SwarnaRekha River: भारत में 400 से भी ज्यादा छोटी-बड़ी नदियां बहती हैं. देशभर में बहने इन नदियों की कुछ न कुछ खासियत है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सोने की नदी कहा जाता है. जी हां, यहां पानी में सोना मिलता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सैकड़ों सालों बाद भी वैज्ञानिकों को यह पता नहीं चल पाया है कि इस नदी में सोना (Gold river of india) क्यों बहता है. यानी इस नदी का सोना वैज्ञानिकों के लिए अभी भी रहस्य है. Show
Updated:Feb 22, 2022, 07:33 AM IST नदी से सोना छानने का काम करते हैं यहां के लोगहम बात कर रहे हैं झारखंड में बहने वाली स्वर्णरेखा (Swarna Rekha River in jharkhand) नदी की. नदी में पानी के साथ सोना बहने की वजह से इसे स्वर्णरेखा नदी के नाम से जाना जाता है. झारखंड में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां स्थानीय आदिवासी इस नदी में सुबह जाते हैं और दिन भर रेत छानकर सोने के कण इकट्ठा करते हैं. इस काम में उनकी कई पीढ़ियां लगी हुई हैं. तमाड़ और सारंडा जैसे इलाके ऐसे हैं जहां पुरुष, महिलाएं और बच्चे सुबह उठकर नदी से सोना इकट्ठा करने जाते हैं. सीधे बंगाल की खाड़ी में गिरती है नदीये नदी झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में बहती है और इसका उद्गम झारखंड के रांची शहर से लगभग 16 किमी दूर है. इस नदी से जुड़ी हुई एक हैरान कर देने वाली बात ये है कि रांची स्थित ये नदी अपने उद्गम स्थल से निकलने के बाद उस क्षेत्र की किसी भी अन्य नदी में जाकर नहीं मिलती, बल्कि यह नदी सीधे बंगाल की खाडी में गिरती है. सोने की सच्चाई का आज तक नहीं लगा पतामीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां रिसर्च कर चुके कई भूवैज्ञानिकों का मानना है कि ये नदी चट्टानों से होकर आगे बढ़ती है और इस वजह से इसमें सोने के कण आ जाते हैं. हालांकि, इस बात में कितनी सच्चाई है इस बात का पता आज तक नहीं लग सका है. स्वर्ण रेखा की एक सहायक नदी ‘करकरी’ की रेत में भी सोने के कण मिलते हैं. जबकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि स्वर्ण रेखा नदी में जो सोने के कण पाए जाते हैं, वह करकरी नदी से बहकर ही आते हैं. आसान नहीं है नदी से सोना निकालनानदी की रेत से सोना इकट्ठा करने के लिए लोगों को दिनभर मेहनत करनी पड़ती है. आदिवासी परिवार के लोग दिनभर पानी में सोने के कण ढूंढने का काम करते हैं. दिनभर काम करने के बाद आमतौर पर एक व्यक्ति एक या दो सोने के कण ही निकाल पाता है. एक कण को बेचकर 80 से 100 रुपए कमाते हैं. इस तरह सोने के कण बेचकर एक शख्स औसतन महीने में 5 से 8 हजार रुपये ही कमाता है. चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। अपने प्रश्न क्या है किस नदी में सबसे अधिक सोना पाया जाता है लेकिन भारत के झारखंड राज्य में एक नदी है जिसका नाम है स्वर्णरेखा नदी वहां उस नदी में जो है सोना पाया जाता है apne prashna kya hai kis nadi mein sabse adhik sona paya jata hai lekin bharat ke jharkhand rajya mein ek nadi hai jiska naam hai swarn rekha nadi wahan us nadi mein jo hai sona paya jata hai अपने प्रश्न क्या है किस नदी में सबसे अधिक सोना पाया जाता है लेकिन भारत के झारखंड राज्य में 20 This Question Also Answers: Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! एक वक्त था जब भारत को सोने की चिडिया कहा जाता था। पर क्या आप जानते हैं कि भारत जैसे देश में जहां सोने की कीमत आसमान छूती है, वहीं एक जगह है जहां सोना कौड़ियों के भाव पर खरीदा जाता है। आप इस बात पर...लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 31 Aug 2015 09:28 AM हमें फॉलो करें ऐप पर पढ़ें एक वक्त था जब भारत को सोने की चिडिया कहा जाता था। पर क्या आप जानते हैं कि भारत जैसे देश में जहां सोने की कीमत आसमान छूती है, वहीं एक जगह है जहां सोना कौड़ियों के भाव पर खरीदा जाता है। आप इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे होंगे, लेकिन ये बिल्कुल सच है। झारखंड की राजधानी रांची से करीब 15 किलोमीटर दूर आदिवासी इलाके रत्नगर्भा में बहती है स्वर्णरेखा नाम की नदी। ये कोई आम नदी नहीं है, बल्कि इस नदी में सोने का इतना भंडार समाया है, जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। झारखंड के रत्नगर्भा क्षेत्र में बड़े-बड़े व्यापारी आदिवासियों से बेहद कम कीमतों पर सोना खरीद रहे हैं, पर आखिरकार आदिवासियों के पास इतना सोना आया कहां से? इसके पीछे बहुत बड़ा राज छिपा है जिसे यहां की एक पवित्र नदी ने अपने भीतर समेटा हुआ है। कहा जाता है कि स्वर्णरेखा या फिर आदिवासियों के बीच नंदा के नाम से जानी जाने वाली इस नदी में सोने के कण पाए जाते हैं, इसीलिए इसका नाम स्वर्णरेखा पड़ा है। यहां की आदिवासी दिन रात इन कणों को एकत्रित करते हैं व स्थानीय व्यापारियों को बेचकर रोजी रोटी कमाते हैं। इस नदी से जुड़ी हुई एक हैरान कर देने वाली बात ये है कि रांची स्थित ये नदी अपने उदगम स्थल से निकलने के बाद उस क्षेत्र की किसी भी अन्य नदी में जाकर नहीं मिलती, बल्कि यह नदी सीधे बंगाल की खाडी में गिरती है। इस नदी की रेत से निकलने वाले सोने के कणों का अपना ही रहस्य है। यह प्रकृति का ऐसा अद्भुत खेल है जिसका पता अभी तक कोई भी लगा ना पाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आज तक कितनी ही सरकारी मशीनों द्वारा इस नदी पर शोध किया गया है लेकिन वे इस बात का पता लगाने में असमर्थ रहे हैं कि आखिरकार यह कण जमीन के किस भाग से विकसित होते हैं। भारत में कौन सी नदी है जिसमें सोना मिलता है?झारखंड में एक जगह है रत्नगर्भा। यहीं पर स्वर्ण रेखा नाम की नदी बहती है। इस नदी की रेत से सालों से सोना निकाला जा रहा है। नदी झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों में बहती है।
ऐसी कौन सी नदी है जिसमें हीरे पाए जाते हैं?भारत में पन्ना जिले की बाघिन नदी ही एक ऐसी है जिसके किनारों पर भी हीरे मिल जाया करते हैं।
कौन नदी में सोना बहता है?झारखंड की इस स्वर्णरेखा नदी (Swarna Rekha River in jharkhand) में पानी के साथ सोना बहने के कारण ही इसे स्वर्णरेखा नदी के नाम से जाना जाता है. इसको आम लोग यहां सोने की नदी भी कहते हैं.
क्या कृष्णा नदी में हीरे पाए जाते हैं?कृष्णा नदी के किनारे हीरा पाया जाता है ।
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