सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर - sarvanaam aur saarvanaamik visheshan mein antar

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प्रश्न है सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में क्या अंतर होता है प्यारे बंधु पहले हम लोग देखते हैं शर्म नाम से कहते हैं जो सादा संख्या के बदले में उसे सर्वनाम कहते हैं जैसे मामलों में इत्यादि सर्वनाम है लेकिन सार्वनामिक विशेषण संज्ञा के पहले आने वाले सर्वनाम सार्वनामिक विशेषण कहते हैं जैसे यह खाली है तो यह सार्वनामिक विशेषण हुआ कोई लड़का खड़ा है तो कोई चुकी संज्ञा के पहले आया है इसलिए कोई सार्वनामिक विशेषण व

prashna hai sarvnaam aur sarvanamik visheshan me kya antar hota hai pyare bandhu pehle hum log dekhte hain sharm naam se kehte hain jo saada sankhya ke badle me use sarvnaam kehte hain jaise mamlon me ityadi sarvnaam hai lekin sarvanamik visheshan sangya ke pehle aane waale sarvnaam sarvanamik visheshan kehte hain jaise yah khaali hai toh yah sarvanamik visheshan hua koi ladka khada hai toh koi chuki sangya ke pehle aaya hai isliye koi sarvanamik visheshan va

प्रश्न है सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में क्या अंतर होता है प्यारे बंधु पहले हम लोग देखते

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सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर - sarvanaam aur saarvanaamik visheshan mein antar
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सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर - sarvanaam aur saarvanaamik visheshan mein antar

सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर - sarvanaam aur saarvanaamik visheshan mein antar

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सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan): विशेषण जो कि हिंदी व्याकरण की एक मुख्य शाखा है और हिंदी व्याकरण में विशेषण का काफी महत्व है। जो विद्यार्थी वर्तमान में पढ़ाई कर रहे हैं, उनको विशेषण के बारे में जानकारी लेना बहुत जरुरी है।

इस लेख में आपको सार्वनामिक विशेषण की जानकारी देखने को मिलेगी। यहां पर सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा, सार्वनामिक विशेषण के भेद और उदाहरण के बारे में बात करने वाले हैं।

सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर - sarvanaam aur saarvanaamik visheshan mein antar
Sarvanamik Visheshan

विशेषण के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।

विषय सूची

  • सार्वनामिक विशेषण किसे कहते है?
  • सार्वनामिक विशेषण के मुख्य उदाहरण (Sarvanamik Visheshan Example)
  • सार्वनामिक विशेषण के प्रकार
      • संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण
      • अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
      • प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
      • सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण
      • मौलिक सार्वनामिक विशेषण
      • यौगिक सार्वनामिक विशेषण
  • सार्वनामिक विशेषण के 10 उदाहरण (Sarvanamik Visheshan ke Udaharan)
  • Sarvanamik Visheshan PDF
  • FAQ
  • निष्कर्ष

सार्वनामिक विशेषण किसे कहते है?

सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा: ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले प्रयोग होकर उस संज्ञा शब्द की विशेषता बतलाते है, उन शब्दों को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।

इस प्रकार के शब्द जो कि सर्वनाम के लिए विशेषण के रूप में काम करते हैं। उदाहरण: मेरी गाड़ी, मेरी कार, मेरा घर, वह बाइक, वह आदमी, वह लड़की, वह व्यक्ति, वह जानवर, किसी का घर इत्यादि।

सार्वनामिक विशेषण के मुख्य उदाहरण (Sarvanamik Visheshan Example)

  • उस गाड़ी को वहां छोड़ दो।

ऊपर दिए गए इस वाक्य में उस शब्द का प्रयोग गाड़ी को हाथ छोड़ने का संकेत दिया जा रहा है। इसलिए इस शब्द को संज्ञा से पहले लगाकर विशेषता बताने के लिए प्रयोग हो रहा है। अतः इसे सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है।

  • किस व्यक्ति से बात कर रहे हो।

जैसा कि ऊपर उदाहरण में किस शब्द का प्रयोग संज्ञा से पहले किया गया है। इस शब्द का प्रयोग करके व्यक्ति की विशेषता का बोध कराया गया है। इसलिए इस शब्द को सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है।

