सोमवार को बाल क्यों नहीं धोना चाहिए - somavaar ko baal kyon nahin dhona chaahie

ऐसा माना जाता है कि सोमवार के दिन बाल धोने से घर की बहु-बेटियों पर कर्ज का भार बढ़ता है। साथ ही इस दिन बाल धोने से घर में आर्थिक परेशानी आती है।

प्राचीन काल की कुछ परंपरा और मान्यताएं ऐसी हैं जो अभी भी समाज में प्रचलित है। इन परंपराओं को ज्योतिष और अन्य शास्त्रों से जोड़कर देखा गया है। आमतौर पर जो भी परंपरा पहले से चली आ रही है उसके पीछे कुछ न कुछ कारण अवश्य माना गया है। इन्हीं परंपराओं में से एक है, सोमवार को बाल न धोना। परंतु क्या आप जानते हैं कि सोमवार के दिन महिलाओं को बाल धोने की मनाही क्यों है? साथ ही सोमवार को बाल धोने से क्या नुकसान होने की मान्यता है? यदि नहीं तो आगे इसे जानते हैं।

ऐसा माना जाता है कि सोमवार के दिन बाल धोने से घर की बहु-बेटियों पर कर्ज का भार बढ़ता है। साथ ही इस दिन बाल धोने से घर में आर्थिक परेशानी आती है। इसके अलावा घर की महिलाओं को बुधवार और गुरुवार को भी बाल नहीं धोना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बुधवार के दिन बाल धोने से भाई को कर्ज की परेशानी झेलनी पड़ती है। वहीं गुरुवार के दिन भी घर की महिलाओं को भी बाल न धोने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि गुरुवार के दिन बाल धोने से घर-परिवार में बरकत नहीं रहता है। साथ ही साथ कई प्रकार की आर्थिक परेशानियां भी झेलनी पड़ती है।

इसके अलावा मान्यता ये भी है कि मंगलवार के दिन सुहागिन महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए। क्योंकि इस दिन बाल धोने से सुहाग की क्षीणता होती है। हालांकि इस दिन कुंवारी कन्याएं बाल धो सकती हैं। बता दें कि गुरुवार के दिन बाल धोने से धन की कमी बनी रहती है। क्योंकि बृहस्पतिवार की कथा में ऐसा वर्णन आता है कि रानी बाल धोती थी, उसका जितना भी धन था सब नष्ट हो गया। इसलिए ऐसी मान्यता है कि गुरुवार के दिन सुहागिन महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए। परंतु गुरुवार के दिन कुंवारी कन्याएं अपना बाल धो सकती हैं।

महिलाओं को कब अपने बाल या सिर धोना चाहिए और कब नहीं इस बारे में प्राचीनकाल से परंपरा चली आ रही है जोकि ज्योतिष और वास्तु की मान्यता पर आधारित है। माना जाता है कि यह सैकड़ों हजारों वर्षों के अनुभव पर आधारित है। हालांकि इसका कोई धार्मिक आधार नजर नहीं आता। इसे सही कहें या गलत यह कहा नहीं जा सकता क्योंकि यह शोध का विषय है।

भारत मैं ऐसी कई धारणाएं प्रचलित है जिनका संबंध हिन्दू धर्म से ही हो यह जरूरी नहीं। यह परंपरा और मान्यताओं का हिस्सा है। जैसे परंपरा और समाज की आम धारणा के अनुसार बाल और नाखून काटने के विषय में स्पष्ट संकेत प्राप्त होता कि शनिवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन बाल और नाखून भूलकर भी नहीं काटना चाहिए, पर आखिर ऐसा क्यों?

ज्योतिष के अनुसार आम मान्यता है कि गुरुवार को बाल काटने, शेविंग करने और नाखून काटने से पुत्र पर संकट हो सकता है। हालांकि इससे अलग धारणा है कि शनिवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन ग्रह-नक्षत्रों की दशाएं तथा अनंत ब्रह्मांड में से आने वाली अनेकानेक सूक्ष्मातिसूक्ष्म किरणें मानवीय मस्तिष्क पर अत्यंत संवेदनशील प्रभाव डालती हैं।

यह स्पष्ट है कि इंसानी शरीर में अंगुलियों के अग्र भाग तथा सिर अत्यंत संवेदनशील होते हैं। कठोर नाखूनों और बालों से इनकी सुरक्षा होती है इसीलिए ऐसे प्रतिकूल समय में इनका काटना शास्त्रों में वर्जित, निंदनीय और अधार्मिक कार्य माना गया है। खैर..

महिलाएं कब नहीं धोएं बाल : महिलाओं को सोमवार, बुधवार और गुरुवार को बाल नहीं धोना चाहिए। माना जाता है कि सोमवार को धोने से बेटी पर भार रहता है तो बुधवार को धोने से भाई पर। गुरुवार को न तो बाल धोते हैं, न घर में पोंछा लगाते हैं और न ही जाले साफ करते हैं। ऐसे करने से बरकत चली जाती है और कई तरह की आर्थिक परेशानी उठानी पड़ती है।

सोमवार को बाल क्यों नहीं धोना चाहिए - somavaar ko baal kyon nahin dhona chaahie

कोलकाताः प्राचीन काल की कुछ परंपरा और मान्यताएं ऐसी हैं जो अभी भी समाज में प्रचलित है। इन परंपराओं को ज्योतिष और अन्य शास्त्रों से जोड़कर देखा गया है। आमतौर पर जो भी परंपरा पहले से चली आ रही है उसके पीछे कुछ न कुछ कारण अवश्य माना गया है। इन्हीं परंपराओं में से एक है, सोमवार को बाल न धोना। परंतु क्या आप जानते हैं कि सोमवार के दिन महिलाओं को बाल धोने की मनाही क्यों है? साथ ही सोमवार को बाल धोने से क्या नुकसान होने की मान्यता है? यदि नहीं तो आगे इसे जानते हैं।

  • ऐसा माना जाता है कि सोमवार के दिन बाल धोने से घर की बहु-बेटियों पर कर्ज का भार बढ़ता है।
  • साथ ही इस दिन बाल धोने से घर में आर्थिक परेशानी आती है।
  • इसके अलावा घर की महिलाओं को बुधवार और गुरुवार को भी बाल नहीं धोना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बुधवार के दिन बाल धोने से भाई को कर्ज की परेशानी झेलनी पड़ती है।
  • वहीं गुरुवार के दिन भी घर की महिलाओं को भी बाल न धोने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि गुरुवार के दिन बाल धोने से घर-परिवार में बरकत नहीं रहता है।
  • साथ ही साथ कई प्रकार की आर्थिक परेशानियां भी झेलनी पड़ती है।
  • इसके अलावा मान्यता ये भी है कि मंगलवार के दिन सुहागिन महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए। क्योंकि इस दिन बाल धोने से सुहाग की क्षीणता होती है।
  • हालांकि इस दिन कुंवारी कन्याएं बाल धो सकती हैं।
    बता दें कि गुरुवार के दिन बाल धोने से धन की कमी बनी रहती है। क्योंकि बृहस्पतिवार की कथा में ऐसा वर्णन आता है कि रानी बाल धोती थी, उसका जितना भी धन था सब नष्ट हो गया। इसलिए ऐसी मान्यता है कि गुरुवार के दिन सुहागिन महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए। परंतु गुरुवार के दिन कुंवारी कन्याएं अपना बाल धो सकती हैं।