साइकिल की 1 रन की सवारी क्यों कहा गया है? - saikil kee 1 ran kee savaaree kyon kaha gaya hai?

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One Line Answer

“पुडुकोट्टई पहुँचने से पहले मैंने इस विनम्र सवारी के बारे में इस तरह सोचा ही नहीं था।”

साइकिल को विनम्र सवारी क्यों कहा गया है?

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Solution

साइकिल को विनम्र सवारी इसलिए कहा गया है क्योंकि इसे चलाना बहुत ही आसान है और यह बहुत कम खर्चीली है। इसे स्त्री-पुरुष दोनों ही चलाते हैं अर्थात यह स्त्री-पुरुष का भेदभाव किए बिना उनका कहना मान लेती है।

Concept: गद्य (Prose) (Class 8)

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Chapter 13: जहाँ पहिया है - समझने की बात [Page 80]

Q 2Q 1Q 1

APPEARS IN

NCERT Class 8 Hindi - Vasant Part 3

Chapter 13 जहाँ पहिया है
समझने की बात | Q 2 | Page 80

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Solution : लेखक की दृष्टि में साइकिल एक विनम्र अर्थात् आम सवारी है। इसे चलाना जहाँ आसान है, वहीं इस पर खर्चा भी बहुत कम आता है। यह स्त्री-पुरुष दोनों के लिए उपयोगी है। उसने कभी सोचा भी नहीं था कि साइकिल जैसी आम सवारी भी किसी के जीवन में इतना बड़ा परिवर्तन ला सकती है। यह तो उसने पुडुकोट्टई पहुँचने के बाद ही जाना था, क्योंकि वहाँ की महिलाओं में जागृति लाने का कार्य साइकिल ने ही किया था।

साइकिल को विनम्र सवारी क्यों कहा …

साइकिल की 1 रन की सवारी क्यों कहा गया है? - saikil kee 1 ran kee savaaree kyon kaha gaya hai?

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साइकिल को विनम्र सवारी क्यों कहा गया है?

  • Posted by Rupali Bisht 4 years, 1 month ago

    • 1 answers

    साइकिल को विनम्र सवारी इसलिए कहा गया है क्योंकि यह किसी से लड़ती झगड़ती नहीं है तथा यह बिना ईंधन के केवल पैडल मारते ही चुपचाप चलने लगती है। यह पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त सवारी है|

    साइकिल की 1 रन की सवारी क्यों कहा गया है? - saikil kee 1 ran kee savaaree kyon kaha gaya hai?

    Posted by Suraj Kumar 3 weeks, 1 day ago

    • 4 answers

    Posted by Naman Thakur 2 weeks, 6 days ago

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    Posted by Rekhanagendra Nagendra 3 weeks, 3 days ago

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    Posted by Dev Dash 2 days, 12 hours ago

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    Posted by Tapasys - 2 weeks, 3 days ago

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    Posted by Md Rafi Alam 2 weeks, 1 day ago

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    Posted by Tanu Aggarwal 3 weeks, 6 days ago

    • 1 answers

    Posted by Sabyasachi Jena 1 week, 6 days ago

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    Posted by Meghna Singh 1 week, 6 days ago

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    Posted by Vikas Ahirwar 1 week, 2 days ago

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    Class 8 Hindi, Jahaan Pahiya Hai

    Chapter 13 Vasant Bhag 3 जहाँ पहिया है

    NCERT Solutions - NCERT Answers - CBSE Guide

    प्रश्न अभ्यास (NCERT Textbook Exercise Questions - Solved)
    जंजीरे

    Question: "... उन जंजीरों को तोड़ने का, जिनमें वे जकड़े हुए हैं, कोई-न-कोई तरीका लोग निकाल ही लेते हैं ..."

    1. आपके विचार से लेखक 'जंजीरों' द्वारा किन समस्याओं की ओर इशारा कर रहे हैं?