  • मेरा आदमी घर पहुंच गया है।

इस वाक्य में मेरा शब्द का प्रयोग सर्वनाम से पहले संज्ञा के रूप में किया गया है। इसलिए इस शब्द को सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है। क्योंकि यह शब्द संज्ञा से पहले प्रयुक्त होकर विशेषण की तरह ही विशेषता बता रहा है।

  • वह टीचर सभी छात्रों के प्रिय है।

ऊपर दिए गए वाक्य में वह शब्द का प्रयोग अध्यापक की ओर संकेत करने के लिए किया गया है। इस वह शब्द का प्रयोग संज्ञा से पहले प्रयुक्त होकर संज्ञा की विशेषता बताने का कार्य कर रहा है। इसलिए इस शब्द को सर्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) के अंतर्गत रखा गया है।

सार्वनामिक विशेषण के प्रकार

सार्वनामिक विशेषण मुख्य रूप से 6 प्रकार के होते हैं, जो निम्न है:

  1. संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण
  2. अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
  3. प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
  4. सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण
  5. मौलिक सार्वनामिक विशेषण
  6. यौगिक सार्वनामिक विशेषण

संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण

वह सार्वनामिक शब्द जो संज्ञा शब्दों की विशेषता का बोध करवाते हैं, उन्हें संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है। जैसे: इस, उस, वह, यह इत्यादि।

  • यह मेरी मेज है।
  • इस पलंग पर सामान ना रखें।
  • उस बाइक को हाथ मत लगाओ।
  • वह घोड़ा मेरा है।
  • इस गाड़ी को टच मत करना।

ऊपर दिए गए वाक्यों में प्रयुक्त यह, इस, उस, वह, इस शब्द किसी विशेष चीज की ओर या वह चीज अपनी होने का संकेत दे रहे हैं। इसलिए यह शब्द संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत आते हैं।

अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण

किसी वाक्य में ‘कोई’ और ‘कुछ’ जैसे सर्वनाम शब्द संज्ञा से पहले प्रयुक्त होते हैं और संज्ञा शब्दों की विशेषता का बोध कराते हैं, उन्हें अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है।

  • मुझे कुछ खाना है।
  • कोई आदमी मुझे मार रहा था।
  • मेरी गाड़ी में से कुछ सामान गायब है।
  • वहां देखो कोई आ रहा है।
  • कल कुछ सामान मार्केट से लाना पड़ेगा।

ऊपर दिए वाक्यों में कुछ और कोई शब्द का प्रयोग संज्ञा से पहले हो रहा है और संज्ञा की ओर संकेत कर रहे हैं, इसलिए यह शब्द अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत आयेंगे।

प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण

किसी भी वाक्य में प्रयुक्त शब्द क्या, कौन, कैसे, किस आदि से संज्ञा की विशेषता का बोध हो, उन्हें प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है।

  • क्या मैं वहां जा सकता हूं।
  • कौन सा आदमी मेरे से ताकतवर है।
  • कौन है जो तुझे बहुत परेशान कर रहा है।
  • क्या मैं इसके बारे में जान सकता हूं।
  • क्या मुझे यह चीजें खानी चाहिए।

प्रयुक्त उदाहरणों में क्या और कौन शब्द का प्रयोग संज्ञा से पहले हो रहा है, इसलिए यह शब्द प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत आते हैं।

सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण

ऐसे शब्द जिनमें हमारा, तुम्हारा, तेरा, मेरा, उसका, इसका, उनका, जिसका इत्यादि संबंध के रूप में शब्दों का प्रयोग होता है और इन शब्दों के माध्यम से सर्वनाम संज्ञा शब्दों की विशेषता को बताता है। इसलिए इन शब्दों को संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत रखा गया है।

  • तुम्हारी गाड़ी मेरे पास है।
  • मेरा नाम कुशाल है।
  • तुम्हारा भाई वहां क्या कर रहा था।
  • मेरा भाई अभी तक आया नहीं है।
  • तुम्हारे दोनों दोस्त मुझे वहां मिले थे।

