NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitiz Chapter 1 गिल्लू यहाँ सरल शब्दों में दिया जा रहा है| NCERT Hindi book for class 9 Sanchayan Solutions के Chapter 1 गिल्लू को आसानी से समझ में आने के लिए हमने प्रश्नों के उत्तरों को इस प्रकार लिखा है की कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कही जा सके| इस पेज में आपको NCERT solutions for class 9 hindi Sanchayan दिया जा रहा है| Show
Table of Contents hide 1 NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sanchayan Chapter 1 गिल्लू 1.1 NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sanchayan Ch – 1 – गिल्लू 1.2 Related NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sanchayan Chapter 1 गिल्लूप्रश्न 1. सोनजुही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में कौन से विचार उमड़ने लगे? उत्तर : सोनजुही की लता के नीचे गिल्लू की समाधि बनाई गई क्योंकि यह लता गिल्लू को बहुत पसंद थी और साथ ही लेखिका को विश्वास था कि इस छोटे से जीव को इस बेल पर लगे फूल के रुप में देखेगी। जुही में जब पीले फूल लगेंगे तो लेखिका के समक्ष गिल्लू की स्मृति साकार हो जाएगी। इससे उन्हे संतोष मिलेगा। Jharkhand Board JAC Class 9 Hindi Solutions Sanchayan Chapter 1 गिल्लू Textbook Exercise Questions and Answers. JAC Board Class 9 Hindi Solutions Sanchayan Chapter 1 गिल्लूJAC Class 9 Hindi गिल्लू Textbook Questions and Answersबोध-प्रश्न : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. अंतिम समय में गिल्लू की अवस्था क्या था?जब गिल्लू की जीवन यात्रा का अंत आया तो उसने दिनभर कुछ भी नहीं खाया और वह बाहर भी घूमने नहीं गया। वह अपने झूले से नीचे उतरा और लेखिका के बिस्तर पर आकर उसकी उँगली पकड़कर चिपक गया। इन सभी चेष्टाओं से लेखिका को लगा कि उसका (गिल्लू का) अंत समीप है और सुबह की पहली किरण के साथ ही वह हमेशा के लिए सो गया।
गिल्लू को मुक्त क्यों और कैसे किया गया?गिल्लू को मुक्त करने की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि वह उसका पहला बसंत था। बाहर की गिलहरियाँ खिड़की की जाली के पास आकर चिक-चिक करके कुछ-कुछ कहने लगी। गिल्लू जाली के पास बैठकर उन्हें निहारता था। उन्हें मजे से खेलते देख वह उदास था।
नगल्लू का ि करिे की आवश्यकता क्यों समझी गई और उसके नलए लेनखका िे क्या उपाय दकया?कमरे में बाहर के फूलों की सुगंध फैल रही थी बाहर की गिलहरियाँ आकर जाली के पास बैठ कर चिक-चिक करती। उन्हें देखकर गिल्लू जाली के पास आकर बैठ जाता, उसको इस तरह बाहर निहारते हुए देखकर लेखिका ने उसे मुक्त करना आवश्यक समझा। लेखिका ने खिड़की की जाली का एक कोना खोल दिया जिससे गिल्लू बाहरआ-जा सके। Q.
गिल्लू जब बड़ा हो गया था तो उसकी दिनचर्या क्या थी?परिचारिका' के हटने के समान लगता। गरमियों में जब मैं दोपहर में काम करती रहती तो गिल्लू न बाहर जाता न अपने झूले में बैठता। उसने मेरे निकट रहने के साथ गरमी से बचने का एक सर्वथा नया उपाय खोज निकाला था। वह मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता और इस प्रकार समीप भी रहता और ठंडक में भी रहता ।
|