2000 के नोट के पीछे क्या है? - 2000 ke not ke peechhe kya hai?

साल 2016 में नोटबंदी के बाद कालेधन को खत्म करने के लिए कदम उठाए गए. इस कड़ी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बड़े नोटों की कमी पूरी करने के लिए 2000 रुपए और 500 रुपए के नए नोट जारी किए. इन नोटों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नए सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े गए. हालांकि, पिछले कुछ समय से लगातार बाजार में नकली नोटों की खबरें आ रही हैं. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने देश की जनता को चेतावनी जारी की है. आशंका है कि बाजार में इनका सर्कुलेशन काफी तेजी से हो रहा है. चलन में मौजूद नए नोटों के क्लोन हो सकते हैं. 

SBI ने दी चेतावनी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी अपने ऑफिशियल ट्विटर पर ग्राहकों के लिए एक अलर्ट मैसेज पोस्ट किया है. ट्वीट में कहा गया है कि नकली और असली नोटों में फर्क समझना जरूरी है. आप अपने नोट को ध्यान से देखें और यह सुनिश्चित कर लें कि ये असली नोट ही है. इसके ट्वीट में एसबीआई ने एक फोटो के जरिए असली और नकली नोटों में फर्क समझने की कोशिश की है. आरबीआई ने भी अपने आधिकारिक वेबसाइट पर इन सभी जानकारियों को पोस्ट किया है.

Take a closer look at your currency note to ensure that it is real. To know more about various currency notes, visit https://t.co/rvtJhVqQWa#SBI #StateBankofIndia #KnowledgeIsPower #CurrencyNotes #SafetyFeatures #CustomerAwareness #BankNotes #KnowYourNotes #NoFakes #RBIKehtaHai pic.twitter.com/PlyWZGYnKf

— State Bank of India (@TheOfficialSBI) February 21, 2020

क्या है 2000 के नोट का साइज?
2000 के नोट का बेस कलर मैजेंटा है और इसका साइज 66 मिमी गुणा 166 मिमी है. नोट के फ्रंट पर महात्मा गांधी और पीछे की तरफ मंगलयान की तस्वीर लगी है.

500 के नए नोट का क्या है साइज?
500 के नए नोटों के रंग, थीम, डिजाइन और सिक्योरिटी फीचर की जगह पुराने नोट की तुलना में अलग हैं. 500 के नए नोट का आकार 63 मिमी गुणा 150 मिमी है. यह नए कलर में है जो स्टोन ग्रे है. इसका थीम दिल्ली के लाल किले पर आधारित है. स्वच्छ भारत अभियान का लोगो लगा हुआ है.

ऐसे करें 2000 के असली नोट की पहचान
2000 रुपए के नोट में असली-नकली में 3 बड़े फर्क हैं. 

1. सिक्योरिटी थ्रेड पर भारत, RBI और 2000 लिखा है. नोट को हल्का से मोड़ने पर इस थ्रेड का कलर हरे से बदलकर नीला हो जाता है. तस्वीर में भी आपको दिखेगा कि कैसे नोट का रंग बदल जाएगा. रोशनी में करके इसे ध्यान से देखा जाएगा तो ये साफ-साफ आपको भी नजर आएगा.

2. महात्मा गांधी का वाटरमार्क असली नोट पर हल्की रोशनी या लाइट की रोशनी में देखने पर साफ दिखेगा. लेकिन नकली नोट में ये वाटरमार्क बनाना संभव नहीं है. इसलिए नकली नोट में ये वाटरमार्क नहीं दिखेगा.

3. नोट के नीचे की तरफ बाईं ओर एक छोटा सा बॉक्स दिखाई देगा. इस बॉक्स को अलग से डार्क बनाया गया है. नोट हाथ में आने पर आराम से इसे देखा जा सकता है. तस्वीर में देखेंगे तो पता चलेगा कि इसे थोड़ा मोड़ने पर इसमें लिखा नोट का मूल्य दिखाई देगा. जबकि नकली नोट में ये मार्क नहीं दिखाई देगा. साथ ही नकली नोट में ये बॉक्स असली के मुकाबले थोड़ा लंबा नजर आएगा.

ये भी हैं कुछ मार्क

  • देवनागरी में नोट का मूल्य साफ-साफ लिखा दिखाई देगा.
  • गारंटी क्लॉज, गवर्नर के सिग्नेचर, प्रॉमिस क्लॉज और आरबीआई का लोगो दाहिनी तरफ है.
  • दृष्टिहीनों के लिए महात्मा गांधी की तस्वीर, अशोक स्तम्भ के प्रतीक, ब्लीड लाइन और पहचान चिन्ह खुरदरे बनाए गए हैं.
  • पुराने नोट की तुलना में महात्मा गांधी की तस्वीर का ओरिएंटेशन और पोजिशन थोड़ा अलग है.

2000 के नोट के पीछे क्या है? - 2000 ke not ke peechhe kya hai?

