विशेषण और विशेष्य (Adjective) से सम्बन्धित वस्तुनिष्ठ प्रश्र-उत्तर(121) 'प्राचीन' शब्द विशेषण के किस प्रकार में आता हैं? Show (122) 'अभ्यास' का विशेषण रूप है? (123) 'भौम' का विशेष्य रूप हैं? (124) 'यह दृश्य बहुत सुन्दर है' 'बहुत सुंदर' में कौन सा विशेषण हैं? (125) 'महान' का उत्तरावस्था होगा? (126) 'जलीय' का विशेष्य रूप हैं? (127) 'निशा' का विशेषण रूप हैं? (128) विशेषण शब्द जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाते हैं? (129) मनुष्य कितना धन देगा और याचक कितना लेंगे। वाक्य में 'कितना' शब्द में कौन-सा विशेषण हैं? (130) 'श्याम मोहन से अधिक ईमानदार है' इस वाक्य में विशेषण हैं? (131) 'गिलास में थोड़ा दूध है।'- वाक्य में रेखांकित शब्द विशेषण के किस भेद के अंतर्गत आएगा? (132) निम्नलिखित शब्दों में से विशेषण को पहचानिए? (133) निम्न में विशेषण शब्द हैं? (134) स्त्री शब्द का विशेषण हैं? (135) विशेषण बताइए? (136) 'ऋषि की गाय बहुत दूध देती है।' - वाक्य में रेखांकित शब्द किस विशेषण का उदाहरण हैं? (137) अचूक विशेषण के साथ उपयुक्त संज्ञा हैं? (138) 'कला का अंतिम और सर्वोच्च ध्येय सौंदर्य है' वाक्य में कितने विशेषण हैं? (139) निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द क्रिया विशेषण हैं? (140) 'अर्चना अत्यंत सुंदर है।'- वाक्य में कौन-सा शब्द विशेषण है? CBSE Class 8 Hindi Grammar विशेषण Pdf free download is part of NCERT Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given NCERT Class 8 Hindi Grammar विशेषण. CBSE Class 8 Hindi Grammar विशेषणसंज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। दो मोटा नीलागुलाब बच्चे आदमी आसमान प्रविशेषण – विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। कुछ शब्द विशेषणों की भी विशेषता बताते हैं, उन्हें प्रविशेषण कहते हैं; जैसे
इन वाक्यों में आए बड़ी, बिलकुल, और बहुत शब्द क्रमशः होशियार, स्वस्थ तथा चतुर (विशेषण शब्दों) की विशेषता बता रहे हैं। अतः बड़ी, बिलकुल तथा बहुत प्रविशेषण शब्द हैं। विशेषण के भेद – विशेषण के निम्नलिखित चार भेद हैं
1. गुणवाचक विशेषण – जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, रंग या आकार, आदि का बोध हो, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-
गुणवाचक विशेषण के कुछ उदाहरण गुण-दोष – भला-बुरा, सच, झूठा, दुष्ट, उदार, आलसी, पवित्र, शांत आदि। 2. संख्यावाचक विशेषण – जो विशेषण किसी संज्ञा की संख्या का बोध कराए, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। संख्यावाचक विशेषण दो प्रकार के होते हैं
(i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण – जिन विशेषण शब्दों से निश्चित संख्या का बोध होता है, उन्हें निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। पाँच गाय, दस सेब, एक दर्जन केले आदि। 3. परिमाणवाचक विशेषण – जो विशेषण अपने विशेष्य की मात्रा या परिमाण के विषय में जानकारी देते हैं, ‘परिमाणवाचक : विशेषण’ कहे जाते हैं; जैसे
परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद हैं-