ऊपर प्रयुक्त वाक्यों में तुम्हारा, मेरा आदि शब्दों का प्रयोग हुआ है, जो सम्बन्धवाचक सर्वनाम के अंतर्गत आते हैं। जब ये शब्द विशेषण के लिए प्रयोग किये जाते हैं तब इन्हें सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है।

मौलिक सार्वनामिक विशेषण

ऐसे शब्द जो मूल रूप से संज्ञा के आगे प्रयुक्त होकर संज्ञा की विशेषता का बोध करवाते हैं, उन्हें मौलिक सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है। उदाहरण: यह लड़का, वह आदमी, कोई व्यक्ति, वह स्कूल इत्यादि।

  • वह लड़की देखने में बहुत खूबसूरत है।
  • वह लड़का काफी ताकतवर है।
  • मुझे तुम बहुत पसंद हो।
  • मुझे यह लड़की परेशान करती है।
  • यह घर मेरा है।
  • यह बंगला काफी पुराना हो गया है।

ऊपर प्रयुक्त वाक्यों में यह, वह आदि शब्द संज्ञा के आगे जुड़कर संज्ञा शब्दों की विशेषता बता रहे हैं, इसलिए यह मौलिक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण है।

यौगिक सार्वनामिक विशेषण

मूल शब्द ऐसा, कैसा, जैसा, उतना इत्यादि जो सर्वनाम में प्रत्यय लगाने से बनते हैं और उन शब्दों के जरिए संज्ञा की विशेषता को बताया जाता है, उनको योगिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।

  • अगर आपको ऐसा आदमी दिखाई दे तो मुझे फोन करना।
  • जितना पैसा उतना कार्य।
  • जैसा देश वैसी जनता
  • ऐसा कैसा बंगला है जिसके ऊपर छत भी नहीं है।
  • ऐसा आदमी कौन है जो कोई बात नहीं मानता।

प्रयुक्त वाक्यों में ऐसा आदमी, उतना कार्य, वैसी जनता, कैसा बंगला आदि शब्दों का प्रयोग हुआ है।

सार्वनामिक विशेषण के 10 उदाहरण (Sarvanamik Visheshan ke Udaharan)

  • इस कुर्सी पर मत बैठना।
  • वह टीवी खराब है।
  • इतना सारा खिलौना कहां से लेकर आए?
  • उसका घर मुझे बहुत लुभाता है।
  • घर में तो छत भी नहीं है।
  • वह लड़की बहुत दुबली पतली है।
  • वह लड़का इस नौकरी के लिए बिल्कुल सही है।
  • कौन सा कपड़ा तुम्हें पसंद आया?
  • किस घर में तुम रहती हो।
  • मुझे कुछ कपड़े खरीदने हैं।
  • मेरे पिताजी कहीं गए हुए हैं।
  • अगर तुम्हें यह आदमी दिखे तो मुझे बताना मत भूलना।
  • जितना मेहनत वह करती है उतना मेहनत मैं नहीं कर सकता।
  • वह घर बहुत बड़ा है।

Sarvanamik Visheshan PDF

आपकी सहायता के लिए यहाँ पर हमने सार्वनामिक विशेषण की पूरी जानकारी को पीडीऍफ़ के रूप में सलग्न किया है, जिसे आप आसानी से डाउनलोड करके अपने प्रोजेक्ट आदि के काम में ले सकते है।

Download PDF

FAQ

सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में क्या अंतर है?

सार्वनामिक विशेषण शब्द भी एक तरह सर्वनाम ही होता है। परंतु इसका प्रयोग संज्ञा से पहले होता है, जो संज्ञा की विशेषता बताता है। इसीलिए इसको सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। परंतु सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होता है। इस तरह संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाला शब्द सर्वनाम कहलाता है और संज्ञा से पहले प्रयुक्त होने वाला सर्वनाम सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।

सर्वनामिक विशेषण के उदाहरण?

वह बाइक, वह घर, उसका कलम, इतना चॉकलेट, कुछ आदमी, मेरी बुक, किसी का घर आदि सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण है।

सार्वनामिक विशेषण के कितने प्रकार हैं?