500 रुपए के असली नोट की पहचान
500 रुपए के नोट में बाईं तरफ 500 लिखा होता. नोट को लाइट में ले जाकर देखेंगे तो यह अंक दिखाई देगा. नोट को करीब 45 डिग्री के एंगल पर पकड़ेंगे तो नोट के बाईं तरफ 500 अंकों में लिखा होगा. इस नए नोट में नया फीचर जोड़ा गया है. नोट पर देवनागरी स्क्रिप्ट में नोट की वैल्यू लिखी होगी. नोट के सेंटर में राष्ट्रपित महात्मा गांधी की पोट्रेट तस्वीर होगी. यह फीचर केवल माइक्रोस्कोप की मदद से ही देखा जा सकता है. महात्मा गांधी की तस्वीर के ठीक बाद RBI and 500 लिखा होगा.

थ्रेड बदलता है रंग
महात्मा गांधी की तस्वीर के पास विंडो थ्रेड नीले और हरे रंग में बदलता है. दोनों रंगों में यह बदलाव तभी दिखाई देखा देगा जब आप नोट को थोड़ा टेढ़ा करेंगे. असली नोट पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर द्वारा प्रेषित की गई गारंटी होगी. अगर किसी नोट पर यह नहीं होता है तो उस नोट की कोई वैल्यू नहीं होती है. आरबीआई गर्वनर के हस्ताक्षर होंगे. नोट के वाटरमार्क सेक्शन में महात्मा गांधी की एक और तस्वीर होगी. यह नोट के दाईं तरफ होगी.

क्या हैं 500 रुपए के फीचर्स
नोट के टॉप लेफ्ट सेक्शन में नंबर पैनल पर और दाईं तरफ सबसे नीचे यूनिक कोड होगा. हर नोट पर यह नंबर अलग होता है. रुपए के साइन के साथ ही यह नंबर दिया होगा. यह नंबर नोट को टेढ़ा करने पर हरे से नीले रंग में बदलता है. नोट के सबसे दाईं तरफ अशोक स्तम्भ की तस्वीर होगी. नोट पर होरिजोंटल रिक्टेंगल के आकार में 500 लिखा होगा. इस लिखावट में हल्का उभार होता है ताकि नेत्रहीन लोगों असली और नकली नोट में अंतर समझ सकें.

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500 रुपए नोटों की दोनों तरफ बॉर्डर पर 5 रेखाएं बनी होती हैं. इसमें भी हल्का उभार होता है ताकि नेत्रहीन लोगों को अंतर समझ में आ सके. नोट के पीछे की तरफ, बाईं तरफ नोट प्रिंट होने का ​साल लिखा होता है. इससे पता चलता है कि किस साल में इस नोट की छपाई की गई है. नोट के पिछले हिस्से पर बाईं तरफ सबसे नीचे स्वच्छ भारत का निशान और स्लोगन प्रिंट होता है. नोट के पिछले हिस्से पर बाईं तरफ ही एक बॉक्स बना होता है, जिसमें विभिन्न भाषाओं में नोट की वैल्यू लिखी होती है. बड़े खाली हिस्से में ऐतिहासिक लाल किले की तस्वीर होगी. दाईं तरफ, देवनागरी स्क्रिप्ट में नोट की वैल्यू लिखी होती है.

2000 के नोट के पीछे क्या बना रहता है?

2,000 रुपये का नोट 2 हजार रुपये के नए नोट के पीछे मंगलयान की तस्वीर छपी हुई है. 24 सिंतबर 2014 बुधवार के दिन भारत ही नहीं विश्व के इतिहास में याद रखा जाएगा. अपने पहले प्रयास में ही 67 करोड़ किमी का सफर तय करतके भारतीय मंगलयान ने सीधे मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश कर लिया था. इसका नाम मार्स ऑर्बिटर मिशन यानी MOM था.

100 के नोट के पीछे किसका चित्र है?

रानी की इस बाव का निर्माण साल 1063 में किया गया था। इस बाव की दीवारों पर भगवान राम, वामनावतार, महिषासुरमर्दिनी, कल्कि अवतार और भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों के चित्र अंकित हैं।

500 के नोट के पीछे किसका चित्र है?

महात्मा गांधी नई श्रृंखला का 500 बैंकनोट 66 मिमी x 150 मिमी पत्थर से ग्रे रंग का है, जिसमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के हस्ताक्षर और महात्मा गांधी के साथ-साथ अशोक स्तंभ प्रतीक का एक चित्र शामिल है।

10000 का नोट कब बंद किया गया?

नवंबर 2016 में 500 और 1000 रुपये को नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद 500 रुपये के नए नोट और 2000 रुपये का नोट शुरू किया गया। बाद में 200 रुपये के नोट भी शुरू किए गए। इससे पहले देश में 12 अगस्त 1946 को 500 रुपये, 1000 रुपये और 10,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था।