आलेखन में सबसे पहले रंग कैसे भरना चाहिए? - aalekhan mein sabase pahale rang kaise bharana chaahie?

Homeआलेखन कला (चित्रकला) व रंगआलेखन कला (चित्रकला) में रंग भरने की विधि। Method of Coloring in Drafting in Hindi

आलेखन में सबसे पहले रंग कैसे भरना चाहिए? - aalekhan mein sabase pahale rang kaise bharana chaahie?

जब आलेखन में चित्र बनकर तैयार हो जाता है तो इसमें अब रंग भरते हैं। रंग भरने के लिए हल्के और गहरे रंग उपयोग किया जाता है। बनाये गए आलेखन के अनुसार ही हल्के और गहरे रंगों को आलेखन में भरना पड़ता है। जब हल्के रंग का प्रयोग करना हो तो जिस भी रंग को हल्का रंग बनाना उस रंग में सफेद रंग मिला देने से वह हल्का रंग बन जाता है। अगर किसी रंग को गहरा बनाना है तो उसमें काला, हरा, नीला व कत्थई रंग मिला देने से वह गहरा रंग बन जाता है। इस प्रकार रंगों को हल्का रंग और गहरा नहीं बना करके आलेखन में आसानी से प्रयोग किया जा सकता है।

जब भी आलेखन में रंग भरना चाहिए तो सबसे पहले हल्का रंग भरना चाहिए और उसके बाद उससे गहरे रंग का प्रयोग करना चाहिये। ये प्रक्रिया करती रहनी चाहिए, सबसे पहले हल्का रंग, उसके बाद में उससे ज्यादा गहरा रंग, फिर उसके बाद उससे गहरा रंग इत्यादि ऐसे ही क्रमानुसार रंगो को आलेखन में प्रयोग करना चाहिए। जब आलेखन में इस तरह से रंग भरा जाता है तो आलेखन बहुत ही अच्छा लगने के साथ-साथ चमकदार और आकर्षक भी दिखाई देता है।

आलेखन में रंग भरते समय आवश्यकता के अनुसार रंगों को लेकर सबसे पहले पृष्ठभूमि में रंग भरना चाहिए। पृष्ठभूमि में रंग भरने के बाद ही फूल, पत्ती, कली, डाल इत्यादि में रंग का प्रयोग करना चाहिए।

अगर आलेखन के धरातल में हल्के रंग को भरना हो तो सबसे पहले मोटे ब्रश को लेकर या रुई को लेकर पानी में भिगोया जाता है और धरातल को हल्का सा गीला कर दिया जाता है और उसके बाद रंगों को धरातल पर ब्रश की सहायता से जल्दी से बिछा या फैला दिया जाता है

जब आलेखन में धरातल का रंग गहरा करना होता है तो फूल पत्तियों में हल्का रंग ही भरना चाहिए। गहरा रंग भरते समय सदा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रंग भरते हुए कहीं ब्रश अगल-बगल अलंकारों पर न लग जाए।

आलेखन कला में रंग भरने में सावधनी और नियम -:

1) आलेखन में सबसे पहले हल्के रंगों को भरना चाहिए।

आलेखन में पृष्ठभूमि को पहले रंगो से रंगना चाहिए।

2) आलेखन के धरातल में हल्के रंगों को भरने से पहले 3) धरातल को ब्रश या रुई की सहायता से गीला कर देना चाहिए।

4) जब भी आलेखन कला में रंग भरा जा रहा हो तो ध्यान दें कि ब्रश कहीं अगल-बगल ना लग जाए।

5) आलेखन में रंग भरने के बाद उसे कुछ समय के लिए छोड़े दे जब वह सूख जाए तब दूसरा रंग प्रयोग करें।

6) रंग भरने से पहले अगल-बगल के सामानों को दाएं तरफ रख ले।

7) आलेखन में रंग भरते समय समतल पृष्ठ का चुनाव करें।

8) जब आलेखन में रंग भरे तो ध्यान दें, कोई भी रंग गलती से बाहर ना होने पाए।

9) आलेखन में रंग भरने से पहले ही रंगों को किसी सादे पेज पर जांच करना चाहिए।

10) आलेखन में रंग भरने के बाद उसके बाह्य रेखाओं को बढ़िया से गहरा कर दे।

11) आलेखन में जिस स्थान पर इस साइज के बरस की आवश्यकता हो उसी साइज का ब्रश का इस्तेमाल करें।

आलेखन में सबसे पहले रंग कैसे भरते हैं?

1) आलेखन में सबसे पहले हल्के रंगों को भरना चाहिए। आलेखन में पृष्ठभूमि को पहले रंगो से रंगना चाहिए। 2) आलेखन के धरातल में हल्के रंगों को भरने से पहले 3) धरातल को ब्रश या रुई की सहायता से गीला कर देना चाहिए। 4) जब भी आलेखन कला में रंग भरा जा रहा हो तो ध्यान दें कि ब्रश कहीं अगल-बगल ना लग जाए।

आलेखन में कौन सा रंग भरना उपयोग होता है?

Ans - आलेखन के लिए पोस्टर रंग सबसे उपयुक्त होते हैं।

रंग भरने की विधि क्या है?

रंगों की भौतिकी इनमें सफेद और काला भी मूल रंग में अपना योगदान देते है। लाल रंग में अगर पीला मिला दिया जाये, तो केसरिया रंग बनता है। यदि नीले में पीला मिल जाये, तब हरा बन जाता है। इसी तरह से नीला और लाल मिला दिया जाये, तब जामुनी बन जाता है।

कागज पर आलेखन बनाने के लिए सबसे उपयुक्त रंग कौन सा है?

निर्देश: - (1) अपना अनुक्रमांक दिये गये ड्राइंग शीट के कवर पेज पर स्पष्ट अंकों एवं शब्दों में लिखिये तथा केन्द्र व्यवस्थापक की हस्ताक्षर युक्त मुहर प्रत्येक प्रपत्र पर लगवा कर कक्ष निरीक्षक से सभी पृष्ठों पर स्पष्ट हस्ताक्षर भी कराइये । ( 2 ) प्रश्नपत्र क, ख और ग, तीन खण्डों में विभक्त है।