सार्वनामिक विशेषण के 6 प्रकार है: मौलिक सार्वनामिक विशेषण, संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण, प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण, अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण, सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण, यौगिक सार्वनामिक विशेषण

संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण क्या होता है?

संकेतवाचक सर्वनामिक विशेषण शब्द ऐसे शब्द होते हैं, जो संज्ञा के पहले लगकर उस संज्ञा शब्द की स्थिति और उसकी दिशा को दर्शाते हैं। जैसे वह लड़की, उस घर में, इस बस में, यह रास्ता आदि।

अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण क्या होता है?

अनिश्चयवाचक सर्वनाम विशेषण उन्हें कहते हैं, जो शब्द संज्ञा से पहले लगकर उस संज्ञा को अनिश्चयवाचक बना देते हैं जैसे कि कुछ, कोई आदि।

“आपको इतना सारा चॉकलेट किसने दिया?” प्रस्तुति वाक्य में कौन सा सर्वनाम प्रयोग किया गया है?

“आपको इतना सारा चॉकलेट किसने दिया” प्रस्तुत वाक्य में योगिक सर्वनाम विशेषण का प्रयोग किया गया है। यहां पर “इतना” शब्द योगिक सार्वनामिक विशेषण है।

निष्कर्ष

हमने यहां पर सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) की परिभाषा, भेद और उदाहरण के बारे में विस्तार से जाना है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह समझ आ गया होगा। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे।

विशेषण के अन्य भेद

तुलना बोधक विशेषण (परिभाषा और उदाहरण)

प्रश्नवाचक विशेषण (परिभाषा और उदाहरण)

व्यक्तिवाचक विशेषण (परिभाषा और उदाहरण)

संबंधवाचक विशेषण (परिभाषा और उदाहरण)

गुणवाचक विशेषण (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

संख्यावाचक विशेषण (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

परिमाणवाचक विशेषण (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

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Rahul Singh Tanwar

इनका नाम राहुल सिंह तंवर है। इनकी रूचि नई चीजों के बारे में लिखना और उन्हें आप तक पहुँचाने में अधिक है। इनको 4 वर्ष से अधिक SEO का अनुभव है और 6 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे है। इनके द्वारा लिखा गया कंटेंट आपको कैसा लगा, कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। आप इनसे नीचे दिए सोशल मीडिया हैंडल पर जरूर जुड़े।

सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में क्या अंतर है?

सार्वनामिक विशेषण और सर्वनाम में क्या अंतर है? सार्वनामिक विशेषण (Sarvanamik Visheshan) शब्द वास्तव में सर्वनाम शब्द ही होते हैं, लेकिन जब सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी वाक्य में संज्ञा से पहले किया जाता है तो ये सर्वनाम सार्वनामिक विशेषणों की तरह व्यवहार करते हैं.

सार्वनामिक विशेषण का उदाहरण क्या है?

ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले लगकर उस संज्ञा शब्द की विशेषण की तरह विशेषता बताते हैं, वे शब्द सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं। यह शब्द सर्वनाम के लिए विशेषण का काम करते हैं। जैसे: मेरी पुस्तक , कोई बालक , किसी का महल , वह लड़का , वह बालक , वह पुस्तक , वह आदमी , वह लडकी आदि।

सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण एक दूसरे से कैसे भिन्न है?

प्रश्न 3 सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण एक दूसरे से कैसे भिन्न हैं ? उत्तर - संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं जबकि संज्ञा से पहले लगकर उसकी विशेषता बताने वाले सर्वनाम सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।

सार्वनामिक विशेषण से आप क्या समझते हैं?

ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले लगकर उस संज्ञा शब्द की विशेषण की तरह विशेषता बताते हैं, वे शब्द सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं। यह शब्द संज्ञा के लिए विशेषण का काम करते हैं। जैसे: मेरी पुस्तक , कोई बालक , किसी का महल , वह लड़का , वह बालक , वह पुस्तक , वह आदमी , वह लडकी आदि।