Bihar Board Class 10 Social Science Solutions Geography भूगोल : भारत : संसाधन एवं उपयोग Chapter 1A प्राकृतिक संसाधन Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes. Show
BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Geography Solutions Chapter 1A प्राकृतिक संसाधनBihar Board Class 10 Geography प्राकृतिक संसाधन Text Book Questions and Answersवस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर Bihar Board Class 10th Geography Solution प्रश्न 1. प्राकृतिक संसाधन प्रश्न उत्तर Bihar Board प्रश्न 2. Bihar Board Class 10 Geography Solutions प्रश्न 3. Prakritik Sansadhan Class 10 Bihar Board प्रश्न 4. Bihar Board Class 10 Sst Solution प्रश्न 5. लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर Bihar Board Class 10th Social Science Solution प्रश्न 1. Bihar Board Class 10 History Notes Pdf प्रश्न 2. Social Science In Hindi Class
10 Bihar Board Pdf प्रश्न 3. Geography Class 10 Bihar Board प्रश्न 4. Bihar Board Class 10 History Chapter 1 प्रश्न 5. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर Bihar Board Class 10 Social Science Notes प्रश्न 1. Bihar Board Class 10 History Book प्रश्न 2. मदा का अपने स्थान से विविध क्रियाओं द्वारा स्थानांतरित होना भ-क्षरण कहलाता है। यह मृदा की एक बहुत बड़ी समस्या है। मृदा का क्षरण कई कारणों जैसे वायु और जल के तेज बहाव से, जलक्रांतता से, अतिपशुचारण से, खनन रसायनों का अत्यधिक उपयोग जैसी मानवीय अनुक्रियाओं द्वारा होता है। – वृक्षारोपण, पट्टिका कृषि, फसलचक्रण, समोच्च कृषि इत्यादि द्वारा भू-क्षरण को रोकना मृदा संरक्षण का मुख्य तरीका है। वृक्षारोपण मृदा संरक्षण की सबसे बड़ी शर्त है; जिससे मृदा को बाधा पहुँचती है और इनकी पत्तियों से प्राप्त ह्यूमस मृदा की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद का उपयोग मृदा संरक्षण में सहायक होता है। प्रश्न 3. भारतीय अर्थव्यवस्था में पशुधन का नगण्य योगदान का कारण निम्न है-
परियोजना कार्य प्रश्न 1. प्रश्न 2. Bihar Board Class 10 Geography प्राकृतिक संसाधन Additional Important Questions and Answersवस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
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4. वाहित मिट्टी वह है जिसका ऋतुक्षरण तथा विकास किसी दूसरे प्रदेश में हुआ है किन्तु अपरदन दूतों द्वारा उसे किसी दूसरे प्रदेश में निक्षेपित किया गया है। चूँकि इसका परिवहन होता है, इसलिए इसे वाहित मिट्टी कहते हैं। ये मिट्टियाँ मौलिक चट्टानों से विसंगति रखती हैं। जलोढ़ मिट्टी इसका सर्वोत्तम उदाहरण है। भारत का वृहद् जलोढ़ मैदान उस मिट्टी का बना है जिसका ” निक्षेप गंगा और उसकी सहायक नदियों तथा पठारी भारत के उत्तर बहने वाली नदियों से हुआ है। भारत के तटीय मैदान में भी वाहित जलोढ़ मिट्टी ही पायी जाती है। प्रश्न 5. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. (i) जलोढ़ मिट्टी भारत में यह मिट्टी विस्तृत रूप से फैली हुयी है और उपजाऊ होने के कारण कृषि कार्य के लिए यह अधिक महत्वपूर्ण है। नदियों द्वारा बहाकर लायी गयी मिट्टी बाढ़ में उसके बेसिन में जमा हो जाती है। साथ ही समुद्री लहरें अपने तटों पर ऐसी ही मिट्टी की परत जमा कर देती हैं जिससे जलोढ़ मिट्टी का निर्माण होता है। मिट्टी की आयु के आधार पर जलोढ़ मिट्टी को बांगर और खादर कहा जाता है। बिहार में बालू मिश्रित जलोढ़ मिट्टी को दियारा की मिट्टी कहा जाता है। (ii) काली मिट्टी स्थानीय स्तर पर काली मिट्टी को रेगुढ़ भी कहा जाता है। काली मिट्टी का निर्माण दक्षिणी क्षेत्र के लावा (बेसाल्ट क्षेत्र) वाले भागों में हुआ है जहाँ अर्द्धशद्ध भागों में इसका रंग काला पाया जाता है। इसमें लोहा, ऐलुमिनियमयुक्त पदार्थ टाइटैनोमैग्नेटाइट के साथ जीवांश तथा ऐलुमिनियम के सिलिकेट मिलने के कारण इसका रंग काला होता है। इसमें पोटाश, चूना, ऐलुमिनियम, कैल्सियम और मैग्नीशियम के कार्बोनेट प्रचुर मात्रा में होते हैं। (iii) लाल मिट्टी भारत के विस्तृत क्षेत्र में भी यह मिट्टी पायी जाती है। इसका निर्माण लोहे और मैग्नीशियम के खनिजों से युक्त रवेदार और रूपांतरित आग्नेय चट्टानों के द्वारा होता है। इसका रंग लोहे की उपस्थिति के कारण लाल होता है, अधिक नम होने पर इसका रंग पीला भी हो जाता है। यह मिट्टी ग्रेनाइट चट्टाने के टूटने से बनी मिट्टी है। इसकी बनावट हल्की रंध्रमय और मुलायम है। प्रश्न 2.
काली मिट्टी महाराष्ट्र, गुजरात का सौराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, राजस्थान इत्यादि क्षेत्रों में पायी जाती है। (ii) लाल मिट्टी की विशेषताएँ निम्न हैं-
लाल मिट्टी दक्कन पठार, पूर्वी और दक्षिणी भागों के 100 सेमी. से कम वर्षा के क्षेत्रों में पायी जाती है। तमिलनाडु के दो-तिहाई भाग में यह मिट्टी पायी जाती है। इसका विस्तार पूरब में राजमहल का पहाड़ी क्षेत्र, उत्तर में झाँसी, पश्चिम में कच्छ तथा पश्चिमी घाट के पर्वतीय ढालों तक है। प्रश्न 3. भारत में जलोढ़ मिट्टी के निम्नलिखित मुख्य क्षेत्र हैं-
इस मिट्टी की विशेषता यह है कि इसमें सभी प्रकार के खाद्यान्न, दलहन, तेलहन, कपास, गन्ना, जूट और सब्जियाँ ऊगाई जाती हैं। इसमें नाइट्रोजन और फास्फोरस की कमी पाई जाती है जिसके लिए उर्वरक का सहारा लेना पड़ता है। आयु के आधार पर इसे बांगर और खादर के रूप में बांटा जाता है। Bihar Board Class 10 Geography प्राकृतिक संसाधन Notes
सीढ़ीनुमा खेती भारत में कहाँ कहाँ की जाती है?किस राज्य में सीढ़ीनुमा खेती प्रचलित है? ➲ पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में सीढ़ी नुमा खेती का प्रचलन है।
सीढ़ीदार खेती कहाँ होती है किस राज्य में?पंजाब
कौन से क्षेत्र में सीढ़ीदार खेती की जाती है?सही उत्तर उपरोक्त सभी है।
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Detailed Solution.. निम्नलिखित में से कौन सा राज्य में सीढ़ीनुमा कृषि की जाती है?सीढ़ीनुमा खेती नागालैंड के चखेसंग समुदाय द्वारा की जाती है।
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