    2. क्या आप लेखक की इस बात से सहमत हैं? अपने उत्तर का कारण भी बताइए।

    Answer: 1. हमारे विचार से लेखक 'जंजीरों' द्वारा रूढ़िवादी प्रथाओं तथा उन सामाजिक समस्याओं की ओर इशारा कर रहे हैं जो हमें आगे बढ़ने से रोकती हैं। उदाहरणस्वरूप - स्त्री निरक्षरता, स्त्रीयों के प्रति भेदभाव आदि।

     2. जी हाँ, लेखक की इस बात से हम सहमत हैं। जब समाज द्वारा बनाई गई रूढ़ियाँ लोगों के सहनशीलता की सीमाओं को पार करने लगते हैं, तब लोगों में अपने-आप एक इच्छाशक्ति जागृत होने लगती है और वे उन रूढ़ियों के बंधनों से मुक्ति पाने का कोई-न-कोई उपाय अवश्य खोज लेते हैं। इसका कारण यह है कि समय के साथ-साथ विचार धाराओं में परिवर्तन होता रहता है। और प्रगति के लिए यह अत्यंत आवश्यक भी है, अन्यथा समाज दिशाहीन हो जायगा। नए विचारधारा से समाज में एक बदलाव आता है और यही बदलाव हमें पुरानी जंजीरों से मुक्त कर प्रगति के पथ पर ले जाता है। इसका जीवंत उदाहरण पुडुकोट्टई की महिलाएँ हैं जिन्होंने अपनी रोज़मर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए साइकिल चलाना सीखा।


    पहिया
    Question: 'साइकिल आंदोलन' से पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में कौन-कौन से बदलाव आये हैं?
    Answer: 'साइकिल आंदोलन' से पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में निम्नलिखित बदलाव आये हैं -

    • उनमें आत्मविश्वास का संचार हुआ है।
    • उनकी पुरुषों पर निर्भरता घटी है, आत्मसम्मान की भावना बढ़ी है।
    • अब वे अपना दैनिक कार्य अधिक सुगमता से सम्पन्न करने लगी।
    • अपने उत्पाद अधिक बेच पाने के कारण उनकी आय में वृद्धि हुई है।
    • आर्थिक अवस्था में सुधार के साथ-साथ समय और श्रम की बचत होने की वजह से उनका जीने का स्तर ऊँचा हो गया।

    Question: शुरुआत में पुरुषों ने इस आंदोलन का विरोध किया, परंतु आर. साइकिल्स के मालिक ने इसका समर्थन किया, क्यों?
    Answer:  आर. साइकिल्स के मालिक का स्त्रीयों द्वारा साइकिल चलाने के आंदोलन को समर्थन करने के पीछे उनका निहित स्वार्थ था। कारण, उस आंदोलन के चलते आर. साइकिल्स की बिक्री में साल भर के अंदर 350 प्रतिशत की वृद्धि जो हुई थी। जिसकी वजह से उसे भरपूर आय हो रही थी। अतः उसे तो इस आंदोलन का समर्थन करना ही था।
    Question: प्रारंभ में इस आंदोलन को चलाने में कौन-कौन सी बाधा आई?
    Answer: प्रारंभ में इस आंदोलन को चलाने में कई बाधाएँ आई -
    1. पुडुकोट्टई के मुख्य इलाकों में मुस्लिम परिवार अधिक हैं जो लड़कियों के मामले में बहुत रूढ़िवादी थे। उन्होंने इस आंदोलन को हतोत्साहित करने का पूरा कौशिश किया।
    2. प्रारंभ में पुरुषों को महिलाओं का साइकिल चलाना अच्छा न लगा। स्त्रीयों को उनकी फब्तियाँ  सुननी पड़ती थी।
    3. आर्थिक संकट के कारण कुछ महिलाओं को साइकिल खरीदने में कठिनाई थी जिसके कारण उन्हें किराए के साइकिलों पर निर्भर करना पड़ता था।
    4. साइकिल चलाने का प्रशिक्षण देने वालों का अभाव था यद्दपि प्रशिक्षण शिविर बाद में लगाए गए।

    शीर्षक की बात
    Question: आपके विचार से लेखक ने इस पाठ का नाम 'जहाँ पहिया है' क्यों रखा होगा?

    Answer: साइकिल में दो पहिए होते हैं। साइकिल इन पहियों से चलकर अपनी सवारी को आराम से कहीं भी पँहुचा देती है। अर्थात्, 'जहाँ पहिया है' वहाँ तक चालक की पहुँच है। इस शीर्षक के जरिए इसी भावना को इस पाठ में व्यक्त किया गया है।

    और एक कारण, चूँकि यह पाठ एक ऐसी आंदोलन के समर्थन में लिखा गया है जो 'साइकिल' पर आधारित है, इसलिए यह भी इस शीर्षक को रखने का एक कारण हो सकता है।

    Question: अपने मन से इस पाठ का कोई दूसरा शीर्षक सुझाइए। अपने दिए हुए शीर्षक के पक्ष में तर्क दीजिए।

    Answer: हमारे विचार से इस पाठ का अन्य शीर्षक हो सकता है - "महिला साइकिल आंदोलन"।

    यह पाठ स्त्रीयों द्वारा साइकिल चलाने की आज़ादी प्राप्त करने के लिए किया गया एक आंदोलन पर आधारित है। अतः यह शीर्षक भी उचित लगता है।

    समझने की बात
    Question: साइकिल को विनम्र सवारी क्यों कहा गया है?

