उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली का क्या रेट है?

हिंदी न्यूज़ उत्तर प्रदेशयूपी में बिजली की नई दरें आज से लागू, इन उपभोक्‍ताओं को मिलेगी राहत, कम होगा बिल

यूपी में बिजली की नई दरें आज से लागू, इन उपभोक्‍ताओं को मिलेगी राहत, कम होगा बिल

उत्तर प्रदेश में बिजली की नई दरें आज से लागू हो जाएंगी। 100 से कम और 500 यूनिट से ज्यादा बिजली का प्रयोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली का बिल कुछ कम हो सकता है।

उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली का क्या रेट है?

Deep Pandeyलाइव हिन्दुस्तान,लखनऊThu, 04 Aug 2022 11:22 AM

उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (Uttar Pradesh Electricity Regulatory Commission) की घोषित बिजली की नई दरें (Electricity New Rate) गुरुवार रात से लागू हो जाएगी। अच्छी खबर यह है कि 100 से कम और 500 यूनिट से ज्यादा बिजली का प्रयोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली का बिल कुछ कम हो सकता है।

आपको बता दें कि यूपी सरकार ने बिजली की नई दरें जारी करते हुए उपभोक्‍ताओं को बड़ी राहत दी है। सरकार ने 7 रुपए का स्‍लैब वापस ले लिया है। ग्रेटर नोएडा में बिजली दरों में करीब 10 फीसदी की कमी की गई है। घरेलू बिजली की अधिकतम दर साढ़े 6 रुपए प्रति यूनिट होगी। नई दरों के मुताबिक 300 यूनिट से ऊपर बिजली खर्च करने पर अधिकतम साढ़े 6 रुपए दर होगी। 151 से 300 यूनिट तक 6 रुपए, 101 से 150 यूनिट तक साढ़े 5 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी। घरेलू बीपीएल बिजली 3 रुपए प्रति यूनिट की दर से मिलेगी। यूपी विद्युत नियामक आयोग प्रदेश के 1.20 करोड़ गरीब उपभोक्‍ताओं को बड़ी राहत दी है। पहले इन उपभोक्‍ताओं से 3.35 रुपए टैरिफ चार्ज किया जाता था। अब वे सिर्फ 3 रुपए टैरिफ देंगे। शर्त यह रहेगी कि वे एक किलोवॉट 100 यूनिट के अंदर रहेंगे।

ग्रामीण क्षेत्र में उपभोक्‍ताओं से ली जाएगी ये दर 

ग्रामीण क्षेत्र में शून्‍य से 100 यूनिट तक की बिजली 3.35 रुपए प्रति यूनिट 
-ग्रामीण क्षेत्र में 101 से 150 यूनिट तक की बिजली 3.85 रुपए की प्रति यूनिट 
-ग्रामीण क्षेत्र में 151 से 300 यूनिट तक की बिजली 5 रुपए प्रति यूनिट 
-ग्रामीण क्षेत्र में 300 यूनिट से ऊपर की बिजली 5.50 रुपए प्रति यूनिट की दर से

शहरी क्षेत्र में उपभोक्‍ताओं से ली जाएगी ये दर 

-शून्‍य से 150 यूनिट तक 5.50 रुपए प्रति यूनिट
-151 से 300 यूनिट तक 5.50 रुपए प्रति यूनिट 
-151 से 300 यूनिट तक 6.00 रुपए प्रति यूनिट 
-300 यूनिट से ऊपर 6.50 रुपए प्रति यूनिट 

उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली का क्या रेट है?

विस्तार

प्रदेश सरकार बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए वर्ष 2022-23 के लिए जारी बिजली की नई दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं किया है। यानि लगातार तीसरे वर्ष भी बिजली दरें यथावत ही रहेंगी। उप्र विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दर की नई टैरिफ जारी कर दिया है।  इससे पहले 3 सिंतबर 2019 में बिजली दर बढ़ी थी। नई बिजली दर में घरेलू उपभोक्ताओं के अधिकतम 7 रुपये प्रति यूनिट के स्लैब को समाप्त कर दिया गया है। यानि अब घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं (शहरी) की अधिकतम बिजली दर 6.50 रुपये प्रति यूनिट और ग्रामीण क्षेत्र में 5.50 रुपये प्रति यूनिट ही होगी। इसके अलावा नोएडा पावर कंपनी क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं को भी बड़ी राहत देते हुए बिजली दरों में 10 प्रतिशत की कमी की गई है। सरकार के इस फैसले से 500 यूनिट तक बिजली का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं यानि मध्यम वर्ग के शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।

उप्र नियामक आयोग मुख्यालय में शनिवार को आयोग के चेयरमैन आरपी सिंह व सदस्य द्वय  कौशल किशोर शर्मा और बीके श्रीवास्तव ने बिजली की नई दरें (टैरिफ) जारी की। नई टैरिफ में अब 500 यूनिट से अधिक बिजली का उपभोग करने वाले उभोक्ताओं को अब 6.50 रुपये प्रति यूनिट के दर से ही भुगतान करना पड़ेगा। पहले यह दर 7 रुपये प्रति यूनिट थी। नियामक आयोग द्वारा जारी नये टैरिफ में घरेलू उपभोक्ताओं के स्लैब में सबसे अधिक कमी की गई है। प्रदेश में पहले बिजली के दर की स्लैब 80 थीं, जिसे घटाकर 59 कर दिया गया है। इससे घरेलू उपभोक्ताओं से साथ व्यावसायिक उपयोग करने वालों को भी काफी राहत मिलेगी। वहीं, ज्यादा बिजली खर्च करने वाले शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी। इसी प्रकार शहरी घरेलू बीपीएल उपभोक्ताओं को भी 100 यूनिट बिजली उपभोग करने पर 3 रुपये प्रति यूनिट की दर से ही बिजली दर का भुगतान करना होगा।

नई टैरिफ में आयोग ने प्रदेश के 1 करोड़ 20 लाख गरीब उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए बीपीएल उपभोक्ताओं के लिए 3.50 रुपये प्रति यूनिट की सब्सिडी घोषित की गई है। प्रदेश में पहली बार ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए 6 रुपये प्रति यूनिट व शहरी उपभोक्ताओं के लिए 7 रुपये प्रति यूनिट को खत्म कर दिया गया है। नियामक आयोग ने भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत स्लैब को सरल करते हुए वर्तमान में लागू 80 स्लैब को घटाकर 59 स्लैब कर दिया है आयोग द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए बिजली कंपनियों की तरफ से दाखिल 84504.81 करोड के वार्षिक राजस्व आवश्यकता को न मानते हुए सिर्फ 78075.80 करोड के वार्षिक राजस्व आवश्यकता अनुमोदित किया गया है।

बिजली कंपनियों द्वारा दिखाए गए 126.52 विलियन यूनिट की खरीद को न मानते हुए आयोग ने सिर्फ 121.47 बिलयन यूनिट की खरीद को ही अनुमोदित किया गया है। इसी प्रकार बिजली कंपनियों द्वारा दाखिल 17.05 प्रतिशत बिजली हानि के प्रस्ताव को भी खारिज करते हुए आयोग ने सिर्फ 10.67 प्रतिशत बिजली हानि को ही अनुमोदित किया है। आयोग द्वारा 13600 करोड सब्सिडी को मानकर स्लैब वाइज टैरिफ  का निर्धारण किया गया है। उससे बिजली कंपनियों को लगभग 80046.63 करोड राजस्व प्राप्त होगा। यानी 1970 करोड़ का अधिक राजस्व प्राप्त होगा। नई टैरिफ में आयोग ने नोएडा पावर कंपनी के विद्युत उपभोक्ताओं को भी बड़ी राहत देते हुए  बिजली दरों में 10 प्रतिशत की कमी कर दिया है। आयोग के फैसले के मुताबिक उपभोक्ताओं का यदि बिजली कंपनियों पर सर प्लस निकलने पर लगने वाले रेगुलेटरी सरचार्ज के आधार पर अब  रेगुलेटर लाभ भी मिलेगा।

आयोग ने यह भी कहा है कि विद्युत उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों पर निकल रहे 25133 करोड रुपए सरप्लस धनराशि को आगे टैरिफ में समायोजित करने की मांग पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा आयोग ने बिजली कंपनियों द्वारा स्मार्ट मीटर पर होने वाले खर्च की मांग को नामंजूर करते हुए इस खर्च को खुद कंपनियों को

ही वहन करने को कहा है। साथ ही आयोग ने बिजली कार्मिकों के घरों पर भी तत्काल मीटर लगाने का आदेश दिया है। कृषि उपभोक्ताओं को छोडकर विद्युत नियामक आयोग ने इस बार ग्रीन एनर्जी टैरिफ  54 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित किया है।

वाणिज्यिक दर इस प्रकार होगा
वर्तमान दर                         नई दर

  • 300 यूनिट तक 7.50 रुपये प्रति यूनिट ,     300 यूनिट तक 7.50 (4 केवी तक फिक्स चार्ज 330 रुपये )
  • 301 से 1000 तक 8.40 रुपये प्रति यूनिट  301 से अधिक 8.40 (4 केवी तक फिक्स चार्ज 330 रुपये )
  • 1000 से अधिक 8.75 रुपये प्रति यूनिट   1000 तक 7.50 (4 केवी से ऊपर 450 रुपये फिक्स चार्ज)
  • 1000 से अधिक 8.75 प्रति यूनिट (4केवी से ऊपर 450 रुपये फिक्स चार्ज)
  • फिक्स चार्ज 2 केवी तक 330 रुपये प्रति केवी
  • 2 से 4 केवी तक 390 रुपये प्रति यूनिट
  • 4 से अधिक 450 रुपये प्रति यूनिट

यूपी में घरेलू बिजली दर क्या है?

नई बिजली दर में घरेलू उपभोक्ताओं के अधिकतम 7 रुपये प्रति यूनिट के स्लैब को समाप्त कर दिया गया है। यानि अब घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं (शहरी) की अधिकतम बिजली दर 6.50 रुपये प्रति यूनिट और ग्रामीण क्षेत्र में 5.50 रुपये प्रति यूनिट ही होगी।

यूपी में कितने रुपये प्रति यूनिट बिजली?

यूपी सरकार की ओर से ग्रामीण घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को जीरो से 100 यूनिट तक 3.35 रुपये प्रति यूनिट देना होगा। 101-150 यूनिट तक 3.85 रुपये प्रति यूनिट बिल देना होगा। 151 से 300 यूनिट तक 5.00 रुपये प्रति यूनिट और 300 से ऊपर यूनिट होने पर 5.50 रुपये प्रति यूनिट देना होगा।

100 यूनिट बिजली का बिल कितना होता है?

नए टैरिफ में इस तरह बनेगा बिल -150 यूनिट तक बिजली खपत करने पर शुरुआती 100 यूनिट के 100 रुपए व बाकी 50 यूनिट के 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा। -150 यूनिट से अधिक की खपत होने पर शुरुआती 50 यूनिट पर 4.21 रुपए प्रतियूनिट, जबकि 51 से 150 यूनिट तक 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा।

एक यूनिट का बिल कितना होता है?

एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में फॉसिल फ्यूल से 44.5 पार्टी मेगा वाट बिजली पैदा की जाती है जिसका 3.05 रुपया एक यूनिट का होता है यदि इसकी तुलना चीन हुए ऑट्रेलिए से करे तो 3.33 रूपए और 3.49 रूपए है तो हुमा यह कह सकते हैं की भारत की प्राइस सस्ती हैं ।