(ii) अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण – जिन विशेषण शब्दों से वस्तु की निश्चित मात्रा का बोध न हो, उन्हें अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।
4. सार्वनामिक या संकेतवाचक विशेषण – जो सर्वनाम शब्द संज्ञाओं से पहले आकर उनकी ओर संकेत करते हैं, उन्हें ‘संकेतवाचक विशेषण’ कहते हैं; जैसे|
विशेषण शब्दों की रचना – विशेषण शब्दों का निर्माण संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया और अव्यय से होता है। कुछ और विशेषण शब्दों की रचना 1. संज्ञा शब्दों से विशेषण की रचना शब्दविशेषणमामाचमक भारत चाचा आदर शरीर राष्ट्र दो पूजा तीन दान संसार सच्च दिन परिवार रोग श्री भूगोलममेरा चमकीला भारतीय चचेरा आदरणीय शारीरिक राष्ट्रीय दूसरा पुजारी तीसरा दोनी सांसारिक सच्चा दैनिक पारिवारिक रोगी मान भौगोलिक 2. सर्वनामों से विशेषणों की रचना सर्वनाम विशेषणयहकौन मैं वह तुमऐसा कैसा मेरा वैसा तुम्हारा 3. क्रिया द्वारा विशेषणों की रचना क्रिया विशेषणभागनाघूमना देखना चलना कमाना भूलना पढ़ना बेचना बनानाभगौड़ा घुमक्कड़ दिखावटी चलती कमाऊ भुलक्कड़ पढ़ाकू बिकाऊ बनावटी विशेषणों की तुलना – गुण या दोष की तुलना करने को विशेषण की अवस्थाएँ कहा जाता है। विशेषण की निम्नलिखित तीन अवस्थाएँ हैं।
1. मूलावस्था – मूलावस्था में विशेषणों का सामान्य प्रयोग होता है, किसी के साथ तुलना नहीं की जाती; जैसे-
2. उत्तरावस्था – जब किसी विशेषण द्वारा दो वस्तुओं या व्यक्तियों की तुलना करके एक की न्यूनता या अधिकता बतलाई जाती है तो वह विशेषण की उत्तरावस्था होती है। जैसे-
3. उत्तमावस्था – जब दो से अधिक व्यक्तियों, प्राणियों या वस्तुओं में से किसी की अधिक विशेषता का निर्धारण किया जाता है। तो यहाँ विशेषण की उत्तमावस्था होती है। इसमें शब्द के अंत में ‘तम’ जुड़ता है या ‘सबसे’ सबमें ‘सर्वाधिक’ आदि शब्द आते जैसे-
हिंदी में तुलनात्मक विशेषता बनाने के लिए विशेषण शब्दों में ‘तर’ तथा ‘तम’ प्रत्यय लगाए जाते हैं। विशेषण शब्दों की अवस्थाएँ – विशेषण शब्दों की उत्तरावस्था दर्शाने के लिए शब्द के अंत में ‘तर’ तथा उत्तमावस्था दर्शाने के लिए शब्द के अंत में – ‘तम’ जुड़ता है। मूलावस्थाउत्तरावस्थाउत्तमावस्था मूलावस्थाउत्तरावस्था उत्तमावस्थाउच्चकठिन महानउच्चतर कठिनतर महानतरउच्चतम कठिनतम महानतमसुंदर तीव्र विशालसुंदरतर तीव्रतर विशालतरसुंदरतम तीव्रतम विशालतम बहुविकल्पी प्रश्न 1. संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द कहलाते हैं 2. जिस शब्द की विशेषता बताई जाए, उसे कहते हैं 3. इनमें से कौन-सा विशेषण का भेद नहीं है? 4. संख्यावाचक विशेषण के उदाहरण हैं 5. ‘इतिहास’ शब्द का विशेषण रूप है उत्तर- More CBSE Class 8 Study Material
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ईमानदार का क्रिया विशेषण क्या है?ईमानदारी से क्रिया विशेषण
राम ईमानदार व्यक्ति है ईमानदार शब्द कौन सा विशेषण है?जैसे: ऊपर के वाक्य में राम के लिए ईमानदार और मेहनती शब्द का प्रयोग किया जा रहा है; दोनों शब्द विशेषण हैं। विशेषण को विशेष बताने वाला शब्द बहुत है। उनका प्रयोग वाक्य में एक ही बार किया जाता है।
ईमानदारी क्या है संज्ञा या विशेषण?'ईमानदारी' शब्द भाववाचक संज्ञा है।
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