    Answer: साइकिल को विनम्र सवारी कहा गया है क्योंकि यह किसी से लड़ती - झगड़ती नहीं है। ऐसा कहने के पीछे कई कारण और भी हैं जैसे, साइकिल बिना किसी ईंधन के केवल पैडल मारते ही चुप-चाप बड़ी विनम्रता से चलने लगती है। यह पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त सवारी है, यहाँ तक कि शोरगुल भी नहीं करती है। रास्ता कैसा भी हो यह चलने के लिए हमेशा तैयार रहती है।


    साइकिल

    Question: फातिमा ने कहा, " ... मैं किराए पर साइकिल लेती हूँ ताकि मैं आज़ादी और खुशहाली का अनुभव कर सकूँ।"

    साइकिल चलाने से फातिमा और पुडुकोट्टई की महिलाओं को 'आज़ादी' का अनुभव क्यों होता होगा?

    Answer: साइकिल चलाने से फातिमा और पुडुकोट्टई की महिलाओं को 'आज़ादी' का अनुभव इसलिए होता होगा क्योंकि इससे उनकी दूसरों पर निर्भरता लगभग समाप्त हो गई। आर्थिक सुधार होने के साथ-साथ अब वे स्वतंत्र जीवन जीने लगी हैं।


    भाषा की बात

    Question: उपसर्गों और प्रत्ययों के बारे में आप जान चुके हैं। इस पाठ में आये उपसर्गयुक्त शब्दों को छाँटिए। उनके मूल शब्द भी लिखिए। आपकी सहायता के लिए कस पाठ में प्रयुक्त कुछ उपसर्ग और प्रत्यय इस प्रकार हैं - अभि, प्र, अनु, परि, वि (उपसर्ग), इक, वाला, ता, ना।

    Answer: उपसर्गयुक्त शब्द
    अभि - अभिव्यक्ति
    प्र - प्रदान, प्रयत्न
    अनु - अनुभव
    परि - परिवहन, परिश्रम
    वि - विशेष
    प्रत्यययुक्त शब्द
    इक - आर्थिक (अर्थ + इक)
    वाला - साइकिलवाला (साइकिल + वाला)
    ता -  मूर्खता (मुर्ख + ता)
    ना - पढ़ना (पढ़ + ना)

     Also study (CBSE sample questions) 

    साईकिल की विनम्र की सवारी क्यों कहा गया है?

    उत्तर - साइकिल को विनम्र सवारी इसलिए कहा गया है क्योंकि एक तो इसे सीखना और चलाना बहुत ही आसान है। यह बहुत कम खर्चीली है तथा इसे स्त्री-पुरुष दोनों ही चलाते हैं अर्थात यह स्त्री-पुरुष का भेदभाव किए बिना उनका कहना मान लेती है

    विनम्र सवार किसे कहा गया है और क्या?

    अर्थात साइकिल किसी तरह का भेदभाव नहीं करती और स्त्री पुरुष का भेदभाव किए बिना ही सबका कहना मान लेती है। इसीलिए साइकिल को विनम्र सवारी कहा गया है।

    साइकिल आंदोलन का परिणाम क्या हुआ?

    (i) 'साइकिल आंदोलन' से महिलाएँ अपनी स्वाधीनता व आज़ादी के प्रति जागृत हुई हैं। (ii) 'साइकिल आंदोलन' ने उन्हें नवसाक्षर किया है, आर्थिक स्थिति सुधरी है। (iii) 'साइकिल आंदोलन' ने उन्हें अधिकारों के प्रति जागृत किया है।

    साइकिल चलाना ग्रामीण महिलाओं के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

    उत्तर – साइकिल चलाना ग्रामीण महिलाओं के लिए इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि साइकिल चलाने से वह स्वतंत्र महसूस करती हैं। वह कई घरेलू कार्य इसकी मदद से कम समय में कर लेती हैं। वह कहीं जाने के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहती।