड करें 

सबसे जरूरी है क‍ि आप बच्‍चे के साथ समय बि‍ताएं। अगर आप बच्‍चे को समय देंगे तो हो सकता है वो ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत से बाहर जाएं। अक्‍सर जो बच्‍चे अकेला महसूस करते हैं वो जल्‍दी ऐसी एक्‍टीव‍िटी में बि‍जी हो जाते हैं ज‍िससे वो बाहरी दुन‍िया से अलग हो जाते हैं पर आपको इस बात का खास ख्‍याल रखना है क‍ि आप बच्‍चे को पूरा समय दें ताक‍ि उसे ऐसी एक्‍ट‍िव‍िटी की जरूरत न पड़े। आप बच्‍चे के साथ उसकी कोई हॉबी में साथ दे सकते हैं या खुद फ‍िजि‍कल गेम्‍स साथ में खेल सकते हैं।

4. बच्‍चे को बाहर लेकर जाएं 

आप बच्‍चे को ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत (online games addiction) से बचाना चाहते हैं तो आपको बच्‍चे को बाहर लेकर जाना चाह‍िए। कई बच्‍चे बाहर जाने से ह‍िचक‍िचाते हैं और इस कारण वो घर में ही अपने समय को बि‍ताने का जर‍िया ढूंढ लेते हैं पर अगर आप बच्‍चे को ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत से बचाना चाहते हैं तो बच्‍चे को बाहर लेकर जाएं, आउटडोर एर‍िया में रहने की आदत सीखने से बच्‍चा खुद बाहर जाकर खेलना पसंद करेगा। अगर आपका बच्‍चा आउटडोर गेम्‍स नहीं खेलता है तो आप उसे अपने साथ वॉक या एक्‍सरसाइज पर बाहर लेकर जाएं इससे बच्‍चे की आदत बनेगी और वो आउटडोर गेम्‍स के ल‍िए खुद को तैयार कर पाएगा। 

इसे भी पढ़ें- टीनएज में सिगरेट की लत खराब कर सकती है सेहत, जानें धूम्रपान की आदत से बच्चे को कैसे बचाएं  

5. बच्‍चे को फ्री टाइम का सदुपयोग करने की सलाह दें 

अगर आपका बच्‍चा ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत से जूझ रहा है तो आप उसे अपना फ्री टाइम सही जगह यूज करने की सलाह दें, ऑनलाइन गेम्‍स खेलने वाले बच्‍चे अक्‍सर बेहद शॉर्प माइंड के होते हैं, ऐसे बच्‍चों के ल‍िए व‍िभ‍िन्‍न ऑर्गेनाइजेशन क्‍व‍िज शो या ओलंप‍ियाड शोज करवाते रहते हैं, आप अपने बच्‍चे को लेकर ऐसे लाइव प्रोग्राम में लेकर जाएं ताक‍ि बच्‍चे की क्र‍िएट‍िव‍िटी सही जगह काम आए और इस अप्रोच से भी आप बच्‍चे को ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत से बचा सकते हैं।          

तो इन आसान ट‍िप्‍स की मदद से आप बच्‍चे में ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की लत को दूर कर सकते हैं। अगर इससे भी मदद न म‍िलें तो आप बच्‍चे को काउंसलर या साइकोलॉज‍िस्‍ट के पास लेकर जा सकते हैं।

बच्चों के गेम खेलने की आदत कैसे छुड़ाएं?

बच्चों की ऑनलाइन गेम्स खेलने की आदत छुड़ाने के लिए पेरेंट्स अपनाएं ये 5 आसान तरीके.
बच्‍चे को ऑनलाइन गेम्‍स के नुकसान के बारे में बताएं ... .
बच्‍चे के ऑनलाइन गेम्‍स खेलने की समय-सीमा तय करें ... .
आप बच्‍चे के साथ टाइम स्‍पेंड करें ... .
बच्‍चे को बाहर लेकर जाएं ... .
बच्‍चे को फ्री टाइम का सदुपयोग करने की सलाह दें.

बच्चे मोबाइल मांगे तो क्या करना चाहिए?

आप उन्‍हें बाहर खेलने, साइकिल चलाने, गार्डनिंग, आदि के लिए भी मोटिवेट कर सकते हैं. बेहतर होगा कि आप बच्‍चों को कम उम्र में मोबाइल देने से बचें. स्‍क्रीन टाइम के लिए आप टीवी का ही इस्‍तेमाल करें. जब आपका काम हो जाए तो आप इंटरनेट या वाइफाई को बंद करें.

बच्चों को मोबाइल कितनी देर देखना चाहिए?

स्क्रीन टाइम मोबाइल फोन, टीवी, कंप्यूटर, टैबलेट, या किसी भी हैंडहेल्ड या विजुअल डिवाइस जैसी स्क्रीन देखने में प्रतिदिन बिताया गया कुल समय है. जिस तरह हम संतुलित भोजन का सेवन करते हैं, उसी तरह स्क्रीन को भी ठीक से चुना जाना चाहिए और सही मात्रा में और सही समय पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए.

मोबाइल की लत को कैसे रोकें?

बच्चों को बनाएं एक्टिव अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों में मोबाइल की लत दूर हो, तो उन्हें एक्टिव बनाने की कोशिश करें. ... .
जरूरी काम पहले कराएं ... .
सोने से पहले बिल्कुल न दें फोन ... .
मोबाइल यूज करने का ​सेट करें कुछ रुल्स ... .
परिवार के सदस्यों के साथ करवाएं एक्टिविटी ... .
मोबाइल फोन यूज करते समय बच्चों पर रखें ध्यान ... .
अन्य उपाय ... .
सारांश.