Related दो बैलों की कथा के आधार पर स्पष्ट कीजिए की स्वतंत्रता सहज ही नही मिलती उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है? दो बैलों की कथा के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि स्वतंत्रता सहज ही नहीं मिलती है उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है जैसे हीरा-मोती ने किया उन्होंने अत्याचार और दमन से टक्कर लेते हुए और जुल्मों की चिंता ना करते हुए सेनानियों की तरह लड़े और उन्होंने स्वतंत्रता हासिल की इसी तरह स्वतंत्रता के लिए प्रयास करने होंगे, आजादी के लिए संघर्ष करना पड़ेगा ऐसे ही नहीं मिल जाएगी। निसंदेह कहानी आजादी के समय पर लिखी गयी होगी ताकि इस से हमें यह प्रेरणा मिलेगी कि स्वतंत्रता के लिए हमें संघर्ष करना पड़ता है वह सहज ही नहीं मिलती। |