इन्हें पढ़कर मेरे मन-मस्तिष्क में चिंता और करुणा का भाव उमड़ता है। करुणा का भाव इस कारण उमड़ता है कि इन बच्चों की खेलने-कूदने की आयु है किंतु इन्हें भयंकर कोहरे में भी आराम नहीं है। पेट भरने की मजबूरी के कारण ही ये । ठंड में सुबह उठे होंगे और न चाहते हुए भी काम पर चल दिए होंगे। चिंता इसलिए उभरी कि इन बच्चों की यह दुर्दशा कब समाप्त होगी? कब समाज बाल-मजदूरी से मुक्ति पाएगा? परंतु कोई समाधान न होने के कारण चिंता की रेखा गहरी हो गई। Show प्रश्न 2. प्रश्न 3. समाज की व्यवस्था भी बाल-श्रमिकों को रोकने में सक्षम नहीं है। यद्यपि सरकार ने इस विषय में कानून बना दिए हैं। किंतु वह बच्चों को निश्चित रूप से ये सुविधाएँ दिला पाने में समर्थ नहीं है। न ही सरकार या समाज के पास इतने साधन हैं, न गरीबी मिटाने के उपाय हैं और न इच्छा-शक्ति। इसलिए बच्चे वंचित हैं। प्रश्न 4.
प्रश्न 5. प्रश्न 6. रचना और अभिव्यक्ति प्रश्न 7. प्रश्न 8. पाठेतर सक्रियता प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. अन्य पाठेतर हल प्रश्न लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. बच्चों से काम करवाने वालों को कठोर दंड दिया जाना चाहिए। बाल श्रमिकों की पहचानकर उनकी शिक्षा और प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए। इस दिशा में समाज को भी अपनी सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है। बच्चों को क्या करने का मौका मिलना चाहिए?बच्चों को खेलने कूदने का पूरा अवसर मिलना चाहिए ताकि वह तन मन से स्वस्थ बन सके। बचपन में बच्चों को पूरी स्वतंत्रता मिलनी चाहिए उन पर कोई भी बंधन नहीं रहना चाहिए। उन्हें अपने माता-पिता, सगे-संबंधी और आस पड़ोस से पूरा प्यार मिलना चाहिए। ऐसा होने से ही उनके व्यक्तित्व को समुचित विकास हो सकेगा।
बच्चों को काम पर न जाकर क्या करना चाहिए?उन्हें क्या करने के मौके मिलने चाहिए? उत्तर- मेरे विचार में बच्चों को काम पर नहीं भेजा जाना चाहिए। उन्हें पढ़ने-लिखने का पूरा मौका मिलना चाहिए ताकि वे शिक्षा प्राप्त कर अपने जीवन को सँवार सकें। उन्हें खेलने-कूदने का उचित अवसर मिलना चाहिए ताकि वे तन-मन से स्वस्थ बन सकें।
आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं?हमारे विचार से बच्चों को काम पर नहीं भेजना चाहिए क्योंकि उनके छोटे से मस्तिष्क में इस घटना का दुखद प्रभाव पड़ सकता है, जो धीरे-धीरे बढ़कर विद्रोह का रुप धारण कर सकता है। इसी तरह के बच्चे आर्थिक अभाव तथा सामाजिक असमानता के कारण आगे चलकर आतंकवादी, चोरी जैसे गलत कामों को अंजाम दे सकते हैं। इससे समाज की हानि हो सकती है।
3 बच्चों के काम पर जाने का कौन कौन कारण हो सकते हैं?Explanation: बच्चों के काम पर जाने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं बच्चों के माता-पिता ना होने के कारण उन्हें मजबूरी में काम पर जाना पड़ता होगा बच्चों के घर में पैसों की तंगी होने के कारण उन्हें काम पर जाना पड़ता होगा
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