उत्तराखंड की मुख्य नदियाँ क्या है? - uttaraakhand kee mukhy nadiyaan kya hai?

Main Rivers of Uttarakhand : दोस्तों उत्तराखंड को अनेक चीजों का भंडार कहा जाता है । खनिजों से लेकर जड़ी बूटियों तक या फिर पहाड़ों से लेकर नदियों तक सबकुछ उत्तराखंड में है । सभी जीवो की प्यास बुझाने वाली बहुत सारी नदियां भी उत्तराखंड से ही बहती है । तो दोस्तों आज इस पोस्ट के जरिए हम आपको बताएंगे उत्तराखंड बहने वाली प्रमुख नदियां और उनके उद्गम स्थलों के बारे में

उत्तराखंड राज्य में बहने वाली ज्यादातर नदियों का प्रवाह दक्षिण पूर्व दिशा में है । हमारे राज्य में बहुत सारे छोटे बड़े नदी तंत्र हैं तो चलिए बात करते हैं इन प्रमुख नदी तंत्र की

Table of Contents

  • काली नदी तंत्र
  • यमुना नदी तंत्र
  • टोस नदी
  • गंगा तंत्र
  • गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियां निम्न प्रकार से है –
  • उत्तराखंड की प्रमुख Main Rivers of Uttarakhand नदियों के बेसिन क्षेत्र

काली नदी तंत्र

उद्गम स्थल – काली नदी का उद्गम स्थल पिथौरागढ़ जिले के लिपुलेख के समीप स्थित कालापानी नामक स्थान है ।

सहायक नदियां – काली नदी की सहायक नदियां हैं , पूर्वी धौली गंगा, गौरी गंगा, लोहावती,लधिया, सरयू नदी, कोठिया ंगठी आदि ।

इनमें से काली नदी से खेला नामक स्थान पूर्वी धौलीगंगा , जौलजीबी नामक स्थान में गौरी जो मिलम हिमनद से निकलती है, पंचेश्वर नामक स्थान में सरयू तथा चंपावत जिले में लधिया नदी मिलती है । बागेश्वर जिले की सरमुल स्थान से सरयू नदी निकलती है जिस की सहायक नदी गोमती, पनार और पूरी गंगा आदि है ।

यमुना नदी तंत्र

यमुना नदी उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले के बंदरपूंछ नामक पर्वत पर स्थित यमुनोत्री काठा नामक से निकलती है । उत्तराखंड राज्य में यमुना नदी की लंबाई 136 किलोमीटर है । यमुना नदी की प्रमुख सहायक नदियां निम्न प्रकार से है –

टोस नदी

यहां नदी यमुना नदी की सबसे प्रमुख सहायक नदी में से एक है जो कि उत्तरकाशी जिले में स्वर्ग रोहिणी हिमनद से बहने वाली सु पीन नदी व हिमाचल प्रदेश से आने वाली रूपीन नदी इन दोनों नदियों के सयोग से बनती है । यहां नदी तमसा नदी के रूप में भी प्रचलित है , यह नदी का आलसी नामक स्थान में यमुना नदी से मिल जाती है ।

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ऋषि गंगा, हनुमान गंगा , भद्री गाड़, कमल गाड़, गिरी आदि यमुना की अन्य सहायक नदियां हैं ।

गंगा तंत्र

उत्तराखंड के देवप्रयाग में अलकनंदा और भागीरथी के संयोग से गंगा नदी बनती है । देवप्रयाग से ही इसे गंगा के नाम से जाना जाता है । देवप्रयाग के बाद गंगा कि उत्तराखंड में लंबाई 96 किलोमीटर है ।

गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियां निम्न प्रकार से है –

भागीरथी नदी – यह नदी उत्तरकाशी जिले के गांव मुक्त नामक स्थान से निकलती है । भागीरथी की प्रमुख सहायक नदियां हैं – रुद्र गंगा, जानवी, सिया गंगा, भिलंगना, मिलन गंगा, केदार गंगा, है । भागीरथी नदी से भिलंगना नदी पुरानी टिहरी में मिलती है ।

भिलंगना नदी खाटलिंग ग्लेशियर से निकलती है । देवप्रयाग नामक स्थान पर भागीरथी नदी अलकनंदा नदी से मिल जाती है और यह गंगा कहलाती है । भागीरथी के उद्गम स्थल गोमुख से देवप्रयाग तक भागीरथी की लंबाई 205 किलोमीटर है ।

अलकनंदा – अलकनंदा नदी उत्तराखंड के चमोली जिले के सतोपंथ ग्लेशियर से निकलती है । अलकनंदा नदी की प्रमुख सहायक नदियां हैं – सरस्वती ,लक्ष्मण गंगा, विष्णु गंगा, पातालगंगा, नंदाकिनी ,पिंडर ,कंचनगंगा ,छीरगंगा , सोनधारा मंदाकिनी, आदि ।

अलकनंदा से केशव प्रयाग जो कि चमोली में है, सरस्वती, विष्णुप्रयाग में विष्णुपरयाग , नंदप्रयाग में नंदाकिनी कर्णप्रयाग में पिंडर रुद्रप्रयाग में मंदाकिनी तथा देवप्रयाग में भागीरथी नदी मिलती हैं।

नयार नदी – यह नदी गंगा नदी में पौड़ी के फूल चट्टी नामक स्थान पर मिलती है । पूर्वी व पश्चिमी नायार मिलने के बाद नयार नदी बनती है ।

यमुना नदी उत्तरकाशी के बंदरपूंछ पर्वत पर स्थित यमुनोत्री कांठा नमक स्थान से निकालाई है ,यमुना की राज्य में लम्बाई 136 किमी. है,  यमुना की प्रमुख सहायक नदियाँ निम्नलिखित है 

टोंस

यह यमुना की सबसे प्रमुख सहायक नदी है जो उत्तरकाशी में स्थित स्वर्गारोहाणी हिमनद से निकलने वाली सूपिन नदी व हिमांचल प्रदेश से आने वाली रूपिन नदी से मिलकर बनती है टोंस नदी को तमसा नदी के नाम से भी जाना जाता है , टोंस नदी कालसी में यमुना से मिलती है 

इसके अलावा यमुना की कुछ अन्य सहायक नदियां ऋषि गंगा , हनुमान गंगा , भाद्रिगाड , कमलगाड़ ,गिरी आदि है 

 >>गंगा तंत्र

गंगा नदी को गंगा के नाम से देवप्रयाग से जाना जाता है जहाँ अलकनंदा व भागीरथी नदियाँ मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती है राज्य में देवप्रयाग के बाद गंगा की कुल लम्बाई 96 किमी है
गंगा की प्रमुख सहायक नदियाँ निम्नलिखित है 

भागीरथी

भागीरथी नदी उत्तरकाशी में गोमुख नामक स्थान से निकलती है 
भागीरथी की प्रमुख सहायक नदियाँ रुद्रगंगा , जान्हवी , सियागंगा, भिलंगना, मिलुन गंगा ,  केदार गंगा आदि है 
पुरानी टिहरी (गणेश प्रयाग) में भागीरथी से भिलंगना  नदी मिलती है जो खतलिंग ग्लेशियर से निकलती है , देवप्रयाग में भागीरथी से अलकनंदा नदी मिलाती है इसके बाद यह गंगा कहलाती है गोमुख से देवप्रयाग तक भागीरथी की लम्बाई 205 किमी है 

अलकनंदा

अलकनंदा नदी चमोली के सतोपंथ ग्लेशियर से निकलती है इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ सरस्वती , लक्ष्मण गंगा , विष्णु गंगा , पाताल गंगा , नंदाकिनी , पिंडर , मन्दाकिनी , कंचन गंगा , क्षीर गंगा , सोनधारा आदि है 
अलकनंदा से केशव प्रयाग (चमोली ) में सरस्वती , विष्णु प्रयाग (चमोली) में विष्णु गंगा , नंदप्रयाग (चमोली) में नंदाकिनी , कर्णप्रयाग (चमोली) में पिंडर , रुद्रप्रयाग में मन्दाकिनी तथा देवप्रयाग में भागीरथी नदी मिलती है 

नयार

गंगा में नयार नदी पौड़ी के फूलचट्टी नमक स्थान पर मिलती है , नयार नदी पूर्वी व पश्चिमी नयार के मिलाने से बनती है 

>>काली (शारदा) तंत्र

काली नदी पिथोरागढ़ जनपद में स्थित लिपुलेख के पास में स्थित कालापानी नामक स्थान से निकलती है , काली की प्रमुख सहायक नदियाँ पूर्वी धौलीगंगा , गोरी गंगा , सरयू , लोहावती , लधिया , कुठीयान्गटी आदि है 
काली नदी से खेला नामक स्थान पर पूर्वी धौलीगंगा ,  जौलजीवी में गोरी जो मिलम हिमनद से निकलती है , पंचेश्वर में सरयू तथा  चम्पावत में लाधिया नदी मिलती है 
सरयू नदी बागेश्वर के सरमूल नामक स्थान से निकलती है इसकी सहायक नदी गोमती ,  पनार , पूर्वी रामगंगा आदि है 

उत्तराखंड के मुख्य नदियां कौन सी है?

इसके अतिरिक्त गोरी गंगा, काली गंगा,रामगंगा,कोसी,लाधिया,गौला आदि उत्तराखंड की प्रमुख नदिया हैं ।

उत्तराखंड में कुल कितने नदी है?

उत्तराखंड राज्य की प्रमुख नदियां और नदी तंत्र भागीरथी, अलकनन्दा, नन्दाकिनी, पिण्डर, मन्दाकिनी, भिलंगना, काली, पूर्वी रामगंगा, यमुना, टोन्स आदि नदियां महान हिमालय से निकली हैं। पश्चिमी रामगंगा, नयार, खोह, सरयू, गोमती, कोसी, गौला, पनार, लधिया आदि नदियां मध्य हिमालय से निकली हैं।

उत्तराखंड की सबसे पवित्र नदी कौन सी है?

गंगोत्री में गंगा को भागीरथी के नाम से जाना जाता है, केदारनाथ में मंदाकिनी और बद्रीनाथ में अलकनन्दा। यह उत्तराखंड में संतोपंथ और भगीरथ खरक नामक हिमनदों से निकलती है। यह स्थान गंगोत्री कहलाता है। अलकनंदा नदी घाटी में लगभग 195 किमी तक बहती है।

उत्तराखंड की अंतिम नदी कौन सी है?

लधिया नदी (Ladhia River) उत्तराखंड की यह अंतिम नदी है, जो काली नदी में मिलती है। काली में यह चूका, चंपावत के पास मिलती है। यह पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है।